Saturday 2 March 2019

कविता. २७२५.. हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है।

                           हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है एहसासों कि आंधी को नयी रोशनी मिलती है उजाले को कदमों कि जरुरत आस परख देती है दिशाओं को आवाजों कि धून पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीद को अफसानों कि तलाश देती है दिशाओं को परख कि धून आवाज देती है कदमों को जज्बातों कि उमंग तराने देती है खयालों को लहरों कि आस हवाएं देती है दास्तान को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है दास्तानों कि सोच को नयी सुबह मिलती है मौसम को बदलावों कि उमंग नजारे देती है आशाओं को अफसानों कि दिशाएं सौगात देती है पुकार को आवाजों कि परख समझ देती है तलाश को किनारों कि लहर इशारे देती है तराने को उजालों कि रोशनी राह देती है परख को अदाओं कि कोशिश उम्मीद देती है अल्फाजों को अदाओं कि कोशिश अफसाने देती है आवाज को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है कदमों कि उमंग को नयी रोशनी मिलती है जज्बात को दिशाओं कि रोशनी उम्मीद देती है कदमों को अल्फाजों कि आस नजारे देती है अंदाजों को राहों कि जरुरत उमंग देती है तराने को एहसासों कि राह तलाश देती है कदमों को जज्बातों कि रोशनी उम्मीद देती है दास्तान को अफसानों कि राह खयाल देती है किनारे को लहरों कि आस एहसास देती है खयाल को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है जज्बातों कि रोशनी को नयी खुशियां मिलती है आस को उजालों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को उम्मीदों कि सौगात इशारे देती है किनारों को लहरों कि पहचान राहे देती है कदमों को जज्बातों कि रोशनी उम्मीद देती है आशाओं को जज्बातों कि उमंग परख देती है दिशाओं को आवाजों कि सरगम धून देती है कदमों को जज्बातों कि सौगात तराने देती है दास्तान को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है आशाओं कि सौगात को नयी उमंग मिलती है उम्मीद को अफसानों कि राह तराने देती है तलाश को एहसासों कि पुकार धून देती है दिशाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है कोशिश को आशाओं कि सौगात तराने देती है कदमों को अल्फाजों कि सोच उम्मीद देती है उजाले को को कदमों कि राह तलाश देती है किनारे को उमंग कि सौगात इशारे देती है आवाज को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है अदाओं कि कोशिश को नयी तलाश मिलती है उमंग को आवाजों कि पुकार दिशाएं देती है किनारे को लहरों कि आस नजारे देती है परख को समझ कि अहमियत रोशनी देती है उजाले को कदमों कि आहट एहसास देती है जज्बात को परख कि सोच तराने देती है अदाओं को दास्तानों कि रोशनी उजाले देती है तराने को आवाजों कि पुकार सुबह देती है अंदाज को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग को कोई कहानी खिलती है आशाओं कि सौगात को नये तराने मिलते है उजाले को लहरों कि आस नजारे देती है दास्तान को दिशाओं कि रोशनी सहारे देती है अंदाजों को अल्फाजों कि परख एहसास देती है उम्मीद को अफसानों कि कोशिश सहारे देती है किनारे को लहरों कि आवाज पुकार देती है जज्बात को समझ कि जरुरत परख देती है अदाओं को अल्फाजों कि आंधी देती है किनारे को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है अदाओं कि कोशिश को नयी पुकार मिलती है उम्मीद को अफसानों कि उमंग तराने देती है कदमों को जज्बातों कि जरुरत सहारे देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी तलाश देती है अंदाजों को अल्फाजों कि आस तराने देती है कदमों को जज्बातों कि रोशनी उमंग देती है परख को अदाओं कि उमंग नजारे देती है दिशाओं को आवाजों कि पुकार देती है अंदाजों को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है जज्बातों कि रोशनी को नयी खुशियां मिलती है उजाले को कदमों कि जरुरत सहारे देती है दास्तानों को लहरों कि परख नजारे देती है तलाश को किनारों कि सौगात उम्मीद देती है परख को अदाओं कि कोशिश समझ देती है आशाओं को दास्तानों कि जरुरत सहारे देती है कदमों को जज्बातों कि आस देती है तरानों को कदमों कि जरुरत देती है आशाओं को दिशाओं कि समझ देती है।
हर लहर के संग कोई कहानी खिलती है आशाओं कि पहचान को नयी निशानी मिलती है उम्मीद को अफसानों कि राह तराने देती है तलाश को किनारों कि सौगात इशारे देती है तराने को एहसासों कि सुबह शुरुआत देती है उजाले को कदमों कि आहट पुकार देती है अदाओं को अल्फाजों कि कोशिश एहसास देती है पुकार को दिशाओं कि रोशनी देती है उजालों को लहरों कि पहचान देती है आवाज को दिशाओं कि समझ देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...