Friday 31 March 2023

कविता. ४७६२. किनारों को सपनों कि।

                                   किनारों को सपनों कि।

किनारों को सपनों कि सुबह अरमान दिलाती है दास्तानों से कदमों कि आहट अल्फाज देती है आवाजों को राहों कि मुस्कान खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि आस नजारा दिलाती है तरानों से एहसासों कि लहर आवाज देती है लम्हों को जज्बातों कि सोच खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि पुकार अफसाना दिलाती है अदाओं से नजारों कि पहचान इशारा देती है अंदाजों को उजालों कि पुकार खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि रोशनी कोशिश दिलाती है राहों से आशाओं कि सोच अहमियत देती है बदलावों को दिशाओं कि कहानी खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि बदलाव आवाज दिलाती है लहरों से दास्तानों कि राह कोशिश देती है अरमानों को उजालों कि पहचान खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि राह अंदाज दिलाती है कदमों से जज्बातों कि मुस्कान इरादा देती है लहरों को नजारों कि सरगम खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि तलाश आहट दिलाती है उम्मीदों से दिशाओं कि कहानी आवाज देती है कदमों को अदाओं कि पुकार खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि रोशनी मुस्कान दिलाती है आशाओं से लहरों कि सुबह दास्तान देती है अल्फाजों को इशारों कि आहट खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि उमंग सौगात दिलाती है लम्हों से अल्फाजों कि सरगम नजारा देती है एहसासों को दास्तानों कि कहानी खयाल दिलाती है।

किनारों को सपनों कि सोच परख दिलाती है इशारों से अरमानों कि पुकार कोशिश देती है लम्हों को अफसानों कि पहचान खयाल दिलाती है।



Thursday 30 March 2023

कविता. ४७६१. उमंग कि आहट से।

                                    उमंग कि आहट से। 

उमंग कि आहट से आशाओं कि सरगम सुनाती है कदमों को उजालों कि पुकार पहचान दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से अरमानों कि सोच सुनाती है किनारों को सपनों कि आस अहमियत दिलाती है कदमों को अदाओं कि परख कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से आवाजों कि धून सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि समझ अदा दिलाती है सपनों को एहसासों कि सुबह कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से लहरों कि पुकार सुनाती है राहों को अंदाजों कि आस अहमियत दिलाती है जज्बातों को कदमों कि उम्मीद कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से दास्तानों कि परख सुनाती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात तलाश दिलाती है किनारों को अंदाजों कि परख कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से अंदाजों कि आस सुनाती है नजारों को दिशाओं कि समझ कहानी दिलाती है बदलावों को इशारों कि आस कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से दिशाओं कि कहानी सुनाती है इरादों को आशाओं कि सरगम तराना दिलाती है लहरों को नजारों कि सौगात कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से उजालों कि पहचान सुनाती है राहों को अंदाजों कि परख खयाल दिलाती है इरादों को आशाओं कि पुकार कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से जज्बातों कि सुबह सुनाती है सपनों को आवाजों कि धून पुकार दिलाती है इशारों को लम्हों कि पहचान कोशिश सुनाती है।

उमंग कि आहट से इशारों कि सौगात सुनाती है उजालों को राहों कि मुस्कान किनारा दिलाती है लहरों को इरादों कि सुबह कोशिश सुनाती है।

Wednesday 29 March 2023

कविता. ४७६०. उजालों को सपनों कि।

                                    उजालों को सपनों कि।

उजालों को सपनों कि लहर कोशिश दिलाती है दास्तानों कि परख से एहसासों कि रोशनी सहारा सुनाती है कदमों कि आहट खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि सरगम सुबह दिलाती है नजारों कि पहचान से लहरों कि सोच अरमान सुनाती है उम्मीदों कि समझ खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि आस तलाश दिलाती है उम्मीदों कि सौगात से कदमों कि आहट अफसाना सुनाती है तरानों कि सुबह खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि रोशनी आवाज दिलाती है इशारों कि सरगम से अंदाजों कि परख पहचान सुनाती है दास्तानों कि आस खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि सौगात तराना दिलाती है कदमों कि आहट से जज्बातों कि मुस्कान बदलाव सुनाती है राहों कि कोशिश खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि उमंग पुकार दिलाती है किनारों कि मुस्कान से दास्तानों कि अल्फाज इरादा सुनाती है अंदाजों कि आहट खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि उम्मीद नजारा दिलाती है जज्बातों कि सोच से अरमानों कि पुकार पहचान सुनाती है इरादों कि मुस्कान खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि तलाश आहट दिलाती है लहरों कि सरगम से आशाओं कि सोच अल्फाज सुनाती है नजारों कि सौगात खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि कोशिश परख दिलाती है अंदाजों कि आस से नजारों कि सौगात इशारा सुनाती है अल्फाजों कि लहर खयाल दिलाती है।

उजालों को सपनों कि आस अफसाना दिलाती है दिशाओं कि समझ से आवाजों कि धून दास्तान सुनाती है लम्हों कि रोशनी खयाल दिलाती है।

Tuesday 28 March 2023

कविता. ४७५९. राहों कि मुस्कान से।

                                       राहों कि मुस्कान से।

राहों कि मुस्कान से नजारों कि पहचान पुकार दिलाती है कदमों कि आहट अक्सर सपनों कि कोशिश सुनाती है तरानों को लहरों कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से जज्बातों कि सोच अरमान दिलाती है दिशाओं कि समझ अक्सर बदलावों कि सोच सुनाती है लम्हों को खयालों कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से अदाओं कि कोशिश सुबह दिलाती है इशारों कि सौगात अक्सर इरादों कि पहचान सुनाती है उजालों को सपनों कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से आशाओं कि परख रोशनी दिलाती है उम्मीदों कि सोच अक्सर एहसासों कि समझ सुनाती है इरादों को नजारों कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से दास्तानों कि उमंग तलाश दिलाती है खयालों कि आस अक्सर अरमानों कि पुकार सुनाती है इशारों को लम्हों कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से तरानों कि आस परख दिलाती है लहरों कि अहमियत अक्सर दिशाओं कि कहानी सुनाती है खयालों को अंदाजों कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से कदमों कि आहट आस दिलाती है बदलावों कि सुबह अक्सर दास्तानों कि परख सुनाती है अफसानों को अल्फाजों कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से किनारों कि सोच आवाज दिलाती है उम्मीदों कि पुकार अक्सर दिशाओं कि पहचान सुनाती है कदमों को अदाओं कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से अरमानों कि सुबह दास्तान दिलाती है लम्हों कि आहट अक्सर एहसासों कि तलाश सुनाती है उम्मीदों को किनारों कि सरगम सुनाती है।

राहों कि मुस्कान से दिशाओं कि कहानी अल्फाज दिलाती है आशाओं कि सोच अक्सर नजारों कि सौगात सुनाती है एहसासों को खयालों कि सरगम सुनाती है।

Monday 27 March 2023

कविता. ४७५८. दास्तानों से कदमों कि आहट।

                                 दास्तानों से कदमों कि आहट।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर सपनों कि लहर दिलाती है तरानों को अरमानों कि राह किनारा दिलाती है इशारों को लम्हों कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर नजारों कि सोच दिलाती है खयालों को अंदाजों कि आस कोशिश दिलाती है उजालों को राहों कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर जज्बातों कि मुस्कान दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि राह आवाज दिलाती है अदाओं को जज्बातों कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर आशाओं कि सरगम दिलाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी अरमान दिलाती है आवाजों को बदलावों कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर अंदाजों कि रोशनी दिलाती है जज्बातों को अफसानों कि समझ इशारा दिलाती है लहरों को उजालों कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर राहों कि पहचान दिलाती है एहसासों को उम्मीदों कि लहर अहमियत दिलाती है किनारों को सपनों कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर अरमानों कि पुकार दिलाती है लम्हों को तरानों कि सुबह दास्तान दिलाती है अंदाजों को दिशाओं कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर एहसासों कि सोच दिलाती है आशाओं को बदलावों कि सौगात कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर उम्मीदों कि पहचान दिलाती है इरादों को जज्बातों कि सरगम सुबह दिलाती है खयालों को नजारों कि आस धारा देती है।

दास्तानों से कदमों कि आहट अक्सर लहरों कि सरगम दिलाती है लम्हों को अरमानों कि कोशिश पहचान दिलाती है अल्फाजों को उजालों कि आस धारा देती है।

Sunday 26 March 2023

कविता. ४७५७. तरानों को अरमानों कि।

                                     तरानों को अरमानों कि।

तरानों को अरमानों कि लहर एहसास दिलाती है कदमों कि आहट अक्सर आशाओं को बदलावों कि राह देकर जाती है नजारों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि पुकार किनारा दिलाती है खयालों कि समझ अक्सर जज्बातों को अंदाजों कि आस देकर जाती है बदलावों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि कोशिश परख दिलाती है लहरों कि सरगम अक्सर आवाजों को अदाओं कि अफसाना देकर जाती है इशारों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि आस अल्फाज दिलाती है किनारों कि मुस्कान अक्सर उम्मीदों को खयालों कि समझ देकर जाती है अंदाजों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि सरगम उमंग दिलाती है अंदाजों कि आस अक्सर बदलावों को दिशाओं कि रोशनी देकर जाती है दास्तानों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि आवाज तलाश दिलाती है कदमों कि राह अक्सर इशारों को अंदाजों कि पहचान देकर जाती है जज्बातों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि उम्मीद रोशनी दिलाती है किनारों कि मुस्कान अक्सर उम्मीदों को लम्हों कि सुबह देकर जाती है लहरों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि आस सपना दिलाती है लम्हों कि रोशनी अक्सर आवाजों को राहों कि कोशिश देकर जाती है अल्फाजों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि सौगात सरगम दिलाती है इशारों कि सरगम अक्सर बदलावों को लहरों कि आहट देकर जाती है अफसानों कि सोच दिलाती है।

तरानों को अरमानों कि दास्तान सुबह दिलाती है उजालों कि पुकार अक्सर दिशाओं को कदमों कि तलाश देकर जाती है सपनों कि सोच दिलाती है।


Saturday 25 March 2023

कविता. ४७५६. आवाजों को इशारों से।

                                     आवाजों को इशारों से।

आवाजों को इशारों से अरमानों कि कोशिश अक्सर अल्फाज दिलाती है कदमों कि आहट जुड़कर अदाओं कि तलाश अहमियत पुकार सुनाती है।

आवाजों को इशारों से अल्फाजों कि राह अक्सर खयाल दिलाती है अंदाजों कि आस जुड़कर किनारों कि मुस्कान अहमियत आहट सुनाती है।

आवाजों को इशारों से नजारों कि सौगात अक्सर जज्बात दिलाती है एहसासों कि रोशनी जुड़कर तरानों कि सुबह अहमियत कोशिश सुनाती है।

आवाजों को इशारों से जज्बातों कि आस अक्सर रोशनी दिलाती है अरमानों कि पुकार जुडकर बदलावों कि सोच अहमियत किनारा सुनाती है।

आवाजों को इशारों से अंदाजों कि सुबह अक्सर पहचान दिलाती है अदाओं कि परख जुड़कर दिशाओं कि समझ अहमियत खयाल सुनाती है।

आवाजों को इशारों से बदलावों कि सोच अक्सर परख दिलाती है उजालों कि सौगात जुड़कर दास्तानों कि कोशिश अहमियत आस सुनाती है।

आवाजों को इशारों से दिशाओं कि समझ अक्सर पुकार दिलाती है तरानों कि पहचान जुड़कर उम्मीदों कि समझ अहमियत दास्तान सुनाती है।

आवाजों को इशारों से कदमों कि आहट अक्सर सपना दिलाती है खयालों कि मुस्कान जुड़कर दास्तानों कि पहचान अहमियत अल्फाज सुनाती है।

आवाजों को इशारों से खयालों कि तलाश अक्सर उमंग दिलाती है नजारों कि सुबह जुड़कर एहसासों कि रोशनी अहमियत उम्मीद सुनाती है।

आवाजों को इशारों से किनारों कि मुस्कान अक्सर उजाला दिलाती है लम्हों कि पुकार जुड़कर अरमानों कि सोच अहमियत नजारा सुनाती है।

Friday 24 March 2023

कविता. ४७५५. लम्हों कि रोशनी अक्सर।

                                 लम्हों कि रोशनी अक्सर।

लम्हों कि रोशनी अक्सर एहसासों कि तलाश देती है दास्तानों को अदाओं कि कोशिश आवाज सुनाती है जज्बातों को कदमों कि आहट पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर अल्फाजों कि मुस्कान देती है किनारों को सपनों कि लहर सपना सुनाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर आवाजों कि धून देती है नजारों को राहों कि अहमियत बदलाव सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि समझ पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर आशाओं कि सरगम देती है उजालों को तरानों कि सुबह दास्तान सुनाती है इशारों को अंदाजों कि आस पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर जज्बातों कि सोच देती है इरादों को नजारों कि सौगात अफसाना सुनाती है आशाओं को अदाओं कि पुकार पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर खयालों कि समझ देती है अंदाजों को बदलावों कि सोच कोशिश सुनाती है इरादों को राहों कि मुस्कान पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर दास्तानों कि परख देती है लहरों को इशारों कि सरगम आस सुनाती है अरमानों को अदाओं कि परख पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर अरमानों कि सुबह देती है आशाओं को बदलावों कि सौगात कोशिश सुनाती है तरानों को उजालों कि सुबह पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर अंदाजों कि आस देती है कदमों को उजालों कि सरगम किनारा सुनाती है इशारों को दास्तानों कि तलाश पहचान दिलाती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर नजारों कि सोच देती है तरानों को उम्मीदों कि सुबह कोशिश सुनाती है जज्बातों को किनारों कि रोशनी पहचान दिलाती है।

Thursday 23 March 2023

कविता. ४७५४. दिशाओं कि परख

                                        दिशाओं कि परख

दिशाओं कि परख अक्सर उम्मीदों कि धाराएं देती है तरानों को अरमानों कि पहचान इशारे देकर जाती है किनारों को सपनों कि कोशिश आस दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर उजालों कि राह देती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी कोशिश देकर जाती है नजारों को खयालों कि समझ आस दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर जज्बातों कि सोच देती है कदमों को अदाओं कि आहट किनारा देकर जाती है आवाजों को राहों कि मुस्कान आस दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर लम्हों कि रोशनी देती है किनारों को सपनों कि लहर एहसास देकर जाती है आशाओं को बदलावों कि सौगात आस‌ दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर अंदाजों कि पुकार देती है तरानों को अरमानों कि सुबह इरादे देकर जाती है जज्बातों को कदमों कि आहट आस दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर लहरों कि सरगम देती है नजारों को खयालों कि मुस्कान तराना देकर जाती है इशारों को अंदाजों कि सोच आस दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर कदमों कि आहट देती है जज्बातों को अंदाजों कि राह तलाश देकर जाती है दास्तानों को किनारों कि मुस्कान आस दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर अरमानों कि पहचान देती है अल्फाजों को तरानों कि सुबह कोशिश देकर जाती है अदाओं कि रोशनी आस दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर दास्तानों कि अहमियत देती है नजारों को सपनों कि आवाज सरगम देकर जाती है बदलावों को राह कि सुबह आस दिलाती है।

दिशाओं कि परख अक्सर खयालों कि समझ देती है कदमों को उजालों कि पुकार बदलाव देकर जाती है इरादों कि तलाश को कोशिश आस दिलाती है।


Wednesday 22 March 2023

कविता. ४७५३. उजाला किसी।

                                        उजाला किसी।

उजाला किसी इशारे संग एहसास जगाता जाता है कदमों को अदाओं कि कोशिश से उम्मीद दिलाता जाता है किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान दिलाता जाता है।

उजाला किसी इरादे संग अरमान जगाता जाता है किनारों को सपनों कि लहर से तलाश दिलाता जाता है अफसानों को राहों कि कोशिश दिलाता जाता है।

उजाला किसी तराने संग आस जगाता जाता है नजारों को दिशाओं कि कहानी से खयाल दिलाता जाता है अल्फाजों को तरानों कि सुबह दिलाता जाता है।

उजाला किसी किनारे संग आवाज जगाता जाता है एहसासों को उम्मीदों कि समझ से अंदाज दिलाता जाता है अदाओं को दिशाओं कि तलाश दिलाता जाता है।

उजाला किसी नजारे संग अफसाना जगाता जाता है अंदाजों को बदलावों कि सौगात से अल्फाज दिलाता जाता है जज्बातों को आशाओं कि सरगम दिलाता जाता है।

उजाला किसी लहरों संग अल्फाज जगाता जाता है खयालों को अंदाजों कि परख से पहचान दिलाता जाता है एहसासों को अदाओं कि पुकार दिलाता जाता है।

उजाला किसी लम्हे संग कोशिश जगाता जाता है कदमों को अदाओं कि सौगात से दास्तान दिलाता जाता है बदलावों को दिशाओं कि कहानी दिलाता जाता है।

उजाला किसी अफसाने संग सुबह जगाता जाता है जज्बातों को कदमों कि आहट से अरमान दिलाता जाता है आवाजों को राहों कि मुस्कान दिलाता जाता है।

उजाला किसी सपने संग रोशनी जगाता जाता है आशाओं को खयालों कि सोच से एहसास दिलाता जाता है अंदाजों को अरमानों कि सुबह दिलाता जाता है।

उजाला किसी अफसाने संग राह जगाता जाता है अदाओं को तरानों कि पहचान से आवाज दिलाता जाता है कदमों को अदाओं कि कोशिश दिलाता जाता है।

Tuesday 21 March 2023

कविता. ४७५२ . उम्मीदों कि कहानी अक्सर।

                                उम्मीदों कि कहानी अक्सर।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर उजालों कि निशानी देती है किनारों को अल्फाजों कि पुकार राहों कि पहचान दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर खयालों कि समझ देती है तरानों को जज्बातों कि सोच आशाओं कि पुकार दिलाती है कदमों को अदाओं कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर बदलावों कि सोच देती है कदमों को अदाओं कि परख इशारों कि सौगात दिलाती है आवाजों को राहों कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर दास्तानों कि परख देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी अदाओं कि कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर आशाओं कि सरगम देती है इरादों को आशाओं कि लहर खयालों कि समझ दिलाती है एहसासों को जज्बातों कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर नजारों कि आस देती है अफसानों को अल्फाजों कि रोशनी बदलावों कि सोच दिलाती है राहों को सपनों कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर इशारों कि समझ देती है तरानों को इरादों कि कोशिश अरमानों कि पुकार दिलाती है बदलावों को लम्हों कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर कदमों कि सोच देती है अल्फाजों को उजालों कि लहर किनारों कि मुस्कान दिलाती है इरादों को नजारों कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर खयालों कि सौगात देती है आवाजों को राहों कि अहमियत जज्बातों कि सोच दिलाती है बदलावों को दिशाओं कि सुबह देती है।

उम्मीदों कि कहानी अक्सर अरमानों कि पुकार देती है किनारों को अल्फाजों कि आस अंदाजों कि राह दिलाती है लहरों को इशारों कि सुबह देती है।

Monday 20 March 2023

कविता. ४७५१. उजालों कि कहानी अक्सर।

                                उजालों कि कहानी अक्सर।

उजालों कि कहानी अक्सर बदलावों कि निशानी देती है कदमों को अदाओं कि परख रोशनी दिलाती है लम्हों को एहसासों कि समझ तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर खयालों कि समझ देती है आवाजों को राहों कि मुस्कान अल्फाज दिलाती है किनारों को सपनों कि आस तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर अरमानों कि पुकार देती है दिशाओं को अंदाजों कि आस तलाश दिलाती है कदमों को इशारों कि अदा तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर लम्हों कि पहचान देती है जज्बातों को कदमों कि दास्तान सुबह दिलाती है लहरों को इरादों कि सौगात तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर आवाजों कि धून देती है नजारों को दिशाओं कि परख सहारा दिलाती है उम्मीदों को एहसासों कि सोच तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर सपनों कि लहर देती है दास्तानों को अदाओं कि पुकार कोशिश दिलाती है इशारों को लहरों कि सरगम तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर नजारों कि सोच देती है किनारों को सपनों कि सुबह एहसास दिलाती है खयालों को अंदाजों कि सौगात तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर अफसानों कि मुस्कान देती है आवाजों को अदाओं कि कोशिश आस दिलाती है नजारों कि कोशिश तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर अल्फाजों कि राह देती है कदमों को जज्बातों कि मुस्कान बदलाव दिलाती है इशारों कि सरगम तराना देती है।

उजालों कि कहानी अक्सर दास्तानों कि कोशिश देती है आशाओं कि सोच पहचान दिलाती है लहरों कि अहमियत तराना देती है।

Sunday 19 March 2023

कविता. ४७५०. अदाओं कि पुकार अक्सर।

                               अदाओं कि पुकार अक्सर।           ‌‌

‌अदाओं कि पुकार अक्सर दिशाओं कि तलाश दिलाती है लहरों को इशारों कि परख एहसास सुनाती है लम्हों संग आवाजों कि धून अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर दास्तानों कि राह दिलाती है कदमों को नजारों कि मुस्कान सरगम सुनाती है आशाओं संग लहरों कि सुबह अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर उम्मीदों कि कोशिश दिलाती है बदलावों को राहों कि पहचान इशारा सुनाती है तरानों संग कदमों कि सोच अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर उजालों कि परख दिलाती है खयालों को जज्बातों कि अहमियत इरादा सुनाती है उम्मीदों संग आशाओं कि सौगात अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर एहसासों कि समझ दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि कोशिश बदलाव सुनाती है उजालों संग अंदाजों कि परख अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर तरानों कि सुबह दिलाती है आशाओं को अफसानों कि रोशनी किनारा सुनाती है दिशाओं संग इशारों कि समझ अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर कदमों कि आहट दिलाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान अफसाना सुनाती है नजारों संग आशाओं कि सुबह अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर किनारों कि आस दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी आवाज सुनाती है सपनों संग इशारों कि सोच अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर दास्तानों कि राह दिलाती है तरानों को उम्मीदों कि लहर अहमियत सुनाती है नजारों संग राहों कि पहचान अरमान दे जाती है।

अदाओं कि पुकार अक्सर जज्बातों कि सोच दिलाती है इशारों को आवाजों कि धून एहसास सुनाती है तरानों संग कदमों कि आहट अरमान दे जाती है।

Saturday 18 March 2023

कविता ४७४९. उजालों को राहों कि।

                                                 उजालों को राहों कि।

उजालों को राहों कि उम्मीद सहारे देती है कदमों कि आहट आशाओं को किनारे देती है एहसासों कि रोशनी से आवाजों कि पुकार इशारा देती है।

उजालों को राहों कि सुबह दास्तान देती है दिशाओं कि कहानी अदाओं को तलाश देती है किनारों कि सोच से दास्तानों कि उम्मीद इशारा देती है।

उजालों को राहों कि रोशनी सौगात देती है खयालों कि समझ अंदाजों को कोशिश देती है बदलावों कि आस से एहसासों कि सुबह इशारा देती है।

उजालों को राहों कि आस सरगम देती है किनारों कि मुस्कान आवाजों को आस देती है कदमों कि पहचान से लहरों कि सरगम इशारा देती है।

उजालों को राहों कि मुस्कान अल्फाज देती है जज्बातों कि सोच खयालों को उमंग देती है दिशाओं कि कहानी से अरमानों कि पुकार इशारा देती है।

उजालों को राहों कि आवाज सरगम देती है आशाओं कि सौगात अंदाजों को उम्मीद देती है कदमों कि आहट से खयालों कि समझ इशारा देती है।

उजालों को राहों कि परख किनारा देती है राहों कि पहचान खयालों को अफसाना देती है लहरों कि सरगम से उम्मीदों कि कोशिश इशारा देती है।

उजालों को राहों कि सोच कोशिश देती है अदाओं कि पुकार दास्तानों को अल्फाज देती है लम्हों कि पहचान से अरमानों कि आस इशारा देती है।

उजालों को राहों कि आवाज जज्बात देती है अंदाजों कि परख दिशाओं को बदलाव देती है आशाओं कि सोच से आवाजों कि धून इशारा देती है।

उजालों को राहों कि पहचान सहारा देती है नजारों कि राह खयालों को अहमियत देती है किनारों कि मुस्कान से इरादों कि सुबह इशारा देती है।

Friday 17 March 2023

कविता. ४७४८. आशाओं कि सरगम से।

                                     आशाओं कि सरगम से।

आशाओं कि सरगम से कदमों कि आहट अल्फाज दिलाती है लम्हों संग किनारों कि सोच अरमान जगाती है उजालों को सपनों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से खयालों कि समझ बदलाव दिलाती है लहरों संग इशारों कि कोशिश अदा जगाती है एहसासों को उम्मीदों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से किनारों कि सोच अरमान दिलाती है नजारों संग दिशाओं कि कहानी खयाल जगाती है दास्तानों को एहसासों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से तरानों कि सुबह अल्फाज दिलाती है जज्बातों संग कदमों कि आहट अफसाना जगाती है तरानों को अरमानों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से अदाओं कि परख अहमियत दिलाती है अंदाजों संग बदलावों कि सौगात आस जगाती है लहरों को इशारों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से उम्मीदों कि रोशनी आवाज दिलाती है अदाओं संग तरानों कि पहचान इशारा जगाती है किनारों को सपनों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से अंदाजों कि पुकार सहारा दिलाती है कदमों संग उजालों कि राह सहारा जगाती है इरादों को आवाजों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से नजारों कि सौगात कोशिश दिलाती है लम्हों संग आवाजों कि धून पहचान जगाती है अरमानों को दास्तानों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से खयालों कि समझ सपना दिलाती है नजारों संग अंदाजों कि परख तलाश जगाती है दिशाओं को कदमों कि राह दिलाती है।

आशाओं कि सरगम से लहरों कि सुबह एहसास दिलाती है दास्तानों संग तरानों कि सुबह तराना जगाती है अदाओं को दिशाओं कि राह दिलाती है।

Thursday 16 March 2023

कविता. ४७४७. सपने देकर जाती है।

                                      सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि तलाश अक्सर दास्तानों कि कहानी देती है कदमों को अदाओं कि सरगम इशारा दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि लहर अक्सर दिशाओं कि कोशिश देती है नजारों को खयालों कि पुकार सहारा दिलाती है इरादों को आशाओं कि सरगम सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि राह अक्सर आशाओं कि सोच देती है तरानों को उजालों कि सुबह दास्तान दिलाती है कदमों को जज्बातों कि आस सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि सौगात अक्सर इशारों कि सुबह देती है किनारों को अल्फाजों कि कोशिश खयाल दिलाती है लहरों को एहसासों कि रोशनी सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच अक्सर तरानों कि पहचान देती है अदाओं को एहसासों कि समझ किनारा दिलाती है अरमानों को आवाजों कि धून सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि उमंग अक्सर जज्बातों कि मुस्कान देती है खयालों को अंदाजों कि आस सरगम दिलाती है उजालों को बदलावों कि पुकार सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि आस अक्सर बदलावों कि तलाश देती है लहरों को नजारों कि पहचान कोशिश दिलाती है दिशाओं को कदमों कि आहट सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि रोशनी अक्सर अल्फाजों कि आस देती है जज्बातों को खयालों कि लहर अदा दिलाती है किनारों को अंदाजों कि सुबह सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि परख अक्सर अरमानों कि कोशिश देती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी आवाज दिलाती है लहरों को नजारों कि सौगात सपने देकर जाती है।

उम्मीदों कि पहचान अक्सर इशारों कि समझ देती है किनारों को अल्फाजों कि राह बदलाव दिलाती है दास्तानों को अदाओं कि कोशिश सपने देकर जाती है।

Wednesday 15 March 2023

कविता. ४७४६. अरमानों कि सुबह से जुड़कर।

                               अरमानों कि सुबह से जुड़कर।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर दिशाओं कि तलाश सरगम देती है तरानों को उम्मीदों कि कोशिश एहसास सुनाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर आशाओं कि राह तलाश देती है कदमों को अल्फाजों कि रोशनी किनारा सुनाती है लहरों को इशारों कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर आवाजों कि धून पुकार देती है नजारों को खयालों कि समझ सपना सुनाती है इरादों को आशाओं कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर जज्बातों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात खयाल सुनाती है नजारों को उजालों कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर दास्तानों कि परख रोशनी देती है अदाओं को अंदाजों कि आहट पुकार सुनाती है उम्मीदों को किनारों कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर अंदाजों कि आस अफसाना देती है कदमों को उजालों कि सौगात पहचान सुनाती है एहसासों को अदाओं कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर लहरों कि सौगात आहट देती है किनारों को आवाजों कि आस इशारा सुनाती है नजारों को दिशाओं कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर उजालों कि उमंग तराना देती है बदलावों को लम्हों कि रोशनी कोशिश सुनाती है दास्तानों को एहसासों कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर कदमों कि आस सरगम देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी पहचान सुनाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान देती है।

अरमानों कि सुबह से जुड़कर एहसासों कि समझ इशारा देती है आवाजों को राहों कि सौगात उम्मीद सुनाती है किनारों को‌‌ राहों कि मुस्कान देती है।

Tuesday 14 March 2023

कविता. ४७४५. उजालों कि पुकार अक्सर।

                             उजालों कि पुकार अक्सर।

उजालों कि पुकार अक्सर दिशाओं से तलाश दिलाती है अदाओं को तरानों कि सुबह सरगम सुनाती है जज्बातों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर उम्मीदों से आवाज दिलाती है लहरों को इशारों कि पहचान अफसाना सुनाती है खयालों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर अल्फाजों से आस दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी कोशिश सुनाती है राहों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर अरमानों से लहर दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि सौगात आस सुनाती है लम्हों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर अंदाजों से सपना दिलाती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह कोशिश सुनाती है तरानों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर जज्बातों से उमंग दिलाती है तरानों को अरमानों कि सोच किनारा सुनाती है अफसानों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर बदलावों से तलाश दिलाती है लम्हों को तरानों कि पहचान खयाल सुनाती है आशाओं कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर दास्तानों से पहचान दिलाती है कदमों को जज्बातों कि राह अल्फाज सुनाती है नजारों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर तरानों से अरमान दिलाती है इशारों को अफसानों कि रोशनी अरमान सुनाती है किनारों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार अक्सर लहरों से अंदाज दिलाती है अल्फाजों को आशाओं कि पहचान एहसास सुनाती है अफसानों कि मुस्कान दिलाती है।

Monday 13 March 2023

कविता. ४७४४. किनारों कि समझ अक्सर।

                                  किनारों कि समझ अक्सर।

किनारों कि समझ अक्सर अरमानों कि कहानी देती है तरानों कि सुबह से आशाओं कि कोशिश तलाश दिलाती है लहरों कि सरगम पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर सपनों कि आस देती है कदमों कि सोच से एहसासों कि रोशनी तराना दिलाती है जज्बातों कि मुस्कान पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर नजारों कि सुबह देती है खयालों कि समझ से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है बदलावों कि सौगात पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर अंदाजों कि राह देती है इशारों कि सौगात से नजारों कि परख समझ दिलाती है इरादों कि कोशिश पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर तरानों कि सरगम देती है नजारों कि आस से अरमानों कि सोच कोशिश दिलाती है लम्हों कि रोशनी पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर आशाओं कि सौगात देती है राहों कि मुस्कान से दास्तानों कि तलाश सहारा दिलाती है दिशाओं कि समझ पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर उजालों कि रोशनी देती है उम्मीदों कि सुबह से खयालों कि समझ पहचान दिलाती है आशाओं कि सरगम पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर कदमों कि आहट देती है खयालों कि समझ से अफसानों कि आस तराना दिलाती है अंदाजों कि सुबह पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर जज्बातों कि सोच देती है लहरों कि सरगम से अदाओं कि सौगात उमंग दिलाती है कदमों कि सोच पुकार सुनाती है।

किनारों कि समझ अक्सर अंदाजों कि आस देती है लम्हों कि रोशनी से कदमों कि सुबह अल्फाज दिलाती है आवाजों कि धून पुकार सुनाती है।

Sunday 12 March 2023

कविता. ४७४३. लहरों कि आहट से।

                                         लहरों कि आहट से।

लहरों कि आहट से अरमानों कि पुकार इशारा देती है कदमों को अदाओं कि परख अफसाना देती है किनारों को सपनों कि सुबह दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से आशाओं कि सौगात कोशिश देती है राहों को अंदाजों कि आस सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से अंदाजों कि तलाश कहानी देती है सपनों को एहसासों कि रोशनी सुबह देती है किनारों को अल्फाजों कि सोच दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से कदमों कि आहट तराना देती है लम्हों को खयालों कि समझ किनारा देती है नजारों को अफसानों कि रोशनी दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से किनारों कि मुस्कान खयाल देती है अंदाजों को बदलावों कि सोच पहचान देती है लम्हों को अरमानों कि पुकार दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से उजालों कि सुबह कोशिश देती है कदमों को एहसासों कि समझ सपना देती है खयालों को नजारों कि सुबह दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से जज्बातों कि सौगात इरादा देती है किनारों को अल्फाजों कि सरगम तलाश देती है कदमों को अदाओं कि परख दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से आशाओं कि राह एहसास देती है तरानों को उम्मीदों कि सुबह पुकार देती है अंदाजों को बदलावों कि सोच दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से आवाजों कि धून सहारा देती है जज्बातों को अदाओं कि परख रोशनी देती है आवाजों को आशाओं कि आस दास्तान सुनाती है।

लहरों कि आहट से इशारों कि राह किनारा देती है अफसानों को आशाओं कि सरगम कोशिश देती है इशारों को सपनों कि परख दास्तान सुनाती है।


Saturday 11 March 2023

कविता. ४७४२. उमंग कि आहट संग।

                                     उमंग कि आहट संग।

उमंग कि आहट संग आशाओं से तलाश दिलाती है कदमों को अदाओं कि आहट एहसास सुनाती है लम्हों को जज्बातों कि पुकार सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग अंदाजों से कोशिश दिलाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान इरादा सुनाती है किनारों को सपनों कि आस सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग कदमों से अल्फाज दिलाती है लहरों को इशारों कि समझ सुबह सुनाती है लहरों को नजारों कि पहचान सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग तरानों से सौगात दिलाती है इशारों को बदलावों कि कोशिश जज्बात सुनाती है राहों को कदमों कि आहट सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग दिशाओं से परख दिलाती है तरानों को अरमानों कि सुबह दास्तान सुनाती है खयालों को इरादों कि अदा सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग आवाजों से धून‌ दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ रोशनी सुनाती है उजालों को सपनों कि कोशिश सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग खयालों से किनारा दिलाती है इरादों को कदमों कि आहट अफसाना सुनाती है किनारों को अल्फाजों कि समझ सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग नजारों से लहर दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि परख अल्फाज सुनाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग जज्बातों से आस दिलाती है नजारों को कदमों कि आहट आवाज सुनाती है दास्तानों को एहसासों कि राह सहारा देती है।

उमंग कि आहट संग अफसानों कि समझ दिलाती है लहरों को इशारों कि मुस्कान सरगम सुनाती है नजारों को खयालों कि आस सहारा देती है।

Friday 10 March 2023

कविता. ४७४१. किनारों को सपनों कि।

                                         किनारों को सपनों कि।

किनारों को सपनों कि लहर एहसास देती है कदमों को उजालों कि सुबह दास्तान देती है लहरों कि सरगम से खयालों कि अहमियत रोशनी दिलाती है।

किनारों को सपनों कि कोशिश अरमान देती है राहों को अंदाजों कि परख पहचान देती है कदमों कि आहट से जज्बातों कि अहमियत सोच दिलाती है।

किनारों को सपनों कि उमंग अफसाना देती है दास्तानों को दिशाओं कि कहानी कोशिश देती है लहरों कि सुबह से अंदाजों कि अहमियत दास्तान दिलाती है।

किनारों को सपनों कि आस सरगम देती है आशाओं को बदलावों कि परख आवाज देती है नजारों कि पहचान से अदाओं कि अहमियत तलाश दिलाती है।

किनारों को सपनों कि लम्हा बदलाव देती है अंदाजों को इशारों कि सौगात आस देती है अरमानों कि पुकार से दिशाओं कि अहमियत तराना दिलाती है।

किनारों को सपनों कि राह अफसाना देती है इरादों को नजारों कि पुकार उजाला देती है अंदाजों कि आस से अदाओं कि अहमियत एहसास दिलाती है।

किनारों को सपनों कि सरगम अरमान देती है उम्मीदों को अदाओं कि आस तलाश देती है उजालों कि उमंग से कदमों कि अहमियत लहर दिलाती है।

किनारों को सपनों कि सौगात खयाल देती है दिशाओं को इरादों कि कोशिश इरादा देती है आशाओं कि सरगम से खयालों कि अहमियत आस दिलाती है।

किनारों को सपनों कि दास्तान सुबह देती है तरानों को उजालों कि पुकार अल्फाज देती है कदमों कि बदलाव से अरमानों कि अहमियत लम्हा दिलाती है।

किनारों को सपनों कि आस उमंग देती है अरमानों को नजारों कि सौगात कोशिश देती है अफसानों कि समझ से आवाजों कि अहमियत इशारा दिलाती है।

Thursday 9 March 2023

कविता. ४७४०. मुस्कान कि पुकार अक्सर।

                                    मुस्कान कि पुकार अक्सर।

मुस्कान कि पुकार अक्सर दिशाओं से तरानों कि आवाज दिलाती है लम्हों को खयालों कि पहचान इशारों कि मेहफिल देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर उम्मीदों से जज्बातों कि सोच दिलाती है लहरों को नजारों कि कोशिश तरानों कि सुबह देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर किनारों से आशाओं कि सरगम दिलाती है अदाओं को बदलावों कि तलाश कदमों कि आस देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर दास्तानों से किनारों कि सौगात दिलाती है कदमों को नजारों कि पहचान अरमानों कि रोशनी देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर लम्हों से अल्फाजों कि रोशनी दिलाती है जज्बातों को अंदाजों कि परख अंदाजों‌ कि सोच देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर लहरों से दिशाओं कि कोशिश दिलाती है बदलावों को सपनों कि आस आवाजों कि धून देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर अरमानों से तरानों कि सुबह दिलाती है अफसानों को उजालों कि पहचान खयालों कि कोशिश देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर अंदाजों से किनारों कि पहचान दिलाती है लहरों को आवाजों कि धून दास्तानों कि परख देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर इशारों से खयालों कि समझ दिलाती है किनारों को अफसानों कि रोशनी एहसासों कि आहट देकर जाती है।

मुस्कान कि पुकार अक्सर इरादों से कदमों कि सौगात दिलाती है नजारों को अरमानों कि कोशिश उम्मीदों कि सुबह देकर जाती है।

Wednesday 8 March 2023

कविता. ४७३९. कुछ एहसासों कि सरगम।

                                कुछ एहसासों कि सरगम।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग इशारा देती है राहों कि आहट अफसाना देती है कदमों से आशाओं कि सुबह पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग खयाल देती है कदमों कि सोच उमंग देती है अंदाजों से सपनों कि अहमियत पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग रोशनी देती है किनारों कि आस मुस्कान देती है अंदाजों से अरमानों कि कोशिश पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग दास्तान देती है अंदाजों कि रोशनी बदलाव देती है आवाजों से नजारों कि पुकार पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग आस देती है अरमानों कि पुकार मुस्कान देती है अदाओं से अफसानों कि समझ पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग कोशिश देती है जज्बातों कि सोच सपना देती है कदमों से खयालों कि तलाश पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग बदलाव देती है अदाओं कि परख अल्फाज देती है किनारों से आशाओं कि आहट पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग नजारा देती है इशारों कि समझ नजारा देती है अफसानों से तरानों कि आस पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग तलाश देती है उम्मीदों कि लहर दास्तान देती है अरमानों से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग लहर देती है अंदाजों कि आस तलाश देती है किनारों से उजालों कि अहमियत पहचान दिलाती है।

Tuesday 7 March 2023

कविता. ४७३८. जज्बात को सपनों कि।

                                       जज्बात को सपनों कि।

जज्बात को सपनों कि लहर कोशिश सुनाती है लम्हों को खयालों कि समझ अरमान जगाती है तरानों कि सुबह से आवाजों कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि आस सरगम सुनाती है कदमों को नजारों कि पहचान परख जगाती है उजालों कि एहसास से आशाओं कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि अदा सोच सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि लहर खयाल जगाती है इशारों कि अहमियत से अंदाजों कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि उमंग सौगात सुनाती है अदाओं को दिशाओं कि कहानी बदलाव जगाती है राहों कि मुस्कान से तरानों कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि आवाज सुबह सुनाती है दास्तानों को कदमों कि कोशिश आस जगाती है इरादों कि सौगात से दास्तानों कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि राह अंदाज सुनाती है इरादों को नजारों कि अहमियत खयाल जगाती है अरमानों कि लहर से अफसानों कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि रोशनी किनारा सुनाती है आशाओं को बदलावों कि कोशिश अदा जगाती है उम्मीदों कि समझ से आवाजों कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि पहचान सरगम सुनाती है इशारों को लम्हों कि आहट अल्फाज जगाती है आशाओं कि खयाल से किनारों कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि उम्मीद खयाल सुनाती है तरानों को अरमानों कि सुबह तलाश जगाती है अंदाजों कि लहर से अफसानों कि पुकार देती है।

जज्बात को सपनों कि सरगम अदा सुनाती है दास्तानों को अदाओं कि सौगात परख जगाती है अरमानों कि सुबह से दास्तानों कि पुकार देती है।


Monday 6 March 2023

कविता. ४७३७. उमंग को‌ दिशाओं कि।

                                  उमंग को‌ दिशाओं कि।

उमंग को दिशाओं कि कहानी पहचान दिलाती है कदमों कि आहट अक्सर अफसानों कि रोशनी संग तलाश सुनाती है नजारों से आशाओं कि सरगम दिलाती है।

उमंग को दिशाओं कि मुस्कान बदलाव दिलाती है तरानों कि सुबह अक्सर अरमानों कि पुकार संग दास्तान सुनाती है इशारों से आवाजों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि आहट तलाश दिलाती है जज्बातों कि राह अक्सर खयालों कि परख संग‌ आवाज सुनाती है लम्हों से तरानों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि समझ सौगात दिलाती है इशारों कि कोशिश अक्सर उजालों कि राह संग आस सुनाती है लहरों से अंदाजों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि तलाश पहचान दिलाती है आशाओं कि समझ अक्सर जज्बातों कि सोच संग बदलाव सुनाती है अदाओं से दास्तानों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि आस पुकार दिलाती है बदलावों कि राह अक्सर कदमों कि सुबह संग अफसाना सुनाती है इशारों से अरमानों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि राह अहमियत दिलाती है अंदाजों कि परख अक्सर लम्हों कि पुकार संग आवाज सुनाती है जज्बातों से उजालों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि कोशिश उम्मीद दिलाती है लहरों कि सुबह अक्सर अदाओं कि तलाश संग कोशिश सुनाती है आशाओं से खयालों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि समझ तराना दिलाती है अरमानों कि पुकार अक्सर बदलावों कि सोच संग लहर सुनाती है इशारों से अरमानों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि पुकार सहारा दिलाती है कदमों कि आस अक्सर दास्तानों कि आवाज संग सौगात सुनाती है नजारों से किनारों कि सरगम दिलाती है।

Sunday 5 March 2023

कविता. ४७३६. लम्हों को सपनों कि।

                                         लम्हों को सपनों कि।

लम्हों को सपनों कि आस एहसास देती है कदमों कि सोच से दिशाओं कि सुबह कहानी देकर जाती है जज्बातों को अंदाजों कि पुकार खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि आहट कोशिश देती है तरानों कि आस से एहसासों कि कोशिश सौगात देकर जाती है उम्मीदों को किनारों कि मुस्कान खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि सोच अल्फाज देती है अंदाजों कि लहर से आशाओं कि सरगम कोशिश देकर जाती है अदाओं को तरानों कि परख खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि अदा तलाश देती है बदलावों कि सोच से दास्तानों कि परख रोशनी देकर जाती है अरमानों को इशारों कि सरगम खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि राह आवाज देती है उजालों कि अदा से आवाजों कि धून पहचान देकर जाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि कोशिश सुबह देती है किनारों कि मुस्कान से लहरों कि सुबह अफसाना देकर जाती है अल्फाजों को राहों कि आस खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि सौगात उमंग देती है अफसानों कि समझ से आवाजों कि तलाश परख देकर जाती है इरादों को दास्तानों कि लहर खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि लहर बदलाव देती है आशाओं कि सरगम से अंदाजों कि पहचान कोशिश देकर जाती है एहसासों को आशाओं कि पुकार खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि सुबह अरमान देती है उम्मीदों कि लहर से नजारों कि परख अहमियत देकर जाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात खयाल दिलाती है।

लम्हों को सपनों कि आहट किनारा देती है उजालों कि पुकार से आवाजों कि धून पहचान देकर जाती है दिशाओं को अदाओं कि कोशिश खयाल दिलाती है।

Saturday 4 March 2023

कविता. ४७३५. नजारों कि पहचान अक्सर।

                                  नजारों कि पहचान अक्सर।

नजारों कि पहचान अक्सर इशारे देती है सपनों को आशाओं कि सरगम तलाश दिलाती है लहरों संग किनारों कि मुस्कान कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर तराने देती है कदमों को अदाओं कि परख रोशनी दिलाती है एहसासों संग लम्हों कि पुकार कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात बदलाव दिलाती है अदाओं संग जज्बातों कि सुबह कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर उम्मीदे देती है खयालों को अंदाजों कि आस एहसास दिलाती है अरमानों संग दास्तानों कि राह कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर सपने देती है अदाओं को जज्बातों कि मुस्कान अफसाना दिलाती है अल्फाजों संग कदमों कि आहट कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर दास्ताने देती है आशाओं को बदलावों कि सोच सपना दिलाती है अफसानों संग किनारों कि सौगात कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर लम्हे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सुबह अरमान दिलाती है दिशाओं संग एहसासों कि समझ कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर तराने देती है खयालों को अल्फाजों कि परख दास्तान दिलाती है लम्हों संग आवाजों कि धून कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर किनारे देती है अदाओं को तरानों कि आस सरगम दिलाती है कदमों संग इशारों कि समझ कोशिश सुनाती है।

नजारों कि पहचान अक्सर इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि आहट अल्फाज दिलाती है आशाओं संग किनारों कि सोच कोशिश सुनाती है।

Friday 3 March 2023

कविता. ४७३४. सपनों कि राहे अक्सर।

                                    सपनों कि राहे अक्सर।

सपनों कि राहे अक्सर अरमानों कि दिशाएं देती है लम्हों को खयालों कि समझ किनारा दिलाती है लहरों को नजारों कि तलाश इरादा देती है।

सपनों कि राहे अक्सर अफसानों कि अदाएं देती है कदमों को उजालों कि पुकार पहचान दिलाती है जज्बातों को अंदाजों कि आस इरादा देती है।

सपनों कि राहे अक्सर दास्तानों कि कोशिश देती है खयालों को आवाजों कि धून एहसास दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी इरादा देती है।

सपनों कि राहे अक्सर अल्फाजों कि मुस्कान देती है किनारों को अंदाजों कि परख आस दिलाती है दास्तानों को अदाओं कि कोशिश इरादा देती है।

सपनों कि राहे अक्सर जज्बातों कि सोच देती है तरानों को उम्मीदों कि समझ बदलाव दिलाती है अफसानों को आशाओं कि सरगम इरादा देती है।

सपनों कि राहे अक्सर अंदाजों कि परख देती है खयालों को किनारों कि मुस्कान आस दिलाती है लहरों को आवाजों कि धून इरादा देती है।

सपनों कि राहे अक्सर अदाओं कि पुकार देती है उम्मीदों को तरानों कि सौगात तलाश दिलाती है दास्तानों को अंदाजों कि परख इरादा देती है।

सपनों कि राहे अक्सर कदमों कि आहट देती है नजारों को दिशाओं कि समझ सरगम दिलाती है एहसासों को अल्फाजों कि मुस्कान इरादा देती है।

सपनों कि राहें अक्सर किनारों कि आस देती है अरमानों को कदमों कि पुकार कोशिश दिलाती है अरमानों को उजालों कि सुबह इरादा देती है।

सपनों कि राहें अक्सर आवाजों कि सरगम देती है अदाओं को दास्तानों कि परख पहचान दिलाती है अफसानों को आशाओं कि सोच इरादा देती है।

Thursday 2 March 2023

कविता. ४७३३. इशारों कि कहानी से।

                                   ‌‌  इशारों कि कहानी से।    

इशारों कि कहानी से एहसासों कि तलाश तराना‌ दिलाती है लहरों कि सरगम अक्सर बदलावों कि सुबह दास्तान देती है कदमों कि आहट आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से अरमानों कि पुकार पहचान दिलाती है दास्तानों कि परख अक्सर अंदाजों कि परख कोशिश देती है किनारों कि मुस्कान आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से अल्फाजों कि मुस्कान तलाश दिलाती है आशाओं कि सोच अक्सर उम्मीदों कि लहर अहमियत देती है तरानों कि सुबह आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से दास्तानों कि अदा एहसास दिलाती है कदमों कि आहट अक्सर अरमानों कि पुकार अफसाना देती है नजारों कि सोच आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से सपनों कि कोशिश खयाल दिलाती है लम्हों कि पुकार अक्सर उम्मीदों कि समझ बदलाव देती है आवाजों कि धून आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से अंदाजों कि राह किनारा दिलाती है जज्बातों कि मुस्कान अक्सर कदमों कि सोच सपना देती है खयालों कि सौगात आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से आवाजों कि समझ सपना दिलाती है किनारों कि सोच अक्सर दास्तानों कि परख रोशनी देती है उजालों कि पहचान आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से अदाओं कि आवाज सरगम दिलाती है लहरों कि अहमियत अक्सर दिशाओं कि कोशिश अल्फाज देती है एहसासों कि समझ आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से दिशाओं कि पहचान आवाज दिलाती है राहों कि सौगात अक्सर आशाओं कि सुबह दास्तान देती है आशाओं कि सुबह आस दिलाती है।

इशारों कि कहानी से आशाओं कि अदा बदलाव दिलाती है कदमों कि आहट अक्सर सपनों कि रोशनी खयाल देती है तरानों कि पहचान आस दिलाती है।

Wednesday 1 March 2023

कविता. ४७३२. राह को कदमों कि।

                                       राह को कदमों कि।

राह को कदमों कि आहट तलाश दिलाती है लहरों से दिशाओं कि मुस्कान कोशिश सुनाती है अदाओं को तरानों कि पहचान आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि सोच सुबह दिलाती है नजारों से उजालों कि पुकार अहमियत सुनाती है जज्बातों को कदमों कि सरगम आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि सौगात कोशिश दिलाती है अंदाजों से सपनों कि आस किनारा सुनाती है अफसानों को अल्फाजों कि मुस्कान आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि उमंग पहचान दिलाती है लम्हों से खयालों कि समझ बदलाव सुनाती है आशाओं को इशारों कि सौगात आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि परख अरमान दिलाती है इरादों से आशाओं कि उमंग तराना सुनाती है लम्हों को अफसानों कि रोशनी आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि कोशिश अफसाना दिलाती है इशारों से लहरों कि कोशिश तलाश सुनाती है एहसासों को अदाओं कि आस आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि अदा किनारा दिलाती है बदलावों से एहसासों कि सुबह कोशिश सुनाती है इशारों को दास्तानों कि अहमियत आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि पुकार नजारा दिलाती है अरमानों से अदाओं कि पुकार अहमियत सुनाती है लहरों को नजारों कि पहचान आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि उमंग जज्बात दिलाती है खयालों से अंदाजों कि परख पुकार सुनाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी आवाज सुनाती है।

राह को कदमों कि उम्मीद अल्फाज दिलाती है नजारों से उजालों कि राह आस सुनाती है अंदाजों को खयालों कि समझ आवाज सुनाती है।

कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की। इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बा...