Sunday 30 April 2023

कविता. ४७९२. कदमों कि सोच अक्सर।

                                  कदमों कि सोच अक्सर।

कदमों कि सोच अक्सर दास्तानों कि तलाश सुनाती है लम्हों कि आहट सुनकर उमंग संग नयी रोशनी लाती है नजारों को राहों कि पहचान सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर उम्मीदों कि कोशिश सुनाती है लहरों कि पुकार सुनकर सौगात संग नयी धारा लाती है एहसासों को अदाओं कि परख सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर अरमानों कि पुकार सुनाती है अंदाजों कि परख सुनकर राह संग नयी आवाज लाती है जज्बातों को किनारों कि सौगात सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर अंदाजों कि परख सुनाती है उजालों कि सुबह सुनकर आस संग नयी तलाश लाती है खयालों को इशारों कि सरगम सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर आवाजों कि धून सुनाती है तरानों कि कोशिश सुनकर बदलाव संग नयी परख लाती है दिशाओं को एहसासों कि समझ सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर दिशाओं कि कहानी सुनाती है लम्हों कि रोशनी सुनकर दास्तान संग नयी पहचान लाती है आशाओं को अंदाजों कि परख सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर नजारों कि आस सुनाती है अदाओं कि पुकार सुनकर अल्फाज संग नयी उमंग लाती है उजालों को आवाजों कि आहट सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर इशारों कि सुबह सुनाती है किनारों कि मुस्कान सुनकर आस संग नयी परख लाती है इरादों को अदाओं कि पहचान सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर जज्बातों कि राह सुनाती है अल्फाजों कि राह सुनकर खयाल संग नयी सौगात लाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी सपने दिलाती है।

कदमों कि सोच अक्सर आशाओं कि सरगम सुनाती है दास्तानों कि पहचान सुनकर जज्बात संग नयी खयाल‌ लाती है लहरों को लहरों कि तलाश सपने दिलाती है।

Saturday 29 April 2023

कविता. ४७९१. अरमानों कि आहट से।

                                     अरमानों कि आहट से।

अरमानों कि आहट से एहसासों कि कोशिश पुकार दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ सपना सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से आशाओं कि सरगम आवाज दिलाती है कदमों को अदाओं कि परख आस सुनाती है लहरों को इशारों कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से अंदाजों कि सुबह दास्तान दिलाती है लहरों को नजारों कि पहचान बदलाव सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से सपनों कि आस कोशिश दिलाती है आवाजों को अदाओं कि पुकार अंदाज सुनाती है दिशाओं को इशारों कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से उजालों कि सौगात इशारा दिलाती है आशाओं को उम्मीदों कि तलाश सोच सुनाती है एहसासों को अदाओं कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से कदमों कि सोच तराना दिलाती है खयालों को अंदाजों कि कोशिश अदा सुनाती है आवाजों को राहों कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से किनारों कि पुकार अल्फाज दिलाती है अदाओं को दिशाओं कि सुबह सरगम सुनाती है दास्तानों को कदमों कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से जज्बातों कि मुस्कान परख दिलाती है लहरों को एहसासों कि रोशनी पुकार सुनाती है अंदाजों को खयालों कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से अंदाजों कि आस अफसाना दिलाती है इरादों को आवाजों कि धून दास्तान सुनाती है नजारों को एहसासों कि कहानी देकर जाती है।

अरमानों कि आहट से इशारों कि तलाश पहचान दिलाती है कदमों को उजालों कि सोच अल्फाज सुनाती है दास्तानों को इशारों कि कहानी देकर जाती है।

Friday 28 April 2023

कविता. ४७९०. लम्हों को कह दे तो।

                                         लम्हों को कह दे तो।

लम्हों को कह दे तो एहसासों कि इजाजत मिलती है कदमों संग आशाएं नयी सरगम देती है सपनों कि कोशिश अक्सर आवाजों कि धून सुनाती है।

लम्हों को कह दे तो अरमानों कि पुकार मिलती है किनारों संग राहें नयी तलाश देती है कदमों कि आस अक्सर दास्तानों कि आहट सुनाती है।

लम्हों को कह दे तो अफसानों कि अंदाज मिलती है बदलावों संग दिशाएं नयी उमंग देती है किनारों कि मुस्कान अक्सर जज्बातों कि सुबह सुनाती है।

लम्हों को कह दे तो कदमों कि सोच मिलती है नजारों संग अदाएं नयी पहचान देती है उजालों कि सौगात अक्सर इरादों कि कोशिश सुनाती है।

लम्हों को कह दे तो आवाजों कि धून मिलती है इशारों संग सरगम नयी सपना देती है खयालों कि समझ अक्सर अल्फाजों कि मुस्कान सुनाती है।

लम्हों को कह दे तो दास्तानों कि सौगात मिलती है लहरों संग पहचान नयी पुकार देती है अदाओं कि परख अक्सर अरमानों कि आस सुनाती है।

लम्हों को कह दे तो अदाओं कि परख मिलती है अरमानों संग निगाहें नयी आस देती है उम्मीदों कि सौगात अक्सर किनारों कि आवाज सुनाती है।

लम्हों को कह दे तो तरानों कि सुबह मिलती है बदलावों संग उम्मीदें नयी परख देती है आवाजों कि सुबह अक्सर अफसानों कि समझ सुनाती है।

लम्हों को कह दे तो एहसासों कि पुकार मिलती है किनारों संग दास्ताने नयी कोशिश देती है इरादों कि राह अक्सर खयालों कि सुबह सुनाती है।

लम्हों को कह दे जज्बातों कि सोच मिलती है एहसासों संग किनारे नयी सपना देती है दिशाओं कि कहानी अक्सर अंदाजों कि सोच सुनाती है।


Thursday 27 April 2023

कविता. ४७८९. उमंग कि कहानी अक्सर।

                                  उमंग कि कहानी अक्सर।

उमंग कि कहानी अक्सर आशाओं को अदाओं कि पहचान इशारा दिलाती है लहरों को नजारों कि सोच एहसास दिलाती है तरानों को उम्मीदों कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर खयालों को अंदाजों कि आस सरगम दिलाती है जज्बातों को कदमों कि आहट अहमियत दिलाती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर अरमानों को राहों कि मुस्कान अल्फाज दिलाती है दास्तानों को अदाओं कि परख रोशनी दिलाती है इरादों को आशाओं कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर आवाजों को दास्तानों कि परख रोशनी दिलाती है अफसानों को अल्फाजों कि आहट खयाल दिलाती है नजारों को लम्हों कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर नजारों को दिशाओं कि समझ सपना दिलाती है अरमानों को कदमों कि सोच बदलाव दिलाती है आवाजों को इशारों कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर लम्हों को आशाओं कि सुबह अफसाना दिलाती है अंदाजों को लम्हों कि पुकार आस दिलाती है जज्बातों को कदमों कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर खयालों को अंदाजों कि पुकार आस दिलाती है कदमों को उजालों कि राह बदलाव दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर सपनों को एहसासों कि रोशनी आवाज दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ सपना दिलाती है उजालों को लहरों कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर दिशाओं को जज्बातों कि मुस्कान सोच दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि रोशनी किनारा दिलाती है उम्मीदों को राहों कि कोशिश देती है।

उमंग कि कहानी अक्सर नजारों को बदलावों कि सौगात आस दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि सुबह पहचान दिलाती है तरानों को किनारों कि कोशिश देती है।

Wednesday 26 April 2023

कविता. ४७८८. किनारों को राहों कि।

                                        किनारों को राहों कि।  ‌‌

‌‌किनारों को राहों कि पहचान एहसास देती है दास्तानों को अदाओं कि आहट इशारा देती है कदमों को जज्बातों कि पुकार तलाश कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि मुस्कान अरमान देती है तरानों को उम्मीदों कि कोशिश पुकार देती है खयालों को अंदाजों कि सरगम आवाज कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि आहट कोशिश देती है उजालों को सपनों कि लहर बदलाव देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी आस कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि आस दास्तान देती है कदमों को लम्हों कि रोशनी अफसाना देती है एहसासों को खयालों कि मुस्कान आशाओं कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि रोशनी तराना देती है उम्मीदों को नजारों कि सोच सौगात देती है आवाजों को अदाओं कि सुबह अरमानों कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि परख इरादा देती है बदलावों को दिशाओं कि समझ सपना देती है अरमानों को इशारों कि सौगात अफसानों कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि आस अल्फाज देती है जज्बातों को इशारों कि रोशनी उजाला देती है अंदाजों को दास्तानों कि आवाज नजारों कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि समझ तलाश देती है अफसानों को नजारों कि पहचान उमंग देती है कदमों को आशाओं कि सरगम इशारों कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि अदा सुबह देती है उजालों को सपनों कि कोशिश उम्मीद देती है आवाजों को बदलावों कि सोच खयालों कि धारा देती है।

किनारों को राहों कि आहट एहसास देती है दास्तानों को अदाओं कि पुकार तलाश देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी तरानों कि धारा देती है।

Tuesday 25 April 2023

कविता. ४७८७. इशारों को दास्तानों से।

                                इशारों को दास्तानों से।

इशारों को दास्तानों से पहचान कोशिश सुनाती है लहरों कि सरगम संग आशाओं कि तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों कि मुस्कान सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से परख अहमियत सुनाती है लम्हों कि पुकार संग किनारों कि आहट दिलाती है तरानों को अरमानों कि परख सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से कहानी अफसाना सुनाती है दिशाओं कि कहानी संग अंदाजों कि आस दिलाती है नजारों को राहों कि कोशिश सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से सौगात खयाल सुनाती है आशाओं कि सोच संग अरमानों कि पुकार दिलाती है आवाजों को अदाओं कि पहचान सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से अरमान कोशिश सुनाती है बदलावों कि सौगात संग सपनों कि राह दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से सोच आस सुनाती है अंदाजों कि परख संग अल्फाजों कि इरादा दिलाती है लहरों को सपनों कि रोशनी सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से आवाज पुकार सुनाती है राहों कि आहट संग कोशिश कि पहचान दिलाती है कदमों को उजालों कि पुकार सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से आहट पहचान सुनाती है नजारों कि सोच संग खयालों कि सपना दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि राह सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से तलाश सहारा सुनाती है तरानों कि सरगम संग अदाओं कि पहचान राह दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान सुबह देती है।

इशारों को दास्तानों से पुकार अफसाना सुनाती है उजालों कि कोशिश संग आशाओं कि सोच दिलाती है खयालों को एहसासों कि आस सुबह देती है।


Monday 24 April 2023

कविता. ४७८६. उमंग को‌ दिशाओं कि।

                                     उमंग को‌ दिशाओं कि।

उमंग को‌ दिशाओं कि पहचान से आशाओं कि कहानी मिलती है राहों को अंदाजों कि सुबह दास्तान दिलाती है अल्फाजों को उजालों कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि समझ से अदाओं कि परख मिलती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी खयाल दिलाती है लम्हों को बदलावों कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि सोच से कदमों कि आहट मिलती है लहरों को इशारों कि सौगात तलाश दिलाती है आवाजों को राहों कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि कोशिश से आवाजों कि धून मिलती है नजारों को खयालों कि सुबह बदलाव दिलाती है कदमों को अदाओं कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि सौगात से दास्तानों कि समझ मिलती है तरानों को अरमानों कि कोशिश सहारा दिलाती है किनारों को सपनों कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि तलाश से किनारों कि मुस्कान मिलती है इशारों को दास्तानों कि कहानी अफसाना दिलाती है कदमों को आवाजों कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि परख से उजालों कि कहानी मिलती है अंदाजों को जज्बातों कि मुस्कान पहचान दिलाती है अदाओं को किनारों कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि रोशनी से तरानों कि सुबह मिलती है अल्फाजों को राहों कि सौगात आस दिलाती है इरादों को नजारों कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि आहट से अरमानों कि परख मिलती है खयालों को नजारों कि कोशिश तलाश दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि पुकार सुनाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि सरगम से अदाओं कि पुकार मिलती है दास्तानों को अल्फाजों कि राह नजारा दिलाती है जज्बातों को कदमों कि पुकार सुनाती है।

Sunday 23 April 2023

कविता. ४७८५. एहसासों कि पुकार अक्सर।

                                   एहसासों कि पुकार अक्सर।

एहसासों कि पुकार अक्सर आशाओं कि कोशिश दिलाती है लम्हों को खयालों कि उमंग तराना सुनाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर आवाजों कि आस दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात तलाश सुनाती है बदलावों को कदमों कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर उम्मीदों कि आहट दिलाती है तरानों को अरमानों कि सुबह खयाल सुनाती है नजारों को इरादों कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर जज्बातों कि राह दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सरगम इरादा सुनाती है अदाओं को दास्तानों कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर उजालों कि रोशनी दिलाती है इरादों को आशाओं कि सोच पहचान सुनाती है उम्मीदों को किनारों कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर अल्फाजों कि मुस्कान दिलाती है उजालों को बदलावों कि रोशनी कोशिश सुनाती है राहों को सपनों कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर लहरों कि पहचान दिलाती है इशारों को दास्तानों कि अहमियत अरमान सुनाती है अफसानों को अल्फाजों कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर लम्हों कि बदलाव दिलाती है कदमों को उजालों कि सुबह दास्तान सुनाती है खयालों को आवाजों कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर जज्बातों कि सोच दिलाती है लहरों को अरमानों कि सोच कोशिश सुनाती है अंदाजों को इरादों कि कहानी दिलाती है।

एहसासों कि पुकार अक्सर दिशाओं कि रोशनी दिलाती है किनारों को सपनों कि आहट सोच सुनाती है नजारों को अरमानों कि कहानी दिलाती है।

Saturday 22 April 2023

कविता. ४७८४. सपनों कि आस अक्सर।

                               सपनों कि आस अक्सर।

सपनों कि आस अक्सर लहर दिलाती है लम्हों को खयालों कि कोशिश किनारा देती है अंदाजों कि परख से उजालों कि पुकार अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर बदलाव दिलाती है कदमों को नजारों कि समझ तराना देती है किनारों कि मुस्कान से राहों कि समझ अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर कोशिश दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच परख देती है इशारों कि सौगात से नजारों कि समझ अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर दास्तान दिलाती है अदाओं को उम्मीदों कि सौगात तराना देती है अल्फाजों कि कोशिश से कदमों कि आहट अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर आवाज दिलाती है लहरों को इशारों कि सोच खयाल देती है अरमानों कि पुकार से दिशाओं कि कहानी अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर बदलाव दिलाती है नजारों को खयालों कि समझ तलाश देती है अंदाजों कि आहट से अरमानों कि सुबह अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर पहचान दिलाती है किनारों को अंदाजों कि परख रोशनी देती है आवाजों कि धून से एहसासों कि तलाश अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर खयाल दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ सुबह देती है कदमों कि आहट से आशाओं कि सोच अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर आहट दिलाती है खयालों को नजारों कि पहचान सहारा देती है दास्तानों कि सौगात से अल्फाजों कि राह अफसाना देती है।

सपनों कि आस अक्सर पुकार दिलाती है अरमानों को जज्बातों कि पुकार सोच देती है किनारों कि मुस्कान से अदाओं कि समझ अफसाना देती है।


Friday 21 April 2023

कविता. ४७८३. जज्बातों कि सरगम।

                                  जज्बातों कि सरगम।

जज्बातों कि सरगम तलाश दिलाती है दिशाओं को कदमों कि आस अहमियत देती है किनारों को सपनों कि लहर अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम कोशिश दिलाती है किनारों को सपनों कि आहट अहमियत देती है उजालों को बदलावों कि सोच अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम उम्मीद दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि पहचान अहमियत देती है तरानों को अफसानों कि समझ अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम आवाज दिलाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी अहमियत देती है आशाओं को एहसासों कि रोशनी अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम दास्तान दिलाती है राहों को अंदाजों कि रोशनी अहमियत देती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम सुबह दिलाती है कदमों को अदाओं कि कोशिश अहमियत देती है आवाजों को इशारों कि सौगात अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम सहारा दिलाती है किनारों को सपनों कि आस अहमियत देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम आस दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि परख अहमियत देती है कदमों को अरमानों कि पुकार अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम आवाज दिलाती है सपनों को एहसासों कि सोच अहमियत देती है अंदाजों को बदलावों कि आवाज अल्फाज सुनाती है।

जज्बातों कि सरगम मुस्कान दिलाती है दास्तानों को इशारों कि आहट तलाश देती है अदाओं को तरानों कि पहचान अल्फाज सुनाती है।

Thursday 20 April 2023

कविता. ४७८२. उम्मीद किसी इशारे कि।

                                  उम्मीद किसी इशारे कि।

उम्मीद किसी इशारे कि आहट तलाश दिलाती है कदमों को अदाओं कि सौगात अरमान जगाती है किनारों कि मुस्कान अक्सर उमंग दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि आस सरगम दिलाती है इरादों को आशाओं कि सरगम सपना जगाती है नजारों कि पहचान अक्सर तराना दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि राह बदलाव दिलाती है तरानों को अरमानों कि सुबह दास्तान जगाती है जज्बातों कि रोशनी अक्सर खयाल दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि पुकार कोशिश दिलाती है दिशाओं को लहरों कि आवाज सोच जगाती है एहसासों कि पहचान अक्सर परख दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि समझ इरादा दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि पहचान सहारा जगाती है उजालों कि आस अक्सर किनारा दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि रोशनी आवाज दिलाती है लहरों को किनारों कि मुस्कान अफसाना जगाती है जज्बातों कि सोच अक्सर सहारा दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि सुबह सरगम दिलाती है आशाओं को बदलावों कि सोच बदलाव जगाती है कदमों कि आहट अक्सर सपना दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि परख अरमान दिलाती है अदाओं को एहसासों कि समझ कोशिश जगाती है तरानों कि पहचान अक्सर तलाश दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि आस पुकार दिलाती है किनारों को अंदाजों कि परख अल्फाज जगाती है आवाजों कि धून अक्सर आस दिलाती है।

उम्मीद किसी इशारे कि तलाश सौगात दिलाती है जज्बातों को राहों कि पहचान मुस्कान जगाती है अफसानों कि पुकार अक्सर बदलाव दिलाती है।

Wednesday 19 April 2023

कविता. ४७८१. उजालों कि सौगात।

                                      उजालों कि सौगात 

उजालों कि सौगात तलाश दिलाती है कदमों कि आहट एहसास देकर जाती है किनारों को लहरों से मिलकर सपना सुनाती है अफसानों कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात तराना दिलाती है लम्हों कि राह अफसाना देकर जाती है खयालों को दिशाओं से जुड़कर नजारा सुनाती है आवाजों कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात परख दिलाती है लहरों कि सरगम दास्तान देकर जाती है उम्मीदों को इशारों से मिलकर आस सुनाती है जज्बातों कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात पुकार दिलाती है आवाजों कि रोशनी खयाल देकर जाती है सपनों को अंदाजों से जुड़कर लम्हा सुनाती है तरानों कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात किनारा दिलाती है अंदाजों कि आहट बदलाव देकर जाती है अरमानों को कदमों से मिलकर आवाज सुनाती है राहों कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात अरमान दिलाती है दिशाओं कि पुकार अल्फाज देकर जाती है अंदाजों को दास्तानों से जुड़कर लहर सुनाती है नजारों कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात रोशनी दिलाती है आशाओं कि धून खयाल देकर जाती है अफसानों को जज्बातों से मिलकर आवाज सुनाती है दिशाओं कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात बदलाव दिलाती है खयालों कि राह पहचान देकर जाती है इशारों को तरानों से जुड़कर नजारा सुनाती है अरमानों कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात आस दिलाती है कदमों कि पुकार अल्फाज देकर जाती है अल्फाजों को लम्हों से मिलकर सपना सुनाती है अंदाजों कि कोशिश देती है।

उजालों कि सौगात तलाश दिलाती है अदाओं कि बदलाव अदा देकर जाती है अफसानों को जज्बातों से जुड़कर सुबह सुनाती है लहरों कि कोशिश देती है।

Tuesday 18 April 2023

कविता. ४७८०. उम्मीदों कि लहर संग।

                                   उम्मीदों कि लहर संग।

उम्मीदों कि लहर संग दिशाओं कि कहानी सहारा देती है दास्तानों से कदमों कि आहट अल्फाज दिलाती है खयालों कि समझ अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग दास्तानों कि कोशिश आस देती है किनारों से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है लम्हों कि रोशनी अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग नजारों कि सोच सरगम देती है दिशाओं से तरानों कि सुबह बदलाव दिलाती है लहरों कि सुबह अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग जज्बातों कि मुस्कान परख देती है आशाओं से लहरों कि सोच कोशिश दिलाती है दास्तानों कि परख अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग एहसासों कि रोशनी खयाल देती है सपनों से इशारों कि सौगात तलाश दिलाती है किनारों कि कोशिश अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग कदमों कि आहट तराना देती है किनारों से जज्बातों कि मुस्कान अहमियत दिलाती है राहों कि पहचान अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग अदाओं कि आस आवाज देती है अंदाजों से सपनों कि आस अल्फाज दिलाती है तरानों कि सुबह अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग आवाजों कि कोशिश तलाश देती है इरादों से नजारों कि सौगात कोशिश दिलाती है खयालों कि सोच अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग दास्तानों कि रोशनी नजारा देती है अफसानों से सपनों कि लहर सहारा दिलाती है कदमों कि आहट अरमान जगाती है।

उम्मीदों कि लहर संग दिशाओं कि समझ सपना देती है किनारों से बदलावों कि सौगात किनारा दिलाती है उजालों कि पुकार अरमान जगाती है।

Monday 17 April 2023

कविता. ४७७९. इशारों कि सौगात से।

                                 इशारों कि सौगात से।

इशारों कि सौगात से अदाओं कि तलाश सहारा देती है दास्तानों को एहसासों कि समझ कोशिश सुनाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से दास्तानों कि परख रोशनी देती है अंदाजों को बदलावों कि सोच इरादा सुनाती है तरानों को उजालों कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से अफसानों कि राह किनारा देती है कदमों को उजालों कि सुबह बदलाव सुनाती है लहरों को नजारों कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से कदमों कि आहट खयाल देती है आशाओं को अल्फाजों कि मुस्कान तलाश सुनाती है इरादों को कदमों कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से एहसासों कि रोशनी कोशिश देती है किनारों को सपनों कि आस सरगम सुनाती है आशाओं को अदाओं कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से तरानों कि पहचान सपना देती है जज्बातों को अंदाजों कि परख लहर सुनाती है उम्मीदों को अफसानों कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से अरमानों कि पुकार सुबह देती है आवाजों को राहों कि पहचान कोशिश सुनाती है एहसासों को उम्मीदों कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से उजालों कि परख तराना देती है कदमों को उजालों कि रोशनी तलाश सुनाती है अंदाजों को बदलावों कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से लम्हों कि एहसास अंदाज देती है दास्तानों को अदाओं कि पुकार आवाज सुनाती है किनारों को सपनों कि कहानी सुनाती है।

इशारों कि सौगात से किनारों कि कोशिश खयाल देती है राहों को बदलावों कि सौगात आस सुनाती है तरानों को अरमानों कि कहानी सुनाती है।


Sunday 16 April 2023

कविता. ४७७८. किनारों कि आहट।

                                           किनारों कि आहट।  

किनारों कि आहट इशारों संग तराने देती है राहों कि पहचान अक्सर आवाजों कि कहानी देती है लम्हों को खयालों कि समझ सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट इरादों संग नजारे देती है कदमों कि परख अक्सर अंदाजों कि आस देती है लहरों को एहसासों कि रोशनी सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट राहों संग इरादे देती है जज्बातों कि सुबह अक्सर अरमानों कि सौगात देती है लम्हों को उजालों कि पुकार सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट दिशाओं संग उम्मीदे देती है दास्तानों कि आस अक्सर बदलावों कि सोच देती है तरानों को अरमानों कि सुबह सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट आशाओं संग राहे देती है आवाजों कि धून अक्सर आवाजों कि धून देती है कदमों को अल्फाजों कि मुस्कान सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट अंदाजों संग अफसाने देती है कदमों कि आहट अक्सर खयालों कि समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट दास्तानों संग लम्हे देती है नजारों कि सोच अक्सर उम्मीदों कि सोच देती है तरानों को अरमानों कि पुकार सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट आवाजों संग सरगम देती है लहरों कि सरगम अक्सर बदलावों कि कोशिश देती है इरादों को आशाओं कि सोच सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट अदाओं संग परख देती है एहसासों कि रोशनी अक्सर अल्फाजों कि मुस्कान देती है खयालों को अंदाजों कि पुकार सपने दिलाती है।

किनारों कि आहट नजारों संग आस देती है इरादों कि सौगात अक्सर उजालों कि सुबह देती है अफसानों को अंदाजों कि परख सपने दिलाती है।

Saturday 15 April 2023

कविता. ४७७७. दिशाओं कि कहानी से।

                                   दिशाओं कि कहानी से।

दिशाओं कि कहानी से एहसासों संग आस अहमियत दिलाती है लहरों के अंदाजों कि कोशिश अरमान जगाती है जज्बातों कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से आवाजों संग राह तलाश दिलाती है लम्हों के एहसासों कि रोशनी खयाल जगाती है किनारों कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से आशाओं संग दास्तान कोशिश दिलाती है इशारों के अदाओं कि परख सौगात जगाती है कदमों कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से अरमानों संग सुबह लहर दिलाती है तरानों के अफसानों कि समझ सपना जगाती है अंदाजों कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से अंदाजों संग राह पुकार दिलाती है आवाजों के इशारों कि सोच तलाश जगाती है खयालों कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से दास्तानों संग आहट पहचान दिलाती है किनारों के उजालों कि पुकार जज्बात जगाती है उम्मीदों कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से अदाओं संग आस तराना दिलाती है कदमों के लहरों कि सरगम बदलाव जगाती है इरादों कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से लहरों संग उमंग कोशिश दिलाती है तरानों के अफसानों कि सुबह सौगात जगाती है आशाओं कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से उजालों संग आस किनारा दिलाती है सपनों के खयालों कि मुस्कान दास्तान जगाती है तरानों कि नजर सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से जज्बातों संग पुकार उम्मीद दिलाती है लम्हों के एहसासों कि रोशनी सपना जगाती है अल्फाजों कि नजर सुनाती है।

Friday 14 April 2023

कविता. ४७७६. उम्मीदों कि सोच संग।

                                     उम्मीदों कि सोच संग।

उम्मीदों कि सोच संग आशाओं कि तलाश मिलती है अदाओं को तरानों कि पहचान इशारा दिलाती है राहों को अंदाजों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग आवाजों कि सरगम मिलती है नजारों को दिशाओं कि कहानी बदलाव दिलाती है लम्हों को खयालों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग लहरों कि सौगात मिलती है राहों को आशाओं कि परख आहट दिलाती है उजालों को सपनों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग किनारों कि मुस्कान मिलती है जज्बातों को कदमों कि आस पहचान दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग कदमों कि आहट मिलती है एहसासों को अदाओं कि पुकार अल्फाज दिलाती है आवाजों को सपनों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग नजारों कि पहचान मिलती है किनारों को अंदाजों कि परख रोशनी दिलाती है लहरों को इशारों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग अंदाजों कि आस मिलती है तरानों को अरमानों कि पुकार किनारा दिलाती है उजालों को बदलावों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग अरमानों कि कोशिश मिलती है कदमों को आशाओं कि लहर बदलाव दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग तरानों कि परख मिलती है खयालों को इशारों कि सौगात कोशिश दिलाती है अफसानों को अल्फाजों कि सुबह देकर जाती है।

उम्मीदों कि सोच संग जज्बातों कि मुस्कान मिलती है लहरों को नजारों कि रोशनी तलाश दिलाती है इरादों को एहसासों कि सुबह देकर जाती है। 

Thursday 13 April 2023

कविता. ४७७५. एहसासों कि समझ से।

                                   एहसासों कि समझ से।

एहसासों कि समझ से सपनों कि सौगात खयाल दिलाती है राहों को अंदाजों कि परख सहारा देती है कदमों कि आहट अक्सर आवाज देती है।

एहसासों कि समझ से आशाओं कि रोशनी तलाश दिलाती है दास्तानों को अदाओं कि पुकार कोशिश देती है नजारों कि आहट अक्सर सोच देती है।

एहसासों कि समझ से लहरों कि सरगम किनारा दिलाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान दास्तान देती है इशारों कि आहट अक्सर कोशिश देती है।

एहसासों कि समझ से तरानों कि सुबह पहचान दिलाती है लहरों को इशारों कि कोशिश सोच देती है किनारों कि आहट अक्सर उम्मीद देती है।

एहसासों कि समझ से बदलावों कि आस कोशिश दिलाती है कदमों को उजालों कि पहचान सौगात देती है आशाओं कि आहट अक्सर इरादा देती है।

एहसासों कि समझ से कदमों कि उमंग खयाल‌ दिलाती है इरादों को अरमानों कि पुकार आवाज देती है तरानों कि आहट अक्सर लहर देती है।

एहसासों कि समझ से बदलावों कि रोशनी आस दिलाती है अंदाजों को जज्बातों कि रोशनी अल्फाज देती है राहों कि आहट अक्सर उजाला देती है।

एहसासों कि समझ से आवाजों कि धून अहमियत दिलाती है लहरों को इशारों कि सुबह कोशिश देती है खयालों कि आहट अक्सर जज्बात देती है।

एहसासों कि समझ से अंदाजों कि कोशिश नजारा दिलाती है लम्हों को अफसानों कि राह आवाज देती है इरादों कि आहट अक्सर दास्तान देती है।

एहसासों कि समझ से किनारों कि मुस्कान तलाश दिलाती है खयालों को अंदाजों कि परख सहारा देती है दिशाओं कि आहट अक्सर अरमान देती है।

Wednesday 12 April 2023

कविता. ४७७४. किनारों को अल्फाजों कि।

                                  किनारों को अल्फाजों कि।

किनारों को अल्फाजों कि आहट तलाश दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि पुकार सहारा देती है लम्हों को खयालों कि सुबह धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि कोशिश तराना दिलाती है आवाजों को राहों कि पहचान इशारा देती है कदमों को उजालों कि सरगम धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि सोच एहसास दिलाती है लहरों को नजारों कि सौगात बदलाव देती है जज्बातों को अंदाजों कि आस धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि समझ सपना दिलाती है कदमों को उम्मीदों कि समझ इशारा देती है आशाओं को बदलावों कि सोच धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान सुबह दिलाती है लम्हों को खयालों कि सोच तलाश देती है आवाजों को इशारों कि पहचान धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि सरगम पुकार दिलाती है तरानों को अरमानों कि परख रोशनी देती है अदाओं को दिशाओं कि कहानी धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि सौगात कोशिश दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि पुकार आहट देती है सपनों को खयालों कि समझ धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि आस सोच दिलाती है जज्बातों को कदमों कि सोच अहमियत देती है लहरों को अंदाजों कि परख धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि अदा नजारा दिलाती है सपनों को एहसासों कि रोशनी दास्तान देती है कदमों को लम्हों कि पुकार धाराएं देती है।

किनारों को अल्फाजों कि आहट तलाश दिलाती है अदाओं को तरानों कि सुबह कोशिश देती है नजारों को अरमानों कि समझ धाराएं देती है।

Tuesday 11 April 2023

कविता. ४७७३. जज्बातों कि पुकार सुनकर।

                             जज्बातों कि पुकार सुनकर।

जज्बातों कि पुकार सुनकर आशाओं कि लहर मिलती है राहों को अंदाजों कि तलाश इशारा देती है कदमों को अरमानों कि पहचान मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर दिशाओं कि कहानी मिलती है लहरों को इशारों कि कोशिश तराना देती है किनारों को सपनों कि सोच मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर नजारों कि सोच मिलती है इरादों को आशाओं कि सरगम सौगात देती है आवाजों को अदाओं कि परख मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर दास्तानों कि परख मिलती है एहसासों को उम्मीदों कि सोच किनारा देती है कदमों को उजालों कि सुबह मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर एहसासों कि रोशनी मिलती है अरमानों को अदाओं कि परख बदलाव देती है उम्मीदों को किनारों कि सौगात मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर आवाजों कि धून मिलती है खयालों को अंदाजों कि कोशिश अफसाना देती है इशारों को आशाओं कि सरगम मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर राहों कि लहर मिलती है लम्हों को किनारों कि सोच अहमियत देती है अल्फाजों को उजालों कि पुकार मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर किनारों कि कोशिश मिलती है तरानों को अरमानों कि पुकार इरादा देती है कदमों को अदाओं कि परख मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर राहों कि सौगात मिलती है नजारों को दिशाओं कि कहानी सहारा देती है लम्हों को खयालों कि समझ मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि पुकार सुनकर कदमों कि समझ मिलती है इशारों को दास्तानों कि समझ सपना देती है नजारों को सपनों कि लहर मुस्कान दिलाती है।

Monday 10 April 2023

कविता. ४७७२. आशाओं कि तलाश संग।

                                      आशाओं कि तलाश संग।

आशाओं कि तलाश संग अंदाजों से मिलकर कोशिश दिलाती है दिशाओं को अरमानों कि पहचान सुबह देकर जाती है इरादों कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग खयालों से मिलकर रोशनी दिलाती है लहरों को अफसानों कि कोशिश दास्तान देकर जाती है किनारों कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग दिशाओं से मिलकर एहसास दिलाती है अंदाजों को राहों कि अल्फाज अहमियत देकर जाती है जज्बातों कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग तरानों से मिलकर इरादा दिलाती है लम्हों को इशारों कि पहचान सौगात देकर जाती है अफसानों कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग अरमानों से मिलकर सपना दिलाती है आवाजों को आस कि पुकार इरादा देकर जाती है कदमों कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग नजारों से मिलकर आहट दिलाती है एहसासों को अरमानों कि सौगात खयाल देकर जाती है अफसानों कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग दास्तानों से मिलकर आवाज दिलाती है आवाजों को लहरों कि पहचान कोशिश देकर जाती है दिशाओं कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग इशारों से मिलकर अरमान दिलाती है उजालों को बदलावों कि आहट किनारा देकर जाती है लहरों कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग कदमों से मिलकर आस दिलाती है इरादों को लहरों कि पहचान सुबह देकर जाती है अरमानों कि परख सुनाती है।

आशाओं कि तलाश संग दिशाओं से मिलकर सरगम दिलाती है आवाजों को उम्मीदों कि आस कोशिश देकर जाती है अफसानों कि परख सुनाती है।

Sunday 9 April 2023

कविता. ४७७१. किनारों कि सौगात अक्सर।

                                    किनारों कि सौगात अक्सर।

किनारों कि सौगात अक्सर कोशिश दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ तलाश देकर जाती है जज्बातों कि मुस्कान जुड़कर एहसास दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर उमंग दिलाती है तरानों को अरमानों कि सरगम तराना देकर जाती है नजारों कि पहचान जुड़कर उम्मीद दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर इरादा दिलाती है कदमों को अदाओं कि परख अल्फाज देकर जाती है बदलावों कि सुबह जुड़कर अहमियत दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर आवाज दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि आस कहानी देकर जाती है इशारों कि सरगम जुड़कर कोशिश दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर दास्तान दिलाती है लहरों को नजारों कि पहचान परख देकर जाती है अफसानों कि समझ जुड़कर खयाल दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर पुकार दिलाती है इरादों को आशाओं कि सोच रोशनी देकर जाती है अंदाजों कि आस जुड़कर आहट दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर नजारा दिलाती है कदमों को अदाओं कि पुकार सपना देकर जाती है अल्फाजों कि कोशिश जुड़कर राह दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर अंदाज दिलाती है उजालों को सपनों कि आस उमंग देकर जाती है इशारों कि सरगम जुड़कर पहचान दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर जज्बात दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ राह देकर जाती है आवाजों कि धून जुड़कर लहर दिलाती है।

किनारों कि सौगात अक्सर आस दिलाती है खयालों को अंदाजों कि परख तराना देकर जाती है उम्मीदों कि तलाश जुड़कर अरमान दिलाती है।

Saturday 8 April 2023

कविता. ४७७०. उजालों कि सरगम से।

                                      उजालों कि सरगम से।

उजालों कि सरगम से आशाओं कि पुकार किनारा देती है कदमों को अदाओं कि सौगात कोशिश सुनाती है इरादों को आवाजों कि धून देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से खयालों कि राह एहसास देती है लहरों को इशारों कि सरगम आस सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से कदमों कि आहट पहचान देती है लम्हों को खयालों कि तलाश उमंग सुनाती है अरमानों को बदलावों कि सौगात देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से अंदाजों कि रोशनी तलाश देती है जज्बातों को एहसासों कि समझ आस सुनाती है जज्बातों को कदमों कि आहट देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से दास्तानों कि परख कोशिश देती है तरानों को उम्मीदों कि लहर अहमियत सुनाती है दिशाओं को लम्हों कि पुकार देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से तरानों कि सोच किनारा देती है अफसानों को आशाओं कि कोशिश आवाज सुनाती है राहों को अंदाजों कि परख देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से किनारों कि आस खयाल देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी अफसाना सुनाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से आवाजों कि धून पहचान देती है किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान तराना सुनाती है सपनों को अरमानों कि लहर देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से अंदाजों कि आस बदलाव देती है इशारों को आवाजों कि धून पहचान सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी देकर जाती है।

उजालों कि सरगम से दिशाओं कि समझ लहर देती है दास्तानों को नजारों कि सोच अल्फाज सुनाती है जज्बातों को किनारों कि मुस्कान देकर जाती है।

Friday 7 April 2023

कविता. ४७६९. इशारों कि आहट अक्सर।

                                   इशारों कि आहट अक्सर।

इशारों कि आहट अक्सर तलाश देकर जाती है जज्बातों कि मुस्कान से एहसासों कि पहचान दिलाती है लहरों कि सरगम संग अरमान जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर रोशनी देकर जाती है नजारों कि सौगात से दास्तानों कि कोशिश दिलाती है कदमों कि समझ संग अफसाना जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर सपना देकर जाती है दिशाओं कि कहानी से अल्फाजों कि समझ दिलाती है किनारों कि सोच संग खयाल जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर सुबह देकर जाती है उजालों कि आस से आवाजों कि सरगम दिलाती है बदलावों कि रोशनी संग तलाश जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर उमंग देकर जाती है दास्तानों कि परख से अंदाजों कि आस दिलाती है लहरों कि पहचान संग तराना जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर आस देकर जाती है आशाओं कि सरगम से खयालों कि राह दिलाती है किनारों कि समझ संग कोशिश जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर परख देकर जाती है कदमों कि रोशनी से आशाओं कि सुबह दिलाती है खयालों कि मुस्कान संग पहचान जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर आवाज देकर जाती है उम्मीदों कि लहर से नजारों कि सोच दिलाती है लम्हों कि रोशनी संग बदलाव जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर अंदाज देकर जाती है एहसासों कि रोशनी से खयालों कि समझ दिलाती है आशाओं कि सोच संग आस जगाती है।

इशारों कि आहट अक्सर सुबह देकर जाती है अरमानों कि पुकार से अरमानों कि रोशनी दिलाती है कदमों कि सरगम संग आवाज जगाती है।

Thursday 6 April 2023

कविता. ४७६८. दिशाओं कि कहानी से।

                                       दिशाओं कि कहानी से।

दिशाओं कि कहानी से एहसासों कि रोशनी कोशिश दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच अहमियत देती है कदमों को उजालों कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से अरमानों कि समझ पहचान दिलाती है इशारों को लम्हों कि पहचान कोशिश देती है तरानों को उम्मीदों कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से दास्तानों कि परख रोशनी दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात तलाश देती है कदमों को अदाओं कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से आवाजों कि धून बदलाव दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान आस देती है नजारों को खयालों कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से अंदाजों कि आस तराना दिलाती है इरादों को एहसासों कि रोशनी सहारा देती है जज्बातों को उम्मीदों कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से नजारों कि सोच सौगात दिलाती है अरमानों को लहरों कि सरगम कोशिश देती है राहों को अल्फाजों कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से अफसानों कि राह इरादा दिलाती है कदमों को अदाओं कि परख आवाज देती है खयालों को इशारों कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है सपनों को खयालों कि समझ रोशनी देती है किनारों को आवाजों कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से उजालों कि राह अल्फाज दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात बदलाव देती है अंदाजों को इरादों कि पुकार दिलाती है।

दिशाओं कि कहानी से तरानों कि सुबह दास्तान दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि आहट आस देती है अदाओं को किनारों कि पुकार दिलाती है।

Wednesday 5 April 2023

कविता. ४७६७. राहों कि मुस्कान जुड़कर।

                                     राहों कि मुस्कान जुड़कर।

राहों कि मुस्कान जुड़कर तरानों से आशाओं कि सरगम सुनाती है उम्मीदों को कदमों कि सौगात सहारा दिलाती है लहरों को इशारों कि समझ सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर आवाजों से कदमों कि आस सुनाती है जज्बातों को अंदाजों कि परख किनारा दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर उजालों से अंदाजों कि रोशनी सुनाती है लम्हों को खयालों कि समझ अहमियत दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर जज्बातों से किनारों कि समझ सुनाती है कदमों को अदाओं कि पुकार आस दिलाती है आवाजों को लहरों कि सरगम सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर अंदाजों से खयालों कि सोच सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है इशारों को अदाओं कि पुकार सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर दिशाओं से एहसासों कि पहचान सुनाती है उजालों को इरादों कि आहट सहारा दिलाती है आवाजों कि धून सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर अरमानों से जज्बातों कि सुबह सुनाती है तरानों को अल्फाजों कि आवाज सरगम दिलाती है बदलावों कि सौगात सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर नजारों से उम्मीदों कि आस सुनाती है आशाओं को खयालों कि परख अहमियत दिलाती है किनारों कि कोशिश सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर दास्तानों से अल्फाजों कि पुकार सुनाती है कदमों को उजालों कि आस पहचान दिलाती है दिशाओं कि कहानी सपना देकर जाती है।

राहों कि मुस्कान जुड़कर किनारों से अरमानों कि कोशिश सुनाती है इशारों को लम्हों कि पुकार अहमियत दिलाती है खयालों कि समझ सपना देकर जाती है।


Tuesday 4 April 2023

कविता. ४७६६. आवाजों कि धून अक्सर।

                                    आवाजों कि धून अक्सर।

आवाजों कि धून अक्सर दिशाओं से सोच सुनाती है लम्हों को खयालों कि समझ मुस्कान दिलाती है उजालों से अंदाजों कि आस एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर दास्तानों से सुबह सुनाती है राहों को अंदाजों कि आस अल्फाज दिलाती है इशारों से अरमानों कि पुकार एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर नजारों से आहट सुनाती है कदमों को अदाओं कि पुकार कोशिश दिलाती है खयालों से किनारों कि समझ एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर तरानों से उमंग सुनाती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात उम्मीद दिलाती है लम्हों से दास्तानों कि परख एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर जज्बातों से आस सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी अरमान दिलाती है तरानों से अदाओं कि सौगात एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर आशाओं से कोशिश सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि लहर रोशनी दिलाती है अंदाजों से सपनों कि लहर एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर अरमानों से सरगम सुनाती है उम्मीदों को किनारों कि सोच अहमियत दिलाती है राहों से अफसानों कि रोशनी एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर अंदाजों से किनारा सुनाती है दिशाओं को बदलावों कि सोच परख दिलाती है कदमों से जज्बातों कि मुस्कान एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर उम्मीदों से आस सुनाती है लम्हों को इशारों कि सौगात कोशिश दिलाती है नजारों से अल्फाजों कि आहट एहसास सुनाती है।

आवाजों कि धून अक्सर दिशाओं से खयाल सुनाती है नजारों को राहों कि मुस्कान पहचान दिलाती है लहरों से खयालों कि उमंग एहसास सुनाती है।

Monday 3 April 2023

कविता. ४७६५. जज्बातों कि सरगम से।

                                        जज्बातों कि सरगम से।

जज्बातों कि सरगम से अंदाजों कि कोशिश तलाश सुनाती है दिशाओं को कदमों कि आहट पहचान देकर जाती है लहरों को किनारों कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से खयालों कि समझ तराना‌ सुनाती है लम्हों को अल्फाजों कि रोशनी सपना देकर जाती है आशाओं को बदलावों कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से आवाजों कि धून अफसाना सुनाती है नजारों को दिशाओं कि समझ अरमान देकर जाती है अदाओं को तरानों कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से आशाओं कि सुबह किनारा सुनाती है अंदाजों को उजालों कि पुकार अल्फाज देकर जाती है राहों को आवाजों कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से इशारों कि सौगात आस सुनाती है दास्तानों को अदाओं कि परख आवाज देकर जाती है एहसासों को उम्मीदों कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से दास्तानों कि परख आवाज सुनाती है लम्हों को बदलावों कि सोच इरादा देकर जाती है कदमों को अल्फाजों कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से कदमों कि आहट दास्तान सुनाती है अंदाजों को दिशाओं कि कहानी सहारा देकर जाती है इशारों को आशाओं कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से अरमानों कि पुकार खयाल‌ सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि समझ सपना देकर जाती है आवाजों को अदाओं कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से राहों कि पहचान इशारा सुनाती है उजालों को अदाओं कि सोच सौगात देकर जाती है नजारों को खयालों कि मुस्कान दिलाती है।

जज्बातों कि सरगम से एहसासों कि रोशनी आस सुनाती है लहरों को इशारों कि सुबह अहमियत देकर जाती है किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान दिलाती है।

Sunday 2 April 2023

कविता. ४७६४. इरादे से जुड़कर।

                                          इरादे से जुड़कर।

इरादे से जुड़कर आस अक्सर एहसासों कि रोशनी दिलाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान अल्फाज देती है किनारों को सपनों कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर आवाज अक्सर दिशाओं कि कोशिश दिलाती है सपनों को कदमों कि आस खयाल देती है बदलावों को दास्तानों कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर अंदाज अक्सर नजारों कि सौगात दिलाती है अदाओं को दिशाओं कि कहानी अफसाना देती है तरानों को अरमानों कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर कोशिश अक्सर आवाजों कि धून दिलाती है किनारों को आशाओं कि सरगम सपना देती है नजारों को दिशाओं कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर रोशनी अक्सर कदमों कि अल्फाज दिलाती है बदलावों को अदाओं कि परख सुबह देती है उजालों को एहसासों कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर सरगम अक्सर किनारों कि मुस्कान दिलाती है दास्तानों को खयालों कि समझ आस देती है आशाओं को अल्फाजों कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर राह अक्सर आशाओं कि तलाश दिलाती है कदमों को उजालों कि रोशनी खयाल देती है किनारों को अंदाजों कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर आहट अक्सर अरमानों कि पुकार दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि सरगम कोशिश देती है कदमों को जज्बातों कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर सोच अक्सर दास्तानों कि परख दिलाती है उम्मीदों को इशारों कि आहट अल्फाज देती है आवाजों को किनारों कि लहर सुनाती है।

इरादे से जुड़कर आस अक्सर बदलावों कि सौगात दिलाती है आशाओं को अदाओं कि परख उमंग देती है अंदाजों को एहसासों कि लहर सुनाती है। 

Saturday 1 April 2023

कविता. ४७६३. इशारों कि लहर अक्सर।

                                       इशारों कि लहर अक्सर।

इशारों कि लहर अक्सर आशाओं कि पुकार संग तलाश सुनाती है लम्हों को अदाओं कि कोशिश उमंग दिलाती है राहों को दिशाओं कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर अंदाजों कि आस संग आवाज सुनाती है तरानों को अरमानों कि समझ सौगात दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर खयालों कि राह संग अल्फाज सुनाती है अदाओं को उजालों कि पहचान आस दिलाती है एहसासों को उम्मीदों कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर दास्तानों कि परख संग सपना सुनाती है आवाजों को कदमों कि आहट अदा दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर अदाओं कि कोशिश संग लम्हा सुनाती है आशाओं को इरादों कि सौगात अहमियत दिलाती है कदमों को उजालों कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर दिशाओं कि समझ संग कोशिश सुनाती है तरानों को अरमानों कि सुबह दास्तान दिलाती है जज्बातों को कदमों कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर नजारों कि सुबह संग अफसाना सुनाती है एहसासों को उम्मीदों कि कोशिश बदलाव दिलाती है किनारों को सपनों कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर दास्तानों कि सरगम संग आस सुनाती है नजारों को राहों कि पहचान मुस्कान दिलाती है आवाजों को अदाओं कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर कदमों कि सौगात संग सपना सुनाती है अरमानों को उजालों कि पुकार दास्तान दिलाती है उम्मीदों को अफसानों कि कहानी दिलाती है।

इशारों कि लहर अक्सर एहसासों कि रोशनी संग खयाल सुनाती है इरादों को नजारों कि सोच सुबह दिलाती है अंदाजों को किनारों कि कहानी दिलाती है।


कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की। इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बा...