Tuesday 28 February 2023

कविता. ४७३१. उमंग को लहरों संग।

                                        उमंग को लहरों संग।

उमंग को लहरों संग आवाजों कि धून दास्तान दिलाती है लम्हों कि रोशनी से कदमों कि आहट खयाल देकर जाती है जज्बातों को सहारा दिलाती है।

उमंग को लहरों संग आशाओं कि सरगम कोशिश दिलाती है राहों कि नजारों से उजालों कि पुकार पहचान देकर जाती है किनारों को सहारा दिलाती है।

उमंग को लहरों संग अंदाजों कि आस बदलाव दिलाती है तरानों कि तलाश से आवाजों कि धून अहमियत देकर जाती है इशारों को सहारा दिलाती है।

उमंग को लहरों संग कदमों कि राह किनारा दिलाती है इशारों कि सौगात से अफसानों कि समझ सुबह देकर जाती है अरमानों को सहारा दिलाती है।

उमंग को लहरों संग किनारों कि मुस्कान तलाश दिलाती है लहरों कि कोशिश से आशाओं कि सरगम तराना देकर जाती है दिशाओं को सहारा दिलाती है।

उमंग को लहरों संग उम्मीदों कि समझ अदा दिलाती है इरादों कि परख से अल्फाजों कि कोशिश पहचान देकर जाती है नजारों को सहारा देती है।

उमंग को लहरों संग अदाओं कि परख रोशनी दिलाती है कदमों कि आहट से अरमानों कि सोच बदलाव देकर जाती है खयालों को सहारा देती है।

उमंग को लहरों संग दास्तानों कि कोशिश सपना दिलाती है किनारों कि मुस्कान से तरानों कि पुकार आस देकर जाती है इशारों को सहारा देती है।

उमंग को लहरों संग आवाजों कि आस सरगम दिलाती है उजालों कि आवाज से कदमों कि आहट नजारा देकर जाती है एहसासों को सहारा देती है।

उमंग को लहरों संग सपनों कि लहर अफसाना दिलाती है इरादों कि कोशिश से आशाओं कि राह अरमान देकर जाती है कदमों को सहारा देती है।

Monday 27 February 2023

कविता. ४७३०. आशाएं अक्सर।

                                          आशाएं अक्सर। 

आशाएं अक्सर दिशाओं कि कहानी सुनाकर आगे चलती है कोशिश कि पहचान से तरानों कि सुबह दास्तान दिलाती है लम्हों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर आवाजों कि धून बनकर आगे चलती है कदमों कि आहट से अरमानों कि पुकार अहमियत दिलाती है उजालों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर दास्तानों कि परख दिलाकर आगे चलती है किनारों कि मुस्कान से अल्फाजों कि राह अरमान दिलाती है लहरों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर अंदाजों कि आस सुनाकर आगे चलती है अदाओं कि पुकार से अरमानों कि सौगात नजारा दिलाती है किनारों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर जज्बातों कि राह मिलकर आगे चलती है आवाजों कि सरगम से कदमों कि आहट आस दिलाती है अंदाजों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर नजारों कि रोशनी बनकर आगे चलती है एहसासों कि समझ से किनारों कि मुस्कान अल्फाज दिलाती है आवाजों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर तरानों कि कोशिश समझकर आगे चलती है जज्बातों कि उमंग से सपनों कि आवाज पहचान दिलाती है दास्तानों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर अफसानों कि सोच मिलकर आगे चलती है उम्मीदों कि परख से अरमानों कि पुकार आवाज दिलाती है लहरों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर अदाओं कि पुकार बनकर आगे चलती है तरानों कि पहचान से अंदाजों कि धून पहचान दिलाती है बदलावों को खयाल सुनाती है।

आशाएं अक्सर दिशाओं कि कहानी सुनाकर आगे चलती है अफसानों कि रोशनी से कदमों कि परख आहट दिलाती है दास्तानों को खयाल सुनाती है।

Sunday 26 February 2023

कविता. ४७२९. अरमानों से खयालों कि।

                                       अरमानों से खयालों कि।

अरमानों से खयालों कि समझ मुस्कान सुनाती है लम्हों को दास्तानों कि मुस्कान पहचान दिलाती है लहरों कि सरगम अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि कोशिश तलाश सुनाती है जज्बातों को कदमों कि आहट बदलाव दिलाती है अल्फाजों कि कोशिश अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि राह आवाज सुनाती है तरानों को उजालों कि पुकार किनारा दिलाती है लम्हों कि रोशनी अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि सुबह सौगात सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी एहसास दिलाती है अदाओं कि परख अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि सोच पुकार सुनाती है बदलावों को लम्हों कि रोशनी उमंग दिलाती है आवाजों कि कहानी अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि मुस्कान सपना सुनाती है आशाओं को बदलावों कि सौगात सरगम दिलाती है अंदाजों कि आस अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि रोशनी परख सुनाती है लहरों को इशारों कि समझ बदलाव दिलाती है कदमों कि आहट अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि उमंग जज्बात सुनाती है लम्हों को दास्तानों कि सरगम मुस्कान दिलाती है इशारों कि सौगात अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि सौगात तलाश सुनाती है इशारों को किनारों कि परख आवाज दिलाती है नजारों कि सोच अफसाना देती है।

अरमानों से खयालों कि उम्मीद आस सुनाती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी किनारा दिलाती है अंदाजों कि राह अफसाना देती है।

Saturday 25 February 2023

कविता. ४७२८. आवाज अक्सर दिशाओं कि।

                                 आवाज अक्सर दिशाओं कि।

आवाज अक्सर दिशाओं कि उमंग सुनाकर चलती है राहों को अंदाजों कि आस सरगम दिलाती रहती है तरानों कि पहचान संग आशाएं इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि उम्मीद सुनाकर चलती है लम्हों को कदमों कि आहट खयाल दिलाती रहती है अदाओं कि परख संग राहें इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि रोशनी सुनाकर चलती है जज्बातों को अल्फाजों कि मुस्कान बदलाव दिलाती रहती है नजारों कि सोच संग अदाएं इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि कोशिश सुनाकर चलती है लहरों को दास्तानों कि समझ अफसाना दिलाती रहती है अंदाजों कि आस संग तराने इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि सौगात सुनाकर चलती है सपनों को अरमानों कि सुबह पहचान दिलाती रहती है कदमों कि कहानी संग दास्ताने इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि सोच सुनाकर चलती है जज्बातों को नजारों कि सोच कोशिश दिलाती रहती है खयालों कि समझ संग लहरे इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि कहानी सुनाकर चलती है इरादों को अंदाजों कि समझ लम्हा दिलाती रहती है दास्तानों कि सौगात संग पुकार इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि परख सुनाकर चलती है उम्मीदों को किनारों कि मुस्कान सहारा दिलाती रहती है कदमों कि आहट संग कोशिशें इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि समझ सुनाकर चलती है नजारों को राहों कि तलाश अल्फाज दिलाती रहती है किनारों कि सोच संग अदाएं इशारा देती है।

आवाज अक्सर दिशाओं कि उमंग सुनाकर चलती है आशाओं को अदाओं कि समझ सौगात दिलाती रहती है जज्बातों कि पहचान संग राहें इशारा देती है।


Friday 24 February 2023

कविता. ४७२७. जज्बात कि तलाश अक्सर।

                                  जज्बात कि तलाश अक्सर।

जज्बात कि तलाश अक्सर सहारा देती है कदमों को उजालों कि धाराएं दिलाती है किनारों को सपनों कि कोशिश एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर दास्तान देती है किनारों को अंदाजों कि दिशाएं दिलाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर उमंग देती है अरमानों को खयालों कि अदाएं दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर रोशनी देती है दास्तानों को इशारों कि आशाएं दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर आवाज देती है नजारों को राहों कि मुस्कान दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि पहचान एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर अरमान देती है उजालों को सपनों कि समझ दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि समझ एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर अफसाना देती है तरानों को उम्मीदों कि सरगम दिलाती है कदमों को उजालों कि पुकार एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर पहचान देती है कदमों को इशारों कि सौगात दिलाती है लहरों को बदलावों कि सुबह एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर परख देती है बदलावों को दिशाओं कि कहानी दिलाती है अंदाजों को तरानों कि रोशनी एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर सपना देती है आशाओं को उम्मीदों कि पहचान दिलाती है अरमानों को लहरों कि सरगम एहसास सुनाती है।

Thursday 23 February 2023

कविता. ४७२६. अरमानों को दिशाओं कि।

                               अरमानों को दिशाओं कि।

अरमानों को दिशाओं कि समझ सपना दिलाती है लहरों कि सरगम से अंदाजों कि कोशिश देती है कदमों को उजालों कि पुकार किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि कहानी सरगम दिलाती है अदाओं कि परख से आवाजों कि धून देती है तरानों को जज्बातों कि मुस्कान किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि कोशिश सौगात दिलाती है लम्हों कि रोशनी से कदमों कि कहानी देती है नजारों को खयालों कि समझ किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि सुबह दास्तान दिलाती है अंदाजों कि आस से एहसासों कि सोच देती है अल्फाजों को राहों कि मुस्कान किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि परख पहचान दिलाती है इशारों कि कहानी से कदमों कि आहट देती है आवाजों को बदलावों कि सौगात किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि आस पुकार दिलाती है नजारों कि समझ से बदलावों कि आस देती है तरानों को उम्मीदों कि कहानी किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि तलाश बदलाव दिलाती है जज्बातों कि उमंग से सपनों कि कहानी देती है आशाओं को इशारों कि सरगम किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि आवाज खयाल दिलाती है आशाओं कि सोच से एहसासों कि समझ देती है अंदाजों को इरादों कि कोशिश किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि सौगात तराना दिलाती है इरादों कि सोच से अंदाजों कि कोशिश देती है दास्तानों को एहसासों कि मुस्कान किनारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं कि सरगम तलाश दिलाती है आवाजों कि धून से दास्तानों कि पहचान देती है सपनों को अल्फाजों कि कोशिश किनारा दिलाती है।

Wednesday 22 February 2023

कविता. ४७२५. इरादे संग अंदाजों कि।

                                       इरादे संग अंदाजों कि             ‌

‌इरादे संग अंदाजों कि कोशिश अक्सर तलाश दिलाती है नजारों कि पहचान से किनारों कि आस तराना सुनाती है जज्बातों कि सुबह अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि आस अक्सर अफसाना दिलाती है कदमों कि आहट से अरमानों कि समझ एहसास सुनाती है खयालों कि राह अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि सौगात अक्सर खयाल दिलाती है लहरों कि सरगम से उजालों कि पुकार कोशिश सुनाती है नजारों कि सौगात अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि परख अक्सर बदलाव दिलाती है एहसासों कि सौगात से उम्मीदों कि राह सहारा सुनाती है आशाओं कि आस अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि लहर अक्सर अल्फाज दिलाती है लम्हों कि पुकार से दिशाओं कि कहानी बदलाव सुनाती है जज्बातों कि मुस्कान अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि पुकार अक्सर आवाज दिलाती है किनारों कि मुस्कान से दास्तानों कि आस सौगात सुनाती है लहरों कि सोच अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि आस अक्सर दास्तान दिलाती है कदमों कि लहर से खयालों कि समझ अरमान सुनाती है आवाजों कि धून अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि एहसास अक्सर आस दिलाती है तरानों कि सुबह से जज्बातों कि मुस्कान अदा सुनाती है उम्मीदों कि समझ अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि राह अक्सर खयाल दिलाती है अदाओं कि पुकार से दिशाओं कि सोच किनारा सुनाती है बदलावों कि परख अहमियत दिलाती है।

इरादे संग अंदाजों कि अदा अक्सर दिशाएं दिलाती है किनारों कि मुस्कान से तरानों कि पहचान इशारा दिलाती है दास्तानों कि सरगम अहमियत दिलाती है।

Tuesday 21 February 2023

कविता. ४७२४. दास्तानों कि कहानी अक्सर।

                           दास्तानों कि कहानी अक्सर।

दास्तानों कि कहानी अक्सर आशाओं कि महफील दिलाती है लम्हों को खयालों कि कोशिश सरगम सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर खयालों कि सरगम दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात किनारा सुनाती है आशाओं को बदलावों कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर अंदाजों कि आस दिलाती है जज्बातों को कदमों कि आहट आस सुनाती है राहों को तरानों कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर कदमों कि आहट दिलाती है इशारों को आशाओं कि सोच खयाल सुनाती है एहसासों को अदाओं कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर जज्बातों कि मुस्कान दिलाती है आवाजों को अदाओं कि परख पहचान सुनाती है अंदाजों को उजालों कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर आवाजों कि धून दिलाती है इरादों को नजारों कि अहमियत आवाज सुनाती है लहरों को अफसानों कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर नजारों कि सोच दिलाती है लम्हों को अल्फाजों कि कोशिश सपना सुनाती है आशाओं को किनारों कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर किनारों कि सुबह दिलाती है खयालों को सपनों कि पुकार तलाश सुनाती है कदमों को इरादों कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर उजालों कि पुकार दिलाती है अरमानों को अंदाजों कि अहमियत सोच सुनाती है दिशाओं को बदलावों कि समझ देती है।

दास्तानों कि कहानी अक्सर किनारों कि उमंग दिलाती है अफसानों को राहों कि मुस्कान कोशिश सुनाती है तरानों को नजारों कि समझ देती है।

 

Monday 20 February 2023

कविता. ४७२३. दिशाओं कि कहानी अक्सर।

                               दिशाओं कि कहानी अक्सर।

दिशाओं कि कहानी अक्सर बदलावों कि तलाश दिलाती है लम्हों को अरमानों कि कोशिश सुनाती है जज्बातों कि सोच से मुस्कान देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर अरमानों कि पुकार दिलाती है अफसानों को नजारों कि राह सुनाती है अल्फाजों कि समझ से आवाज देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर खयालों कि समझ दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि आस सुनाती है आशाओं कि कोशिश से लहर देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर दास्तानों कि उमंग दिलाती है लहरों को इशारों कि पहचान सुनाती है एहसासों कि आवाज से खयाल देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर लहरों कि सरगम दिलाती है कदमों को उजालों कि पुकार सुनाती है अरमानों कि सुबह से आस देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर अंदाजों कि आस दिलाती है दास्तानों को अदाओं कि सोच सुनाती है तरानों कि आहट से अल्फाज देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर लम्हों कि रोशनी दिलाती है सपनों को अरमानों कि सुबह सुनाती है खयालों कि समझ से कोशिश देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर आवाजों कि धून दिलाती है अल्फाजों को राहों कि मुस्कान सुनाती है अंदाजों कि आस से पहचान देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर खयालों कि समझ दिलाती है लम्हों को उजालों कि पुकार सुनाती है आशाओं कि अहमियत से परख देकर आगे बढती जाती है।

दिशाओं कि कहानी अक्सर इशारों कि सौगात दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ सुनाती है राहों कि मुस्कान से रोशनी देकर आगे बढती है।

Sunday 19 February 2023

कविता. ४७२२ मुस्कान कि दिशाएं अक्सर।

                                 मुस्कान कि दिशाएं अक्सर।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर तलाश दिलाती है कदमों कि आहट से अरमानों संग एहसास जगाती है किनारों को आशाओं का अफसाना दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर पहचान दिलाती है दास्तानों कि परख से उजालों संग उमंग जगाती है तरानों को उम्मीदों का सपना दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर आस दिलाती है लम्हों कि रोशनी से जज्बातों संग अंदाज जगाती है उजालों को अफसानों का कोशिश दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर आवाज दिलाती है लहरों कि सरगम से खयालों संग कोशिश जगाती है किनारों को अंदाजों का तराना दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर जज्बात दिलाती है बदलावों कि सोच से कदमों संग दास्तान जगाती है कदमों को उजालों का समझ दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर खयाल दिलाती है किनारों कि आहट से आशाओं संग बदलाव जगाती है अदाओं को तरानों का सौगात दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर अरमान दिलाती है कदमों कि राह से अल्फाजों संग इशारा जगाती है एहसासों को आवाजों का दास्तान दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर परख दिलाती है लम्हों कि आहट से उजालों संग किनारा जगाती है लहरों को अल्फाजों का अहमियत दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर आस दिलाती है इरादों कि सोच से एहसासों संग तलाश जगाती है अरमानों को किनारों का अरमान दिलाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर अंदाज दिलाती है खयालों कि समझ से अंदाजों संग आवाज जगाती है आशाओं को लहरों का नजारा दिलाती है।

Saturday 18 February 2023

कविता. ४७२१. इशारों कि सौगात से।

                                    इशारों कि सौगात से।

इशारों कि सौगात से दास्तानों संग कोशिश जगाती है जज्बातों को एहसासों कि रोशनी सहारा सुनाती है आवाजों को अदाओं कि परख आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से नजारों संग अरमान जगाती है आशाओं को बदलावों कि सोच बदलाव सुनाती है तरानों को अरमानों कि पुकार आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से अंदाजों संग लहर जगाती है आवाजों को खयालों कि सरगम अल्फाज सुनाती है कदमों को उजालों कि सुबह आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से तरानों संग किनारा जगाती है कदमों को अंदाजों कि परख कोशिश सुनाती है खयालों को उम्मीदों कि पहचान आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से कदमों संग अफसाना जगाती है किनारों को सपनों कि अदा पुकार सुनाती है दिशाओं को बदलावों कि सोच आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से किनारों संग अंदाज जगाती है तरानों को आवाजों कि धून खयाल सुनाती है लम्हों को अरमानों कि मुस्कान आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से अफसानों संग अरमान जगाती है दिशाओं को कदमों कि आहट पहचान सुनाती है लहरों को खयालों कि समझ आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से अदाओं संग परख जगाती है उम्मीदों को किनारों कि मुस्कान सरगम सुनाती है इरादों को नजारों कि आहट आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से राहों संग आवाज जगाती है उमंग को अंदाजों कि परख एहसास सुनाती है अरमानों को आशाओं कि राह आस दिलाती है।

इशारों कि सौगात से खयालों संग मुस्कान जगाती है जज्बातों को अरमानों कि सुबह कोशिश सुनाती है लम्हों को किनारों कि सरगम आस दिलाती है।

Friday 17 February 2023

कविता. ४७२०. लम्हों कि रोशनी अक्सर।

                                लम्हों कि रोशनी अक्सर।

लम्हों कि रोशनी अक्सर अल्फाजों से एहसास दिलाती है नजारों को राहों कि मुस्कान अहमियत सुनाती है तरानों को अरमानों कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर जज्बातों से अफसाना दिलाती है उजालों को सपनों कि आस सरगम सुनाती है इशारों को दास्तानों कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर एहसासों से खयाल दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात अल्फाज सुनाती है अंदाजों को बदलावों कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर अरमानों से कोशिश दिलाती है इरादों को जज्बातों कि आस सुबह सुनाती है आशाओं को खयालों कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर आशाओं से दास्तान दिलाती है कदमों को उजालों कि पुकार मुस्कान सुनाती है किनारों को सपनों कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर कदमों से पहचान दिलाती है इरादों को नजारों कि कोशिश परख सुनाती है आवाजों को राहों कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर खयालों से किनारा दिलाती है अंदाजों को जज्बातों कि सौगात पहचान सुनाती है दिशाओं को उम्मीदों कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर आवाजों से अरमान दिलाती है अदाओं को दिशाओं कि कहानी खयाल‌ सुनाती है लहरों को कोशिश कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर नजारों से सपना दिलाती है किनारों को अफसानों कि समझ बदलाव सुनाती है उजालों को तरानों कि आहट देती है।

लम्हों कि रोशनी अक्सर दिशाओं से सरगम दिलाती है कदमों को उजालों कि राह सौगात सुनाती है इरादों को आशाओं कि आहट देती है।

Thursday 16 February 2023

कविता. ४७१९. कदमों कि आवाज अक्सर।

                               कदमों कि आवाज अक्सर।

कदमों कि आवाज अक्सर आशाओं से पुकार दिलाती है सपनों को अदाओं कि सौगात तलाश सुनाती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर अदाओं से सौगात दिलाती है उजालों को जज्बातों कि मुस्कान आस सुनाती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर राहों से आस दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि लहर अरमान सुनाती है अफसानों को तरानों कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर दिशाओं से आहट दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि पहचान कोशिश सुनाती है लहरों को इशारों कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर दास्तानों से रोशनी दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि रोशनी आस सुनाती है अंदाजों को बदलावों कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर तरानों से उमंग दिलाती है अरमानों को बदलावों कि सौगात अल्फाज सुनाती है इरादों को नजारों कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर जज्बातों से लहर दिलाती है अंदाजों को जज्बातों कि मुस्कान अफसाना सुनाती है तरानों को अरमानों कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर एहसासों से उम्मीद दिलाती है खयालों को इरादों कि सोच बदलाव सुनाती है उजालों को सपनों कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर अंदाजों से किनारा दिलाती है लम्हों को अफसानों कि रोशनी कोशिश सुनाती है लहरों को आशाओं कि सुबह देती है।

कदमों कि आवाज अक्सर राहों से जज्बात दिलाती है लहरों को एहसासों कि समझ तलाश सुनाती है अल्फाजों को‌ दास्तानों कि सुबह देती है।

Wednesday 15 February 2023

कविता. ४७१८. आवाजों कि धून से।

                                 आवाजों कि धून से।

आवाजों कि धून से दास्तानों कि पहचान संग अल्फाज दिलाती है कदमों कि आहट अक्सर दिशाओं से अहमियत कि तलाश सुनाकर अंदाज देती है।

आवाजों कि धून से तरानों कि अफसानों संग अरमान दिलाती है लहरों कि कोशिश अक्सर खयालों से अहमियत का‌ तराना सुनाकर सुबह देती है।

आवाजों कि धून से नजारों कि सोच संग खयाल दिलाती है लम्हों कि रोशनी अक्सर जज्बातों से अहमियत कि सौगात सुनाकर कोशिश देती है।

आवाजों कि धून से जज्बातों कि मुस्कान संग तराना दिलाती है सपनों कि लहर अक्सर उजालों से अहमियत का उम्मीद सुनाकर बदलाव देती है।

आवाजों कि धून से किनारों कि आहट संग कोशिश दिलाती है राहों कि मुस्कान अक्सर इशारों से अहमियत का इरादा सुनाकर परख देती है।

आवाजों कि धून से दिशाओं कि सौगात संग एहसास दिलाती है इरादों कि आस अक्सर अरमानों से अहमियत‌ का खयाल‌ सुनाकर पुकार देती है।

आवाजों कि धून से राहों कि अफसाना संग सहारा दिलाती है आशाओं कि सोच अक्सर दास्तानों से अहमियत‌ का बदलाव सुनाकर सौगात देती है।

आवाजों कि धून से लहरों कि कोशिश संग तलाश दिलाती है किनारों कि आहट अक्सर खयालों से अहमियत कि‌ सोच सुनाकर पहचान देती है।

आवाजों कि धून से कदमों कि आहट संग अल्फाज दिलाती है लम्हों कि रोशनी अक्सर अफसानों से अहमियत का सपना सुनाकर नजारा देती है।

आवाजों कि धून से एहसासों कि रोशनी संग इशारा दिलाती है जज्बातों कि मुस्कान अक्सर उम्मीदों से अहमियत कि पुकार सुनाकर उमंग देती है।

Tuesday 14 February 2023

कविता. ४७१७. उमंग को कदमों कि।

                                     उमंग को कदमों कि।

उमंग को कदमों कि आहट अक्सर सपनों कि लहर दिलाती है लम्हों कि पुकार से आवाजों कि धून पुकार सुनाती है नजारों कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि आस अक्सर लहरों कि पहचान दिलाती है लहरों कि सरगम से खयालों कि समझ सपना सुनाती है आशाओं कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि तलाश अक्सर इशारों कि सौगात दिलाती है किनारों कि सोच से दिशाओं कि सुबह तराना सुनाती है जज्बातों इइइखीघिइइआउ कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि राह अक्सर खयालों कि सोच दिलाती है नजारों इकि सौगात से दास्तानों कि कोशिश अदा सुनाती है आवाजों कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि रोशनी अक्सर अल्फाजों कि बदलाव दिलाती है अंदाजों कि सोच से एहसासों कि लहर सपना सुनाती है अदाओं कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि कोशिश अक्सर आशाओं कि सरगम दिलाती है इशारों कि सौगात से अदाओं कि परख तलाश सुनाती है लम्हों कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि सरगम अक्सर दिशाओं कि कहानी दिलाती है इरादों कि कोशिश से आशाओं कि सरगम तराना सुनाती है बदलावों कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि रोशनी अक्सर नजारों कि परख दिलाती है दिशाओं कि कहानी से एहसासों कि समझ पहचान सुनाती है लहरों कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि सुबह अक्सर दास्तानों कि पुकार दिलाती है जज्बातों कि सोच से आवाजों कि आस एहसास सुनाती है तरानों कि मुस्कान देती है।

उमंग को कदमों कि आहट अक्सर अरमानों कि कोशिश दिलाती है लहरों कि सुबह से किनारों कि सोच खयाल सुनाती है राहों कि मुस्कान देती है।

 

Monday 13 February 2023

कविता. ४७१६. किनारों को अल्फाजों कि।

                                   किनारों को अल्फाजों कि।

किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान तलाश सुनाती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सरगम दिलाती है लम्हों को खयालों कि कोशिश एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि समझ सपना सुनाती है नजारों को राहों कि पहचान अहमियत दिलाती है लहरों को इशारों कि सुबह एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि सौगात तराना सुनाती है उजालों को सपनों कि आस कोशिश दिलाती है इरादों को आशाओं कि रोशनी एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि परख आवाज सुनाती है जज्बातों को कदमों कि सौगात पुकार दिलाती है उम्मीदों को अंदाजों कि आस एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि सोच खयाल सुनाती है इशारों को लम्हों कि रोशनी बदलाव दिलाती है अदाओं को तरानों कि सौगात एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान तलाश सुनाती है अंदाजों को बदलावों कि परख कोशिश दिलाती है इशारों को लम्हों कि पुकार एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि सोच पहचान सुनाती है कदमों को अदाओं कि राह अरमान दिलाती है इरादों को नजारों कि सुबह एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि आहट बदलाव सुनाती है लम्हों को दास्तानों कि सोच सपना दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि आस सरगम सुनाती है नजारों को राहों कि सौगात बदलाव दिलाती है आशाओं को अदाओं कि पुकार एहसास देती है।

किनारों को अल्फाजों कि उमंग अफसाना सुनाती है इरादों को नजारों कि सोच खयाल दिलाती है कदमों को उजालों कि तलाश एहसास देती है।

Sunday 12 February 2023

कविता. ४७१५. सपनों कि आहट अक्सर।

                                 सपनों कि आहट अक्सर।

सपनों कि आहट अक्सर अरमानों कि पुकार देती है कदमों कि आस से एहसासों कि रोशनी अहमियत दिलाती है किनारों कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर खयालों कि समझ देती है नजारों कि सोच से दिशाओं कि कहानी पहचान दिलाती है इशारों कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर दास्तानों कि परख देती है किनारों कि मुस्कान से नजारों कि सोच तलाश दिलाती है आशाओं कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर अंदाजों कि आस देती है कोशिश कि लहर से अफसानों कि समझ सपना दिलाती है दास्तानों कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर तरानों कि सुबह देती है लम्हों कि रोशनी से जज्बातों कि मुस्कान अफसाना दिलाती है दिशाओं कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर आशाओं कि पुकार आस देती है दिशाओं कि कहानी से राहों कि सौगात कोशिश दिलाती है बदलावों कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर नजारों कि सोच देती है तरानों कि कोशिश से दास्तानों कि परख पहचान दिलाती है अरमानों कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर बदलावों कि तलाश देती है किनारों से आशाओं कि सुबह दास्तान दिलाती है उजालों कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर अल्फाजों कि राह देती है अरमानों से खयालों कि समझ बदलाव दिलाती है अंदाजों कि आवाज सुनाती है।

सपनों कि आहट अक्सर किनारों कि मुस्कान देती है नजारों से जज्बातों कि कोशिश अहमियत दिलाती है एहसासों कि आवाज सुनाती है।

Saturday 11 February 2023

कविता. ४७१४. उमंग को किनारों से।

                                           उमंग को किनारों से।

उमंग को किनारों से आशाओं कि सरगम सुबह दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात कोशिश देती है कदमों को अदाओं कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है तरानों को अरमानों कि पुकार बदलाव देती है नजारों को खयालों कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से अदाओं कि परख रोशनी दिलाती है जज्बातों को अंदाजों कि आस सरगम देती है कोशिश को राहों कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से दास्तानों कि आस सहारा दिलाती है उजालों को सपनों कि उम्मीद समझ देती है तरानों को अरमानों कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से नजारों कि सोच इशारा दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ तलाश देती है राहों को अंदाजों कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से जज्बातों कि लहर अरमान दिलाती है इशारों को आशाओं कि सोच पहचान देती है खयालों को अदाओं कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से अंदाजों कि सुबह सपना दिलाती है आशाओं को अदाओं कि पुकार बदलाव देती है इरादों को आवाजों कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से खयालों कि समझ कोशिश दिलाती है तरानों को उजालों कि सुबह दास्तान देती है दिशाओं को अल्फाजों कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से राहों कि परख रोशनी दिलाती है लम्हों को सपनों कि कोशिश अरमान देती है नजारों को खयालों कि मुस्कान दिलाती है।

उमंग को किनारों से बदलावों कि सोच तलाश दिलाती है लहरों को इशारों कि सरगम सौगात देती है कदमों को उजालों कि मुस्कान दिलाती है।

Friday 10 February 2023

कविता. ४७१३. राह से जुड़कर।

                                          राह से जुड़कर।

राह से जुड़कर आशाओं कि सरगम दिशाएं देती है कदमों को उजालों कि आहट तराने देती है अरमानों को एहसासों कि रोशनी पुकार देती है।

राह से जुड़कर अदाओं कि कोशिश तलाश देती है किनारों को सपनों कि आस अफसाना देती है अंदाजों को बदलावों कि मुस्कान पुकार देती है।

राह से जुड़कर दास्तानों कि परख नजारा देती है लम्हों को खयालों कि समझ सपना देती है आवाजों को अदाओं कि सौगात पुकार देती है।

राह से जुड़कर किनारों कि सौगात तराना देती है इशारों को दास्तानों कि परख कहानी देती है नजारों को दिशाओं कि समझ पुकार देती है।

राह से जुड़कर तरानों कि सुबह किनारा देती है खयालों को अंदाजों कि सरगम सहारा देती है जज्बातों को एहसासों कि कोशिश पुकार देती है।

राह से जुड़कर उजालों कि तलाश सपना देती है कदमों को बदलावों कि सोच आस देती है अफसानों को उम्मीदों कि लहर पुकार देती है।

राह से जुड़कर इशारों कि कोशिश खयाल देती है आवाजों को लम्हों कि रोशनी सुबह देती है दास्तानों को अल्फाजों कि मुस्कान पुकार देती है।

राह से जुड़कर अंदाजों कि परख पहचान देती है किनारों को सपनों कि आस सौगात देती है किनारों को लहरों कि परख पुकार देती है।

राह से जुड़कर आवाजों कि सोच इशारा देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी तराना देती है अंदाजों को बदलावों कि सोच पुकार देती है।

राह से जुड़कर सपनों कि सौगात बदलाव देती है अदाओं को दास्तानों कि परख रोशनी देती है नजारों को उजालों कि समझ पुकार देती है।

Thursday 9 February 2023

कविता. ४७१२. इशारों से अरमानों कि।

                                   इशारों से अरमानों कि।

इशारों से अरमानों कि पुकार सहारा देती है जज्बातों को आशाओं कि सरगम कोशिश सुनाती है राहों को अंदाजों कि सरगम बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि सोच मुस्कान देती है कदमों को नजारों कि पहचान दास्तान सुनाती है अल्फाजों को उजालों कि सुबह बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि राह कोशिश देती है तरानों को उजालों कि सुबह तलाश सुनाती है लम्हों को खयालों कि समझ बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि पहचान आस देती है किनारों को अल्फाजों कि आस सरगम सुनाती है लहरों को इरादों कि राह बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि परख रोशनी देती है दिशाओं को अंदाजों कि राह मुस्कान सुनाती है आशाओं को नजारों कि सोच बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि दास्तान सुबह देती है सपनों को एहसासों कि सौगात लहर सुनाती है अदाओं को दास्तानों कि परख बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि आस सरगम देती है खयालों को अंदाजों कि राह अल्फाज सुनाती है जज्बातों को किनारों कि मुस्कान बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि पुकार आवाज देती है आशाओं को नजारों कि सौगात आस सुनाती है कदमों को अदाओं कि परख बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि अदा कोशिश देती है अंदाजों को खयालों कि सोच सुबह सुनाती है दिशाओं को उम्मीदों कि सरगम बदलाव दिलाती है।

इशारों से अरमानों कि रोशनी लहर देती है दिशाओं को आवाजों कि धून पुकार सुनाती है तरानों को उजालों कि परख बदलाव दिलाती है।

Wednesday 8 February 2023

कविता. ४७११. नजारों संग आशाओं कि।

                                   नजारों संग आशाओं कि।

नजारों संग आशाओं कि लहर इशारे देती है कदमों को अदाओं कि सौगात उजाला दिलाती है जज्बातों कि सोच अक्सर मुस्कान कि तलाश देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि सरगम उम्मीद देती है तरानों को एहसासों कि राह सौगात दिलाती है लहरों कि सुबह अक्सर आस कि कोशिश देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि तलाश आवाज देती है लम्हों को खयालों कि समझ नजारा दिलाती है इशारों कि उमंग अक्सर आवाजों कि धून देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि अदा रोशनी देती है जज्बातों को कदमों कि आहट खयाल दिलाती है अंदाजों कि आस अक्सर दास्तानों कि परख देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि सुबह कोशिश देती है बदलावों को लम्हों कि रोशनी इरादा दिलाती है दिशाओं कि समझ अक्सर बदलावों कि सोच देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि आस खयाल देती है किनारों को बदलावों कि सौगात कोशिश दिलाती है अदाओं कि परख अक्सर अंदाजों कि रोशनी देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि राह किनारा देती है उजालों को आवाजों कि आस सरगम दिलाती है खयालों कि समझ अक्सर उजालों कि पुकार देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि रोशनी अंदाज देती है इरादों को खयालों कि राह किनारा दिलाती है अफसानों कि मुस्कान अक्सर तरानों कि सुबह देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि सौगात तराना देती है कदमों को अदाओं कि पहचान इशारा दिलाती है लहरों कि सरगम अक्सर बदलावों कि धारा देकर जाती है।

नजारों संग आशाओं कि परख किनारा देती है जज्बातों को दिशाओं कि कहानी आवाज दिलाती है लम्हों कि पुकार अक्सर उम्मीदों कि समझ देकर जाती है।

Tuesday 7 February 2023

कविता. ४७१०. उमंग को कदमों कि।

                                          उमंग को कदमों कि।

उमंग को कदमों कि आहट अल्फाज देती है किनारों को सपनों कि आस सुबह देकर जाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि आस सरगम देती है तरानों को उम्मीदों कि मुस्कान दास्तान देकर जाती है लहरों को नजारों कि पहचान अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि राह सुबह देती है खयालों को अंदाजों कि परख रोशनी देकर जाती है लम्हों को अफसानों कि कोशिश अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि कोशिश सुबह देती है सपनों को एहसासों कि समझ सपना देकर जाती है अदाओं को आवाजों कि धून अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि सोच अंदाज देती है जज्बातों को आशाओं कि सरगम किनारा देकर जाती है तरानों को उम्मीदों कि सौगात अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि अदा अरमान देती है नजारों को दिशाओं कि समझ आस देकर जाती है अंदाजों को जज्बातों कि आवाज अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि लहर सौगात देती है उजालों को सपनों कि सोच तलाश देकर जाती है अल्फाजों को किनारों कि आहट अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि रोशनी खयाल देती है तरानों को अरमानों कि सुबह मुस्कान देकर जाती है नजारों को आशाओं कि सरगम अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि परख रोशनी देती है अंदाजों को उजालों कि पुकार तराना देकर जाती है इशारों को लम्हों कि परख अहमियत दिलाती है।

उमंग को कदमों कि राह अरमान देती है आशाओं को अदाओं कि तलाश खयाल देकर जाती है अंदाजों को आवाजों कि धून अहमियत दिलाती है।

Monday 6 February 2023

कविता. ४७०९. आवाज कि राह से।

                                       आवाज कि राह से।

आवाज कि राह से सपनों कि लहर इरादा दिलाती है कदमों को अदाओं कि परख अरमान जगाती है जज्बातों को दास्तानों कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से दास्तानों कि परख रोशनी दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ सपना जगाती है किनारों को अल्फाजों कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से तरानों कि सुबह कोशिश दिलाती है लहरों को एहसासों कि सोच मुस्कान जगाती है बदलावों को लम्हों कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से जज्बातों कि राह उजाला दिलाती है नजारों को दिशाओं कि सौगात तलाश जगाती है इशारों को अदाओं कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से अल्फाजों कि आस सरगम दिलाती है तरानों को अंदाजों कि आस पहचान जगाती है आशाओं को खयालों कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से अरमानों कि सोच सुबह दिलाती है उजालों को अल्फाजों कि कोशिश सरगम जगाती है तरानों को उम्मीदों कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से दिशाओं कि समझ अरमान दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात पहचान जगाती है किनारों को अंदाजों कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से लहरों कि आहट खयाल दिलाती है जज्बातों को किनारों कि मुस्कान रोशनी जगाती है लहरों को आशाओं कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से नजारों कि सुबह अफसाना दिलाती है खयालों को अंदाजों कि परख तलाश जगाती है दिशाओं को कदमों कि उमंग सुनाती है।

आवाज कि राह से लम्हों कि पहचान रोशनी दिलाती है नजारों को मुस्कान कि आहट अदा जगाती है अरमानों को इरादों कि उमंग सुनाती है।

Sunday 5 February 2023

कविता. ४७०८. सपनों संग इशारों कि।

                                     सपनों संग इशारों कि।

सपनों संग इशारों कि आहट एहसास दिलाती है तरानों को अरमानों कि पुकार अल्फाज दिलाती है लम्हों कि रोशनी से आशाओं कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि आस खयाल दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि परख कोशिश दिलाती है उजालों कि सुबह से अंदाजों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि राह अरमान दिलाती है लहरों को नजारों कि पहचान पुकार दिलाती है अफसानों कि समझ से आवाजों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि किनारा आवाज दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ रोशनी दिलाती है नजारों कि सोच से कदमों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि सौगात अदा दिलाती है खयालों को अंदाजों कि परख अहमियत दिलाती है जज्बातों कि मुस्कान से अदाओं कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि तलाश आवाज दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात किनारा दिलाती है तरानों कि सुबह से अल्फाजों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि रोशनी पहचान दिलाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी खयाल दिलाती है उजालों कि राह से उम्मीदों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि पहचान किनारा दिलाती है आशाओं को बदलावों कि सौगात सहारा दिलाती है कदमों कि कोशिश से दिशाओं कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि समझ जज्बात दिलाती है खयालों को नजारों कि सोच तराना दिलाती है लहरों कि सुबह से अरमानों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि परख सुबह दिलाती है लम्हों को एहसासों कि रोशनी कोशिश दिलाती है उजालों कि पुकार से जज्बातों कि सरगम सुनाती है।


Saturday 4 February 2023

कविता. ४७०७. इशारों कि सरगम से।

                                         इशारों कि सरगम से।

इशारों कि सरगम से आशाओं से पहचान किनारा दिलाती है अदाओं को दिशाओं कि पुकार अरमान सुनाती है जज्बातों कि सोच एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से आवाजों से कोशिश अंदाज दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ सपना सुनाती है नजारों कि पहचान एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से दास्तानों से आस आवाज दिलाती है नजारों को तरानों कि सुबह पहचान सुनाती है अदाओं कि परख एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से खयालों से आहट पुकार दिलाती है अरमानों को राहों कि मुस्कान कोशिश सुनाती है अंदाजों कि आस एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से नजारों से परख अफसाना दिलाती है अल्फाजों को उजालों कि सोच बदलाव सुनाती है आशाओं कि समझ एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से आवाजों से लहर बदलाव दिलाती है अंदाजों को जज्बातों कि रोशनी अरमान सुनाती है दास्तानों कि सुबह एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से अदाओं से आस किनारा दिलाती है उजालों को सपनों कि समझ आवाज सुनाती है तरानों कि पुकार एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से अंदाजों से राह अल्फाज दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि कोशिश पहचान सुनाती है खयालों कि मुस्कान एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से तरानों से उमंग रोशनी दिलाती है लहरों को अरमानों कि सुबह तलाश सुनाती है सपनों कि कोशिश एहसास देकर जाती है।

इशारों कि सरगम से बदलावों से सौगात कोशिश दिलाती है कदमों को उजालों कि राह आस सुनाती है राहों कि अहमियत एहसास देकर जाती है।


Friday 3 February 2023

कविता. ४७०६. उजालों कि पुकार से।

                                 उजालों कि पुकार से।

उजालों कि पुकार से दिशाओं कि पहचान खयाल दिलाती है लम्हों को अरमानों कि सुबह नजारा देकर जाती है जज्बातों को कदमों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से आवाजों कि धून अहमियत दिलाती है खयालों को इशारों कि सौगात तलाश देकर जाती है दिशाओं को बदलावों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से आशाओं कि सरगम किनारा दिलाती है आवाजों को नजारों कि पहचान अफसाना देकर जाती है लहरों को अदाओं कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से अंदाजों कि आस एहसास दिलाती है तरानों को उम्मीदों कि लहर अरमान देकर जाती है आशाओं को दास्तानों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से उम्मीदों कि सुबह पहचान दिलाती है इशारों को लहरों कि सुबह बदलाव देकर जाती है अंदाजों को राहों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से खयालों कि समझ अहमियत दिलाती है इरादों को अल्फाजों कि कोशिश तराना देकर जाती है बदलावों को दिशाओं कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से अल्फाजों कि राह कोशिश दिलाती है लहरों को अरमानों कि सोच पहचान देकर जाती है आवाजों को बदलावों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से कदमों कि आहट खयाल दिलाती है लम्हों को अफसानों कि समझ कोशिश देकर जाती है नजारों को आशाओं कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से किनारों कि रोशनी तलाश दिलाती है बदलावों को जज्बातों कि सुबह दास्तान देकर जाती है अदाओं को कदमों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि पुकार से तरानों कि रोशनी सरगम दिलाती है आवाजों को अदाओं कि अहमियत किनारा देकर जाती है बदलावों को इशारों कि मुस्कान दिलाती है।

Thursday 2 February 2023

कविता. ४७०५ . किनारों को सपनों कि।

                                 किनारों को सपनों कि।

किनारों को सपनों कि लहर अल्फाज सुनाती है लम्हों को खयालों कि समझ अरमान दिलाती है अदाओं मे कोशिश संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि आस आवाज सुनाती है नजारों को दिशाओं कि सौगात अदा दिलाती है दास्तानों मे अरमानों संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि रोशनी कोशिश सुनाती है जज्बातों को कदमों कि आहट खयाल दिलाती है लहरों मे इशारों संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि समझ बदलाव सुनाती है आशाओं को बदलावों कि सोच राह दिलाती है अफसानों मे अंदाजों संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि सौगात तलाश सुनाती है तरानों को अरमानों कि सुबह पुकार दिलाती है अल्फाजों मे दिशाओं संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि तलाश जज्बात सुनाती है अदाओं को तरानों कि पहचान परख दिलाती है खयालों मे आवाजों संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि राह अफसाना सुनाती है लहरों को खयालों कि मुस्कान आस दिलाती है लम्हों मे अंदाजों संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि सुबह इशारा सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है बदलावों मे खयालों संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि परख कोशिश सुनाती है लम्हों को दास्तानों कि समझ पुकार दिलाती है लहरों मे आवाजों संग एहसास जगाती है।

किनारों को सपनों कि पहचान आहट सुनाती है तरानों को अरमानों कि सुबह सोच दिलाती है अल्फाजों मे बदलावों संग एहसास जगाती है।

Wednesday 1 February 2023

कविता. ४७०४. अल्फाजों कि कोशिश अक्सर।

                            अल्फाजों कि कोशिश अक्सर।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर खयालों कि दिशाएं देती है कदमों कि चाहत एहसासों के किनारे देती है जज्बातों को अदाओं कि पुकार सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर राहों कि कहानी देती है अरमानों कि लहर अल्फाजों के उजाले देती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर लहरों कि सरगम देती है अंदाजों कि राह खयालों के पहचान देती है अरमानों को बदलावों कि सौगात सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर किनारों कि सुबह देती है तरानों कि परख आशाओं के अफसाने देती है अंदाजों को जज्बातों कि राह सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर अरमानों कि पुकार देती है आवाजों कि धून लहरों के इरादे देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर लम्हों कि पहचान देती है दास्तानों कि पुकार लम्हों के तराने देती है किनारों को सपनों कि लहर सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर जज्बातों कि रोशनी देती है आशाओं कि सरगम उम्मीदों के नजारे देती है अदाओं को दिशाओं कि आस सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर तरानों कि सौगात देती है कदमों कि आहट खयालों के इशारे देती है दास्तानों को आवाजों कि पहचान सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर सपनों कि आहट देती है नजारों कि पहचान उजालों के किनारे देती है आवाजों को बदलावों कि सोच सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर एहसासों कि सोच देती है किनारों कि मुस्कान इरादों के उमंग देती है आशाओं को अरमानों कि सुबह सहारे देती है।

कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की। इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बा...