Sunday 5 February 2023

कविता. ४७०८. सपनों संग इशारों कि।

                                     सपनों संग इशारों कि।

सपनों संग इशारों कि आहट एहसास दिलाती है तरानों को अरमानों कि पुकार अल्फाज दिलाती है लम्हों कि रोशनी से आशाओं कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि आस खयाल दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि परख कोशिश दिलाती है उजालों कि सुबह से अंदाजों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि राह अरमान दिलाती है लहरों को नजारों कि पहचान पुकार दिलाती है अफसानों कि समझ से आवाजों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि किनारा आवाज दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ रोशनी दिलाती है नजारों कि सोच से कदमों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि सौगात अदा दिलाती है खयालों को अंदाजों कि परख अहमियत दिलाती है जज्बातों कि मुस्कान से अदाओं कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि तलाश आवाज दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात किनारा दिलाती है तरानों कि सुबह से अल्फाजों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि रोशनी पहचान दिलाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी खयाल दिलाती है उजालों कि राह से उम्मीदों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि पहचान किनारा दिलाती है आशाओं को बदलावों कि सौगात सहारा दिलाती है कदमों कि कोशिश से दिशाओं कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि समझ जज्बात दिलाती है खयालों को नजारों कि सोच तराना दिलाती है लहरों कि सुबह से अरमानों कि सरगम सुनाती है।

सपनों संग इशारों कि परख सुबह दिलाती है लम्हों को एहसासों कि रोशनी कोशिश दिलाती है उजालों कि पुकार से जज्बातों कि सरगम सुनाती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...