Sunday 31 March 2024

कविता. ५१२८. जज्बात को अंदाजों की।

                              जज्बात को अंदाजों की।

जज्बात को अंदाजों की आस अरमान दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान सरगम सुनाती है तरानों को किनारों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की सौगात कोशिश दिलाती है इरादों को उम्मीदों की पहचान पुकार सुनाती है अल्फाजों को उजालों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की रोशनी दास्तान दिलाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी अल्फाज सुनाती है आवाजों को बदलावों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की लहर किनारा दिलाती है अल्फाजों को उजालों की पहचान सहारा सुनाती है खयालों को सपनों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की परख सरगम दिलाती है आशाओं को बदलावों की सुबह एहसास सुनाती है उम्मीदों को किनारों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की कोशिश उमंग दिलाती है राहों को अरमानों की आस अहमियत सुनाती है लम्हों को कदमों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की पुकार सोच दिलाती है तरानों को एहसासों की कहानी समझ सुनाती है अल्फाजों को इरादों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की मुस्कान आहट दिलाती है नजारों को अल्फाजों की सोच तलाश सुनाती है एहसासों को अदाओं संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की राह समझ दिलाती है उम्मीदों को किनारों की कोशिश कहानी सुनाती है खयालों को दिशाओं संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की उम्मीद आवाज दिलाती है एहसासों को लहरों की परख सहारा सुनाती है आशाओं को बदलावों संग अफसाना दिलाती है।

Saturday 30 March 2024

कविता. ५१२७. सपनों को एहसासों की।

                               सपनों को एहसासों की।

सपनों को एहसासों की समझ संग उजाला देती है कदमों को आशाओं की कहानी सरगम सुनाती है नजारों को दिशाओं की लहर तराना देती है।

सपनों को एहसासों की कोशिश संग उमंग देती है आवाजों को राहों की सौगात अहमियत सुनाती है दास्तानों को जज्बातों की रोशनी तराना देती है।

सपनों को एहसासों की आस संग अरमान देती है अंदाजों को बदलावों की मुस्कान आस सुनाती है दिशाओं को कदमों की सोच तराना देती है।

सपनों को एहसासों की सुबह संग तलाश देती है खयालों को इशारों की राह अल्फाज सुनाती है इरादों को उम्मीदों की परख तराना देती है।

सपनों को एहसासों की सोच संग आवाज देती है किनारों को अल्फाजों की आस पुकार सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान तराना देती है।

सपनों को एहसासों की उम्मीद संग नजारा देती है आशाओं को इशारों की परख कोशिश सुनाती है राहों को अरमानों की पुकार तराना देती है।

सपनों को एहसासों की रोशनी संग खयाल देती है अल्फाजों को उजालों की सुबह सरगम सुनाती है अदाओं को इरादों की समझ तराना देती है।

सपनों को एहसासों की उमंग संग जज्बात देती है आवाजों को अदाओं की पुकार अरमान सुनाती है अल्फाजों को उजालों की सुबह तराना देती है।

सपनों को एहसासों की बदलाव संग आस देती है जज्बातों को आवाजों की धून तलाश सुनाती है लम्हों को आशाओं की मुस्कान तराना देती है।

सपनों को एहसासों की अदा संग रोशनी देती है खयालों को आशाओं की कहानी सोच सुनाती है इशारों को उम्मीदों की तलाश तराना देती है।

Friday 29 March 2024

कविता. ५१२६. अरमानों से अल्फाजों की।

                             अरमानों से अल्फाजों की।

अरमानों से अल्फाजों की आस तलाश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ कोशिश देकर जाती है जज्बातों को कदमों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की मुस्कान उमंग दिलाती है लम्हों को दास्तानों की सोच नजारा देकर जाती है उजालों को सपनों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की कोशिश कहानी दिलाती है तरानों को उम्मीदों की रोशनी अंदाज देकर जाती है आवाजों को राहों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की लहर अहमियत दिलाती है सपनों को एहसासों की सुबह किनारा देकर जाती है इशारों को लम्हों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की उम्मीद तराना दिलाती है आवाजों को अदाओं की पहचान सहारा देकर जाती है किनारों को नजारों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की सरगम मुस्कान दिलाती है अंदाजों को बदलावों की सौगात दास्तान देकर जाती है एहसासों को इरादों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की सोच अफसाना दिलाती है किनारों को सपनों की सुबह पुकार देकर जाती है बदलावों को दिशाओं की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की रोशनी नजारा दिलाती है कदमों को उजालों की कहानी सरगम देकर जाती है खयालों को आशाओं की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की सौगात तलाश दिलाती है जज्बातों को नजारों की सोच अफसाना देकर जाती है उम्मीदों को लहरों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की आहट सहारा दिलाती है लम्हों को किनारों को सपनों की सुबह परख देकर जाती है तरानों को अदाओं की आस सुनाती है।

Thursday 28 March 2024

कविता. ५१२५. किनारों को अंदाजों की।

                              किनारों को अंदाजों की।

किनारों को अंदाजों की समझ एहसास दिलाती है दास्तानों के संग आशाओं की मुस्कान अरमान जगाती है दिशाओं को कदमों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की रोशनी आस दिलाती है लम्हों के संग अरमानों की पुकार अफसाना जगाती है तरानों को उम्मीदों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की उमंग तलाश दिलाती है लहरों के संग आवाजों की धून अहमियत जगाती है नजारों को खयालों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की उम्मीद जज्बात दिलाती है इशारों के संग लहरों की आस उजाला जगाती है राहों को अल्फाजों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की सरगम राह दिलाती है आवाजों के संग खयालों की समझ सौगात जगाती है कदमों को अदाओं की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की परख पहचान दिलाती है आशाओं के संग नजारों की सोच कोशिश जगाती है सपनों को लम्हों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की आस कोशिश दिलाती है राहों के संग बदलावों की मुस्कान रोशनी जगाती है आशाओं को इरादों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की सोच सौगात दिलाती है नजारों के संग लहरों की सुबह अल्फाज जगाती है आवाजों को अदाओं की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की सुबह दिशा दिलाती है कदमों के संग उजालों की पुकार तलाश जगाती है दास्तानों को एहसासों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की पुकार आवाज दिलाती है लहरों के संग अरमानों की सोच अफसाना जगाती है कदमों को अल्फाजों की आहट देकर जाती है।


Wednesday 27 March 2024

कविता. ५१२४. बदलाव को लहरों की।

                                बदलाव को लहरों की।

बदलाव को लहरों की मुस्कान कोशिश सुनाती है दिशाओं को नजारों संग आहट तराना सुनाती है आवाजों को राहों की सौगात तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की कहानी सरगम सुनाती है दास्तानों को एहसासों संग आस पुकार सुनाती है कदमों को उजालों की पहचान तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की समझ अफसाना सुनाती है खयालों को अंदाजों संग सोच तराना सुनाती है इरादों को आशाओं की लहर तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की उमंग किनारा सुनाती है लम्हों को अरमानों संग अदा आवाज सुनाती है खयालों को इशारों की समझ तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की उम्मीद खयाल सुनाती है राहों को सपनों संग सुबह दास्तान सुनाती है अल्फाजों को सपनों की आस तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की सोच इशारा सुनाती है कदमों को उजालों संग रोशनी अल्फाज सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की परख तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की आस सपना सुनाती है उम्मीदों को कदमों संग कोशिश जज्बात सुनाती है नजारों को अरमानों की पुकार तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की राह अंदाज सुनाती है अरमानों को दिशाओं संग परख खयाल सुनाती है लम्हों को दास्तानों की सुबह तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की आवाज पुकार सुनाती है आशाओं को अदाओं संग कोशिश इरादा सुनाती है अफसानों को राहों की मुस्कान तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की राह अल्फाज सुनाती है अंदाजों को इरादों संग पहचान सहारा सुनाती है लहरों को एहसासों की आहट तलाश दिलाती है।

Tuesday 26 March 2024

कविता. ५१२३. रोशनी को एहसासों की।

                               रोशनी को एहसासों की।

रोशनी को एहसासों की आहट तलाश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है नजारों को दिशाओं की कहानी पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की सुबह सौगात दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान सहारा सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की परख पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की आस सोच दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश परख सुनाती है अरमानों को सपनों की आस पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की उमंग खयाल दिलाती है आशाओं को दास्तानों की सोच अफसाना सुनाती है राहों को आवाजों की धून पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की कहानी सहारा दिलाती है उजियारे को अंदाजों की पुकार अल्फाज सुनाती है खयालों को उम्मीदों की कहानी पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की कोशिश लहर दिलाती है सपनों को किनारों की राह अरमान सुनाती है लम्हों को दास्तानों की सोच पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की आस सरगम दिलाती है उजालों को बदलावों की धून उमंग सुनाती है सपनों को किनारों की आस पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की लहर अहमियत दिलाती है आवाजों को इरादों की कहानी दास्तान सुनाती है तरानों को उम्मीदों की कोशिश पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की समझ उम्मीद दिलाती है सपनों को अरमानों की पुकार उजाला सुनाती है अदाओं को दिशाओं की सोच पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की सरगम अंदाज दिलाती है बदलावों को लम्हों की कोशिश अहमियत सुनाती है आवाजों को राहों की मुस्कान पहचान देकर जाती है।

Monday 25 March 2024

कविता. ५१२२. इशारों को लम्हों की।

                                इशारों को लम्हों की।

इशारों को लम्हों की पहचान सहारा देती है कदमों को अदाओं की परख खयाल सुनाती है नजारों को दिशाओं संग तलाश तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की कहानी सरगम देती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान अरमान सुनाती है जज्बातों को राहों संग पुकार तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की आस अफसाना देती है जज्बातों को राहों की सौगात दास्तान सुनाती है उजालों को बदलावों संग सोच तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की उमंग सहारा देती है एहसासों को उम्मीदों की पुकार आवाज सुनाती है अरमानों को सपनों संग आहट तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की सौगात सुबह देती है लहरों को खयालों की समझ अरमान सुनाती है अंदाजों को आवाजों संग धून तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की कोशिश बदलाव देती है आशाओं को सपनों की आस परख सुनाती है एहसासों को राहों संग अदा तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की रोशनी परख देती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान आहट सुनाती है आशाओं को अंदाजों संग सोच तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की सरगम पुकार देती है अंदाजों को बदलावों की कहानी समझ सुनाती है कदमों को उजालों संग रोशनी तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की आहट उमंग देती है अफसानों को दिशाओं की पहचान आस सुनाती है लम्हों को दास्तानों संग कोशिश तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की सोच आवाज देती है उम्मीदों को खयालों की सुबह उम्मीद सुनाती है अल्फाजों को राहों संग अहमियत तराना सुनाती है।

Sunday 24 March 2024

कविता. ५१२१. उमंग से जुडकर।

                                   उमंग से जुडकर।

उमंग से जुडकर आशाओं की लहर इशारा देकर जाती है कदमों को उजालों की समझ संग अरमान जगाती है सपनों को एहसासों की पुकार सुनाती है।

उमंग से जुडकर अंदाजों की कहानी आस देकर जाती है किनारों को अल्फाजों की तलाश संग आवाज जगाती है नजारों को खयालों की पुकार सुनाती है।

उमंग से जुडकर सपनों की सोच सपना देकर जाती है आशाओं को बदलावों की मुस्कान संग आहट जगाती है दिशाओं को इरादों की पुकार सुनाती है।

उमंग से जुडकर लहरों की सौगात कोशिश देकर जाती है अंदाजों को इरादों की आस संग जज्बात जगाती है राहों को अरमानों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर लम्हों की आहट एहसास देकर जाती है अफसानों को सपनों की सुबह संग पहचान जगाती है किनारों को अल्फाजों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर नजारों की रोशनी अल्फाज देकर जाती है अरमानों को दिशाओं की लहर संग परख जगाती है उजालों को बदलावों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर जज्बातों की आस खयाल देकर जाती है नजारों को अंदाजों की सौगात संग आवाज जगाती है अदाओं को लम्हों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर दास्तानों की अदा दास्तान देकर जाती है राहों को एहसासों की कहानी संग अहमियत जगाती है राहों को सपनों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर उम्मीदों की कोशिश तराना देकर जाती है उजालों को बदलावों की अदा संग सरगम जगाती है किनारों को दास्तानों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर राहों की पहचान सहारा देकर जाती है आशाओं को इशारों की समझ संग अल्फाज जगाती है उम्मीदों को दिशाओं की पुकार सुनाती है।


Saturday 23 March 2024

कविता. ५१२०. सपनों संग बदलावों की।

                            सपनों संग बदलावों की।

सपनों संग बदलावों की मुस्कान कोशिश दिलाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी अफसाना दिलाती है इशारों को दास्तानों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की उमंग खयाल दिलाती है लम्हों को अरमानों की पुकार पहचान दिलाती है अरमानों को दिशाओं की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की सुबह किनारा दिलाती है लहरों को आवाजों की समझ अल्फाज दिलाती है जज्बातों को कदमों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की आस अरमान दिलाती है कदमों को अदाओं की सोच उमंग दिलाती है एहसासों को इशारों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की आवाज सरगम दिलाती है राहों को किनारों की आहट तलाश दिलाती है अंदाजों को नजारों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की राह उमंग दिलाती है उजालों को अल्फाजों की आस दास्तान दिलाती है अल्फाजों को अदाओं की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की रोशनी तराना दिलाती है इरादों को आशाओं की सोच सौगात दिलाती है एहसासों को लम्हों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की उम्मीद तलाश दिलाती है अंदाजों को जज्बातों की कहानी अरमान दिलाती है कदमों को दिशाओं की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की लहर सोच दिलाती है खयालों को अदाओं की आस दास्तान दिलाती है किनारों को सपनों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की अरमान समझ दिलाती है आशाओं को नजारों की कोशिश उमंग दिलाती है आवाजों को दास्तानों की परख सुनाती है।

Friday 22 March 2024

कविता. ५११९. अल्फाजों को राहों की।

                              अल्फाजों को राहों की।

अल्फाजों को राहों की मुस्कान पहचान दिलाती है लहरों को कदमों की आहट पहचान सुनाती है दिशाओं को बदलावों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की कहानी अरमान दिलाती है लम्हों को खयालों की समझ आवाज सुनाती है अंदाजों को इरादों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की सौगात सरगम दिलाती है कदमों को उजालों की सुबह तराना सुनाती है जज्बातों को आशाओं की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की अंदाज सोच दिलाती है नजारों को सपनों की सौगात जज्बात सुनाती है आवाजों को दिशाओं की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की उमंग तलाश दिलाती है इशारों को बदलावों की मुस्कान एहसास सुनाती है लम्हों को नजारों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की सुबह आवाज दिलाती है अंदाजों को इरादों की कहानी अहमियत सुनाती है उम्मीदों को किनारों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की आस अफसाना दिलाती है इशारों को लम्हों की परख उमंग सुनाती है लहरों को अरमानों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की उम्मीद खयाल दिलाती है किनारों को अंदाजों की सौगात सपना सुनाती है दास्तानों को अदाओं की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की सरगम आस दिलाती है अफसानों को लहरों की पुकार पहचान सुनाती है आवाजों को कदमों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की तलाश लम्हा दिलाती है तरानों को उम्मीदों की आस अरमान सुनाती है सपनों को दास्तानों की कोशिश दिलाती है।

Thursday 21 March 2024

कविता. ५११८. इशारों को दास्तानों की।

                             इशारों को दास्तानों की।

इशारों को दास्तानों की परख सरगम दिलाती है लहरों को नजारों से जज्बातों की पहचान दिलाती है कदमों को अदाओं की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की आवाज जज्बात दिलाती है राहों को अरमानों से लहरों की कहानी दिलाती है लम्हों को खयालों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की उमंग मुस्कान दिलाती है दिशाओं को एहसासों से अंदाजों की रोशनी दिलाती है अरमानों को आशाओं की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की पुकार पहचान दिलाती है उजालों को सपनों से उम्मीदों की कोशिश दिलाती है अंदाजों को इरादों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की आस अहमियत दिलाती है नजारों को खयालों से अल्फाजों की उमंग दिलाती है सपनों को अरमानों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की उम्मीद सरगम दिलाती है उम्मीदों को किनारों से आवाजों की धून दिलाती है अंदाजों को एहसासों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की राह अफसाना दिलाती है आशाओं को दिशाओं से अफसानों की समझ दिलाती है उजालों को कदमों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की सौगात तलाश दिलाती है अदाओं को एहसासों से उम्मीदों की कहानी दिलाती है तरानों को राहों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की सुबह अरमान दिलाती है सपनों को अरमानों से अदाओं की कोशिश दिलाती है बदलावों को दिशाओं की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की आहट पहचान दिलाती है अल्फाजों को राहों से धाराओं की अहमियत दिलाती है अंदाजों को जज्बातों की सोच दिलाती है।

Wednesday 20 March 2024

कविता. ५११७. सरगम को आशाओं की।

                               सरगम को आशाओं की।

सरगम को आशाओं की मुस्कान पहचान दिलाती है लम्हों को खयालों की सोच पुकार सुनाती है कदमों को अदाओं की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है राहों को अंदाजों की उमंग तलाश सुनाती है नजारों को दिशाओं की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान उजाला दिलाती है कदमों को जज्बातों की सौगात कहानी सुनाती है अल्फाजों को राहों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान खयाल दिलाती है किनारों को अरमानों की सुबह सहारा सुनाती है दास्तानों को एहसासों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान सपना दिलाती है उम्मीदों को कदमों की आस अफसाना सुनाती है उजालों को बदलावों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान दास्तान दिलाती है नजारों को लहरों की कहानी पहचान सुनाती है किनारों को अंदाजों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान तलाश दिलाती है राहों को अरमानों की सौगात कोशिश सुनाती है खयालों को इशारों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान अंदाज दिलाती है इरादों को उम्मीदों की राह अल्फाज सुनाती है लम्हों को तरानों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान किनारा दिलाती है आवाजों को कदमों की सोच जज्बात सुनाती है दिशाओं को लहरों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान समझ दिलाती है दिशाओं को सपनों की कोशिश तराना सुनाती है अरमानों को इरादों की आहट देकर जाती है।

Tuesday 19 March 2024

कविता. ५११६. लम्हों की सुबह अक्सर।

                            लम्हों की सुबह अक्सर।

लम्हों की सुबह अक्सर आशाओं को एहसासों की कहानी संग समझ दिलाती है दिशाओं को कदमों की आहट कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर आवाजों को बदलावों की आस संग सौगात दिलाती है लहरों को अफसानों की अहमियत कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर अंदाजों को जज्बातों की सरगम संग तलाश दिलाती है किनारों को उजालों की कहानी कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर अरमानों को सपनों की रोशनी संग खयाल दिलाती है इशारों को अल्फाजों की पहचान कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर अल्फाजों को नजारों की सपनों संग आहट दिलाती है उम्मीदों को लहरों की मुस्कान कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर दास्तानों को अंदाजों की पहचान संग दास्तान दिलाती है खयालों को उम्मीदों की तलाश कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर दिशाओं को कदमों की सौगात संग तराना दिलाती है अदाओं को लहरों की आवाज कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर इशारों को उम्मीदों की तलाश संग अल्फाज दिलाती है राहों को अफसानों की समझ कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर जज्बातों को किनारों की कहानी संग पुकार दिलाती है अंदाजों को इरादों की उमंग कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर अफसानों को सपनों की रोशनी संग आवाज दिलाती है किनारों को आशाओं की सरगम कोशिश सुनाती है।



Monday 18 March 2024

कविता. ५११५. उजालों से अरमानों की।

                             उजालों से अरमानों की।

उजालों से अरमानों की परख सुबह दिलाती है नजारों को किनारों संग अंदाज सहारा देती है दिशाओं से एहसासों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की पुकार कोशिश दिलाती है राहों को इशारों संग आस तराना देती है आशाओं से जज्बातों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की आस खयाल दिलाती है इरादों को आशाओं संग तलाश मुस्कान देती है अंदाजों से दास्तानों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की रोशनी आवाज दिलाती है अदाओं को तरानों संग कोशिश आहट देती है खयालों से उम्मीदों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की उमंग जज्बात दिलाती है कदमों को आवाजों संग धून इशारा देती है लहरों से अल्फाजों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की समझ सौगात दिलाती है राहों को अंदाजों संग उमंग आवाज देती है तरानों से लम्हों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की पहचान सोच दिलाती है किनारों को दास्तानों संग उम्मीद नजारा देती है लहरों से कदमों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की उम्मीद समझ दिलाती है लहरों को इशारों संग सरगम तलाश देती है जज्बातों से किनारों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की तलाश अल्फाज दिलाती है इरादों को आशाओं संग कोशिश तराना देती है अदाओं से आवाजों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की आस अंदाज दिलाती है एहसासों को उम्मीदों संग परख मुस्कान देती है किनारों से खयालों का सपना देती है।

Sunday 17 March 2024

कविता.५११४. अफसानों को सपनों संग।

                         अफसानों को सपनों संग।

अफसानों को सपनों संग अल्फाज दिलाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी एहसास सुनाती है नजारों को दिशाओं की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग मुस्कान दिलाती है उजालों को जज्बातों की राह अरमान सुनाती है आशाओं को बदलावों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग कोशिश दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश आस सुनाती है अंदाजों को आवाजों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग उमंग दिलाती है खयालों को अंदाजों की आहट मुस्कान सुनाती है दास्तानों को एहसासों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग जज्बात दिलाती है किनारों को आशाओं की समझ सरगम सुनाती है तरानों को उजालों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग सुबह दिलाती है कदमों को दास्तानों की पहचान सहारा सुनाती है इशारों को लम्हों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग आवाज दिलाती है इरादों को उम्मीदों की कोशिश पुकार सुनाती है बदलावों को अरमानों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग तलाश दिलाती है अरमानों को जज्बातों की सौगात अहमियत सुनाती है लम्हों को इशारों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग पुकार दिलाती है अल्फाजों को उजालों की सुबह एहसास सुनाती है आशाओं को बदलावों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग आस दिलाती है लम्हों को खयालों की समझ बदलाव सुनाती है इशारों को दास्तानों की लहर देकर जाती है।

Saturday 16 March 2024

कविता. ५११३. लहरों को किनारों की।

                               लहरों को किनारों की।

लहरों को किनारों की आस अरमान दिलाती है दास्तानों से एहसासों की कहानी परख सुनाती है अल्फाजों संग आशाओं की आहट देकर जाती है।

लहरों को किनारों की रोशनी तराना दिलाती है उजालों से आवाजों की धून अरमान सुनाती है अंदाजों संग जज्बातों की कहानी देकर जाती है।

लहरों को किनारों की दास्तान लम्हा दिलाती है राहों से धाराओं की कोशिश खयाल सुनाती है नजारों संग इशारों की पहचान देकर जाती है।

लहरों को किनारों की सोच नजारा दिलाती है सपनों से लहरों की मुस्कान तराना सुनाती है आवाजों संग एहसासों की सुबह देकर जाती है।

लहरों को किनारों की सरगम जज्बात दिलाती है लम्हों से खयालों की समझ सुबह सुनाती है अफसानों संग उम्मीदों की रोशनी देकर जाती है।

लहरों को किनारों की समझ पुकार दिलाती है इरादों से अल्फाजों की आस तलाश सुनाती है तरानों संग जज्बातों की कहानी देकर जाती है।

लहरों को किनारों की आवाज सरगम दिलाती है बदलावों से धाराओं की पुकार पहचान सुनाती है दिशाओं संग तरानों की सौगात देकर जाती है।

लहरों को किनारों की उमंग अफसाना दिलाती है आशाओं से खयालों की सोच अहमियत सुनाती है उजालों संग नजारों की सरगम देकर जाती है।

लहरों को किनारों की सुबह सहारा दिलाती है अफसानों से राहों की मुस्कान दास्तान सुनाती है आवाजों संग इशारों की कोशिश देकर जाती है।

लहरों को किनारों की आहट सपना दिलाती है अंदाजों से नजारों की कहानी अहमियत सुनाती है लम्हों संग अरमानों की आहट देकर जाती है।

Friday 15 March 2024

कविता. ५११२. अरमानों को किनारों संग।

                             अरमानों को किनारों संग।

अरमानों को किनारों संग उम्मीद कोशिश दिलाती है लहरों की सुबह अक्सर आशाओं संग तलाश दिलाती है जज्बातों को कदमों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग सौगात तराना दिलाती है लम्हों की आहट अक्सर अल्फाजों संग मुस्कान दिलाती है अदाओं को नजारों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग आवाज अरमान दिलाती है राहों की कहानी अक्सर बदलावों संग सपना दिलाती है नजारों को दिशाओं की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग अंदाज इरादा दिलाती है इशारों की समझ अक्सर खयालों संग लहर दिलाती है राहों को अल्फाजों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग आहट सरगम दिलाती है आशाओं की मुस्कान अक्सर तरानों संग सौगात दिलाती है कदमों को दिशाओं की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग उमंग आस दिलाती है नजारों की कहानी अक्सर दास्तानों संग सोच दिलाती है उजालों को आवाजों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग रोशनी अल्फाज दिलाती है कदमों की सोच अक्सर इशारों संग उमंग दिलाती है इरादों को उम्मीदों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग अदा सरगम दिलाती है दिशाओं की कोशिश अक्सर उजालों संग आस दिलाती है तरानों को दास्तानों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग सुबह सोच दिलाती है अंदाजों की रोशनी अक्सर कदमों संग अल्फाज दिलाती है नजारों को बदलावों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग पहचान अदा दिलाती है इरादों की कहानी अक्सर उम्मीदों संग आहट दिलाती है लहरों को एहसासों की पुकार सुनाती है।

Thursday 14 March 2024

कविता. ५१११. जज्बातों को राहों की।

                               जज्बातों को राहों की।

जज्बातों को राहों की मुस्कान पहचान दिलाती है कदमों को अदाओं की पुकार खयाल सुनाती है अल्फाजों की समझ संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की कहानी परख दिलाती है लहरों को इशारों की सौगात मुस्कान सुनाती है दास्तानों की परख संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की कोशिश तलाश दिलाती है लम्हों को खयालों की रोशनी अरमान सुनाती है नजारों की सुबह संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की उमंग तराना दिलाती है किनारों को सपनों की आस बदलाव सुनाती है एहसासों की कोशिश संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की सौगात उम्मीद दिलाती है इरादों को आशाओं की सोच दास्तान सुनाती है अफसानों की आहट संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की लहर सरगम दिलाती है अरमानों को सपनों की आस पहचान सुनाती है आवाजों की अदा संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की अंदाज सुबह दिलाती है उजालों को बदलावों की रोशनी अफसाना सुनाती है अरमानों की सौगात संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की समझ नजारा दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की मुस्कान सौगात सुनाती है लम्हों की कहानी संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की कहानी कोशिश दिलाती है तरानों को उजालों की पुकार लहर सुनाती है किनारों की पहचान संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की सोच सपना दिलाती है दिशाओं को कदमों की परख सहारा सुनाती है अल्फाजों की सरगम संग अहमियत दिलाती है।

Wednesday 13 March 2024

कविता. ५११०. अफसानों को दिशाओं संग।

                         अफसानों को दिशाओं संग।

अफसानों को दिशाओं संग पहचान इरादा दिलाती है किनारों को तरानों से परख सुनाती है आवाजों की धून अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग मुस्कान कोशिश दिलाती है लम्हों को खयालों से आस सुनाती है जज्बातों की कहानी अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग अदा पुकार दिलाती है लहरों को नजारों से अरमान सुनाती है अंदाजों की सरगम अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग रोशनी नजारा दिलाती है कदमों को उजालों से बदलाव सुनाती है अदाओं की कोशिश अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग उमंग आस दिलाती है एहसासों को उम्मीदों से तराना सुनाती है लम्हों की आहट अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग परख सौगात दिलाती है अरमानों को राहों से एहसास सुनाती है उजालों की पुकार अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग सोच कोशिश दिलाती है इशारों को दास्तानों से पहचान सुनाती है उम्मीदों की तलाश अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग उम्मीद तलाश दिलाती है अंदाजों को कदमों से धारा सुनाती है आशाओं की रोशनी अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग अल्फाज राह दिलाती है दास्तानों को अदाओं से पुकार सुनाती है किनारों की आस अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग लहर आवाज दिलाती है राहों को सपनों से खयाल सुनाती है बदलावों की मुस्कान अक्सर अहमियत देती है।

Tuesday 12 March 2024

कविता. ५१०९. खयालों को अंदाजों की।

                                 खयालों को अंदाजों की।

खयालों को अंदाजों की आस अरमान दिलाती है तरानों को कदमों की आहट पुकार सुनाती है नजारों को दिशाओं की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की परख पहचान दिलाती है लहरों को किनारों की आस सोच सुनाती है जज्बातों को आशाओं की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की राह अल्फाज दिलाती है बदलावों को दिशाओं की कहानी उमंग सुनाती है लहरों को आवाजों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की उम्मीद कोशिश दिलाती है सपनों को एहसासों की रोशनी सौगात सुनाती है अल्फाजों को उजालों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की उमंग जज्बात दिलाती है आशाओं को बदलावों की सुबह एहसास सुनाती है दास्तानों को लम्हों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की सौगात तलाश दिलाती है इशारों को आवाजों की धून अफसाना सुनाती है उम्मीदों को जज्बातों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की पुकार बदलाव दिलाती है उम्मीदों को एहसासों की आहट आवाज सुनाती है अदाओं को राहों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की लहर इरादा दिलाती है अरमानों को इरादों की कहानी बदलाव सुनाती है अल्फाजों को सपनों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की समझ सोच दिलाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान सहारा सुनाती है आशाओं को दिशाओं की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की उम्मीद परख दिलाती है बदलावों को लम्हों की कहानी अफसाना सुनाती है कदमों को लहरों की सरगम दिलाती है।

Monday 11 March 2024

कविता. ५१०८. आवाज कोई निराली।

                              आवाज कोई निराली।

आवाज कोई निराली पुकार सुनाकर चलती है अंदाजों को लम्हों की आहट इशारे देती रहती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली पहचान सुनाकर चलती है तरानों को उम्मीदों की कहानी लहरे देती रहती है खयालों को जज्बातों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली आस सुनाकर चलती है उजालों को सपनों की कोशिश तराने देती रहती है आशाओं को बदलावों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली सुबह सुनाकर चलती है राहों को अरमानों की अल्फाज दास्तानें देती रहती है अफसानों को दिशाओं की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली सरगम सुनाकर चलती है लहरों को इशारों की आस लम्हे देती रहती है नजारों को उम्मीदों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली सौगात सुनाकर चलती है नजारों को अदाओं की रोशनी अफसाने देती रहती है कदमों को राहों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली अरमान सुनाकर चलती है सपनों को एहसासों की आहट नजारे देती रहती है अंदाजों को उजालों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली दास्तान सुनाकर चलती है खयालों को उम्मीदों की तलाश किनारे देती रहती है इरादों को सपनों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली तलाश सुनाकर चलती है जज्बातों को राहों की कहानी इरादे देती रहती है अल्फाजों को तरानों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली उम्मीद सुनाकर चलती है एहसासों को सपनों की आस उजाले देती रहती है आशाओं को दिशाओं की मुस्कान दिलाती है।

Sunday 10 March 2024

कविता. ५१०७. इशारों को आवाजों की।

                             इशारों को आवाजों की।

इशारों को आवाजों की धून अफसाना दिलाती है दास्तानों संग दिशाओं से एहसास सुनाती है नजारों को लहरों की मुस्कान कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की पुकार सहारा दिलाती है आशाओं संग तरानों से पहचान सुनाती है इरादों को उम्मीदों की सोच कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की उमंग सरगम दिलाती है राहों संग अरमानों से मुस्कान सुनाती है जज्बातों को कदमों की आहट कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की कोशिश अरमान दिलाती है लहरों संग तरानों से आस सुनाती है सपनों को खयालों की अहमियत कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की परख उजाला दिलाती है किनारों संग राहों से अल्फाज सुनाती है अंदाजों को बदलावों की सौगात कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की उम्मीद रोशनी दिलाती है अदाओं संग आशाओं से लहर सुनाती है लम्हों को दिशाओं की पुकार कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की सुबह अंदाज दिलाती है अंदाजों संग जज्बातों से उमंग सुनाती है खयालों को अफसानों की आस कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की राह सोच दिलाती है उजालों संग बदलावों से धारा सुनाती है उजालों को नजारों की सरगम कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की आस कोशिश दिलाती है एहसासों संग आशाओं से खयाल सुनाती है कदमों को अरमानों की सोच कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की सौगात तराना दिलाती है सपनों संग अंदाजों से नजारा सुनाती है आशाओं को उम्मीदों की आहट कहानी देकर जाती है।

Saturday 9 March 2024

कविता. ५१०६. कदमों से धाराओं की।

                                कदमों से धाराओं की।

कदमों से धाराओं की कहानी पहचान दिलाती है सपनों को एहसासों संग आवाज पुकार सुनाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की सोच अफसाना दिलाती है लहरों को जज्बातों संग मुस्कान अरमान सुनाती है अदाओं को तरानों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की सरगम सुबह दिलाती है अल्फाजों को उजालों संग आस दास्तान सुनाती है अंदाजों को बदलावों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की परख नजारा दिलाती है खयालों को इशारों संग उमंग सरगम सुनाती है किनारों को एहसासों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की सौगात तलाश दिलाती है अदाओं को दिशाओं संग उम्मीद एहसास सुनाती है लहरों को आशाओं की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की समझ अरमान दिलाती है जज्बातों को आवाजों संग धून अल्फाज सुनाती है उजालों को सपनों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की आहट मुस्कान दिलाती है राहों को अरमानों संग रोशनी अंदाज सुनाती है जज्बातों को आशाओं की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की आस तराना दिलाती है लम्हों को दास्तानों संग सुबह सौगात सुनाती है अरमानों को दिशाओं की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की राह खयाल दिलाती है दिशाओं को अदाओं संग आहट बदलाव सुनाती है आशाओं को राहों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की अदा लहर दिलाती है बदलावों को अंदाजों संग जज्बात किनारा सुनाती है इशारों को लहरों की कोशिश देकर जाती है।

Friday 8 March 2024

कविता. ५१०५. लम्हों की आहट अक्सर।

                             लम्हों की आहट अक्सर।

लम्हों की आहट अक्सर एहसास दिलाती है दास्तानों को अदाओं की पुकार कोशिश देकर जाती है किनारों को सपनों की सुबह आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर अरमान दिलाती है इशारों को आशाओं की मुस्कान अल्फाज देकर जाती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर अफसाना दिलाती है नजारों को दिशाओं की पहचान आवाज देकर जाती है जज्बातों को अंदाजों की परख आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर किनारा दिलाती है खयालों को राहों की सोच अहमियत देकर जाती है कदमों को बदलावों की सौगात आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर अल्फाज दिलाती है जज्बातों को किनारों की कहानी एहसास देकर जाती है उजालों को सपनों की सरगम आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर परख दिलाती है तरानों को अरमानों की पुकार सहारा देकर जाती है आवाजों को अफसानों की कहानी आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर आवाज दिलाती है अंदाजों को इरादों की लहर अल्फाज देकर जाती है खयालों को दास्तानों की उमंग आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर उम्मीद दिलाती है इशारों को अदाओं की परख पहचान देकर जाती है आशाओं को दिशाओं की समझ आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर तलाश दिलाती है उजालों को सपनों की सुबह दास्तान देकर जाती है इशारों को नजारों की कोशिश आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर तराना दिलाती है लहरों को एहसासों की कहानी सपना देकर जाती है अरमानों को दिशाओं की समझ आस दिलाती है।

Thursday 7 March 2024

कविता. ५१०४. दिशाओं की लहर संग।

                             दिशाओं की लहर संग।

दिशाओं की लहर संग आशाएं एहसास निराले देती है तरानों को अरमानों की कहानी जज्बात पुराने देती है आवाजों को धून की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग राहें अफसाने निराले देती है अदाओं को सपनों की सुबह बदलाव पुराने देती है कदमों को आहट की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग पुकार किनारे निराले देती है खयालों को इशारों की कोशिश अरमान पुराने देती है अंदाजों को बदलावों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग परख इशारे निराले देती है कदमों को उजालों की पहचान तराने पुराने देती है एहसासों को उम्मीदों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग समझ सपने निराले देती है दास्तानों को अंदाजों की मुस्कान इरादे पुराने देती है लम्हों को नजारों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग तलाश नजारे निराले देती है अरमानों को लम्हों की सौगात खयाल पुराने देती है दास्तानों को अल्फाजों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग रोशनी इरादे निराले देती है उजालों को नजारों की परख लम्हे पुराने देती है आवाजों को आशाओं की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग सौगात अरमान निराले देती है जज्बातों को इरादों की मुस्कान उमंग पुराने देती है सपनों को अंदाजों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग सरगम तराने निराले देती है कदमों को उजालों की पहचान इशारे पुराने देती है इशारों को सपनों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग आहट जज्बात निराले देती है लम्हों को खयालों की उम्मीद अफसाने देती है बदलावों को किनारों की धाराएं देती है।

Wednesday 6 March 2024

कविता. ५१०३. खयालों को सुनकर।

                               खयालों को सुनकर।

खयालों को सुनकर आहट एहसास दिलाती है लम्हों को दास्तानों की उमंग कोशिश सुनाती है नजारों संग आशाओं की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर आस अंदाज दिलाती है कदमों को उजालों की रोशनी अरमान सुनाती है अरमानों संग आवाजों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर उम्मीद सरगम दिलाती है किनारों को सपनों की सुबह अल्फाज सुनाती है तरानों संग बदलावों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर कोशिश सपना दिलाती है दास्तानों को राहों की कहानी आवाज सुनाती है लहरों संग इशारों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर उमंग तलाश दिलाती है उजालों को जज्बातों की सौगात सरगम सुनाती है उम्मीदों संग अंदाजों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर परख अरमान दिलाती है जज्बातों को कदमों की सोच अफसाना सुनाती है एहसासों संग लम्हों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर रोशनी पहचान दिलाती है लहरों को अल्फाजों की आस तलाश सुनाती है अंदाजों संग किनारों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर सुबह सहारा दिलाती है उम्मीदों को कदमों की अहमियत पुकार सुनाती है अफसानों संग आवाजों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर पहचान सौगात दिलाती है राहों को सपनों की तलाश इरादा सुनाती है एहसासों संग लम्हों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर लहर सोच दिलाती है दिशाओं को बदलावों की आवाज पुकार सुनाती है किनारों संग इशारों की मुस्कान दिलाती है।

Tuesday 5 March 2024

कविता. ५१०२. अंदाजों संग अरमानों की।

                              अंदाजों संग अरमानों की।

अंदाजों संग अरमानों की कोशिश तलाश दिलाती है अदाओं को दिशाओं की कहानी सरगम सुनाती है खयालों को अल्फाजों की मुस्कान समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की पुकार सहारा दिलाती है लम्हों को सपनों की परख अफसाना सुनाती है जज्बातों को किनारों की रोशनी समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की सोच अफसाना दिलाती है नजारों को राहों की सरगम आवाज सुनाती है तरानों को उजालों की सुबह समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की दास्तान सौगात दिलाती है तरानों को उम्मीदों की पुकार खयाल सुनाती है इशारों को लहरों की आहट समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की राह किनारा दिलाती है आशाओं को बदलावों की सोच सहारा सुनाती है लहरों को एहसासों की अदा समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की रोशनी कोशिश दिलाती है आवाजों को राहों की धून अहमियत सुनाती है नजारों को दिशाओं की सुबह समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की उमंग अल्फाज दिलाती है कदमों को उजालों की पुकार पहचान सुनाती है आशाओं को खयालों की मुस्कान समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की सुबह नजारा दिलाती है इरादों को जज्बातों की कहानी आस सुनाती है बदलावों को सपनों की पुकार समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की उम्मीद मुस्कान दिलाती है उजालों को एहसासों की सौगात तलाश सुनाती है लम्हों को दास्तानों की परख समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की खयाल तराना दिलाती है आशाओं को कदमों की सौगात आवाज सुनाती है किनारों को उम्मीदों की कहानी समझ दिलाती है।

Monday 4 March 2024

कविता. ५१०१. आशाओं का तराना अक्सर।

                              आशाओं का तराना अक्सर।

आशाओं का तराना अक्सर खयालों की आंधी देता है जज्बातों को किनारों से जुड़ने की कोशिश उजाला देकर जाती है राहों को अंदाजों की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर आवाजों की धून देता है कदमों को उजालों से जुड़ने की मुस्कान उम्मीद देकर जाती है किनारों को सपनों की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर एहसासों की सुबह देता है अल्फाजों को सपनों से जुड़ने की आहट तलाश देकर जाती है दिशाओं को कदमों की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर जज्बातों की मुस्कान देता है अरमानों को दिशाओं से जुड़ने की आस खयाल देकर जाती है किनारों को सपनों की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर अंदाजों की आहट देता है इशारों को दास्तानों से जुड़ने की कहानी अफसाना देकर जाती है आवाजों को अदाओं की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर किनारों की पुकार देता है उम्मीदों को कदमों से जुड़ने की अदा अहमियत देकर जाती है खयालों को नजारों की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर अरमानों की परख देता है अफसानों को लहरों से जुड़ने की आस तलाश देकर जाती है अल्फाजों को अंदाजों की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर कदमों की पहचान देता है नजारों को लम्हों से जुड़ने की कहानी अरमान देकर जाती है सपनों को दिशाओं की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर लहरों की सुबह देता है दास्तानों को एहसासों से जुड़ने की रोशनी किनारा देकर जाती है लहरों को अरमानों की उमंग दिलाती है।

आशाओं का तराना अक्सर लम्हों की कहानी देता है किनारों को अल्फाजों से जुड़ने की आस दास्तान देकर जाती है उजालों को बदलावों की उमंग दिलाती है।

Sunday 3 March 2024

कविता. ५१००.एहसास की आंधी।

                                  एहसास की आंधी।

एहसास की आंधी कदमों की सरगम सुनाती है नयी सुबह को अरमानों संग पुकार देकर जाती है जज्बातों को किनारों की कहानी दिलाती है।

एहसास की आंधी आवाजों की धून सुनाती है नयी तलाश को सपनों संग उम्मीद देकर जाती है खयालों को अंदाजों की कहानी दिलाती है।

एहसास की आंधी लहरों की पुकार सुनाती है नयी पहचान को अदाओं संग आहट देकर जाती है इरादों को उम्मीदों की कहानी दिलाती है

एहसास की आंधी उम्मीदों की समझ सुनाती है नयी सरगम को अंदाजों संग रोशनी देकर जाती है उजालों को आशाओं की कहानी दिलाती है।

एहसास की आंधी किनारों की आहट सुनाती है नयी पुकार को इरादों संग परख देकर जाती है दिशाओं को बदलावों की कहानी दिलाती है।

एहसास की आंधी जज्बातों की तलाश सुनाती है नयी उमंग को बदलावों संग सोच देकर जाती है लम्हों को आवाजों की कहानी दिलाती है।

एहसास की आंधी राहों की मुस्कान सुनाती है नयी रोशनी को उम्मीदों संग आवाज देकर जाती है सपनों को इशारों की कहानी दिलाती है।

एहसास की आंधी दास्तानों की उमंग सुनाती है नयी सोच को राहों संग कोशिश देकर जाती है दास्तानों को खयालों की कहानी दिलाती है।

एहसास की आंधी अंदाजों की परख सुनाती है नयी कोशिश को लहरों संग पुकार देकर जाती है उम्मीदों को दिशाओं की कहानी दिलाती है।

एहसास की आंधी तरानों की आस सुनाती है नयी उम्मीद को सपनों संग अरमान देकर जाती है इशारों को किनारों की कहानी दिलाती है।

Saturday 2 March 2024

कविता. ५०९९. अल्फाजों को सपनों से।

                              अल्फाजों को सपनों से।

अल्फाजों को सपनों से पुकार सरगम दे जाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी अहमियत देती है उजालों को बदलावों की मुस्कान अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से आवाज धून दे जाती है नजारों को दिशाओं की आस खयाल देती है जज्बातों को उम्मीदों की धून अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से सौगात तलाश दे जाती है राहों को अंदाजों की परख पहचान देती है किनारों को कदमों की कोशिश अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से रोशनी लहर दे जाती है आशाओं को बदलावों की उमंग परख देती है इशारों को लम्हों की समझ अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से आहट सुबह दे जाती है जज्बातों को किनारों की पुकार सहारा देती है खयालों को लहरों की उमंग अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से उम्मीद एहसास दे जाती है खयालों को अंदाजों की कहानी उम्मीद देती है अदाओं को दिशाओं की सोच अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से रोशनी सहारा दे जाती है इरादों को आशाओं की सोच अफसाना देती है दास्तानों को राहों की मुस्कान अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से आस किनारा दे जाती है अंदाजों को खयालों की मुस्कान नजारा देती है उम्मीदों को आशाओं की परख अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से उमंग अंदाज दे जाती है कदमों को लम्हों की पहचान दास्तान देती है आवाजों को इशारों की कहानी अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से सौगात तराना दे जाती है नजारों को तरानों की कोशिश सोच देती है लहरों को एहसासों की समझ अरमान जगाती है।

Friday 1 March 2024

कविता. ५०९८. आवाजों से जुड़कर।

                               आवाजों से जुड़कर।

आवाजों से जुड़कर मुस्कान दिशाएं देती है कदमों को उजालों की पुकार पहचान सुनाती है अल्फाजों संग अंदाजों की सरगम कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर आस राहें देती है किनारों को अफसानों की समझ खयाल सुनाती है नजारों संग आशाओं की अहमियत कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर आहट दास्ताने देती है आशाओं को बदलावों की परख लहर सुनाती है जज्बातों संग अरमानों की आस कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर रोशनी नजारे देती है उजालों को सपनों की सुबह सरगम सुनाती है किनारों संग उम्मीदों की कहानी कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर उमंग अफसाने देती है राहों को अंदाजों की अल्फाज इशारा सुनाती है कदमों संग एहसासों की रोशनी कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर तलाश तराने देती है खयालों को लहरों की मुस्कान उम्मीद सुनाती है अफसानों संग दास्तानों की आस कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर सौगात सपने देती है नजारों को किनारों की आहट लम्हा सुनाती है उजालों संग लहरों की सुबह कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर समझ लहरे देती है इशारों को दिशाओं की दास्तान अदा सुनाती है अल्फाजों संग कदमों की पहचान कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर रोशनी अदाएं देती है उजालों को सपनों की समझ बदलाव सुनाती है खयालों संग अरमानों की पुकार कोशिश दिलाती है।

आवाजों से जुड़कर सोच अफसाने देती है इशारों को लम्हों की सौगात पुकार सुनाती है इशारों संग बदलावों की सरगम कोशिश दिलाती है।

कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की। इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बा...