Tuesday 5 March 2024

कविता. ५१०२. अंदाजों संग अरमानों की।

                              अंदाजों संग अरमानों की।

अंदाजों संग अरमानों की कोशिश तलाश दिलाती है अदाओं को दिशाओं की कहानी सरगम सुनाती है खयालों को अल्फाजों की मुस्कान समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की पुकार सहारा दिलाती है लम्हों को सपनों की परख अफसाना सुनाती है जज्बातों को किनारों की रोशनी समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की सोच अफसाना दिलाती है नजारों को राहों की सरगम आवाज सुनाती है तरानों को उजालों की सुबह समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की दास्तान सौगात दिलाती है तरानों को उम्मीदों की पुकार खयाल सुनाती है इशारों को लहरों की आहट समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की राह किनारा दिलाती है आशाओं को बदलावों की सोच सहारा सुनाती है लहरों को एहसासों की अदा समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की रोशनी कोशिश दिलाती है आवाजों को राहों की धून अहमियत सुनाती है नजारों को दिशाओं की सुबह समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की उमंग अल्फाज दिलाती है कदमों को उजालों की पुकार पहचान सुनाती है आशाओं को खयालों की मुस्कान समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की सुबह नजारा दिलाती है इरादों को जज्बातों की कहानी आस सुनाती है बदलावों को सपनों की पुकार समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की उम्मीद मुस्कान दिलाती है उजालों को एहसासों की सौगात तलाश सुनाती है लम्हों को दास्तानों की परख समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की खयाल तराना दिलाती है आशाओं को कदमों की सौगात आवाज सुनाती है किनारों को उम्मीदों की कहानी समझ दिलाती है।

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