Saturday 2 March 2024

कविता. ५०९९. अल्फाजों को सपनों से।

                              अल्फाजों को सपनों से।

अल्फाजों को सपनों से पुकार सरगम दे जाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी अहमियत देती है उजालों को बदलावों की मुस्कान अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से आवाज धून दे जाती है नजारों को दिशाओं की आस खयाल देती है जज्बातों को उम्मीदों की धून अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से सौगात तलाश दे जाती है राहों को अंदाजों की परख पहचान देती है किनारों को कदमों की कोशिश अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से रोशनी लहर दे जाती है आशाओं को बदलावों की उमंग परख देती है इशारों को लम्हों की समझ अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से आहट सुबह दे जाती है जज्बातों को किनारों की पुकार सहारा देती है खयालों को लहरों की उमंग अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से उम्मीद एहसास दे जाती है खयालों को अंदाजों की कहानी उम्मीद देती है अदाओं को दिशाओं की सोच अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से रोशनी सहारा दे जाती है इरादों को आशाओं की सोच अफसाना देती है दास्तानों को राहों की मुस्कान अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से आस किनारा दे जाती है अंदाजों को खयालों की मुस्कान नजारा देती है उम्मीदों को आशाओं की परख अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से उमंग अंदाज दे जाती है कदमों को लम्हों की पहचान दास्तान देती है आवाजों को इशारों की कहानी अरमान जगाती है।

अल्फाजों को सपनों से सौगात तराना दे जाती है नजारों को तरानों की कोशिश सोच देती है लहरों को एहसासों की समझ अरमान जगाती है।

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