Friday 26 April 2024

कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की।

इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बातों को कदमों की पुकार सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की कहानी दास्तान दिलाती है लहरों को नजारों की सोच सरगम देकर जाती है बदलावों को लम्हों की सौगात सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की उमंग अफसाना दिलाती है राहों को अरमानों की परख उम्मीद देकर जाती है आवाजों को अदाओं की सोच सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की समझ अल्फाज दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी पहचान देकर जाती है अंदाजों को किनारों की आहट सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की सौगात तलाश दिलाती है जज्बातों को सपनों की मुस्कान कोशिश देकर जाती है सपनों को एहसासों की उम्मीद सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की आवाज सरगम दिलाती है नजारों को दिशाओं की समझ अरमान देकर जाती है लहरों को खयालों की सुबह सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की पुकार दास्तान दिलाती है तरानों को अफसानों की सौगात अंदाज देकर जाती है अल्फाजों को उजालों की पहचान सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की आस बदलाव दिलाती है अंदाजों को आशाओं की सरगम खयाल देकर जाती है उम्मीदों को दिशाओं की सरगम सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की सोच अफसाना दिलाती है अदाओं को राहों की कहानी अहमियत देकर जाती है अरमानों को सपनों की आस सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की रोशनी अरमान दिलाती है नजारों को बदलावों की सुबह पहचान देकर जाती है दास्तानों को लम्हों की कोशिश सहारा देती है।

Thursday 25 April 2024

कविता. ५१५३. इशारों को अफसानों संग।

                             इशारों को अफसानों संग।

इशारों को अफसानों संग आस तलाश दिलाती है लहरों की आवाज पुकार सुनाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग दास्तान कोशिश दिलाती है किनारों की आहट पहचान सुनाती है नजारों को दिशाओं की पहचान अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग उमंग सौगात दिलाती है खयालों की मुस्कान अहमियत सुनाती है जज्बातों को कदमों की आहट अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग रोशनी नजारा दिलाती है लम्हों की पहचान लहर सुनाती है खयालों को लहरों की परख अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग उम्मीद जज्बात दिलाती है नजारों की सोच कहानी सुनाती है अरमानों को सपनों की सुबह अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग खयाल कोशिश दिलाती है बदलावों की आस अल्फाज सुनाती है इरादों को राहों की सरगम अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग लहर दास्तान दिलाती है राहों की सौगात अहमियत सुनाती है अदाओं को एहसासों की रोशनी अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग सुबह सोच दिलाती है अल्फाजों की पहचान आवाज सुनाती है नजारों को दिशाओं की अहमियत अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग सरगम तलाश दिलाती है कदमों की कहानी पुकार सुनाती है किनारों को बदलावों की मुस्कान अंदाज दिलाती है।

इशारों को अफसानों संग सुबह सपना दिलाती है उजालों की सोच जज्बात सुनाती है उजालों को लहरों की पुकार अंदाज दिलाती है।

Wednesday 24 April 2024

कविता. ५१५२. अरमानों को दिशाओं की।

                            अरमानों को दिशाओं की।

अरमानों को दिशाओं की लहर सपना दिलाती है उजालों को बदलावों की उमंग तलाश सुनाती है अल्फाजों को सपनों की सुबह आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की कहानी खयाल दिलाती है राहों को अंदाजों की परख पहचान सुनाती है नजारों को दिशाओं की समझ आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की उम्मीद मुस्कान दिलाती है लम्हों को दास्तानों की सौगात खयाल सुनाती है अदाओं को एहसासों की आहट आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की उमंग अफसाना दिलाती है तरानों को इरादों की आस बदलाव सुनाती है कदमों को अदाओं की पुकार आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की समझ सरगम दिलाती है जज्बातों को किनारों की आहट तराना सुनाती है खयालों को उम्मीदों की सोच आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की रोशनी उजाला दिलाती है नजारों को बदलावों की पुकार कोशिश सुनाती है अफसानों को आशाओं की मुस्कान आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की तलाश सुबह दिलाती है अंदाजों को इरादों की कहानी दास्तान सुनाती है लम्हों को एहसासों की रोशनी आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की सोच तलाश दिलाती है किनारों को सपनों की पुकार आस सुनाती है तरानों को बदलावों की सरगम आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की कोशिश अफसाना दिलाती है अदाओं को राहों की अदा अहमियत सुनाती है खयालों को अफसानों की आहट आवाज सुनाती है।

अरमानों को दिशाओं की आहट अल्फाज दिलाती है इशारों को लम्हों की पहचान सहारा सुनाती है जज्बातों को दास्तानों की परख आवाज सुनाती है।

Tuesday 23 April 2024

कविता. ५१५१. अंदाजों को इरादों की।

                               अंदाजों को इरादों की।

अंदाजों को इरादों की समझ जज्बात दिलाती है इशारों को लम्हों की कहानी तलाश देकर जाती है अरमानों को दिशाओं की समझ सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को कदमों की आहट आस देकर जाती है अल्फाजों को उजालों की पहचान सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की रोशनी अरमान दिलाती है नजारों को खयालों की परख सरगम देकर जाती है जज्बातों को किनारों की पुकार सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की आवाज किनारा दिलाती है सपनों को एहसासों की कोशिश दास्तान देकर जाती है अदाओं को तरानों की समझ सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की राह अफसाना दिलाती है जज्बातों को लहरों की सुबह समझ देकर जाती है राहों को खयालों की मुस्कान सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की सुबह दास्तान दिलाती है दास्तानों को अदाओं की पुकार सहारा देकर जाती है आवाजों को कदमों की बदलाव सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की सौगात अल्फाज दिलाती है राहों को अल्फाजों की अदा सरगम देकर जाती है लहरों को आशाओं की एहसास सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की पुकार नजारा दिलाती है दिशाओं को दिशाओं की पहचान लहर देकर जाती है उम्मीदों को किनारों की आहट सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की आस पहचान दिलाती है आशाओं को तरानों की सौगात तलाश देकर जाती है नजारों को दास्तानों की सुबह सोच दिलाती है।

अंदाजों को इरादों की आवाज खयाल दिलाती है कदमों को उजालों की पहचान परख देकर जाती है बदलावों को लम्हों की कोशिश सोच दिलाती है।

Monday 22 April 2024

कविता. ५१५०. अफसानों की समझ अक्सर।

                           अफसानों की समझ अक्सर।

अफसानों की समझ अक्सर आवाज दिलाती है तरानों को कदमों की आहट परख दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर खयाल दिलाती है लहरों को इशारों की कोशिश आस दिलाती है लम्हों को अरमानों की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर अंदाज दिलाती है सपनों को राहों की मुस्कान पहचान दिलाती है उजालों को जज्बातों की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर किनारा दिलाती है नजारों को दिशाओं की सोच पुकार दिलाती है अल्फाजों को आशाओं की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर उमंग दिलाती है खयालों को इशारों की सुबह खयाल दिलाती है किनारों को सपनों की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर रोशनी दिलाती है अंदाजों को अल्फाजों की मुस्कान उमंग दिलाती है खयालों को आवाजों की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर दास्तान दिलाती है इरादों को जज्बातों की सौगात तलाश दिलाती है बदलावों को राहों की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर कोशिश दिलाती है अंदाजों को इरादों की आस अंदाज दिलाती है अरमानों को नजारों की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर आस दिलाती है आशाओं को अदाओं की सोच इरादा दिलाती है उम्मीदों को कदमों की कहानी सुनाती है।

अफसानों की समझ अक्सर सरगम दिलाती है लहरों को इशारों की पहचान सहारा दिलाती है दास्तानों को आशाओं की कहानी सुनाती है।

Sunday 21 April 2024

कविता. ५१४९. उम्मीदों को किनारों की।

                              उम्मीदों को किनारों की।

उम्मीदों को किनारों की पुकार पहचान दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान सरगम सुनाती है अफसानों को आशाओं की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की आस दास्तान दिलाती है तरानों को अरमानों की पुकार अहमियत सुनाती है नजारों को लहरों की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की सुबह आवाज दिलाती है इशारों को अल्फाजों की कोशिश सौगात सुनाती है दिशाओं को कदमों की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की राह खयाल दिलाती है अरमानों को सपनों की आस इरादा सुनाती है आवाजों को बदलावों की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की रोशनी समझ दिलाती है एहसासों को अदाओं की आहट सपना सुनाती है इशारों को आवाजों की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की उमंग सरगम दिलाती है अंदाजों को बदलावों की पहचान परख सुनाती है जज्बातों को राहों की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की कोशिश आस दिलाती है उजालों को सपनों की सौगात तलाश सुनाती है आशाओं को इरादों की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की सोच अफसाना दिलाती है नजारों को दिशाओं की समझ आवाज सुनाती है इरादों को अल्फाजों की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की परख सहारा दिलाती है खयालों को लहरों की सोच दास्तान सुनाती है कदमों को अरमानों की कहानी सुनाती है।

उम्मीदों को किनारों की सोच इरादा दिलाती है तरानों को धाराओं की धून अहमियत सुनाती है अंदाजों को अदाओं की कहानी सुनाती है।

Saturday 20 April 2024

कविता. ५१४८. आशाओं को बदलावों की।

                            आशाओं को बदलावों की।

आशाओं को बदलावों की मुस्कान उमंग सुनाती है तरानों को कदमों की सोच अफसाना दिलाती है लहरों को इशारों की कोशिश दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की समझ सपना सुनाती है अदाओं को दिशाओं की कहानी सरगम दिलाती है लम्हों को खयालों की आस दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की लहर कोशिश सुनाती है उजालों को जज्बातों की सौगात समझ दिलाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की सोच तलाश सुनाती है अंदाजों को इरादों की परख सोच दिलाती है एहसासों को दास्तानों की पहचान दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की सौगात तराना सुनाती है आवाजों को अदाओं की उमंग जज्बात दिलाती है किनारों को सपनों की आहट दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की रोशनी उम्मीद सुनाती है लहरों को इशारों की कहानी पहचान दिलाती है अंदाजों को अदाओं की मुस्कान दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की सरगम इरादा सुनाती है आवाजों को राहों की मुस्कान नजारा दिलाती है खयालों को अफसानों की पुकार दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की राह किनारा सुनाती है अरमानों को उम्मीदों की आस अल्फाज दिलाती है अल्फाजों को जज्बातों की समझ दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की अदा सुबह सुनाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी खयाल दिलाती है अरमानों को कदमों की समझ दिलाती है।

आशाओं को बदलावों की सोच अल्फाज सुनाती है इरादों को लहरों की सौगात तलाश दिलाती है खयालों को अफसानों की आवाज दिलाती है।

Friday 19 April 2024

कविता. ५१४७. अरमानों को दिशाओं की कहानी।

                       अरमानों को दिशाओं की कहानी।

अरमानों को दिशाओं की कहानी सरगम सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान बदलाव दिलाती है लहरों को एहसासों की समझ सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की कोशिश पुकार सुनाती है अदाओं को कदमों की आहट आवाज दिलाती है नजारों को जज्बातों की सौगात सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की सुबह एहसास सुनाती है राहों को सपनों की आस अफसाना दिलाती है दास्तानों को अंदाजों की परख सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की आस अल्फाज सुनाती है आशाओं को बदलावों की मुस्कान सोच दिलाती है कदमों को उजालों की रोशनी सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की परख खयाल सुनाती है अंदाजों को इरादों की सौगात सरगम दिलाती है किनारों को अल्फाजों की आस सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की आवाज सपना सुनाती है खयालों को इशारों की उमंग अफसाना दिलाती है लम्हों को आशाओं की कहानी सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की उमंग पहचान सुनाती है किनारों को अल्फाजों की आस नजारा दिलाती है आवाजों को इरादों की सोच सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की उम्मीद मुस्कान सुनाती है कदमों को आशाओं की कहानी अहमियत दिलाती है लहरों को दिशाओं की समझ सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की लहर सुबह सुनाती है लहरों को बदलावों की सुबह तलाश दिलाती है अफसानों को खयालों की सौगात सहारा दिलाती है।

अरमानों को दिशाओं की अदा नजारा सुनाती है दास्तानों को अदाओं की पुकार खयाल दिलाती है उम्मीदों को तरानों की कहानी सहारा दिलाती है।

Thursday 18 April 2024

कविता. ५१४६. सपनों को एहसासों की।

                               सपनों को एहसासों की।

सपनों को एहसासों की कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है उम्मीदों को दिशाओं की सौगात तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की रोशनी अरमान दिलाती है उम्मीदों को किनारों की पुकार अंदाज सुनाती है दास्तानों को लम्हों की आस तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सुबह अफसाना दिलाती है तरानों को अरमानों की आहट अल्फाज सुनाती है आशाओं को बदलावों की सोच तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आवाज जज्बात दिलाती है राहों को दिशाओं की कोशिश सौगात सुनाती है अंदाजों को नजारों की राह तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आस किनारा दिलाती है कदमों को उजालों की उमंग अरमान सुनाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आहट अंदाज दिलाती है दिशाओं को बदलावों की सोच परख सुनाती है अफसानों को अदाओं की पहचान तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सोच बदलाव दिलाती है इशारों को लम्हों की कहानी समझ सुनाती है किनारों को उम्मीदों की आहट तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सरगम तराना दिलाती है खयालों को अंदाजों की पहचान उमंग सुनाती है राहों को अरमानों की परख तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की पहचान अदा दिलाती है लम्हों को दास्तानों की कोशिश आवाज सुनाती है इरादों को बदलावों की सौगात तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की परख खयाल दिलाती है नजारों को दिशाओं की पुकार अहमियत सुनाती है उजालों को अल्फाजों की लहर तलाश दिलाती है।

Wednesday 17 April 2024

कविता. ५१४५. आवाज कोई सपनों संग।

                           आवाज कोई सपनों संग।

आवाज कोई सपनों संग खयाल सुनाती है कदमों को उजालों की पहचान पुकार दिलाती है उम्मीदों को किनारों की आहट बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग सरगम सुनाती है तरानों को अरमानों की सुबह एहसास दिलाती है लहरों को इशारों की कहानी बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग आस सुनाती है एहसासों को नजारों की कोशिश राह दिलाती है अफसानों को आशाओं की उमंग बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग दास्तान सुनाती है लहरों को अल्फाजों की उम्मीद मुस्कान दिलाती है अंदाजों को राहों की सुबह बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग अरमान दिलाती है अदाओं को दिशाओं की समझ सौगात दिलाती है लम्हों को दास्तानों की परख बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग कोशिश दिलाती है आशाओं को जज्बातों की सरगम दास्तान दिलाती है अदाओं को उजालों की पुकार बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग रोशनी दिलाती है अंदाजों को इरादों की कहानी अदा दिलाती है नजारों को अल्फाजों की कोशिश बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग लहर दिलाती है जज्बातों को लहरों की सुबह लम्हा दिलाती है उम्मीदों को कदमों की पहचान बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग उमंग दिलाती है अरमानों को तरानों की सोच अफसाना दिलाती है इरादों को लहरों की परख बदलाव दिलाती है।

आवाज कोई सपनों संग तलाश दिलाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान कोशिश दिलाती है राहों को अरमानों की आस बदलाव दिलाती है।

Tuesday 16 April 2024

कविता. ५१४४. जज्बातों की धून अक्सर।

                             जज्बातों की धून अक्सर।

जज्बातों की धून अक्सर पहचान दिलाती है लहरों को राहों की सौगात सुबह दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर परख दिलाती है किनारों को सपनों की आस अल्फाज दिलाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर अरमान दिलाती है कदमों को उजालों की उमंग आवाज दिलाती है राहों को अंदाजों की परख अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर आस दिलाती है नजारों को दिशाओं की कहानी सरगम दिलाती है लहरों को इशारों की अदा अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर कोशिश दिलाती है सपनों को एहसासों की आहट परख दिलाती है दिशाओं को कदमों की सोच अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर अफसाना दिलाती है लम्हों को इशारों की उमंग खयाल दिलाती है अल्फाजों को उजालों की पहचान अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर आहट दिलाती है दास्तानों को अंदाजों की लहर आवाज दिलाती है आशाओं को इरादों की सौगात अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर उम्मीद दिलाती है तरानों को अरमानों की कोशिश अंदाज दिलाती है अफसानों को लहरों की पुकार अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर तलाश दिलाती है आवाजों को अदाओं की परख सोच दिलाती है कदमों को उजालों की कहानी अहमियत दिलाती है।

जज्बातों की धून अक्सर पुकार दिलाती है अल्फाजों को सपनों की आस बदलाव दिलाती है इशारों को अरमानों की सौगात अहमियत दिलाती है।

Monday 15 April 2024

कविता. ५१४३. आशाओं को बदलावों की।

                         आशाओं को बदलावों की।

आशाओं को बदलावों की सरगम सपना सुनाती है इरादों को उम्मीदों की आवाज तलाश दिलाती है जज्बातों को कदमों की आहट समझ देती है।

आशाओं को बदलावों की आस अरमान सुनाती है अंदाजों को राहों की सौगात कहानी दिलाती है लहरों को एहसासों की आवाज समझ देती है।

आशाओं को बदलावों की कोशिश परख सुनाती है नजारों को दिशाओं की समझ सोच दिलाती है अंदाजों को अफसानों की मुस्कान समझ देती है।

आशाओं को बदलावों की उमंग पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी उम्मीद दिलाती है लम्हों को खयालों की सुबह समझ देती है।

आशाओं को बदलावों की राह अफसाना सुनाती है अदाओं को तरानों की पहचान अहमियत दिलाती है इशारों को कदमों की अदा समझ देती है।

आशाओं को बदलावों की उम्मीद अल्फाज सुनाती है आवाजों को दास्तानों की परख खयाल दिलाती है नजारों को लहरों की सोच समझ देती है।

आशाओं को बदलावों की पहचान तलाश सुनाती है दिशाओं को किनारों की आहट अरमान दिलाती है खयालों को राहों की कोशिश समझ देती है।

आशाओं को बदलावों की सौगात तराना सुनाती है कदमों को उजालों की सुबह आस दिलाती है किनारों को सपनों की आस समझ देती है।

आशाओं को बदलावों की आहट मुस्कान सुनाती है इशारों को एहसासों की कहानी सोच दिलाती है अफसानों को अंदाजों की परख समझ देती है।


Sunday 14 April 2024

कविता. ५१४२. आवाजों को अदाओं की।

                             आवाजों को अदाओं की।

आवाजों को अदाओं की पुकार अहमियत देती है लहरों को इशारों की समझ अक्सर कहानी सुनाती है राहों को अंदाजों की पुकार सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की परख पहचान देती है तरानों को अरमानों की आहट अक्सर अल्फाज सुनाती है दिशाओं को कदमों की रोशनी सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की कोशिश सरगम देती है किनारों को सपनों की सुबह अक्सर आस सुनाती है इरादों को उम्मीदों की कहानी सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की उमंग सौगात देती है नजारों को खयालों की मुस्कान अक्सर अरमान सुनाती है सपनों को राहों की सोच सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की तलाश पुकार देती है जज्बातों को आशाओं की राह अक्सर अफसाना सुनाती है लहरों को इशारों की समझ सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की सोच उम्मीद देती है अंदाजों को बदलावों की परख अक्सर नजारा सुनाती है लम्हों को खयालों की कोशिश सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की सुबह अरमान देती है दास्तानों को एहसासों की पुकार अक्सर अंदाज सुनाती है कदमों को आशाओं की आस सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की आस इशारा देती है इरादों को उम्मीदों की कहानी अक्सर तलाश सुनाती है उजालों को बदलावों की मुस्कान सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की राह खयाल देती है अल्फाजों को उजालों की सुबह अक्सर अरमान सुनाती है जज्बातों को कदमों की सरगम सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की इरादा मुस्कान देती है दिशाओं को तरानों की पुकार अक्सर दास्तान सुनाती है अफसानों को लहरों की कहानी सहारा देती है।


Saturday 13 April 2024

कविता. ५१४१. किनारों को सपनों की।

                               किनारों को सपनों की।

किनारों को सपनों की आस अल्फाज दिलाती है लहरों को इशारों की कहानी पहचान देकर जाती है अफसानों से दिशाओं की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की समझ रोशनी दिलाती है कदमों को अदाओं की कोशिश अहमियत देकर जाती है आशाओं से राहों की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की अदा दास्तान दिलाती है बदलावों को लम्हों की सुबह आवाज देकर जाती है उजालों से खयालों की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की उमंग तराना दिलाती है अंदाजों को बदलावों की राह कोशिश देकर जाती है कदमों से धाराओं की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की आवाज नजारा दिलाती है दिशाओं को दास्तानों की मुस्कान अरमान देकर जाती है अल्फाजों से नजारों की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की राह खयाल दिलाती है अदाओं को दिशाओं की समझ सौगात देकर जाती है अरमानों से आवाजों की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की अंदाज सुबह दिलाती है तरानों को उम्मीदों की आहट दास्तान देकर जाती है राहों से आशाओं की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की सौगात उम्मीद दिलाती है नजारों को खयालों की समझ सोच देकर जाती है इशारों से लहरों की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की परख बदलाव दिलाती है राहों को अरमानों की पुकार सहारा देकर जाती है लम्हों से दास्तानों की सरगम दिलाती है।

किनारों को सपनों की कोशिश लहर दिलाती है धाराओं को अफसानों की सोच आस देकर जाती है जज्बातों से खयालों की सरगम दिलाती है।

Friday 12 April 2024

कविता. ५१४०. खयाल संग आशाओं की।

                            खयाल संग आशाओं की।

खयाल संग आशाओं की मुस्कान सहारा देती है किनारों को तरानों की सुबह अरमान चुपके से सुनाती है अफसानों को सपनों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की कोशिश कहानी देती है नजारों को दिशाओं की परख पहचान चुपके से सुनाती है आवाजों को राहों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की उमंग जज्बात देती है तरानों को अरमानों की आहट अल्फाज चुपके से सुनाती है अदाओं को दास्तानों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की सरगम सपना देती है आवाजों को अदाओं की पुकार आस चुपके से सुनाती है अंदाजों को बदलावों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की सोच तलाश देती है अल्फाजों को नजारों की सोच अफसाना चुपके से सुनाती है अरमानों को जज्बातों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की उम्मीद लहर देती है लम्हों को इशारों की आस अंदाज चुपके से सुनाती है उजालों को एहसासों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की आस आवाज देती है अरमानों को लहरों की कहानी समझ चुपके से सुनाती है इरादों को उम्मीदों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की सौगात उम्मीद देती है इशारों को कदमों की राह आवाज चुपके से सुनाती है दिशाओं को जज्बातों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की आहट पहचान देती है लहरों को एहसासों की सौगात लहर चुपके से सुनाती है नजारों को राहों की रोशनी दिलाती है।

खयाल संग आशाओं की सोच पुकार देती है अफसानों को सपनों की आस दास्तान चुपके से सुनाती है आवाजों को अदाओं की रोशनी दिलाती है।

Thursday 11 April 2024

कविता. ५१३९. इशारों को दास्तानों की।

                               इशारों को दास्तानों की।

इशारों को दास्तानों की परख अल्फाज सुनाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी सौगात दिलाती है दिशाओं को कदमों की सोच अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की आहट एहसास सुनाती है नजारों को खयालों की कोशिश उमंग दिलाती है लहरों को राहों की मुस्कान अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की समझ तलाश सुनाती है उजालों को सपनों की सुबह पहचान दिलाती है बदलावों को लम्हों की आहट अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की सोच तराना सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की आस एहसास दिलाती है खयालों को किनारों की परख अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की उम्मीद सहारा सुनाती है आशाओं को दिशाओं की कोशिश सुबह दिलाती है राहों को आवाजों की कहानी अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की उमंग समझ सुनाती है राहों को सपनों की अहमियत तराना दिलाती है अल्फाजों को एहसासों की आस अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की कहानी पहचान सुनाती है अदाओं को लहरों की आवाज परख दिलाती है अंदाजों को इरादों की अरमान अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की पुकार सरगम सुनाती है नजारों को अल्फाजों की अदा लहर दिलाती है आशाओं को लम्हों की सुबह अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की सोच आवाज सुनाती है किनारों को सपनों की आस कोशिश दिलाती है अरमानों को दिशाओं की सोच अफसाना दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की अदा तलाश सुनाती है अल्फाजों को राहों की मुस्कान किनारा दिलाती है अंदाजों को बदलावों की पुकार अफसाना दिलाती है।

Wednesday 10 April 2024

कविता. ५१३८. आशाओं को जज्बातों की।

                               आशाओं को जज्बातों की।

आशाओं को जज्बातों की परख पहचान सुनाती है तरानों को अरमानों की कोशिश सहारा दिलाती है अल्फाजों को उजालों की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की पुकार सरगम सुनाती है सपनों को एहसासों की कहानी उमंग दिलाती है आवाजों को अदाओं की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की आस दास्तान सुनाती है इरादों को उम्मीदों की रोशनी सौगात दिलाती है कदमों को किनारों की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की सरगम उमंग सुनाती है नजारों को खयालों की समझ सपना दिलाती है अरमानों को राहों की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की मुस्कान पुकार सुनाती है अदाओं को दिशाओं की तलाश सोच दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की सोच अफसाना सुनाती है अंदाजों को बदलावों की उम्मीद तराना दिलाती है नजारों को अल्फाजों की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की उम्मीद अरमान सुनाती है दिशाओं को कदमों की आहट सरगम दिलाती है आवाजों को सपनों की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की राह कोशिश सुनाती है एहसासों को अदाओं की पुकार खयाल दिलाती है उजालों को लम्हों की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की रोशनी पहचान सुनाती है आवाजों को राहों की सौगात अल्फाज दिलाती है अफसानों को लहरों की सुबह देकर जाती है।

आशाओं को जज्बातों की कहानी सपना सुनाती है इशारों को अफसानों की परख आवाज दिलाती है अल्फाजों को दास्तानों की सुबह देकर जाती है।

Tuesday 9 April 2024

कविता. ५१३७. उजालों संग लहरों की।

                             उजालों संग लहरों की।

उजालों संग लहरों की मुस्कान अरमान जगाती है सपनों को एहसासों की कहानी कोशिश दिलाती है दास्तानों को अदाओं की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की आवाज जज्बात जगाती है कदमों को अदाओं की सुबह अफसाना दिलाती है किनारों को अल्फाजों की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की उमंग खयाल जगाती है‌ आशाओं को बदलावों की मुस्कान उम्मीद दिलाती है एहसासों को राहों की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की कहानी कोशिश जगाती है नजारों को दिशाओं की समझ सौगात दिलाती है अफसानों को सपनों की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की आस दास्तान जगाती है अरमानों को कदमों की आवाज पुकार दिलाती है अंदाजों को इरादों की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की राह अल्फाज जगाती है लम्हों को किनारों की आहट सोच दिलाती है तरानों को सपनों की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की समझ पहचान जगाती है दिशाओं को कदमों की पुकार आस दिलाती है लम्हों को दिशाओं की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की आवाज परख जगाती है तरानों को उम्मीदों की तलाश अंदाज दिलाती है खयालों को आवाजों की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की पुकार बदलाव जगाती है नजारों को दिशाओं की कहानी कोशिश दिलाती है इरादों को उम्मीदों की सरगम सुनाती है।

उजालों संग लहरों की उमंग खयाल जगाती है अल्फाजों को लम्हों की सोच अफसाना दिलाती है आवाजों को आशाओं की सरगम सुनाती है।

Monday 8 April 2024

कविता. ५१३६. अंदाजों को लम्हों की।

                             अंदाजों को लम्हों की।

अंदाजों को लम्हों की आहट कोशिश सुनाती है लहरों को इशारों की समझ अफसाना दिलाती है कदमों को उजालों की पहचान सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की कहानी अफसाना सुनाती है नजारों को दिशाओं की परख अल्फाज दिलाती है किनारों को राहों की कोशिश सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की आवाज अरमान सुनाती है आशाओं को बदलावों की मुस्कान सहारा दिलाती है अल्फाजों को जज्बातों की तलाश सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की अदा तराना सुनाती है अरमानों को दास्तानों की सुबह एहसास दिलाती है सपनों को इरादों की सोच सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की उमंग खयाल‌ सुनाती है अदाओं को कदमों की उम्मीद सरगम दिलाती है आवाजों को खयालों की कहानी सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की आस आवाज सुनाती है तरानों को उजालों की पुकार अहमियत दिलाती है किनारों को अल्फाजों की समझ सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की रोशनी पुकार सुनाती है दिशाओं को आवाजों की धून अफसाना दिलाती है आशाओं को राहों की मुस्कान सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की पहचान परख सुनाती है खयालों को लहरों की आस सोच दिलाती है इशारों को नजारों की सुबह सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की सरगम आस सुनाती है अफसानों को उजालों की पहचान परख दिलाती है इरादों को अदाओं की राह सौगात देकर जाती है।

अंदाजों को लम्हों की लहर सोच सुनाती है आवाजों को बदलावों की मुस्कान दास्तान दिलाती है कदमों को अरमानों की आहट सौगात देकर जाती है।

Sunday 7 April 2024

कविता. ५१३५. मुस्कान अलग एहसास संग।

                          मुस्कान अलग एहसास संग।

मुस्कान अलग एहसास संग आशाओं की सरगम सुनाती है तरानों को सपनों की आहट आस सुहानी देकर जाती है जज्बातों की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग अंदाजों की परख सुनाती है नजारों को दिशाओं की कहानी कोशिश सुहानी देकर जाती है अरमानों की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग नजारों की कहानी सुनाती है लम्हों को खयालों की समझ सहारा सुहानी देकर जाती है अल्फाजों की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग राहों की अफसाना सुनाती है लहरों को इशारों की सौगात दास्तान सुहानी देकर जाती है उजालों की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग अदाओं की आस सुनाती है इरादों को उम्मीदों की तलाश आस सुहानी देकर जाती है आशाओं की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग दिशाओं की उमंग सुनाती है अरमानों को सपनों की सुबह कोशिश सुहानी देकर जाती है कदमों की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग आवाजों की धून सुनाती है किनारों को अंदाजों की परख पहचान सुहानी देकर जाती है आवाजों की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग जज्बातों की सौगात सुनाती है तरानों को उजालों की सोच नजारा सुहानी देकर जाती है अदाओं की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग राहों की उमंग सुनाती है अरमानों को दिशाओं की समझ सौगात सुहानी देकर जाती है उजालों की पुकार दिलाती है।

मुस्कान अलग एहसास संग रोशनी की पहचान सुनाती है दास्तानों को अदाओं की उम्मीद लहर सुहानी देकर जाती है अरमानों की पुकार दिलाती है।

Saturday 6 April 2024

कविता. ५१३४. आशाओं को एहसासों की।

                             आशाओं को एहसासों की।

आशाओं को एहसासों की कहानी उमंग सुनाती है इशारों को लम्हों की कोशिश अरमान जगाती है जज्बातों को कदमों की आहट बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की रोशनी दास्तान सुनाती है नजारों को दिशाओं की समझ सरगम जगाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की सोच तलाश सुनाती है आवाजों को अदाओं की पुकार अफसाना जगाती है तरानों को उम्मीदों की सौगात बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की सुबह खयाल सुनाती है आवाजों को लहरों की आवाज नजारा जगाती है उजालों को राहों की आस बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की राह आस सुनाती है अंदाजों को इरादों की सौगात दास्तान जगाती है सपनों को किनारों की पुकार बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की कोशिश उम्मीद दिलाती है राहों को अंदाजों की परख पहचान जगाती है खयालों को दिशाओं की समझ बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की सौगात अरमान दिलाती है अरमानों को कदमों की राह अल्फाज जगाती है अल्फाजों को इरादों की आहट बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की आवाज अदा दिलाती है दिशाओं को अफसानों की आहट इशारा जगाती है लम्हों को दास्तानों की सोच बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की उम्मीद मुस्कान दिलाती है अदाओं को इशारों की सोच नजारा जगाती है कदमों को आवाजों की धून बदलाव दिलाती है।

आशाओं को एहसासों की समझ कोशिश दिलाती है लहरों को उजालों की सुबह परख जगाती है अरमानों को अंदाजों की रोशनी बदलाव दिलाती है।

Friday 5 April 2024

कविता. ५१३३. कदमों को अदाओं की।

                               कदमों को अदाओं की।

कदमों को अदाओं की परख अक्सर अफसाना सुनाती है दिशाओं से आवाजों की धून कोशिश सुनाती है लम्हों को दास्तानों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की पहचान अक्सर तलाश सुनाती है राहों से धाराओं की कहानी बदलाव सुनाती है लहरों को इशारों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की खयाल अक्सर उमंग सुनाती है सपनों से जज्बातों की पहचान उम्मीद सुनाती है उजालों को एहसासों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की सोच अक्सर लहर सुनाती है अरमानों से अल्फाजों से नजारों की कहानी सुनाती है किनारों को अंदाजों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की सुबह अक्सर नजारा दिलाती है नजारों से आशाओं की आस एहसास सुनाती है अफसानों को लम्हों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की कोशिश अक्सर राह दिलाती है अरमानों से अंदाजों की पहचान सपना सुनाती है दास्तानों को जज्बातों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की समझ अक्सर अंदाज दिलाती है राहों से धाराओं की कोशिश सरगम सुनाती है दिशाओं को बदलावों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की सौगात अक्सर तराना दिलाती है लहरों से अफसानों की समझ आवाज सुनाती है आशाओं को कदमों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की उमंग अक्सर सहारा दिलाती है उजालों से इरादों की कहानी आस सुनाती है खयालों को राहों की पुकार सुनाती है।

कदमों को अदाओं की सरगम अक्सर लहर दिलाती है अल्फाजों से किनारों की पहचान राह सुनाती है तरानों को दिशाओं की पुकार सुनाती है।

Thursday 4 April 2024

कविता. ५१३२. उम्मीदों की कहानी अक्सर।

                            उम्मीदों की कहानी अक्सर।

उम्मीदों की कहानी अक्सर आवाज दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सौगात सुनाती है कदमों को उजालों संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर एहसास दिलाती है किनारों को सपनों की सुबह इरादा सुनाती है तरानों को जज्बातों संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर कोशिश दिलाती है खयालों को इशारों की सोच अल्फाज सुनाती है अफसानों को आशाओं संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर आहट दिलाती है अदाओं को एहसासों की आस सौगात सुनाती है दास्तानों को राहों संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर अंदाज दिलाती है सपनों को आशाओं की तलाश मुस्कान सुनाती है नजारों को खयालों संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर समझ दिलाती है इशारों को लम्हों की आहट पुकार सुनाती है अदाओं को अल्फाजों संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर रोशनी दिलाती है दिशाओं को राहों की आस दास्तान सुनाती है खयालों को किनारों संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर जज्बात दिलाती है कदमों को अदाओं की परख आवाज सुनाती है लहरों को आशाओं संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर आस दिलाती है अल्फाजों को जज्बातों की सौगात कोशिश सुनाती है दास्तानों को अदाओं संग अरमान दिलाती है।

उम्मीदों की कहानी अक्सर राह दिलाती है लम्हों को सपनों की सुबह आवाज सुनाती है अंदाजों को बदलावों संग अरमान दिलाती है।



Wednesday 3 April 2024

कविता. ५१३१. सपनों को बदलावों की।

                             सपनों को बदलावों की।

सपनों को बदलावों की कोशिश सहारा देती है लम्हों को खयालों की सुबह इशारा देती है कदमों को अदाओं की पुकार सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की मुस्कान उमंग देती है लहरों को इशारों की कहानी एहसास देती है किनारों को इरादों की आवाज सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की आस अरमान देती है अल्फाजों को कदमों की आस खयाल देती है नजारों को दिशाओं की कोशिश सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की उम्मीद अदा देती है तरानों को अरमानों की पुकार अहमियत देती है आशाओं को दास्तानों की परख सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की रोशनी पुकार देती है किनारों को दिशाओं की समझ सौगात देती है जज्बातों को अंदाजों की आस सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की परख अफसाना देती है आशाओं को नजारों की सोच अल्फाज देती है राहों को अरमानों की पुकार सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की आवाज जज्बात देती है अंदाजों को इरादों की उमंग कहानी देती है एहसासों को अदाओं की समझ सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की सुबह एहसास देती है दास्तानों को लम्हों की आहट सौगात देती है अल्फाजों को राहों की कहानी सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की सोच अफसाना देती है इशारों को अंदाजों की परख पहचान देती है किनारों को इरादों की सोच सरगम सुनाती है।

सपनों को बदलावों की आहट तलाश देती है कदमों को राहों की मुस्कान दास्तान देती है तरानों को उजालों की सौगात सरगम सुनाती है।

Tuesday 2 April 2024

कविता. ५१३०. खयालों को इशारों की।

                             खयालों को इशारों की।

खयालों को इशारों की समझ कहानी दिलाती है दास्तानों से आवाजों की धून कोशिश सुनाती है लम्हों को सपनों की आहट अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की सोच अरमान दिलाती है तरानों से दिशाओं की पहचान परख सुनाती है लहरों को नजारों की सोच अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की आस सरगम दिलाती है कदमों से धाराओं की समझ सोच सुनाती है किनारों को राहों की परख अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की सुबह तलाश दिलाती है उजालों से आशाओं की मुस्कान अरमान सुनाती है अदाओं को एहसासों की आस अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की उमंग लहर दिलाती है एहसासों से उम्मीदों की सरगम इरादा सुनाती है आवाजों को बदलावों की मुस्कान अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की राह आवाज दिलाती है आशाओं से कदमों की सोच कोशिश सुनाती है जज्बातों को दिशाओं की पहचान अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की पुकार आस दिलाती है अफसानों से धाराओं की समझ आहट सुनाती है किनारों को सपनों की समझ अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की रोशनी नजारा दिलाती अंदाजों से आवाजों की धून अफसाना सुनाती है कदमों को उजालों की आस अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की तलाश अदा दिलाती है लहरों से कदमों की सौगात बदलाव सुनाती है एहसासों को आशाओं की मुस्कान अल्फाज दिलाती है।

खयालों को इशारों की उम्मीद पहचान दिलाती है किनारों को सपनों की सुबह तलाश सुनाती है अफसानों को राहों की सरगम अल्फाज दिलाती है।

Monday 1 April 2024

कविता. ५१२९. आशाओं की कहानी सुनकर।

                        आशाओं की कहानी सुनकर।

आशाओं की कहानी सुनकर आहट एहसास दिलाती है लम्हों को खयालों की सोच अफसाना सुनाती है तरानों को उम्मीदों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर आस अरमान दिलाती है कदमों को अदाओं की पुकार अल्फाज सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर राह कोशिश दिलाती है राहों को सपनों की सुबह मुस्कान सुनाती है नजारों को अरमानों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर रोशनी आवाज दिलाती है दास्तानों को अंदाजों की परख सहारा सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर सोच सरगम दिलाती है नजारों को इशारों की तलाश अहमियत सुनाती है एहसासों को उजालों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर उमंग लहर दिलाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान सरगम सुनाती है लहरों को कदमों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर सौगात अफसाना दिलाती है इरादों की अल्फाज उमंग सुनाती है दास्तानों को उम्मीदों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर पुकार परख दिलाती है खयालों की समझ आवाज सुनाती है किनारों को अंदाजों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर जज्बात तराना दिलाती है लहरों की सुबह अदा सुनाती है नजारों को अफसानों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर उमंग परख दिलाती है दिशाओं की मुस्कान अरमान सुनाती है सपनों को दास्तानों की पहचान दिलाती है।

Sunday 31 March 2024

कविता. ५१२८. जज्बात को अंदाजों की।

                              जज्बात को अंदाजों की।

जज्बात को अंदाजों की आस अरमान दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान सरगम सुनाती है तरानों को किनारों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की सौगात कोशिश दिलाती है इरादों को उम्मीदों की पहचान पुकार सुनाती है अल्फाजों को उजालों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की रोशनी दास्तान दिलाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी अल्फाज सुनाती है आवाजों को बदलावों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की लहर किनारा दिलाती है अल्फाजों को उजालों की पहचान सहारा सुनाती है खयालों को सपनों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की परख सरगम दिलाती है आशाओं को बदलावों की सुबह एहसास सुनाती है उम्मीदों को किनारों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की कोशिश उमंग दिलाती है राहों को अरमानों की आस अहमियत सुनाती है लम्हों को कदमों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की पुकार सोच दिलाती है तरानों को एहसासों की कहानी समझ सुनाती है अल्फाजों को इरादों संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की मुस्कान आहट दिलाती है नजारों को अल्फाजों की सोच तलाश सुनाती है एहसासों को अदाओं संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की राह समझ दिलाती है उम्मीदों को किनारों की कोशिश कहानी सुनाती है खयालों को दिशाओं संग अफसाना दिलाती है।

जज्बात को अंदाजों की उम्मीद आवाज दिलाती है एहसासों को लहरों की परख सहारा सुनाती है आशाओं को बदलावों संग अफसाना दिलाती है।

Saturday 30 March 2024

कविता. ५१२७. सपनों को एहसासों की।

                               सपनों को एहसासों की।

सपनों को एहसासों की समझ संग उजाला देती है कदमों को आशाओं की कहानी सरगम सुनाती है नजारों को दिशाओं की लहर तराना देती है।

सपनों को एहसासों की कोशिश संग उमंग देती है आवाजों को राहों की सौगात अहमियत सुनाती है दास्तानों को जज्बातों की रोशनी तराना देती है।

सपनों को एहसासों की आस संग अरमान देती है अंदाजों को बदलावों की मुस्कान आस सुनाती है दिशाओं को कदमों की सोच तराना देती है।

सपनों को एहसासों की सुबह संग तलाश देती है खयालों को इशारों की राह अल्फाज सुनाती है इरादों को उम्मीदों की परख तराना देती है।

सपनों को एहसासों की सोच संग आवाज देती है किनारों को अल्फाजों की आस पुकार सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान तराना देती है।

सपनों को एहसासों की उम्मीद संग नजारा देती है आशाओं को इशारों की परख कोशिश सुनाती है राहों को अरमानों की पुकार तराना देती है।

सपनों को एहसासों की रोशनी संग खयाल देती है अल्फाजों को उजालों की सुबह सरगम सुनाती है अदाओं को इरादों की समझ तराना देती है।

सपनों को एहसासों की उमंग संग जज्बात देती है आवाजों को अदाओं की पुकार अरमान सुनाती है अल्फाजों को उजालों की सुबह तराना देती है।

सपनों को एहसासों की बदलाव संग आस देती है जज्बातों को आवाजों की धून तलाश सुनाती है लम्हों को आशाओं की मुस्कान तराना देती है।

सपनों को एहसासों की अदा संग रोशनी देती है खयालों को आशाओं की कहानी सोच सुनाती है इशारों को उम्मीदों की तलाश तराना देती है।

Friday 29 March 2024

कविता. ५१२६. अरमानों से अल्फाजों की।

                             अरमानों से अल्फाजों की।

अरमानों से अल्फाजों की आस तलाश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ कोशिश देकर जाती है जज्बातों को कदमों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की मुस्कान उमंग दिलाती है लम्हों को दास्तानों की सोच नजारा देकर जाती है उजालों को सपनों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की कोशिश कहानी दिलाती है तरानों को उम्मीदों की रोशनी अंदाज देकर जाती है आवाजों को राहों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की लहर अहमियत दिलाती है सपनों को एहसासों की सुबह किनारा देकर जाती है इशारों को लम्हों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की उम्मीद तराना दिलाती है आवाजों को अदाओं की पहचान सहारा देकर जाती है किनारों को नजारों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की सरगम मुस्कान दिलाती है अंदाजों को बदलावों की सौगात दास्तान देकर जाती है एहसासों को इरादों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की सोच अफसाना दिलाती है किनारों को सपनों की सुबह पुकार देकर जाती है बदलावों को दिशाओं की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की रोशनी नजारा दिलाती है कदमों को उजालों की कहानी सरगम देकर जाती है खयालों को आशाओं की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की सौगात तलाश दिलाती है जज्बातों को नजारों की सोच अफसाना देकर जाती है उम्मीदों को लहरों की आस सुनाती है।

अरमानों से अल्फाजों की आहट सहारा दिलाती है लम्हों को किनारों को सपनों की सुबह परख देकर जाती है तरानों को अदाओं की आस सुनाती है।

Thursday 28 March 2024

कविता. ५१२५. किनारों को अंदाजों की।

                              किनारों को अंदाजों की।

किनारों को अंदाजों की समझ एहसास दिलाती है दास्तानों के संग आशाओं की मुस्कान अरमान जगाती है दिशाओं को कदमों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की रोशनी आस दिलाती है लम्हों के संग अरमानों की पुकार अफसाना जगाती है तरानों को उम्मीदों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की उमंग तलाश दिलाती है लहरों के संग आवाजों की धून अहमियत जगाती है नजारों को खयालों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की उम्मीद जज्बात दिलाती है इशारों के संग लहरों की आस उजाला जगाती है राहों को अल्फाजों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की सरगम राह दिलाती है आवाजों के संग खयालों की समझ सौगात जगाती है कदमों को अदाओं की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की परख पहचान दिलाती है आशाओं के संग नजारों की सोच कोशिश जगाती है सपनों को लम्हों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की आस कोशिश दिलाती है राहों के संग बदलावों की मुस्कान रोशनी जगाती है आशाओं को इरादों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की सोच सौगात दिलाती है नजारों के संग लहरों की सुबह अल्फाज जगाती है आवाजों को अदाओं की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की सुबह दिशा दिलाती है कदमों के संग उजालों की पुकार तलाश जगाती है दास्तानों को एहसासों की आहट देकर जाती है।

किनारों को अंदाजों की पुकार आवाज दिलाती है लहरों के संग अरमानों की सोच अफसाना जगाती है कदमों को अल्फाजों की आहट देकर जाती है।


Wednesday 27 March 2024

कविता. ५१२४. बदलाव को लहरों की।

                                बदलाव को लहरों की।

बदलाव को लहरों की मुस्कान कोशिश सुनाती है दिशाओं को नजारों संग आहट तराना सुनाती है आवाजों को राहों की सौगात तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की कहानी सरगम सुनाती है दास्तानों को एहसासों संग आस पुकार सुनाती है कदमों को उजालों की पहचान तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की समझ अफसाना सुनाती है खयालों को अंदाजों संग सोच तराना सुनाती है इरादों को आशाओं की लहर तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की उमंग किनारा सुनाती है लम्हों को अरमानों संग अदा आवाज सुनाती है खयालों को इशारों की समझ तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की उम्मीद खयाल सुनाती है राहों को सपनों संग सुबह दास्तान सुनाती है अल्फाजों को सपनों की आस तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की सोच इशारा सुनाती है कदमों को उजालों संग रोशनी अल्फाज सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की परख तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की आस सपना सुनाती है उम्मीदों को कदमों संग कोशिश जज्बात सुनाती है नजारों को अरमानों की पुकार तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की राह अंदाज सुनाती है अरमानों को दिशाओं संग परख खयाल सुनाती है लम्हों को दास्तानों की सुबह तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की आवाज पुकार सुनाती है आशाओं को अदाओं संग कोशिश इरादा सुनाती है अफसानों को राहों की मुस्कान तलाश दिलाती है।

बदलाव को लहरों की राह अल्फाज सुनाती है अंदाजों को इरादों संग पहचान सहारा सुनाती है लहरों को एहसासों की आहट तलाश दिलाती है।

Tuesday 26 March 2024

कविता. ५१२३. रोशनी को एहसासों की।

                               रोशनी को एहसासों की।

रोशनी को एहसासों की आहट तलाश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है नजारों को दिशाओं की कहानी पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की सुबह सौगात दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान सहारा सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की परख पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की आस सोच दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश परख सुनाती है अरमानों को सपनों की आस पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की उमंग खयाल दिलाती है आशाओं को दास्तानों की सोच अफसाना सुनाती है राहों को आवाजों की धून पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की कहानी सहारा दिलाती है उजियारे को अंदाजों की पुकार अल्फाज सुनाती है खयालों को उम्मीदों की कहानी पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की कोशिश लहर दिलाती है सपनों को किनारों की राह अरमान सुनाती है लम्हों को दास्तानों की सोच पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की आस सरगम दिलाती है उजालों को बदलावों की धून उमंग सुनाती है सपनों को किनारों की आस पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की लहर अहमियत दिलाती है आवाजों को इरादों की कहानी दास्तान सुनाती है तरानों को उम्मीदों की कोशिश पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की समझ उम्मीद दिलाती है सपनों को अरमानों की पुकार उजाला सुनाती है अदाओं को दिशाओं की सोच पहचान देकर जाती है।

रोशनी को एहसासों की सरगम अंदाज दिलाती है बदलावों को लम्हों की कोशिश अहमियत सुनाती है आवाजों को राहों की मुस्कान पहचान देकर जाती है।

Monday 25 March 2024

कविता. ५१२२. इशारों को लम्हों की।

                                इशारों को लम्हों की।

इशारों को लम्हों की पहचान सहारा देती है कदमों को अदाओं की परख खयाल सुनाती है नजारों को दिशाओं संग तलाश तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की कहानी सरगम देती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान अरमान सुनाती है जज्बातों को राहों संग पुकार तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की आस अफसाना देती है जज्बातों को राहों की सौगात दास्तान सुनाती है उजालों को बदलावों संग सोच तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की उमंग सहारा देती है एहसासों को उम्मीदों की पुकार आवाज सुनाती है अरमानों को सपनों संग आहट तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की सौगात सुबह देती है लहरों को खयालों की समझ अरमान सुनाती है अंदाजों को आवाजों संग धून तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की कोशिश बदलाव देती है आशाओं को सपनों की आस परख सुनाती है एहसासों को राहों संग अदा तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की रोशनी परख देती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान आहट सुनाती है आशाओं को अंदाजों संग सोच तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की सरगम पुकार देती है अंदाजों को बदलावों की कहानी समझ सुनाती है कदमों को उजालों संग रोशनी तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की आहट उमंग देती है अफसानों को दिशाओं की पहचान आस सुनाती है लम्हों को दास्तानों संग कोशिश तराना सुनाती है।

इशारों को लम्हों की सोच आवाज देती है उम्मीदों को खयालों की सुबह उम्मीद सुनाती है अल्फाजों को राहों संग अहमियत तराना सुनाती है।

Sunday 24 March 2024

कविता. ५१२१. उमंग से जुडकर।

                                   उमंग से जुडकर।

उमंग से जुडकर आशाओं की लहर इशारा देकर जाती है कदमों को उजालों की समझ संग अरमान जगाती है सपनों को एहसासों की पुकार सुनाती है।

उमंग से जुडकर अंदाजों की कहानी आस देकर जाती है किनारों को अल्फाजों की तलाश संग आवाज जगाती है नजारों को खयालों की पुकार सुनाती है।

उमंग से जुडकर सपनों की सोच सपना देकर जाती है आशाओं को बदलावों की मुस्कान संग आहट जगाती है दिशाओं को इरादों की पुकार सुनाती है।

उमंग से जुडकर लहरों की सौगात कोशिश देकर जाती है अंदाजों को इरादों की आस संग जज्बात जगाती है राहों को अरमानों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर लम्हों की आहट एहसास देकर जाती है अफसानों को सपनों की सुबह संग पहचान जगाती है किनारों को अल्फाजों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर नजारों की रोशनी अल्फाज देकर जाती है अरमानों को दिशाओं की लहर संग परख जगाती है उजालों को बदलावों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर जज्बातों की आस खयाल देकर जाती है नजारों को अंदाजों की सौगात संग आवाज जगाती है अदाओं को लम्हों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर दास्तानों की अदा दास्तान देकर जाती है राहों को एहसासों की कहानी संग अहमियत जगाती है राहों को सपनों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर उम्मीदों की कोशिश तराना देकर जाती है उजालों को बदलावों की अदा संग सरगम जगाती है किनारों को दास्तानों की पुकार सुनाती है।

उमंग को जुडकर राहों की पहचान सहारा देकर जाती है आशाओं को इशारों की समझ संग अल्फाज जगाती है उम्मीदों को दिशाओं की पुकार सुनाती है।


Saturday 23 March 2024

कविता. ५१२०. सपनों संग बदलावों की।

                            सपनों संग बदलावों की।

सपनों संग बदलावों की मुस्कान कोशिश दिलाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी अफसाना दिलाती है इशारों को दास्तानों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की उमंग खयाल दिलाती है लम्हों को अरमानों की पुकार पहचान दिलाती है अरमानों को दिशाओं की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की सुबह किनारा दिलाती है लहरों को आवाजों की समझ अल्फाज दिलाती है जज्बातों को कदमों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की आस अरमान दिलाती है कदमों को अदाओं की सोच उमंग दिलाती है एहसासों को इशारों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की आवाज सरगम दिलाती है राहों को किनारों की आहट तलाश दिलाती है अंदाजों को नजारों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की राह उमंग दिलाती है उजालों को अल्फाजों की आस दास्तान दिलाती है अल्फाजों को अदाओं की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की रोशनी तराना दिलाती है इरादों को आशाओं की सोच सौगात दिलाती है एहसासों को लम्हों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की उम्मीद तलाश दिलाती है अंदाजों को जज्बातों की कहानी अरमान दिलाती है कदमों को दिशाओं की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की लहर सोच दिलाती है खयालों को अदाओं की आस दास्तान दिलाती है किनारों को सपनों की परख सुनाती है।

सपनों संग बदलावों की अरमान समझ दिलाती है आशाओं को नजारों की कोशिश उमंग दिलाती है आवाजों को दास्तानों की परख सुनाती है।

Friday 22 March 2024

कविता. ५११९. अल्फाजों को राहों की।

                              अल्फाजों को राहों की।

अल्फाजों को राहों की मुस्कान पहचान दिलाती है लहरों को कदमों की आहट पहचान सुनाती है दिशाओं को बदलावों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की कहानी अरमान दिलाती है लम्हों को खयालों की समझ आवाज सुनाती है अंदाजों को इरादों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की सौगात सरगम दिलाती है कदमों को उजालों की सुबह तराना सुनाती है जज्बातों को आशाओं की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की अंदाज सोच दिलाती है नजारों को सपनों की सौगात जज्बात सुनाती है आवाजों को दिशाओं की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की उमंग तलाश दिलाती है इशारों को बदलावों की मुस्कान एहसास सुनाती है लम्हों को नजारों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की सुबह आवाज दिलाती है अंदाजों को इरादों की कहानी अहमियत सुनाती है उम्मीदों को किनारों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की आस अफसाना दिलाती है इशारों को लम्हों की परख उमंग सुनाती है लहरों को अरमानों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की उम्मीद खयाल दिलाती है किनारों को अंदाजों की सौगात सपना सुनाती है दास्तानों को अदाओं की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की सरगम आस दिलाती है अफसानों को लहरों की पुकार पहचान सुनाती है आवाजों को कदमों की कोशिश दिलाती है।

अल्फाजों को राहों की तलाश लम्हा दिलाती है तरानों को उम्मीदों की आस अरमान सुनाती है सपनों को दास्तानों की कोशिश दिलाती है।

Thursday 21 March 2024

कविता. ५११८. इशारों को दास्तानों की।

                             इशारों को दास्तानों की।

इशारों को दास्तानों की परख सरगम दिलाती है लहरों को नजारों से जज्बातों की पहचान दिलाती है कदमों को अदाओं की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की आवाज जज्बात दिलाती है राहों को अरमानों से लहरों की कहानी दिलाती है लम्हों को खयालों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की उमंग मुस्कान दिलाती है दिशाओं को एहसासों से अंदाजों की रोशनी दिलाती है अरमानों को आशाओं की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की पुकार पहचान दिलाती है उजालों को सपनों से उम्मीदों की कोशिश दिलाती है अंदाजों को इरादों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की आस अहमियत दिलाती है नजारों को खयालों से अल्फाजों की उमंग दिलाती है सपनों को अरमानों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की उम्मीद सरगम दिलाती है उम्मीदों को किनारों से आवाजों की धून दिलाती है अंदाजों को एहसासों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की राह अफसाना दिलाती है आशाओं को दिशाओं से अफसानों की समझ दिलाती है उजालों को कदमों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की सौगात तलाश दिलाती है अदाओं को एहसासों से उम्मीदों की कहानी दिलाती है तरानों को राहों की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की सुबह अरमान दिलाती है सपनों को अरमानों से अदाओं की कोशिश दिलाती है बदलावों को दिशाओं की सोच दिलाती है।

इशारों को दास्तानों की आहट पहचान दिलाती है अल्फाजों को राहों से धाराओं की अहमियत दिलाती है अंदाजों को जज्बातों की सोच दिलाती है।

Wednesday 20 March 2024

कविता. ५११७. सरगम को आशाओं की।

                               सरगम को आशाओं की।

सरगम को आशाओं की मुस्कान पहचान दिलाती है लम्हों को खयालों की सोच पुकार सुनाती है कदमों को अदाओं की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है राहों को अंदाजों की उमंग तलाश सुनाती है नजारों को दिशाओं की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान उजाला दिलाती है कदमों को जज्बातों की सौगात कहानी सुनाती है अल्फाजों को राहों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान खयाल दिलाती है किनारों को अरमानों की सुबह सहारा सुनाती है दास्तानों को एहसासों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान सपना दिलाती है उम्मीदों को कदमों की आस अफसाना सुनाती है उजालों को बदलावों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान दास्तान दिलाती है नजारों को लहरों की कहानी पहचान सुनाती है किनारों को अंदाजों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान तलाश दिलाती है राहों को अरमानों की सौगात कोशिश सुनाती है खयालों को इशारों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान अंदाज दिलाती है इरादों को उम्मीदों की राह अल्फाज सुनाती है लम्हों को तरानों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान किनारा दिलाती है आवाजों को कदमों की सोच जज्बात सुनाती है दिशाओं को लहरों की आहट देकर जाती है।

सरगम को आशाओं की मुस्कान समझ दिलाती है दिशाओं को सपनों की कोशिश तराना सुनाती है अरमानों को इरादों की आहट देकर जाती है।

Tuesday 19 March 2024

कविता. ५११६. लम्हों की सुबह अक्सर।

                            लम्हों की सुबह अक्सर।

लम्हों की सुबह अक्सर आशाओं को एहसासों की कहानी संग समझ दिलाती है दिशाओं को कदमों की आहट कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर आवाजों को बदलावों की आस संग सौगात दिलाती है लहरों को अफसानों की अहमियत कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर अंदाजों को जज्बातों की सरगम संग तलाश दिलाती है किनारों को उजालों की कहानी कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर अरमानों को सपनों की रोशनी संग खयाल दिलाती है इशारों को अल्फाजों की पहचान कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर अल्फाजों को नजारों की सपनों संग आहट दिलाती है उम्मीदों को लहरों की मुस्कान कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर दास्तानों को अंदाजों की पहचान संग दास्तान दिलाती है खयालों को उम्मीदों की तलाश कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर दिशाओं को कदमों की सौगात संग तराना दिलाती है अदाओं को लहरों की आवाज कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर इशारों को उम्मीदों की तलाश संग अल्फाज दिलाती है राहों को अफसानों की समझ कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर जज्बातों को किनारों की कहानी संग पुकार दिलाती है अंदाजों को इरादों की उमंग कोशिश सुनाती है।

लम्हों की सुबह अक्सर अफसानों को सपनों की रोशनी संग आवाज दिलाती है किनारों को आशाओं की सरगम कोशिश सुनाती है।



Monday 18 March 2024

कविता. ५११५. उजालों से अरमानों की।

                             उजालों से अरमानों की।

उजालों से अरमानों की परख सुबह दिलाती है नजारों को किनारों संग अंदाज सहारा देती है दिशाओं से एहसासों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की पुकार कोशिश दिलाती है राहों को इशारों संग आस तराना देती है आशाओं से जज्बातों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की आस खयाल दिलाती है इरादों को आशाओं संग तलाश मुस्कान देती है अंदाजों से दास्तानों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की रोशनी आवाज दिलाती है अदाओं को तरानों संग कोशिश आहट देती है खयालों से उम्मीदों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की उमंग जज्बात दिलाती है कदमों को आवाजों संग धून इशारा देती है लहरों से अल्फाजों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की समझ सौगात दिलाती है राहों को अंदाजों संग उमंग आवाज देती है तरानों से लम्हों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की पहचान सोच दिलाती है किनारों को दास्तानों संग उम्मीद नजारा देती है लहरों से कदमों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की उम्मीद समझ दिलाती है लहरों को इशारों संग सरगम तलाश देती है जज्बातों से किनारों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की तलाश अल्फाज दिलाती है इरादों को आशाओं संग कोशिश तराना देती है अदाओं से आवाजों का सपना देती है।

उजालों से अरमानों की आस अंदाज दिलाती है एहसासों को उम्मीदों संग परख मुस्कान देती है किनारों से खयालों का सपना देती है।

Sunday 17 March 2024

कविता.५११४. अफसानों को सपनों संग।

                         अफसानों को सपनों संग।

अफसानों को सपनों संग अल्फाज दिलाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी एहसास सुनाती है नजारों को दिशाओं की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग मुस्कान दिलाती है उजालों को जज्बातों की राह अरमान सुनाती है आशाओं को बदलावों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग कोशिश दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश आस सुनाती है अंदाजों को आवाजों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग उमंग दिलाती है खयालों को अंदाजों की आहट मुस्कान सुनाती है दास्तानों को एहसासों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग जज्बात दिलाती है किनारों को आशाओं की समझ सरगम सुनाती है तरानों को उजालों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग सुबह दिलाती है कदमों को दास्तानों की पहचान सहारा सुनाती है इशारों को लम्हों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग आवाज दिलाती है इरादों को उम्मीदों की कोशिश पुकार सुनाती है बदलावों को अरमानों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग तलाश दिलाती है अरमानों को जज्बातों की सौगात अहमियत सुनाती है लम्हों को इशारों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग पुकार दिलाती है अल्फाजों को उजालों की सुबह एहसास सुनाती है आशाओं को बदलावों की लहर देकर जाती है।

अफसानों को सपनों संग आस दिलाती है लम्हों को खयालों की समझ बदलाव सुनाती है इशारों को दास्तानों की लहर देकर जाती है।

Saturday 16 March 2024

कविता. ५११३. लहरों को किनारों की।

                               लहरों को किनारों की।

लहरों को किनारों की आस अरमान दिलाती है दास्तानों से एहसासों की कहानी परख सुनाती है अल्फाजों संग आशाओं की आहट देकर जाती है।

लहरों को किनारों की रोशनी तराना दिलाती है उजालों से आवाजों की धून अरमान सुनाती है अंदाजों संग जज्बातों की कहानी देकर जाती है।

लहरों को किनारों की दास्तान लम्हा दिलाती है राहों से धाराओं की कोशिश खयाल सुनाती है नजारों संग इशारों की पहचान देकर जाती है।

लहरों को किनारों की सोच नजारा दिलाती है सपनों से लहरों की मुस्कान तराना सुनाती है आवाजों संग एहसासों की सुबह देकर जाती है।

लहरों को किनारों की सरगम जज्बात दिलाती है लम्हों से खयालों की समझ सुबह सुनाती है अफसानों संग उम्मीदों की रोशनी देकर जाती है।

लहरों को किनारों की समझ पुकार दिलाती है इरादों से अल्फाजों की आस तलाश सुनाती है तरानों संग जज्बातों की कहानी देकर जाती है।

लहरों को किनारों की आवाज सरगम दिलाती है बदलावों से धाराओं की पुकार पहचान सुनाती है दिशाओं संग तरानों की सौगात देकर जाती है।

लहरों को किनारों की उमंग अफसाना दिलाती है आशाओं से खयालों की सोच अहमियत सुनाती है उजालों संग नजारों की सरगम देकर जाती है।

लहरों को किनारों की सुबह सहारा दिलाती है अफसानों से राहों की मुस्कान दास्तान सुनाती है आवाजों संग इशारों की कोशिश देकर जाती है।

लहरों को किनारों की आहट सपना दिलाती है अंदाजों से नजारों की कहानी अहमियत सुनाती है लम्हों संग अरमानों की आहट देकर जाती है।

Friday 15 March 2024

कविता. ५११२. अरमानों को किनारों संग।

                             अरमानों को किनारों संग।

अरमानों को किनारों संग उम्मीद कोशिश दिलाती है लहरों की सुबह अक्सर आशाओं संग तलाश दिलाती है जज्बातों को कदमों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग सौगात तराना दिलाती है लम्हों की आहट अक्सर अल्फाजों संग मुस्कान दिलाती है अदाओं को नजारों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग आवाज अरमान दिलाती है राहों की कहानी अक्सर बदलावों संग सपना दिलाती है नजारों को दिशाओं की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग अंदाज इरादा दिलाती है इशारों की समझ अक्सर खयालों संग लहर दिलाती है राहों को अल्फाजों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग आहट सरगम दिलाती है आशाओं की मुस्कान अक्सर तरानों संग सौगात दिलाती है कदमों को दिशाओं की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग उमंग आस दिलाती है नजारों की कहानी अक्सर दास्तानों संग सोच दिलाती है उजालों को आवाजों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग रोशनी अल्फाज दिलाती है कदमों की सोच अक्सर इशारों संग उमंग दिलाती है इरादों को उम्मीदों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग अदा सरगम दिलाती है दिशाओं की कोशिश अक्सर उजालों संग आस दिलाती है तरानों को दास्तानों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग सुबह सोच दिलाती है अंदाजों की रोशनी अक्सर कदमों संग अल्फाज दिलाती है नजारों को बदलावों की पुकार सुनाती है।

अरमानों को किनारों संग पहचान अदा दिलाती है इरादों की कहानी अक्सर उम्मीदों संग आहट दिलाती है लहरों को एहसासों की पुकार सुनाती है।

Thursday 14 March 2024

कविता. ५१११. जज्बातों को राहों की।

                               जज्बातों को राहों की।

जज्बातों को राहों की मुस्कान पहचान दिलाती है कदमों को अदाओं की पुकार खयाल सुनाती है अल्फाजों की समझ संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की कहानी परख दिलाती है लहरों को इशारों की सौगात मुस्कान सुनाती है दास्तानों की परख संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की कोशिश तलाश दिलाती है लम्हों को खयालों की रोशनी अरमान सुनाती है नजारों की सुबह संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की उमंग तराना दिलाती है किनारों को सपनों की आस बदलाव सुनाती है एहसासों की कोशिश संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की सौगात उम्मीद दिलाती है इरादों को आशाओं की सोच दास्तान सुनाती है अफसानों की आहट संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की लहर सरगम दिलाती है अरमानों को सपनों की आस पहचान सुनाती है आवाजों की अदा संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की अंदाज सुबह दिलाती है उजालों को बदलावों की रोशनी अफसाना सुनाती है अरमानों की सौगात संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की समझ नजारा दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की मुस्कान सौगात सुनाती है लम्हों की कहानी संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की कहानी कोशिश दिलाती है तरानों को उजालों की पुकार लहर सुनाती है किनारों की पहचान संग अहमियत दिलाती है।

जज्बातों को राहों की सोच सपना दिलाती है दिशाओं को कदमों की परख सहारा सुनाती है अल्फाजों की सरगम संग अहमियत दिलाती है।

Wednesday 13 March 2024

कविता. ५११०. अफसानों को दिशाओं संग।

                         अफसानों को दिशाओं संग।

अफसानों को दिशाओं संग पहचान इरादा दिलाती है किनारों को तरानों से परख सुनाती है आवाजों की धून अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग मुस्कान कोशिश दिलाती है लम्हों को खयालों से आस सुनाती है जज्बातों की कहानी अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग अदा पुकार दिलाती है लहरों को नजारों से अरमान सुनाती है अंदाजों की सरगम अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग रोशनी नजारा दिलाती है कदमों को उजालों से बदलाव सुनाती है अदाओं की कोशिश अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग उमंग आस दिलाती है एहसासों को उम्मीदों से तराना सुनाती है लम्हों की आहट अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग परख सौगात दिलाती है अरमानों को राहों से एहसास सुनाती है उजालों की पुकार अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग सोच कोशिश दिलाती है इशारों को दास्तानों से पहचान सुनाती है उम्मीदों की तलाश अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग उम्मीद तलाश दिलाती है अंदाजों को कदमों से धारा सुनाती है आशाओं की रोशनी अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग अल्फाज राह दिलाती है दास्तानों को अदाओं से पुकार सुनाती है किनारों की आस अक्सर अहमियत देती है।

अफसानों को दिशाओं संग लहर आवाज दिलाती है राहों को सपनों से खयाल सुनाती है बदलावों की मुस्कान अक्सर अहमियत देती है।

Tuesday 12 March 2024

कविता. ५१०९. खयालों को अंदाजों की।

                                 खयालों को अंदाजों की।

खयालों को अंदाजों की आस अरमान दिलाती है तरानों को कदमों की आहट पुकार सुनाती है नजारों को दिशाओं की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की परख पहचान दिलाती है लहरों को किनारों की आस सोच सुनाती है जज्बातों को आशाओं की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की राह अल्फाज दिलाती है बदलावों को दिशाओं की कहानी उमंग सुनाती है लहरों को आवाजों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की उम्मीद कोशिश दिलाती है सपनों को एहसासों की रोशनी सौगात सुनाती है अल्फाजों को उजालों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की उमंग जज्बात दिलाती है आशाओं को बदलावों की सुबह एहसास सुनाती है दास्तानों को लम्हों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की सौगात तलाश दिलाती है इशारों को आवाजों की धून अफसाना सुनाती है उम्मीदों को जज्बातों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की पुकार बदलाव दिलाती है उम्मीदों को एहसासों की आहट आवाज सुनाती है अदाओं को राहों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की लहर इरादा दिलाती है अरमानों को इरादों की कहानी बदलाव सुनाती है अल्फाजों को सपनों की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की समझ सोच दिलाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान सहारा सुनाती है आशाओं को दिशाओं की सरगम दिलाती है।

खयालों को अंदाजों की उम्मीद परख दिलाती है बदलावों को लम्हों की कहानी अफसाना सुनाती है कदमों को लहरों की सरगम दिलाती है।

Monday 11 March 2024

कविता. ५१०८. आवाज कोई निराली।

                              आवाज कोई निराली।

आवाज कोई निराली पुकार सुनाकर चलती है अंदाजों को लम्हों की आहट इशारे देती रहती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली पहचान सुनाकर चलती है तरानों को उम्मीदों की कहानी लहरे देती रहती है खयालों को जज्बातों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली आस सुनाकर चलती है उजालों को सपनों की कोशिश तराने देती रहती है आशाओं को बदलावों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली सुबह सुनाकर चलती है राहों को अरमानों की अल्फाज दास्तानें देती रहती है अफसानों को दिशाओं की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली सरगम सुनाकर चलती है लहरों को इशारों की आस लम्हे देती रहती है नजारों को उम्मीदों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली सौगात सुनाकर चलती है नजारों को अदाओं की रोशनी अफसाने देती रहती है कदमों को राहों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली अरमान सुनाकर चलती है सपनों को एहसासों की आहट नजारे देती रहती है अंदाजों को उजालों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली दास्तान सुनाकर चलती है खयालों को उम्मीदों की तलाश किनारे देती रहती है इरादों को सपनों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली तलाश सुनाकर चलती है जज्बातों को राहों की कहानी इरादे देती रहती है अल्फाजों को तरानों की मुस्कान दिलाती है।

आवाज कोई निराली उम्मीद सुनाकर चलती है एहसासों को सपनों की आस उजाले देती रहती है आशाओं को दिशाओं की मुस्कान दिलाती है।

Sunday 10 March 2024

कविता. ५१०७. इशारों को आवाजों की।

                             इशारों को आवाजों की।

इशारों को आवाजों की धून अफसाना दिलाती है दास्तानों संग दिशाओं से एहसास सुनाती है नजारों को लहरों की मुस्कान कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की पुकार सहारा दिलाती है आशाओं संग तरानों से पहचान सुनाती है इरादों को उम्मीदों की सोच कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की उमंग सरगम दिलाती है राहों संग अरमानों से मुस्कान सुनाती है जज्बातों को कदमों की आहट कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की कोशिश अरमान दिलाती है लहरों संग तरानों से आस सुनाती है सपनों को खयालों की अहमियत कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की परख उजाला दिलाती है किनारों संग राहों से अल्फाज सुनाती है अंदाजों को बदलावों की सौगात कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की उम्मीद रोशनी दिलाती है अदाओं संग आशाओं से लहर सुनाती है लम्हों को दिशाओं की पुकार कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की सुबह अंदाज दिलाती है अंदाजों संग जज्बातों से उमंग सुनाती है खयालों को अफसानों की आस कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की राह सोच दिलाती है उजालों संग बदलावों से धारा सुनाती है उजालों को नजारों की सरगम कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की आस कोशिश दिलाती है एहसासों संग आशाओं से खयाल सुनाती है कदमों को अरमानों की सोच कहानी देकर जाती है।

इशारों को आवाजों की सौगात तराना दिलाती है सपनों संग अंदाजों से नजारा सुनाती है आशाओं को उम्मीदों की आहट कहानी देकर जाती है।

Saturday 9 March 2024

कविता. ५१०६. कदमों से धाराओं की।

                                कदमों से धाराओं की।

कदमों से धाराओं की कहानी पहचान दिलाती है सपनों को एहसासों संग आवाज पुकार सुनाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की सोच अफसाना दिलाती है लहरों को जज्बातों संग मुस्कान अरमान सुनाती है अदाओं को तरानों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की सरगम सुबह दिलाती है अल्फाजों को उजालों संग आस दास्तान सुनाती है अंदाजों को बदलावों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की परख नजारा दिलाती है खयालों को इशारों संग उमंग सरगम सुनाती है किनारों को एहसासों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की सौगात तलाश दिलाती है अदाओं को दिशाओं संग उम्मीद एहसास सुनाती है लहरों को आशाओं की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की समझ अरमान दिलाती है जज्बातों को आवाजों संग धून अल्फाज सुनाती है उजालों को सपनों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की आहट मुस्कान दिलाती है राहों को अरमानों संग रोशनी अंदाज सुनाती है जज्बातों को आशाओं की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की आस तराना दिलाती है लम्हों को दास्तानों संग सुबह सौगात सुनाती है अरमानों को दिशाओं की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की राह खयाल दिलाती है दिशाओं को अदाओं संग आहट बदलाव सुनाती है आशाओं को राहों की कोशिश देकर जाती है।

कदमों से धाराओं की अदा लहर दिलाती है बदलावों को अंदाजों संग जज्बात किनारा सुनाती है इशारों को लहरों की कोशिश देकर जाती है।

Friday 8 March 2024

कविता. ५१०५. लम्हों की आहट अक्सर।

                             लम्हों की आहट अक्सर।

लम्हों की आहट अक्सर एहसास दिलाती है दास्तानों को अदाओं की पुकार कोशिश देकर जाती है किनारों को सपनों की सुबह आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर अरमान दिलाती है इशारों को आशाओं की मुस्कान अल्फाज देकर जाती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर अफसाना दिलाती है नजारों को दिशाओं की पहचान आवाज देकर जाती है जज्बातों को अंदाजों की परख आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर किनारा दिलाती है खयालों को राहों की सोच अहमियत देकर जाती है कदमों को बदलावों की सौगात आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर अल्फाज दिलाती है जज्बातों को किनारों की कहानी एहसास देकर जाती है उजालों को सपनों की सरगम आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर परख दिलाती है तरानों को अरमानों की पुकार सहारा देकर जाती है आवाजों को अफसानों की कहानी आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर आवाज दिलाती है अंदाजों को इरादों की लहर अल्फाज देकर जाती है खयालों को दास्तानों की उमंग आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर उम्मीद दिलाती है इशारों को अदाओं की परख पहचान देकर जाती है आशाओं को दिशाओं की समझ आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर तलाश दिलाती है उजालों को सपनों की सुबह दास्तान देकर जाती है इशारों को नजारों की कोशिश आस दिलाती है।

लम्हों की आहट अक्सर तराना दिलाती है लहरों को एहसासों की कहानी सपना देकर जाती है अरमानों को दिशाओं की समझ आस दिलाती है।

Thursday 7 March 2024

कविता. ५१०४. दिशाओं की लहर संग।

                             दिशाओं की लहर संग।

दिशाओं की लहर संग आशाएं एहसास निराले देती है तरानों को अरमानों की कहानी जज्बात पुराने देती है आवाजों को धून की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग राहें अफसाने निराले देती है अदाओं को सपनों की सुबह बदलाव पुराने देती है कदमों को आहट की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग पुकार किनारे निराले देती है खयालों को इशारों की कोशिश अरमान पुराने देती है अंदाजों को बदलावों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग परख इशारे निराले देती है कदमों को उजालों की पहचान तराने पुराने देती है एहसासों को उम्मीदों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग समझ सपने निराले देती है दास्तानों को अंदाजों की मुस्कान इरादे पुराने देती है लम्हों को नजारों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग तलाश नजारे निराले देती है अरमानों को लम्हों की सौगात खयाल पुराने देती है दास्तानों को अल्फाजों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग रोशनी इरादे निराले देती है उजालों को नजारों की परख लम्हे पुराने देती है आवाजों को आशाओं की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग सौगात अरमान निराले देती है जज्बातों को इरादों की मुस्कान उमंग पुराने देती है सपनों को अंदाजों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग सरगम तराने निराले देती है कदमों को उजालों की पहचान इशारे पुराने देती है इशारों को सपनों की धाराएं देती है।

दिशाओं की लहर संग आहट जज्बात निराले देती है लम्हों को खयालों की उम्मीद अफसाने देती है बदलावों को किनारों की धाराएं देती है।

Wednesday 6 March 2024

कविता. ५१०३. खयालों को सुनकर।

                               खयालों को सुनकर।

खयालों को सुनकर आहट एहसास दिलाती है लम्हों को दास्तानों की उमंग कोशिश सुनाती है नजारों संग आशाओं की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर आस अंदाज दिलाती है कदमों को उजालों की रोशनी अरमान सुनाती है अरमानों संग आवाजों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर उम्मीद सरगम दिलाती है किनारों को सपनों की सुबह अल्फाज सुनाती है तरानों संग बदलावों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर कोशिश सपना दिलाती है दास्तानों को राहों की कहानी आवाज सुनाती है लहरों संग इशारों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर उमंग तलाश दिलाती है उजालों को जज्बातों की सौगात सरगम सुनाती है उम्मीदों संग अंदाजों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर परख अरमान दिलाती है जज्बातों को कदमों की सोच अफसाना सुनाती है एहसासों संग लम्हों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर रोशनी पहचान दिलाती है लहरों को अल्फाजों की आस तलाश सुनाती है अंदाजों संग किनारों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर सुबह सहारा दिलाती है उम्मीदों को कदमों की अहमियत पुकार सुनाती है अफसानों संग आवाजों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर पहचान सौगात दिलाती है राहों को सपनों की तलाश इरादा सुनाती है एहसासों संग लम्हों की मुस्कान दिलाती है।

खयालों को सुनकर लहर सोच दिलाती है दिशाओं को बदलावों की आवाज पुकार सुनाती है किनारों संग इशारों की मुस्कान दिलाती है।

Tuesday 5 March 2024

कविता. ५१०२. अंदाजों संग अरमानों की।

                              अंदाजों संग अरमानों की।

अंदाजों संग अरमानों की कोशिश तलाश दिलाती है अदाओं को दिशाओं की कहानी सरगम सुनाती है खयालों को अल्फाजों की मुस्कान समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की पुकार सहारा दिलाती है लम्हों को सपनों की परख अफसाना सुनाती है जज्बातों को किनारों की रोशनी समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की सोच अफसाना दिलाती है नजारों को राहों की सरगम आवाज सुनाती है तरानों को उजालों की सुबह समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की दास्तान सौगात दिलाती है तरानों को उम्मीदों की पुकार खयाल सुनाती है इशारों को लहरों की आहट समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की राह किनारा दिलाती है आशाओं को बदलावों की सोच सहारा सुनाती है लहरों को एहसासों की अदा समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की रोशनी कोशिश दिलाती है आवाजों को राहों की धून अहमियत सुनाती है नजारों को दिशाओं की सुबह समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की उमंग अल्फाज दिलाती है कदमों को उजालों की पुकार पहचान सुनाती है आशाओं को खयालों की मुस्कान समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की सुबह नजारा दिलाती है इरादों को जज्बातों की कहानी आस सुनाती है बदलावों को सपनों की पुकार समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की उम्मीद मुस्कान दिलाती है उजालों को एहसासों की सौगात तलाश सुनाती है लम्हों को दास्तानों की परख समझ दिलाती है।

अंदाजों संग अरमानों की खयाल तराना दिलाती है आशाओं को कदमों की सौगात आवाज सुनाती है किनारों को उम्मीदों की कहानी समझ दिलाती है।

कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की। इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बा...