Monday 1 April 2024

कविता. ५१२९. आशाओं की कहानी सुनकर।

                        आशाओं की कहानी सुनकर।

आशाओं की कहानी सुनकर आहट एहसास दिलाती है लम्हों को खयालों की सोच अफसाना सुनाती है तरानों को उम्मीदों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर आस अरमान दिलाती है कदमों को अदाओं की पुकार अल्फाज सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर राह कोशिश दिलाती है राहों को सपनों की सुबह मुस्कान सुनाती है नजारों को अरमानों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर रोशनी आवाज दिलाती है दास्तानों को अंदाजों की परख सहारा सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर सोच सरगम दिलाती है नजारों को इशारों की तलाश अहमियत सुनाती है एहसासों को उजालों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर उमंग लहर दिलाती है किनारों को अल्फाजों की मुस्कान सरगम सुनाती है लहरों को कदमों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर सौगात अफसाना दिलाती है इरादों की अल्फाज उमंग सुनाती है दास्तानों को उम्मीदों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर पुकार परख दिलाती है खयालों की समझ आवाज सुनाती है किनारों को अंदाजों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर जज्बात तराना दिलाती है लहरों की सुबह अदा सुनाती है नजारों को अफसानों की पहचान दिलाती है।

आशाओं की कहानी सुनकर उमंग परख दिलाती है दिशाओं की मुस्कान अरमान सुनाती है सपनों को दास्तानों की पहचान दिलाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५८. खयालों को मुस्कान अक्सर।

                             खयालों की मुस्कान अक्सर। खयालों की मुस्कान अक्सर आस देकर चलती है इशारों को दास्तानों की परख अंदाज दिलाती है अरम...