Friday, 26 April 2024

कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की।

इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बातों को कदमों की पुकार सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की कहानी दास्तान दिलाती है लहरों को नजारों की सोच सरगम देकर जाती है बदलावों को लम्हों की सौगात सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की उमंग अफसाना दिलाती है राहों को अरमानों की परख उम्मीद देकर जाती है आवाजों को अदाओं की सोच सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की समझ अल्फाज दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी पहचान देकर जाती है अंदाजों को किनारों की आहट सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की सौगात तलाश दिलाती है जज्बातों को सपनों की मुस्कान कोशिश देकर जाती है सपनों को एहसासों की उम्मीद सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की आवाज सरगम दिलाती है नजारों को दिशाओं की समझ अरमान देकर जाती है लहरों को खयालों की सुबह सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की पुकार दास्तान दिलाती है तरानों को अफसानों की सौगात अंदाज देकर जाती है अल्फाजों को उजालों की पहचान सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की आस बदलाव दिलाती है अंदाजों को आशाओं की सरगम खयाल देकर जाती है उम्मीदों को दिशाओं की सरगम सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की सोच अफसाना दिलाती है अदाओं को राहों की कहानी अहमियत देकर जाती है अरमानों को सपनों की आस सहारा देती है।

इरादों को आशाओं की रोशनी अरमान दिलाती है नजारों को बदलावों की सुबह पहचान देकर जाती है दास्तानों को लम्हों की कोशिश सहारा देती है।

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