Sunday, 14 April 2024

कविता. ५१४२. आवाजों को अदाओं की।

                             आवाजों को अदाओं की।

आवाजों को अदाओं की पुकार अहमियत देती है लहरों को इशारों की समझ अक्सर कहानी सुनाती है राहों को अंदाजों की पुकार सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की परख पहचान देती है तरानों को अरमानों की आहट अक्सर अल्फाज सुनाती है दिशाओं को कदमों की रोशनी सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की कोशिश सरगम देती है किनारों को सपनों की सुबह अक्सर आस सुनाती है इरादों को उम्मीदों की कहानी सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की उमंग सौगात देती है नजारों को खयालों की मुस्कान अक्सर अरमान सुनाती है सपनों को राहों की सोच सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की तलाश पुकार देती है जज्बातों को आशाओं की राह अक्सर अफसाना सुनाती है लहरों को इशारों की समझ सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की सोच उम्मीद देती है अंदाजों को बदलावों की परख अक्सर नजारा सुनाती है लम्हों को खयालों की कोशिश सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की सुबह अरमान देती है दास्तानों को एहसासों की पुकार अक्सर अंदाज सुनाती है कदमों को आशाओं की आस सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की आस इशारा देती है इरादों को उम्मीदों की कहानी अक्सर तलाश सुनाती है उजालों को बदलावों की मुस्कान सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की राह खयाल देती है अल्फाजों को उजालों की सुबह अक्सर अरमान सुनाती है जज्बातों को कदमों की सरगम सहारा देती है।

आवाजों को अदाओं की इरादा मुस्कान देती है दिशाओं को तरानों की पुकार अक्सर दास्तान सुनाती है अफसानों को लहरों की कहानी सहारा देती है।


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