Thursday 18 April 2024

कविता. ५१४६. सपनों को एहसासों की।

                               सपनों को एहसासों की।

सपनों को एहसासों की कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है उम्मीदों को दिशाओं की सौगात तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की रोशनी अरमान दिलाती है उम्मीदों को किनारों की पुकार अंदाज सुनाती है दास्तानों को लम्हों की आस तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सुबह अफसाना दिलाती है तरानों को अरमानों की आहट अल्फाज सुनाती है आशाओं को बदलावों की सोच तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आवाज जज्बात दिलाती है राहों को दिशाओं की कोशिश सौगात सुनाती है अंदाजों को नजारों की राह तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आस किनारा दिलाती है कदमों को उजालों की उमंग अरमान सुनाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आहट अंदाज दिलाती है दिशाओं को बदलावों की सोच परख सुनाती है अफसानों को अदाओं की पहचान तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सोच बदलाव दिलाती है इशारों को लम्हों की कहानी समझ सुनाती है किनारों को उम्मीदों की आहट तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सरगम तराना दिलाती है खयालों को अंदाजों की पहचान उमंग सुनाती है राहों को अरमानों की परख तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की पहचान अदा दिलाती है लम्हों को दास्तानों की कोशिश आवाज सुनाती है इरादों को बदलावों की सौगात तलाश दिलाती है।

सपनों को एहसासों की परख खयाल दिलाती है नजारों को दिशाओं की पुकार अहमियत सुनाती है उजालों को अल्फाजों की लहर तलाश दिलाती है।

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