Monday 28 February 2022

कविता. ४३६७. तरानों पर सरगम संग।

                                                        तरानों पर सरगम संग।      ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌    

तरानों पर सरगम संग सपनों कि पुकार इशारा दिलाती है लम्हों को कदमों कि आस संग बदलाव जगाती है जज्बातों मे मुस्कान कि पहचान अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग आशाओं कि राह अदाएं दिलाती है नजारों को दिशाओं कि उमंग संग अरमान जगाती है कदमों मे आवाजों कि धून अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग इशारों कि पहचान मुस्कान दिखाती है लहरों को किनारों कि सोच संग इरादा जगाती है आशाओं मे बदलावों कि उमंग अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग अंदाजों कि उम्मीद तलाश दिलाती है सपनों को नजारों कि सुबह संग एहसास जगाती है लहरों मे जज्बातों कि सोच अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग अदाओं कि समझ किनारा दिलाती है आशाओं को जज्बातों कि पुकार संग खयाल जगाती है दिशाओं मे उजालों कि परख अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग दिशाओं कि सोच आस दिलाती है कदमों को दास्तानों कि पहचान संग आवाज जगाती है अंदाजों मे उम्मीदों कि सौगात अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग आशाओं कि उम्मीद कोशिश दिलाती है उजालों को अनजानीसी आहट कि पुकार संग आस जगाती है दास्तानों मे मुस्कान कि सोच अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग जज्बातों कि सौगात आवाज दिलाती है राहों को अरमानों कि धाराओं संग पहचान जगाती है कदमों मे नजारों कि मुस्कान अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग आवाजों कि धून एहसास दिलाती है सपनों को नजारों कि सौगात संग रोशनी जगाती है रोशनी मे दास्तानों कि सोच अहमियत सुनाती है।

तरानों पर सरगम संग नजारों कि तलाश पहचान दिलाती है आशाओं को अदाओं कि समझ संग अरमान जगाती है अल्फाजों मे दिशाओं कि उमंग अहमियत सुनाती है।

Sunday 27 February 2022

कविता. ४३६६. हर रोशनी कि पुकार अक्सर।

                                                     हर रोशनी कि पुकार अक्सर।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर खयाल दिलाती है सपनों संग आशाओं मे दास्तान सहारा सुनाती है अदाओं से अफसानों कि सौगात आस दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर एहसास दिलाती है आवाजों संग सपनों मे मुस्कान खयाल सुनाती है लम्हों से नजारों कि सुबह कोशिश दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर तराना दिलाती है खयालों संग नजारों मे लहर एहसास सुनाती है अंदाजों से आवाजों कि धून दास्तान दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर किनारा दिलाती है कदमों संग दिशाओं मे उमंग पहचान सुनाती है लहरों से अंदाजों कि उम्मीद एहसास दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर कोशिश दिलाती है नजारों संग इरादों मे पुकार सरगम सुनाती है लम्हों से खयालों कि उमंग अरमान दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर परख दिलाती है आशाओं संग बदलावों मे आस कोशिश सुनाती है तरानों से दिशाओं कि सोच आवाज दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर लहर दिलाती है जज्बातों संग आवाजों मे रोशनी खयाल सुनाती है नजारों से अफसानों कि सरगम बदलाव दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर कोशिश दिलाती है अदाओं संग दास्तानों मे सरगम पहचान सुनाती है उजालों से उजालों कि परख उमंग दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर तलाश दिलाती है तरानों संग खयालों मे मुस्कान अल्फाज सुनाती है राहों से दिशाओं कि पहचान मुस्कान दिलाती है।

हर रोशनी कि पुकार अक्सर सपना दिलाती है अंदाजों संग जज्बातों मे परख कोशिश सुनाती है किनारों से लम्हों कि रोशनी नजारा दिलाती है।

Saturday 26 February 2022

कविता. ४३६५. हर कदम पर उड़ान।

                                                             हर कदम पर उड़ान।

हर कदम पर उड़ान बदलाव सुनाती है अदाओं को दास्तानों कि सुबह आस देती है किनारों पर कोशिश कि पहचान संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान इशारा सुनाती है तरानों को अंदाजों कि उम्मीद आवाज देती है नजारों पर उजालों कि परख संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान सुबह सुनाती है आशाओं को दिशाओं कि उमंग अल्फाज देती है जज्बातों पर लम्हों कि रोशनी संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान कोशिश सुनाती है लहरों को तरानों कि सोच इरादा देती है अफसानों पर उम्मीदों कि सोच संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान सौगात सुनाती है किनारों को आवाजों कि धून मुस्कान देती है अंदाजों पर खयालों कि उमंग संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान आस सुनाती है दिशाओं को उम्मीदों कि पुकार अफसाना देती है इशारों पर किनारों कि पुकार संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान सपना सुनाती है अंदाजों को एहसासों कि तलाश खयाल देती है लहरों पर नजारों कि सुबह संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान दास्तान सुनाती है नजारों को राहों कि कोशिश आवाज देती है दिशाओं पर आशाओं कि राह संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान सहारा सुनाती है खयालों को सपनों कि सुबह एहसास देती है किनारों पर दास्तानों कि सौगात संग अरमान दिलाती है।

हर कदम पर उड़ान लहर सुनाती है अदाओं को लम्हों कि रोशनी खयाल देती है अंदाजों पर राहों कि सरगम संग अरमान दिलाती है।

Friday 25 February 2022

कविता. ४३६४. एक उजाला अक्सर।

                                                             एक उजाला अक्सर।

एक उजाला अक्सर अदाओं का इशारा सुनाता है कदमों से अफसानों कि सरगम नजारा जगाती है लम्हों को अरमानों कि धाराएं मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर आशाओं का सपना सुनाता है दिशाओं से इरादों कि पहचान एहसास जगाती है किनारों को आशाओं कि परख मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर अंदाजों का तराना सुनाता है आवाजों से इशारों कि सोच अरमान जगाती है दास्तानों को लम्हों कि रोशनी मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर दिशाओं का इरादा सुनाता है अंदाजों से तरानों कि सुबह आस जगाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर दास्तानों का अफसाना सुनाता है धाराओं से अल्फाजों कि पुकार बदलाव जगाती है कोशिश को तरानों कि राह मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर नजारों का बदलाव सुनाता है जज्बातों से दास्तानों कि आवाज कोशिश जगाती है कदमों को जज्बातों कि सोच मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर अरमानों का किनारा सुनाता है खयालों से जज्बातों कि सोच इरादा जगाती है अंदाजों को एहसासों कि तलाश मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर दिशाओं का इरादा सुनाता है किनारों से लम्हों कि रोशनी पहचान जगाती है खयालों को नजारों कि सुबह मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर आवाजों का एहसास सुनाता है नजारों से आशाओं कि राह अहमियत जगाती है तरानों को अंदाजों कि उम्मीद मुस्कान दिलाती है।

एक उजाला अक्सर बदलावों का आस सुनाता है रोशनी से दिशाओं कि उमंग पुकार जगाती है लहरों को इशारों कि पहचान मुस्कान दिलाती है।

Thursday 24 February 2022

कविता. ४३६३. पहचान अक्सर।

                                                                 पहचान अक्सर।

पहचान अक्सर रोशनी अलगसी दिलाती है लम्हों को कदमों कि आहट अफसाना सुनाती है किनारों पर उड़ान उजालों कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर राह अलगसी दिलाती है दास्तानों को बदलावों कि उमंग अरमान सुनाती है तरानों पर कोशिश उम्मीदों कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर लहर अलगसी दिलाती है आशाओं को अदाओं कि कोशिश अहमियत सुनाती है नजारों पर उमंग जज्बातों कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर कोशिश अलगसी दिलाती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच अल्फाज सुनाती है अदाओं पर दास्तान लम्हों कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर सौगात अलगसी दिलाती है तरानों को अंदाजों कि तलाश खयाल सुनाती है आशाओं पर समझ राहों कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर परख अलगसी दिलाती है राहों को अरमानों कि सुबह एहसास सुनाती है अंदाजों पर नजार अफसानों कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर पुकार अलगसी दिलाती है आवाजों को लहरों कि राह कोशिश सुनाती है कदमों पर पुकार दिशाओं कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर आस अलगसी दिलाती है अदाओं को जज्बातों कि मुस्कान सौगात सुनाती है दास्तानों पर उम्मीद खयालों कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर सोच अलगसी दिलाती है खयालों को सपनों कि पुकार अल्फाज सुनाती है राहों पर उड़ान अफसानों कि सरगम दिलाती है।

पहचान अक्सर आवाज अलगसी दिलाती है नजारों को लम्हों कि उम्मीद एहसास सुनाती है बदलावों पर कोशिश इशारों कि सरगम दिलाती है।

Wednesday 23 February 2022

कविता. ४३६२. आस कोई सरगम संग।

                                                          आस कोई सरगम संग।

आस कोई सरगम संग एहसास सुनाती है लम्हों कि मुस्कान अक्सर बदलाव दिलाती है सपनों कि पुकार सौगात सुनाती है अदाओं कि कोशिश संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग आवाज सुनाती है कदमों कि आहट अक्सर दास्तान दिलाती है नजारों कि तलाश पहचान सुनाती है आशाओं कि राह संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग अरमान सुनाती है किनारों कि सुबह अक्सर पहचान दिलाती है जज्बातों कि सोच अहमियत सुनाती है दिशाओं कि तलाश संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग जज्बात सुनाती है तरानों कि परख अक्सर कोशिश दिलाती है आशाओं कि परख तलाश सुनाती है नजारों कि सुबह संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग मुस्कान सुनाती है राहों कि तलाश अक्सर अफसाना दिलाती है अंदाजों कि उम्मीद सुबह सुनाती है लम्हों कि रोशनी संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग कोशिश सुनाती है लहरों कि पुकार अक्सर मुस्कान दिलाती है उजालों कि राह परख सुनाती है अंदाजों कि सोच संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग दास्तान सुनाती है लम्हों कि सौगात अक्सर राह दिलाती है तरानों कि पहचान मुस्कान सुनाती है दिशाओं कि उमंग संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग अल्फाज सुनाती है अदाओं कि कोशिश अक्सर इशारा दिलाती है कदमों कि आहट अफसाना सुनाती है किनारों कि पुकार संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग पुकार सुनाती है राहों कि तलाश अक्सर अल्फाज दिलाती है किनारों कि सुबह एहसास सुनाती है अंदाजों कि सोच संग खयाल दे जाती है।

आस कोई सरगम संग सुबह सुनाती है तरानों कि रोशनी अक्सर सौगात दिलाती है लम्हों कि पुकार अल्फाज सुनाती है तरानों कि लहर संग खयाल दे जाती है।




Tuesday 22 February 2022

कविता. ४३६१. किसी पुकार संग आशाओं कि।

                                                        किसी पुकार संग आशाओं कि।

किसी पुकार संग आशाओं कि मुस्कान रोशनी दिलाती है दास्तानों से जुड़कर किनारों को अंदाजों कि उम्मीद एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि उम्मीद आवाज दिलाती है सपनों से परखकर इशारों को अरमानों कि सुबह एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि परख पहचान दिलाती है लम्हों से समझकर कोशिश को जज्बातों कि सोच एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि तलाश खयाल दिलाती है लहरों से जुड़कर दास्तानों को बदलावों कि उमंग एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि सोच इरादा दिलाती है आवाजों से परखकर लम्हों को कदमों कि आहट एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि सरगम कोशिश दिलाती है अंदाजों से समझकर लहरों को दिशाओं कि रोशनी एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि बदलाव रोशनी दिलाती है उजालों से जुड़कर कोशिश को तरानों कि उमंग एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि समझ अफसाना दिलाती है रोशनी से परखकर दिशाओं को राहों कि तलाश एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि अदा अल्फाज दिलाती है जज्बातों से समझकर दास्तानों को बदलावों कि उम्मीद एहसास सुनाती है।

किसी पुकार संग आशाओं कि कोशिश आस दिलाती है नजारों से जुड़कर बदलावों को सपनों कि मुस्कान एहसास सुनाती है।

Monday 21 February 2022

कविता. ४३६०. एहसास एक सरगम संग।

                                                           एहसास एक सरगम संग।

एहसास एक सरगम संग समझ कि लहर जगाता है अदाओं से अफसानों कि सौगात मुस्कान दिलाती है कदमों कि आहट मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग अरमानों का सपना जगाता है आशाओं से कदमों कि आहट अफसाना दिलाती है राहों कि तलाश मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग अंदाजों कि राह जगाता है किनारों से दास्तानों कि सुबह एहसास दिलाती है सपनों कि रोशनी मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग आवाजों कि परख जगाता है अल्फाजों से दिशाओं कि उमंग पहचान दिलाती है आशाओं कि मुस्कान मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग दास्तानों कि कोशिश जगाता है नजारों से जज्बातों कि सोच इरादा दिलाती है लहरों कि पहचान मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग तरानों कि परख जगाता है दास्तानों से खयालों कि उम्मीद आवाज दिलाती है किनारों कि सौगात मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग नजारों कि पहचान जगाता है दिशाओं से अंदाजों कि तलाश जज्बात दिलाती है राहों कि तलाश मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग आशाओं कि मुस्कान जगाता है जज्बातों से अफसानों कि परख रोशनी दिलाती है लम्हों कि राह मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग बदलावों कि आवाज़ जगाता है अंदाजों से आवाजों कि धून एहसास दिलाती है उजालों कि परख मन कि पुकार सुनाती है।

एहसास एक सरगम संग जज्बातों कि सोच जगाता है कदमों से दास्तानों कि पुकार अल्फाज दिलाती है उम्मीदों कि सौगात मन कि पुकार सुनाती है।

Sunday 20 February 2022

कविता. ४३५९. जब जज्बात कोई सुनाता है।

                                                      जब जज्बात कोई सुनाता है।

जब जज्बात कोई सुनाता है कदमों कि आहट अक्सर दास्तान को लेकर चलती है अदाओं से खयालों कि उम्मीद कोशिश दिलाती है आवाजों कि धून संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है तरानों कि रोशनी अक्सर सुबह को लेकर चलती है आशाओं से अफसानों कि तलाश खयाल दिलाती है सपनों कि पुकार संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है नजारों कि आस अक्सर अफसाने को लेकर चलती है राहों से दिशाओं कि उमंग बदलाव दिलाती है सपनों कि मुस्कान संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है किनारों कि पुकार अक्सर लहरों को लेकर चलती है आवाजों से इशारों कि पहचान सरगम दिलाती है अंदाजों कि सुबह संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है दिशाओं कि उमंग अक्सर अदाओं को लेकर चलती है दास्तानों से राहों कि सौगात आस दिलाती है आशाओं कि परख संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है अंदाजों कि सोच अक्सर कदमों को लेकर चलती है खयालों से किनारों कि सुबह राह दिलाती है लम्हों कि सौगात संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है अदाओं कि कोशिश अक्सर तरानों को लेकर चलती है उम्मीदों से अंदाजों कि सोच इरादा दिलाती है इशारों कि सोच संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है दिशाओं कि उमंग अक्सर अदाओं को लेकर चलती है तरानों से दिशाओं कि सौगात एहसास दिलाती है नजारों कि तलाश संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है आशाओं कि मुस्कान अक्सर बदलावों को लेकर चलती है राहों से अफसानों कि परख आस दिलाती है अल्फाजों कि सोच संग अरमान जगाती है।

जब जज्बात कोई सुनाता है दास्तानों कि लहर अक्सर अदाओं को लेकर चलती है किनारों से अंदाजों कि पुकार खयाल दिलाती है इरादों कि मुस्कान संग अरमान जगाती है।

Saturday 19 February 2022

कविता. ४३५८. सुनकर सरगम दिल कहता है।

                                                     सुनकर सरगम दिल कहता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है उम्मीद का लम्हा हर पल मन के भीतर रहता है आशाओं को पकड़कर एक और इशारा नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है उजालों का इशारा हर सौगात के संग रहता है अंदाजों को देखकर एक और अफसाना नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है लहरों का तराना हर सुबह के मिलकर रहता है कोशिश को समझकर एक और सहारा नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है उमंग का अफसाना हर मोड़ के भीतर रहता है जज्बातों को परखकर एक और इशारा नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है कोशिश का इशारा हर लहर के संग रहता है दास्तानों को समझकर एक और इरादा नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है सोच का नजारा हर मौके के संग रहता है अरमानों को पकड़कर एक और बदलाव नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है रोशनी का एहसास हर कोशिश के संग रहता है आवाजों को परखकर एक और अल्फाज नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है दास्तान का तराना हर उमंग के संग रहता है खयालों को समझकर एक और खयाल नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है आशाओं का अफसाना हर पुकार के संग रहता है अंदाजों को देखकर एक और लम्हा नया किनारा देता है।
सुनकर सरगम दिल कहता है तरानों का खयाल हर उम्मीद के संग रहता है आवाजों को समझकर एक और उजाला नया किनारा देता है।

Friday 18 February 2022

कविता. ४३५७. ना जाने क्यों सांस कहे एक।

                                                          ना जाने क्यों सांस कहे एक।

ना जाने क्यों सांस कहे एक पुकार जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने कहा इस सुबह को हर बात उसने सुनी हर बार सुनी एहसासों कि पेहलू मे हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक पहचान जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने हंसकर बोला जो है उसे कहने कि जरुरत क्यों महसूस हुई हर किसी ने हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक सपना जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने समझाया इस सपने कि हर राह हमने चुनी हर बार उसी कि हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक उमंग जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने बतलाया इस ओर हमारी हर आस चली हर लम्हा हमने उसकी हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक तरंग जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने दिखलाया इस सौगात कि सरगम चली हर कोशिश मे हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक पुकार जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने कहा इस एहसास कि सौगात चली हर लहर ने अरमानों मे हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक सरगम जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने हंसकर इस कोशिश कि मुस्कान चली हर जज्बात ने इशारों मे हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक सौगात जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने समझाया इस सुबह कि पुकार हमने हर वक़्त चुनी हर लम्हे मे हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक आस जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने दिखलाया इस मोड़ कि सोच चली हर अफसाने संग हर बात सुनी।

ना जाने क्यों सांस कहे एक सरगम जो हम ने कभी ना सुनी आज दिल ने कहा इस आवाज कि परख चुनी हर खयाल कि धाराओं मे अक्सर हर बात सुनी।

Thursday 17 February 2022

कविता. ४३५६. कभी दिल कहता है।

                                                             कभी दिल कहता है।

कभी दिल कहता है एक आस को चुपके से क्यों न सुना जाए एहसास को मन के अंदर आने कि इजाजत हो लम्हों को किसी राह पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक पुकार को सरगम से क्यों न गा ले हमे आशाओं के पंखों पर उड़ान को परखने दो लहरों को किसी धून पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक अल्फाज को तरानों से क्यों न समझ लिया जाएं अंदाजों से दास्तानों कि छाया को हटा दो मुस्कान को किसी राह पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक पहचान को लहरों संग क्यों न जुड़ जाने दे अरमानों से सपनों कि पुकार को समझा दो आशाओं को किसी सहारे पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक सरगम को कदमों से क्यों न परख ले नजारों से अफसानों कि सौगात को आजमा लेने दो आवाजों को किसी आस पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक परख को समझ से क्यों न पहचान देकर जाएं जज्बातों से दिशाओं कि सरगम को समझने दो कदम को किसी सुबह पर पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक कोशिश को चुपके से क्यों न चल दे खयालों से अल्फाजों कि पुकार को परखने दो आशाओं कि कश्ती को किसी मोड़ पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक मुस्कान को समझ लें क्यों न पुकार दे अरमानों से सपनों कि आवाज को बहकने दो खयालों कि उम्मीद को किसी अंधियारे पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक सांस को सरगम से जोड़कर क्यों न ज़िन्दगी दे अंदाजों से किनारों कि सोच को आजमाने दो नजारों कि तलाश को किसी सोच पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

कभी दिल कहता है एक अल्फाज को किरणों से मिलाकर क्यों न पहचान दे आवाजों से जज्बातों कि आहट को परखने दो उजालों कि कोशिश को किसी रोशनी पर ना छोड़े उसे साथ लेकर क्यों न चला जाएं।

Wednesday 16 February 2022

कविता. ४३५५. उजालों संग खयालों कि।

                                                               उजालों संग खयालों कि।

उजालों संग खयालों कि लहर पहचान दिलाती है इशारों कि सरगम अक्सर आवाजों कि तलाश देती है अदाओं को नजारों कि सुबह अरमान जगाती है आशाओं को अंदाजों कि समझ आस देती है किनारों से आशाओं कि कहानी कोशिश देती है खयालों को इरादों कि सोच पहचान देती है तरानों को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि सौगात तलाश दिलाती है अदाओं कि कहानी अक्सर आशाओं कि सरगम देती है इशारों को तरानों कि राह अहमियत जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि सोच रोशनी देती है कदमों से उमंग कि सुबह आस जगाती है किनारों को जज्बातों कि पुकार सहारा देती है नजारों को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि सोच मुस्कान दिलाती है लहरों कि आस अक्सर राहों कि मुस्कान देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार जगाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना देती है किनारों से आशाओं कि समझ अदाएं देती है दास्तानों को एहसासों कि परख कोशिश देती है लम्हों को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि सुबह आस दिलाती है अंदाजों कि समझ अक्सर दास्तानों कि सोच देती है जज्बातों को लम्हों कि कहानी पहचान जगाती है राहों को उम्मीदों कि परख किनारा देती है आवाजों से कदमों कि आहट अफसाना देती है तरानों को सपनों कि समझ अल्फाज देती है रोशनी को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि परख आवाज दिलाती है जज्बातों कि पुकार अक्सर लहरों कि राह देती है किनारों को आशाओं कि मुस्कान रोशनी जगाती है अंदाजों को इरादों कि सौगात सोच देती है कोशिश से दिशाओं कि पहचान सरगम देती है अदाओं को दास्तानों कि सुबह आस देती है अदाओं को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि उमंग अरमान दिलाती है आशाओं कि परख अक्सर तरानों कि परख देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून एहसास जगाती है अदाओं को दास्तानों कि सुबह आस देती है राहों से अफसानों कि सौगात पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि रोशनी कोशिश देती है इशारों को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि लहर दिशाएं दिलाती है उम्मीदों कि सौगात अक्सर लहरों कि पहचान देती है कदमों को दास्तानों कि सोच इरादा जगाती है आशाओं को सपनों कि पुकार अल्फाज देती है राहों से दिशाओं कि कोशिश तराना देती है नजारों को आवाजों कि पुकार आस देती है किनारों को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि मुस्कान रोशनी दिलाती है तरानों कि सरगम अक्सर लम्हों कि रोशनी देती है कोशिश को दिशाओं कि उमंग लहर जगाती है आवाजों को लम्हों कि राह पहचान देती है लहरों से अफसानों कि सरगम आस देती है जज्बातों को अंदाजों कि सुबह कोशिश देती है नजारों को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि सोच इरादा दिलाती है सपनों कि सौगात अक्सर नजारों कि पुकार देती है तरानों को अंदाजों कि पुकार अल्फाज जगाती है आशाओं को अदाओं कि परख उमंग देती है रोशनी से जज्बातों कि मुस्कान नजारा देती है दिशाओं को इरादों कि सौगात आस देती है राहों को बदलाव देती है।

उजालों संग खयालों कि उम्मीद आवाज दिलाती है लहरों कि राह अक्सर तरानों कि सरगम देती है किनारों को आशाओं कि मुस्कान नजारा जगाती है अदाओं को लम्हों कि सुबह कोशिश देती है नजारों से अफसानों कि सौगात सोच देती है किनारों को लहरों कि पुकार अल्फाज देती है अंदाजों को बदलाव देती है।



Tuesday 15 February 2022

कविता. ४३५४. रोशनी को जज्बातों कि सोच।

                                                          रोशनी को जज्बातों कि सोच।

रोशनी को जज्बातों कि सोच पुकार देती है इशारों को खयालों कि सुबह अरमान देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है कदमों को इरादों कि सोच समझ देती है अंदाजों को किनारों कि तलाश सपना देती है आशाओं से अदाओं कि राह अदाएं देती है आवाजों को एहसासों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच परख देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है दिशाओं को अदाओं कि राह किनारा देती है खयालों को इशारों कि सौगात तलाश देती है कदमों को अरमानों कि समझ आस देती है कोशिश से नजारों कि तलाश आस देती है आशाओं को अंदाजों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच सुबह देती है कदमों को इरादों कि सोच समझ देती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम कोशिश देती है नजारों को एहसासों कि उमंग अफसाना देती है इशारों को खयालों कि सोच तराना देती है दिशाओं से आवाजों कि धून एहसास देती है उजालों को दिशाओं कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच किनारा देती है दिशाओं को अरमानों कि राह कोशिश देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना देती है दास्तानों को लहरों कि सोच किनारा देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है अंदाजों से खयालों कि सुबह आस देती है बदलावों को इशारों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच दास्तान देती है किनारों को अदाओं कि रोशनी इशारा देती है अंदाजों को सपनों कि कहानी परख देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है लम्हों को इरादों कि समझ अल्फाज देती है इरादों से आवाजों कि धून अफसाना देती है किनारों को जज्बातों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच अरमान देती है नजारों को एहसासों कि समझ मुस्कान देती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह आस देती है खयालों को इरादों कि परख बदलाव देती है कदमों को लहरों कि तलाश सपना देती है इशारों से अंदाजों कि आस पुकार देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच इशारा देती है अदाओं को उजालों कि परख किनारा देती है कोशिश को उम्मीदों कि सौगात तलाश देती है दिशाओं को दास्तानों कि परख आस देती है नजारों को एहसासों कि सोच इरादा देती है कदमों से आशाओं कि कहानी लहर देती है लम्हों को उम्मीदों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच समझ देती है लहरों को अफसानों कि सौगात इशारा देती है दिशाओं को तरानों कि राह अरमान देती है लम्हों को उम्मीदों कि सुबह बदलाव देती है इरादों को अल्फाजों कि समझ कोशिश देती है आवाजों से कदमों कि आहट उजाला देती है कोशिश को नजारों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच कोशिश देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह पुकार देती है कदमों को अरमानों कि आहट सहारा देती है लहरों को अफसानों कि राह आस देती है अंदाजों को बदलावों कि परख किनारा देती है नजारों से आशाओं कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को उजालों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच पहचान देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है राहों को उमंग कि कहानी परख देती है दिशाओं को दास्तानों कि सुबह पुकार देती है किनारों को इरादों कि समझ अरमान देती है उम्मीदों से लम्हों कि समझ आस देती है अफसानों संग राहों को तरानों कि सौगात देती है।

Monday 14 February 2022

कविता. ४३५३. एहसासों के इशारों कि सौगात।

                                                      एहसासों के इशारों कि सौगात।

एहसासों के इशारों कि सौगात पहचान दिलाती है लहरों को अफसानों कि आस खयाल सुनाती है उजालों को दिशाओं कि सरगम बदलाव देती है कदमों कि पुकार अक्सर दिशाएं देती है कोशिश को उम्मीदों कि सुबह अरमान दिलाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना देती है अंदाजों कि समझ अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात सुबह दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सोच उमंग सुनाती है तरानों को अंदाजों कि धाराएं परख देती है किनारों कि आस अक्सर नजारा देती है दास्तानों को जज्बातों कि पुकार इरादा दिलाती है खयालों को सपनों कि समझ अल्फाज देती है अरमानों कि सोच अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात कोशिश दिलाती है कदमों को अरमानों कि सुबह उजाला सुनाती है दिशाओं को बदलावों कि उमंग रोशनी देती है राहों कि मुस्कान अक्सर आस देती है नजारों को तरानों कि रोशनी कोशिश दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सरगम सुबह देती है किनारों कि तलाश अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात दास्तान दिलाती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं किनारा सुनाती है नजारों को खयालों कि सोच समझ देती है आशाओं कि कहानी अक्सर राह देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात लहर दिलाती है अदाओं को कदमों कि आहट अफसाना देती है तरानों कि तलाश अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात सरगम दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि समझ कोशिश सुनाती है सपनों को आशाओं कि कहानी बदलाव देती है कदमों कि आहट अक्सर तलाश देती है राहों को उम्मीदों कि परख पहचान दिलाती है उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान तराना देती है अदाओं कि आस अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात किनारा दिलाती है खयालों को बदलावों कि धाराएं पुकार सुनाती है जज्बातों को तरानों कि कोशिश सपना देती है उजालों कि सुबह अक्सर अफसाना देती है अल्फाजों को अदाओं कि कहानी सरगम दिलाती है इरादों को दास्तानों कि तलाश सुबह देती है रोशनी कि लहर अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात रोशनी दिलाती है नजारों को उमंग कि कहानी कोशिश सुनाती है अंदाजों को सपनों कि समझ अल्फाज देती है दिशाओं कि आस अक्सर तलाश देती है किनारों को इरादों कि पुकार सरगम दिलाती है अफसानों को आशाओं कि कहानी आवाज देती है उजालों कि सोच अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात सपना दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव सुनाती है नजारों को किनारों कि सोच आस देती है उम्मीदों कि परख अक्सर कोशिश देती है लहरों को अरमानों कि तलाश जज्बात दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि समझ सरगम देती है अदाओं कि कहानी अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात अरमान दिलाती है राहों को उम्मीदों कि पहचान कोशिश सुनाती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है दिशाओं कि आहट अक्सर परख देती है सपनों को आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है लहरों को अफसानों कि सोच पुकार देती है नजारों कि तलाश अहमियत देती है।

एहसासों के इशारों कि सौगात आस दिलाती है लम्हों को खयालों कि सुबह अरमान सुनाती है नजारों को दास्तानों कि अदाएं कोशिश देती है रोशनी कि सोच अक्सर अल्फाज देती है कदमों को इशारों कि सुबह खयाल दिलाती है आवाजों को उजालों कि पुकार रोशनी देती है जज्बातों कि सरगम अहमियत देती है।


Sunday 13 February 2022

कविता. एक आहट किसी इशारे का।

                                                      एक आहट किसी इशारे का।

एक आहट किसी इशारे का एहसास सुहाना देती है आशाओं को अदाओं कि नजर तराना देती है कदमों कि उमंग अक्सर अरमानों का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे कि सुबह सुहानी देती है कोशिश को आवाजों कि मुस्कान रोशनी देती है तरानों कि राह अक्सर अफसानों का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे का तराना सुहाना देती है नजारों को बदलावों कि उमंग पहचान देती है लहरों कि पुकार अक्सर खयालों का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे का उजाला सुहाना देती है एहसासों को राहों कि तलाश आवाज देती है अदाओं कि सुबह अक्सर दास्तानों का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे कि कोशिश सुहानी देती है दास्तानों को रोशनी कि पुकार अल्फाज देती है दिशाओं कि उम्मीद अक्सर लहरों का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे कि राह सुहानी देती है अरमानों को लम्हों कि सौगात पहचान देती है उम्मीदों कि परख अक्सर जज्बातों का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे कि सोच सुहानी देती है जज्बातों को अंदाजों कि उम्मीद कोशिश देती है दास्तानों कि सोच अक्सर कदमों का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे कि उमंग सुहानी देती है लम्हों को कदमों कि आस अफसाना देती है दिशाओं कि राह अक्सर आशाओं का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे का बदलाव सुहाना देती है लहरों को दास्तानों कि सोच इरादा देती है नजारों कि तलाश अक्सर अल्फाजों का किनारा देती है।

एक आहट किसी इशारे कि पहचान सुहानी देती है दिशाओं को उजालों कि पुकार अल्फाज देती है कदमों कि आस अक्सर नजारों का किनारा देती है।




कविता. ४३५२. सरगम को इरादों कि सोच।

                                                         सरगम को इरादों कि सोच।

सरगम को इरादों कि सोच मुस्कान दिलाती है किनारों को आशाओं कि कहानी सपना देती है राहों संग आवाजों कि धून एहसास सुनाती है दिशाओं से अदाओं कि तलाश अफसाना देती है लम्हों को उम्मीदों कि परख बदलाव दिलाती है कदमों को इशारों कि सोच पहचान दिलाती है नजारों से खयालों कि सौगात सुनाती है।

सरगम को इरादों कि सोच समझ दिलाती है लहरों को अफसानों कि राह अरमान देती है जज्बातों संग कदमों कि आहट अल्फाज सुनाती है कोशिश से तरानों कि रोशनी इशारा देती है अंदाजों को बदलावों कि सोच पहचान दिलाती है उमंग को अल्फाजों कि सौगात तलाश दिलाती है उजालों से दिशाओं कि सौगात सुनाती है।

सरगम को इरादों कि सोच पहचान दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि सौगात नजारा देती है रोशनी संग किनारों कि तलाश सपना सुनाती है इरादों से आवाजों कि धून अल्फाज देती है कोशिश को उजालों कि सुबह मुस्कान दिलाती है राहों को उम्मीदों कि परख बदलाव दिलाती है लम्हों से आशाओं कि सौगात सुनाती है।

सरगम को इरादों कि सोच अरमान दिलाती है कदमों को अंदाजों कि समझ सपना देती है लहर संग अल्फाजों कि आस नजारा सुनाती है जज्बातों से किनारों कि सुबह राह देती है दास्तानों को खयालों कि समझ लम्हा दिलाती है सपनों को आशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है उजालों से तरानों कि सौगात सुनाती है।

सरगम को इरादों कि सोच एहसास दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि मुस्कान तराना देती है खयालों संग बदलावों कि परख आवाज सुनाती है इशारों से आशाओं कि कहानी कोशिश देती है लम्हों कि सुबह इरादा दिलाती है उम्मीदों को किनारों कि तलाश सुबह दिलाती है लहरों से अफसानों कि सौगात सुनाती है।

सरगम को इरादों कि सोच लम्हा दिलाती है राहों को अदाओं कि रोशनी इशारा देती है आवाजों संग अंदाजों कि पुकार राह सुनाती है उजालों से अफसानों कि परख बदलाव देती है अदाओं कि तलाश अहमियत दिलाती है लहरों को एहसासों कि राह आस दिलाती है कदमों से बदलावों कि सौगात सुनाती है।

सरगम को इरादों कि सोच दास्तान दिलाती है नजारों को एहसासों कि सुबह मुस्कान देती है आशाओं संग सपनों कि कहानी लहर सुनाती है तरानों से अरमानों कि आस पुकार देती है तरानों कि कोशिश पहचान दिलाती है नजारों को जज्बातों कि सुबह मुस्कान दिलाती है राहों से कदमों कि सौगात सुनाती है।

सरगम को इरादों कि सोच कोशिश दिलाती है किनारों को उजालों कि समझ नजारा देती है कदमों संग खयालों कि सौगात पहचान सुनाती है जज्बातों से आवाजों कि धून एहसास देती है राहों कि सुबह पुकार दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम कोशिश दिलाती है लम्हों से दास्तानों कि सौगात दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच उमंग दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है दिशाओं संग आवाजों कि धून अफसाना सुनाती है उजालों से तरानों कि सुबह कोशिश देती है सपनों कि समझ आहट दिलाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना दिलाती है जज्बातों से आशाओं कि सौगात दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच किनारा दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सुबह अरमान देती है लहरों संग जज्बातों कि पुकार कोशिश सुनाती है अंदाजों से दास्तानों कि सोच सौगात देती है नजारों कि तलाश आस दिलाती है कदमों को इरादों कि सोच उमंग दिलाती है एहसासों से अफसानों कि सौगात दिलाती है।

Saturday 12 February 2022

कविता. ४३५१. कदमों को एहसासों कि सुबह।

                                                             कदमों को एहसासों कि सुबह।

कदमों को एहसासों कि सुबह अरमान जगाती है जज्बातों को इरादों कि समझ अरमान दिलाती है राहों से नजारों कि तलाश कोशिश सुनाती है इशारों कि सोच अक्सर अंदाजों कि आहट लाती है अदाओं को उजालों कि सोच किनारा देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है आवाजों को लम्हों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह अल्फाज जगाती है दिशाओं को अरमानों कि सोच कोशिश दिलाती है लहरों से अफसानों कि परख किनारा सुनाती है अल्फाजों कि समझ अक्सर आवाजों कि कहानी देती है दिशाओं को इशारों कि आस पुकार देती है नजारों को रोशनी कि सौगात इशारा देती है अंदाजों को सपनों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह कोशिश जगाती है किनारों को जज्बातों कि पुकार सहारा दिलाती है आवाजों से किनारों कि आस पुकार सुनाती है दास्तानों कि सौगात अक्सर उम्मीदों कि सरगम लाती है राहों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है किनारों को इरादों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह दास्तान जगाती है रोशनी को लहरों कि सरगम परख दिलाती है अंदाजों से दास्तानों कि सोच कोशिश सुनाती है नजारों कि तलाश अक्सर सपनों कि पुकार लाती है उजालों को आवाजों कि धून रोशनी देती है जज्बातों को इरादों कि समझ नजारा देती है आशाओं को सपनों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह आवाज जगाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना दिलाती है दिशाओं से आवाजों कि धून अफसाना सुनाती है अंदाजों कि आस अक्सर राहों कि मुस्कान देती है किनारों को इरादों कि तलाश पहचान देती है आशाओं को इशारों कि सोच सौगात देती है खयालों को अरमानों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह परख जगाती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम दास्तान दिलाती है लम्हों से नजारों कि पहचान सोच सुनाती है उम्मीदों कि सरगम अक्सर बदलावों कि लहर देती है कोशिश को उजालों कि राह तलाश देती है इरादों को अल्फाजों कि मुस्कान तराना देती है लहरों को उजालों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह पहचान जगाती है दास्तानों को तरानों कि राह नजारा दिलाती है जज्बातों से अदाओं कि कहानी लहर सुनाती है राहों कि तलाश अक्सर आवाजों कि धून देती है नजारों को बदलावों कि सोच लम्हा देती है उम्मीदों को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है कदमों को इशारों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह खयाल जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ सपना दिलाती है दिशाओं से आवाजों कि सौगात आस सुनाती है इरादों कि सोच अक्सर दास्तानों कि सोच देती है उजालों को इरादों कि सरगम पुकार देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं धून देती है किनारों को जज्बातों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह तराना जगाती है राहों को उम्मीदों कि पहचान रोशनी दिलाती है उजालों से दास्तानों कि आस पुकार सुनाती है बदलावों कि लहर अक्सर खयालों कि सौगात देती है तरानों को अदाओं कि कहानी कोशिश देती है अरमानों को दिशाओं कि सोच जज्बात देती है लम्हों को उम्मीदों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह आस जगाती है धाराओं को नजारों कि तलाश कोशिश दिलाती है लहरों से अफसानों कि परख सोच सुनाती है जज्बातों कि सौगात अक्सर उम्मीदों कि पहचान देती है जज्बातों को आशाओं कि आस खयाल देती है रोशनी को दास्तानों कि पुकार सहारा देती है किनारों को इरादों कि धारा देती है।


Friday 11 February 2022

क‌‌विता ४३५०. राह अक्सर आशाओं कि।

                                                  राह अक्सर आशाओं कि।

राह अक्सर आशाओं कि मुस्कान कहानी देती है इशारों को खयालों कि कोशिश सुबह देती है नजारों से आवाजों कि पहचान सहारा देती है अल्फाजों से अंदाजों कि समझ सरगम दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच किनारा देती है उजालों से तरानों कि राह अहमियत देती है जज्बातों से सपनों कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि पहचान कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है सपनों से इशारों कि सोच खयाल देती है किनारों से आशाओं कि सुबह अरमान जगाती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है अंदाजों से दास्तानों कि सोच पहचान देती है लहरों से आवाजों कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि परख तलाश देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है कदमों से अंदाजों कि समझ अल्फाज देती है उजालों से उम्मीदों कि सरगम पुकार दिलाती है दिशाओं को तरानों कि कोशिश तलाश देती है जज्बातों से लम्हों कि कहानी कोशिश देती है खयालों से लम्हों कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि आस अल्फाज देती है तरानों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है किनारों से दास्तानों कि कोशिश परख देती है कदमों से खयालों कि समझ किनारा दिलाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून तराना देती है खयालों कि समझ अदाएं देती है एहसासों से अल्फाजों कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि तलाश रोशनी देती है बदलावों को नजारों कि सोच लहर देती है कदमों से अंदाजों कि समझ अहमियत देती है तरानों से किनारों कि कोशिश सरगम दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है अफसानों कि लहर खयाल देती है किनारों से अरमानों कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि उमंग उम्मीद देती है खयालों को इरादों कि सौगात परख देती है अदाओं से दास्तानों कि पुकार सहारा देती है कदमों से नजारों कि परख बदलाव दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है अल्फाजों कि समझ सहारा देती है कदमों से एहसासों कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि सरगम कहानी देती है अदाओं को इशारों कि पहचान रोशनी देती है जज्बातों से उमंग कि रोशनी पुकार देती है आशाओं को लहरों कि सोच समझ दिलाती है तरानों को सपनों कि समझ कोशिश देती है उम्मीदों कि मुस्कान तराना देती है अदाओं से कोशिश कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि लहर सपना देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सौगात देती है किनारों को इरादों कि समझ पहचान देती है दास्तानों को खयालों कि कोशिश मुस्कान दिलाती है रोशनी को जज्बातों कि सोच तराना देती है किनारों कि आस पुकार देती है अंदाजों से नजारों कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि सोच कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि परख सोच देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सहारा देती है किनारों को इरादों कि सोच पहचान दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है कदमों कि कोशिश सौगात देती है उम्मीदों से लम्हों कि सुबह सुनाती है।

राह अक्सर आशाओं कि समझ तराना देती है किनारों को इरादों कि कहानी कोशिश देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून अफसाना देती है कदमों को खयालों कि सौगात तलाश देती है रोशनी को कदमों कि आहट उजाला देती है उजालों कि सरगम परख देती है बदलावों से तरानों कि सुबह सुनाती है।



Thursday 10 February 2022

कविता. ४३४९. मुस्कान कि दिशाएं अक्सर।

                                                      मुस्कान कि दिशाएं अक्सर।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर रोशनी दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख कोशिश देती है जज्बातों संग आशाओं कि आस पुकार सुनाती है अंदाजों से इशारों कि पहचान सहारा दिलाती है नजारों से अल्फाजों कि समझ सुबह सुनाती है तरानों को बदलावों कि धाराएं खयाल दिलाती है कदमों कि आहट कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर अरमान दिलाती है अंदाजों को दास्तानों कि सोच अल्फाज देती है राहों संग आवाजों कि तलाश सपना सुनाती है लम्हों से आशाओं कि धून अफसाना दिलाती है आवाजों से कदमों कि आहट अफसाना सुनाती है उजालों को दिशाओं कि आस किनारा दिलाती है जज्बातों कि पुकार कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर आवाज दिलाती है दास्तानों को खयालों कि सुबह आस देती है नजारों संग लहरों कि सरगम परख सुनाती है अदाओं से किनारों कि तलाश सपना दिलाती है अंदाजों से आशाओं कि सौगात बदलाव सुनाती है आशाओं को अंदाजों कि समझ रोशनी दिलाती है उमंग कि राह कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर अंदाज दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सौगात तलाश देती है तरानों संग सपनों कि समझ बदलाव सुनाती है लहरों से अफसानों कि परख किनारा दिलाती है खयालों से लम्हों कि आस पहचान सुनाती है अदाओं को उजालों कि सुबह अरमान दिलाती है रोशनी कि सौगात कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर दास्तान दिलाती है कदमों को इशारों कि पहचान सहारा देती है कोशिश संग अल्फाजों कि सोच अहमियत सुनाती है खयालों से लम्हों कि समझ अदाएं दिलाती है लहरों से अंदाजों कि सरगम पुकार सुनाती है नजारों को एहसासों कि आस सहारा दिलाती है आशाओं कि सरगम कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर कोशिश दिलाती है राहों को उम्मीदों कि आस बदलाव देती है दास्तानों संग अरमानों कि रोशनी लम्हा सुनाती है इशारों से बदलावों कि सोच तलाश दिलाती है सपनों से खयालों कि आहट अफसाना सुनाती है जज्बातों को इरादों कि सुबह कोशिश दिलाती है अदाओं कि तलाश कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर दास्तान दिलाती है अरमानों को आशाओं कि सुबह किनारा देती है जज्बातों संग कदमों कि सौगात अदा सुनाती है अंदाजों से एहसासों कि राह आवाज दिलाती है नजारों से अंदाजों कि आस तलाश सुनाती है अदाओं को उजालों कि समझ सरगम दिलाती है आवाजों कि धून कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर परख दिलाती है लहरों को अफसानों कि सोच इशारा देती है तरानों संग सपनों कि आहट किनारा सुनाती है उजालों से दास्तानों कि सौगात लम्हा दिलाती है अरमानों से अदाओं कि सोच पहचान सुनाती है आवाजों को अल्फाजों कि सुबह अरमान दिलाती है आशाओं कि पुकार कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर सौगात दिलाती है रोशनी को तरानों कि आस पहचान देती है नजारों कि तलाश सपना सुनाती है लहरों से अफसानों कि कोशिश समझ दिलाती है आवाजों से एहसासों कि समझ आस सुनाती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार दिलाती है लम्हों कि सरगम कहानी सुनाती है।

मुस्कान कि दिशाएं अक्सर नजारा दिलाती है अदाओं को आवाजों कि धून एहसास देती है लहरों कि सोच अहमियत सुनाती है जज्बातों से तरानों कि राह अरमान दिलाती है अंदाजों से दास्तानों कि आस सरगम सुनाती है दिशाओं को लम्हों कि समझ आवाज दिलाती है लहरों कि तलाश कहानी सुनाती है।

Wednesday 9 February 2022

कविता. ४३४८. उम्मीदों कि सरगम संग।

                                                       उम्मीदों कि सरगम संग।

उम्मीदों कि सरगम संग आवाजों कि धून अफसाना देती है किनारों को इरादों कि सोच अल्फाज सुनाती है जज्बातों को तरानों कि राह अरमान जगाती है आशाओं कि कहानी संग अल्फाजों कि कोशिश दास्तान देती है अदाओं कि तलाश से एहसासों कि उमंग रोशनी दिलाती है लम्हों को उजालों से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग जज्बातों कि परख बदलाव देती है अंदाजों को एहसासों कि सौगात कोशिश सुनाती है अदाओं को उजालों कि सुबह आवाज जगाती है कदमों कि आहट संग नजारों कि तलाश पहचान देती है रोशनी कि सौगात से कदमों कि कहानी पुकार दिलाती है लहरों को अफसानों से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग आशाओं कि कहानी सोच देती है कदमों को अरमानों कि परख बदलाव सुनाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ सौगात जगाती है मुस्कान कि पहचान संग खयालों कि सुबह आस देती है किनारों कि सोच से लम्हों कि बदलाव तराना दिलाती है कोशिश को इरादों से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग अंदाजों कि समझ सौगात देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह मुस्कान सुनाती है नजारों को एहसासों कि आस अरमान जगाती है आवाजों कि धून संग अदाओं कि लहर किनारा देती है बदलावों कि धाराएं से आवाजों कि समझ पहचान दिलाती है अंदाजों को कदमों से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग लम्हों कि सोच पुकार देती है नजारों को जज्बातों कि सौगात इशारा सुनाती है अफसानों को खयालों कि सुबह किनारा जगाती है एहसासों कि राह संग इशारों कि उमंग कोशिश देती है इरादों कि पहचान से जज्बातों कि सुबह आस दिलाती है किनारों को खयालों से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग कदमों कि आहट पहचान देती है लहरों को अफसानों कि आस कोशिश सुनाती है अंदाजों को सपनों कि राह आवाज जगाती है आवाजों कि धून संग किनारों कि तलाश नजारा देती है उजालों कि सोच से तरानों कि कोशिश बदलाव दिलाती है लम्हों को एहसासों ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग लहरों कि खयाल किनारा देती है आवाजों को अल्फाजों कि धून एहसास सुनाती है नजारों को बदलावों कि धाराएं आस जगाती है अंदाजों कि समझ संग इशारों कि पहचान सौगात देती है आशाओं कि पुकार से उजालों कि सोच सहारा दिलाती है अफसानों को राहों से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग इशारों कि सोच कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि मुस्कान लम्हा सुनाती है राहों को किनारों कि आस अहमियत जगाती है दिशाओं कि धाराओं संग आशाओं कि पुकार पहचान देती है उजालों कि सुबह से राहों कि कहानी आस दिलाती है जज्बातों को अदाओं से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग उमंग कि कहानी रोशनी देती है खयालों को इरादों कि सोच पहचान सुनाती है अफसानों को अंदाजों कि समझ बदलाव जगाती है लम्हों कि किनारों संग लहरों कि तलाश कोशिश देती है अदाओं कि कहानी से दिशाओं कि धाराएं नजारा दिलाती है उम्मीदों को आशाओं से तराना देती है।

उम्मीदों कि सरगम संग जज्बात कि सुबह आस देती है दिशाओं को दास्तानों कि कोशिश सरगम सुनाती है दिशाओं को दास्तानों कि पुकार सहारा जगाती है कोशिश कि आस संग आवाजों कि धून अफसाना देती है लहरों कि तलाश से अंदाजों कि समझ पहचान दिलाती है लम्हों को उजालों से तराना देती है।




Tuesday 8 February 2022

कविता. ४३४७. उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान।

                                                    उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान तलाश देती है कदमों को इशारों कि सोच एहसास दिलाती है किनारों को लम्हों कि आहट अफसाना देती है लहरों को अरमानों संग आशाओं कि कोशिश मुस्कान दिलाती है खयालों को इरादों कि समझ सरगम सुनाती है अदाओं को नजारों कि तलाश पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान लहर देती है किनारों को आशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है दिशाओं को अंदाजों संग उजालों कि राह तलाश दिलाती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार सुनाती है दास्तानों को जज्बातों कि सुबह पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान आस देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सपना दिलाती है कदमों को इशारों कि सोच आवाज देती है तरानों को बदलावों संग जज्बातों कि सौगात रोशनी दिलाती है नजारों को उजालों कि समझ आस सुनाती है इरादों को एहसासों कि मुस्कान पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान तराना देती है अदाओं को नजारों कि रोशनी इशारा दिलाती है आशाओं को लहरों कि सरगम पुकार देती है एहसासों को लम्हों संग आवाजों कि धून इरादा दिलाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून अफसाना सुनाती है कदमों को इशारों कि सोच पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान परख देती है लहरों को उजालों कि सुबह अरमान दिलाती है अदाओं को नजारों कि सोच समझ देती है किनारों को आशाओं संग जज्बातों कि तलाश सपना दिलाती है बदलावों को इशारों कि सुबह पुकार सुनाती है तरानों को आवाजों कि धून पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान कोशिश देती है नजारों को बदलावों कि राह समझ दिलाती है रोशनी को जज्बातों कि सरगम पुकार देती है इरादों को अदाओं संग उमंग कि कहानी कोशिश दिलाती है दास्तानों को अदाओं कि राह अरमान सुनाती है लहरों को अफसानों कि परख पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान उम्मीद देती है राहों को आवाजों कि धून एहसास दिलाती है लहरों को इशारों कि सुबह आस देती है कदमों को खयालों कि समझ संग किनारों कि आस तलाश दिलाती है कदमों को अरमानों कि सुबह सौगात सुनाती है उजालों को इरादों कि पुकार पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान सपना देती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार सहारा दिलाती है उजालों को इरादों कि समझ कोशिश देती है दिशाओं को अरमानों कि लहर संग आशाओं कि कहानी राह दिलाती है उम्मीदों को इशारों कि सोच समझ सुनाती है दिशाओं को दास्तानों कि मुस्कान पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान नजारा देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ आस दिलाती है लहरों को अफसानों कि सोच तराना देती है कदमों को इशारों कि कोशिश संग अदाओं कि तलाश नजारा दिलाती है अंदाजों को‌ इरादों कि पुकार उम्मीद सुनाती है राहों को आवाजों कि धून पहचान दिलाती है।

उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान तलाश देती है जज्बातों को इरादों कि सोच अरमान दिलाती है दास्तानों को कदमों कि आहट लम्हा देती है किनारों को उजालों कि सुबह संग इशारों कि सोच सहारा दिलाती है खयालों को दास्तानों कि सरगम पुकार सुनाती है नजारों को दिशाओं कि धाराएं पहचान दिलाती है।


Monday 7 February 2022

कविता. ४३४६. उजालों को दिशाओं कि।

                                                         उजालों को दिशाओं कि।

उजालों को दिशाओं कि सौगात कोशिश देती है लम्हों को एहसासों कि सुबह अरमान जगाती है जज्बातों से मुस्कान कि तलाश सहारा दिलाती है कदमों कि आहट से अल्फाजों कि समझ आस सुनाती है इशारों से अंदाजों कि समझ सरगम देती है किनारों को इरादों कि पहचान अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है लहरों को अफसानों कि मुस्कान तराना जगाती है कदमों से रोशनी कि समझ बदलाव दिलाती है कोशिश कि आस से उमंग कि कहानी पहचान सुनाती है जज्बातों से आवाजों कि धून आस देती है आशाओं को इशारों कि सोच अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि खयाल किनारा देती है सपनों को आशाओं कि धून अफसाना जगाती है अदाओं से बदलावों कि सोच सुबह दिलाती है आशाओं कि पुकार से उम्मीदों कि सौगात सपना सुनाती है नजारों से दास्तानों कि राह अरमान देती है बदलावों को तरानों कि रोशनी अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि सरगम सपना देती है दास्तानों को खयालों कि सौगात एहसास जगाती है नजारों से आवाजों कि धून नजारा दिलाती है आवाजों कि धून से जज्बातों कि पहचान सहारा सुनाती है अदाओं से किनारों कि तलाश लहर देती है अल्फाजों को अंदाजों कि समझ अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि मुस्कान तराना देती है तरानों को बदलावों कि सोच कोशिश जगाती है इशारों से खयालों कि समझ सौगात दिलाती है नजारों कि तलाश से आशाओं कि कहानी सोच सुनाती है कदमों से आशाओं कि कहानी लम्हा देती है कोशिश को इरादों कि पहचान अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि तलाश अरमान देती है आशाओं को अंदाजों कि सुबह तलाश जगाती है किनारों से अफसानों कि परख कोशिश दिलाती है उमंग कि सरगम से सपनों कि आस पुकार सुनाती है अरमानों से अदाओं कि तलाश सपना देती है जज्बातों को आवाजों कि धून अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि सुबह आस देती है कदमों को इशारों कि सोच कोशिश जगाती है अदाओं से उम्मीदों कि सरगम पहचान दिलाती है लम्हों कि कहानी से अफसानों कि परख किनारा सुनाती है अल्फाजों से नजारों कि सोच पुकार देती है आशाओं को लहरों कि सरगम अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि आवाज कोशिश देती है इरादों को एहसासों कि सौगात तराना जगाती है राहों से नजारों कि तलाश सपना दिलाती है खयालों कि समझ से अल्फाजों कि सोच उमंग सुनाती है अंदाजों से दास्तानों कि सरगम परख देती है कदमों को अरमानों कि पुकार अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि सोच खयाल देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं इरादा जगाती है जज्बातों से दास्तानों कि सुबह सरगम दिलाती है लम्हों कि उमंग से अरमानों कि सुबह लम्हा सुनाती है इशारों से आशाओं कि समझ आस देती है किनारों को इरादों कि परख अक्सर अहमियत सुनाती है।

उजालों को दिशाओं कि राह मुस्कान देती है अदाओं को नजारों कि तलाश कोशिश जगाती है कदमों से सपनों कि कहानी पहचान दिलाती है किनारों कि सोच से तरानों कि समझ इशारा सुनाती है बदलावों से कोशिश कि परख सुबह देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ अक्सर अहमियत सुनाती है।

Sunday 6 February 2022

कविता. ४३४५. किनारों को इरादों कि।

                                                          किनारों को इरादों कि।

किनारों को इरादों कि सोच अक्सर एहसास दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि परख बदलाव सुनाती है रोशनी से उजालों कि सुबह आवाज दिलाती है खयालों को अंदाजों कि समझ अदाएं दिलाती है अदाओं को जज्बातों कि सौगात इशारा देती है आशाओं को अल्फाजों कि राह लहर दिलाती है कदमों कि आहट सुनाती है।

किनारों को इरादों कि पुकार अक्सर खयाल दिलाती है राहों को मुस्कान कि सरगम सुबह सुनाती है तरानों से आवाजों कि धून सोच दिलाती है लहरों को अफसानों कि सौगात कोशिश दिलाती है सपनों को आशाओं कि कहानी नजारा देती है अदाओं को उजालों कि सोच जज्बात दिलाती है लम्हों कि आहट सुनाती है।

किनारों को इरादों कि सौगात अक्सर उजाला दिलाती है लहरों को अफसानों कि पुकार रोशनी सुनाती है उमंग से दास्तानों कि सुबह आस दिलाती है दास्तानों को कदमों कि कहानी राह दिलाती है बदलावों को इशारों कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को खयालों कि समझ अदाएं दिलाती है सपनों कि आहट सुनाती है।

किनारों को इरादों कि मुस्कान अक्सर अरमान दिलाती है आशाओं को आवाजों कि धून एहसास सुनाती है उम्मीदों से तरानों कि राह तलाश दिलाती है बदलावों को इशारों कि सोच सौगात दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख पहचान देती है आवाजों को उजालों कि सुबह पुकार दिलाती है नजारों कि आहट सुनाती है।

किनारों को इरादों कि आस अक्सर नजारा दिलाती है कदमों को अंदाजों कि समझ अफसाना सुनाती है जज्बातों से इरादों कि पुकार कोशिश दिलाती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सोच दिलाती है उमंग को अल्फाजों कि सुबह आस देती है लहरों को एहसासों कि सौगात तराना दिलाती है जज्बातों कि आहट सुनाती है।

किनारों को इरादों कि समझ अक्सर बदलाव दिलाती है उजालों को खयालों कि मुस्कान तराना सुनाती है नजारों से आशाओं कि सरगम लहर दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि परख पुकार दिलाती है लम्हों को एहसासों कि रोशनी सौगात देती है कदमों को अल्फाजों कि सोच समझ दिलाती है तरानों कि आहट सुनाती है।

किनारों को इरादों कि सोच अक्सर अफसाना दिलाती है आवाजों को एहसासों कि समझ पहचान सुनाती है उजालों से इशारों कि परख बदलाव दिलाती है सपनों को आशाओं कि सरगम आस दिलाती है नजारों को दास्तानों कि सोच समझ देती है किनारों को जज्बातों कि सुबह पुकार दिलाती है लहरों कि आहट सुनाती है।

किनारों को इरादों कि परख अक्सर सरगम दिलाती है दास्तानों को जज्बातों कि सौगात इशारा सुनाती है लम्हों से आशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है नजारों को खयालों कि सोच सहारा दिलाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून सुबह देती है अदाओं को अरमानों कि परख बदलाव दिलाती है आशाओं कि आहट सुनाती है।

किनारों को इरादों कि लहर अक्सर पहचान है आशाओं को खयालों कि सुबह अहमियत सुनाती है तरानों से अरमानों कि तलाश सपना दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार दिलाती है अदाओं को उजालों कि परख बदलाव देती है कदमों को अल्फाजों कि समझ अहमियत दिलाती है राहों कि आहट सुनाती है।

Saturday 5 February 2022

कविता. ४३४४. जज्बात कि लहर अक्सर।

                                                        जज्बात कि लहर अक्सर।

जज्बात कि लहर अक्सर आशाओं का सहारा देती है कदमों को अरमानों कि सुबह इशारा देती है आवाजों से खयालों कि समझ अदाएं दिलाती है लम्हों कि कहानी से मुस्कान को रोशनी देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है नजारों कि तलाश से इशारों कि पहचान परख देती है कोशिश को उम्मीदों कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर आवाजों का इरादा देती है किनारों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है दास्तानों से लम्हों कि सौगात तलाश दिलाती है लहरों कि सोच से खयालों को उमंग देती है सपनों को अंदाजों कि आस पुकार देती है इशारों कि कहानी से अरमानों कि परख सौगात देती है उजालों को दिशाओं कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर दिशाओं का नजारा देती है राहों को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है तरानों से उमंग कि कहानी कोशिश दिलाती है दास्तानों कि सरगम से सपनों को समझ देती है आशाओं को एहसासों कि परख बदलाव देती है लम्हों कि कोशिश से इरादों कि सोच राह देती है इशारों को खयालों कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर उम्मीदों का दास्तान देती है लम्हों को एहसासों कि समझ सौगात देती है नजारों से आशाओं कि पहचान परख दिलाती है मुस्कान कि कोशिश से उजालों को इरादा देती है लहरों को अफसानों कि सौगात पुकार देती है इरादों कि समझ से अल्फाजों कि सुबह उमंग देती है किनारों को इरादों कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर तरानों का मुस्कान देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं सरगम देती है दिशाओं से आवाजों कि धून एहसास दिलाती है इशारों कि पहचान से नजारों को पहचान देती है अदाओं को नजारों कि कहानी परख देती है लहरों कि सरगम से बदलावों कि धाराएं लम्हा देती है कदमों को अरमानों कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर अदाओं का इरादा देती है अरमानों को खयालों कि सुबह आवाज देती है आवाजों से आशाओं कि सौगात तलाश दिलाती है कदमों कि आहट से अल्फाजों को सोच देती है अंदाजों को सपनों कि समझ राह देती है किनारों कि तलाश से दिशाओं कि कहानी कोशिश देती है नजारों को एहसासों कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर दास्तानों का उजाला देती है इशारों को तरानों कि तलाश सपना देती है अदाओं से अफसानों कि परख बदलाव दिलाती है दास्तानों कि सोच से खयालों को उमंग देती है तरानों को अंदाजों कि सरगम पुकार देती है कदमों कि आहट से नजारों कि सोच मुस्कान देती है कोशिश को उम्मीदों कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर दिशाओं का बदलाव देती है राहों को आवाजों कि धून कोशिश देती है लम्हों से उजालों कि सोच पहचान दिलाती है किनारों कि तलाश से रोशनी को पुकार देती है नजारों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है तरानों कि राह से अंदाजों कि आस पहचान देती बदलावों को नजारों कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर आवाजों का सपना देती है कदमों को अफसानों कि परख किनारा देती है नजारों से उमंग कि कहानी सुबह दिलाती है उम्मीदों कि सरगम से सपनों को उमंग देती है सपनों को अल्फाजों कि सौगात तलाश देती है किनारों कि आस से उमंग कि कहानी कोशिश देती है इशारों को लम्हों कि आस सुनाती है।

जज्बात कि लहर अक्सर उजालों का नजारा देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पहचान देती है आवाजों से कदमों कि आहट अरमान दिलाती है लहरों कि सुबह से खयालों को परख देती है अंदाजों को उम्मीदों कि सोच समझ देती है तरानों कि राह से आशाओं कि रोशनी इशारा देती है तरानों को सपनों कि आस सुनाती है।


Friday 4 February 2022

कविता. ४३४३. बदलावों कि सुबह संग।

                                                         बदलावों कि सुबह संग।

बदलावों कि सुबह संग अरमान जगाती है जज्बातों को इरादों कि सोच अल्फाज दिलाती है मुस्कान को कदमों कि आहट कहानी सुनाती है नजारों से आवाजों कि धून एहसास दिलाती है खयालों को अंदाजों कि समझ सरगम दिलाती है दास्तानों से अरमानों कि सौगात इशारा सुनाती है किनारों से आशाओं कि पहचान मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग कोशिश जगाती है अदाओं को उजालों कि कहानी रोशनी दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख दास्तान सुनाती है तरानों से खयालों कि सुबह सपना दिलाती है लम्हों को कदमों कि आहट नजारा दिलाती है अंदाजों से किनारों कि सोच अल्फाज सुनाती है उजालों से आवाजों कि कोशिश मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग आस जगाती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश आस दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि समझ अदाएं सुनाती है जज्बातों से जज्बातों कि पुकार रोशनी दिलाती है अंदाजों को दिशाओं कि धाराएं पुकार दिलाती है लहरों से अफसानों कि परख बदलाव सुनाती है तरानों से इशारों कि सोच मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग राह जगाती है आशाओं को रोशनी कि सौगात उमंग दिलाती है किनारों को इरादों कि सोच कोशिश सुनाती है उजालों से दास्तानों कि कहानी सरगम दिलाती है लम्हों को एहसासों कि कहानी सहारा दिलाती है इरादों से कदमों कि आहट अफसाना सुनाती है आवाजों से कदमों कि आहट मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग खयाल जगाती है लहरों को किनारों कि राह अरमान दिलाती है सपनों को आशाओं कि परख किनारा सुनाती है इशारों से अंदाजों कि समझ अदाएं दिलाती है अंदाजों को सपनों कि समझ सौगात दिलाती है अदाओं से तरानों कि तलाश सपना सुनाती है नजारों से उमंग कि तलाश मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग जज्बात जगाती है सपनों को आशाओं कि सौगात इशारा दिलाती है राहों को उम्मीदों कि कहानी सरगम सुनाती है लहरों से अफसानों कि परख किनारा दिलाती है अदाओं को खयालों कि सोच तलाश दिलाती है लम्हों से अरमानों कि राह इरादा सुनाती है अंदाजों से दास्तानों कि सौगात मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग सौगात जगाती है दास्तानों को खयालों कि सोच पहचान दिलाती है जज्बातों को तरानों कि राह सहारा सुनाती है नजारों से अदाओं कि रोशनी सौगात दिलाती है आशाओं को लहरों कि सरगम पुकार दिलाती है अंदाजों से दास्तानों कि सुबह कोशिश सुनाती है इरादों से आवाजों कि धून मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग आवाज जगाती है अदाओं को उजालों कि राह परख दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा सुनाती है अल्फाजों से इशारों कि पहचान सहारा दिलाती है अंदाजों को अल्फाजों कि राह आवाज दिलाती है कोशिश से तरानों कि सरगम पुकार सुनाती है इशारों से अदाओं कि समझ मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग दास्तान जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात इशारा दिलाती है राहों को उम्मीदों कि आस पुकार सुनाती है उजालों से दास्तानों कि सोच रोशनी दिलाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सौगात दिलाती है लहरों से अफसानों कि परख किनारा सुनाती है इरादों से खयालों कि रोशनी मुस्कान देती है।

बदलावों कि सुबह संग इरादा जगाती है राहों को उम्मीदों कि सरगम पुकार दिलाती है लम्हों को सपनों कि समझ कोशिश सुनाती है तरानों से आवाजों कि धून एहसास दिलाती है लहरों को अल्फाजों कि राह तराना दिलाती है इशारों से अंदाजों कि सौगात तलाश सुनाती है उजालों से लम्हों कि राह मुस्कान देती है।



Thursday 3 February 2022

कविता. ४३४२. इशारों से मिलकर जुडकर।

                                                          इशारों से मिलकर जुडकर।

इशारों से मिलकर जुडकर आवाजों कि धून मुस्कान दिलाती है कोशिश को खयालों कि सुबह अरमान जगाती है नजारों को दिशाओं कि धाराएं पुकार सुनाती है लम्हों से आशाओं कि कहानी कोशिश देती है राहों को उम्मीदों कि सरगम उमंग दिलाती है किनारों से अंदाजों कि समझ अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर जज्बातों कि पुकार पहचान दिलाती है आशाओं को तरानों कि कोशिश सपना जगाती है कदमों को इरादों कि समझ सौगात सुनाती है रोशनी से खयालों कि सौगात किनारा देती है उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान तराना दिलाती है लम्हों से जज्बातों कि रोशनी अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर आशाओं कि कहानी सौगात दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि पुकार नजारा जगाती है तरानों को बदलावों कि सुबह अरमान सुनाती है कदमों से आवाजों कि धून अफसाना देती है किनारों को अदाओं कि राह अहमियत दिलाती है लहरों से अल्फाजों कि सोच अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर अंदाजों कि समझ किनारा दिलाती है कदमों को बदलावों कि धाराएं कोशिश जगाती है रोशनी को लहरों कि मुस्कान तराना सुनाती है उजालों से दास्तानों कि सोच आस देती है जज्बातों को तरानों कि कोशिश सोच दिलाती है आवाजों से अफसानों कि परख अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर राहों कि सौगात इशारा दिलाती है अंदाजों को आशाओं कि कहानी पहचान जगाती है दास्तानों को खयालों कि सुबह पुकार सुनाती है दिशाओं से किनारों कि तलाश सपना देती है आवाजों को एहसासों कि परख बदलाव दिलाती है बदलावों से अदाओं कि कहानी अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर दास्तानों कि सोच परख दिलाती है किनारों को इरादों कि परख अल्फाज जगाती है अदाओं को दिशाओं कि धाराएं सौगात सुनाती है तरानों से आवाजों कि धून एहसास देती है अंदाजों को उजालों कि सोच पहचान दिलाती है राहों से खयालों कि कोशिश अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर नजारों कि सुबह आस दिलाती है लहरों को अफसानों कि सौगात मुस्कान जगाती है कदमों को अरमानों कि तलाश अरमान सुनाती है लम्हों से जज्बातों कि पुकार सहारा देती है खयालों को इरादों कि परख बदलाव दिलाती है कदमों से आशाओं कि सोच अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर राहों कि तलाश सपना दिलाती है अदाओं को उजालों कि आस पहचान जगाती है किनारों को अल्फाजों कि समझ आस सुनाती है अफसानों से उम्मीदों कि परख कोशिश देती है बदलावों को लम्हों कि कहानी कोशिश दिलाती है अंदाजों से अल्फाजों कि सौगात अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर आवाजों कि धून सहारा दिलाती है कदमों को अरमानों कि तलाश पुकार जगाती है लहरों को अफसानों कि सोच मुस्कान सुनाती है किनारों से अंदाजों कि सुबह किनारा देती है दिशाओं को सपनों कि तलाश सपना दिलाती है अदाओं से दास्तानों कि परख अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर दास्तानों कि सोच बदलाव दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि सोच तराना जगाती है लम्हों को उम्मीदों कि पुकार रोशनी सुनाती है नजारों से आवाजों कि तलाश सपना देती है अदाओं को उमंग कि सोच समझ दिलाती है राहों से नजारों कि तलाश अक्सर सरगम देती है।



Wednesday 2 February 2022

कविता. ४३४१. राहों को उमंग कि सरगम।

                                                       राहों को उमंग कि सरगम।

राहों को उमंग कि सरगम पुकार देती है किनारों को इरादों कि समझ आवाज देती है लम्हों को उम्मीदों कि सुबह आस दिलाती है कदमों को अंदाजों कि कोशिश सौगात देती है उमंग को नजारों कि तलाश इरादा देती है बदलावों को जज्बातों कि पुकार सहारा देती है आशाओं कि कहानी अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम कोशिश देती है नजारों को जज्बातों कि पुकार सपना देती है जज्बातों को तरानों कि राह अरमान दिलाती है बदलावों को इशारों कि सोच समझ देती है खयालों को अरमानों कि सौगात रोशनी देती है किनारों को आशाओं कि परख किनारा देती है इरादों कि सोच अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम दास्तान देती है लहरों को अफसानों कि परख इरादा देती है कदमों को इशारों कि रोशनी आस दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सुबह लहर देती है किनारों को जज्बातों कि आहट अफसाना देती है सपनों को आवाजों कि धून अल्फाज देती है नजारों कि तलाश अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम खयाल देती है कदमों को इशारों कि सुबह सौगात देती है लहरों को अफसानों कि सोच समझ दिलाती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश लम्हा देती है कोशिश को इरादों कि सौगात तलाश देती है नजारों को अदाओं कि सुबह आस देती है किनारों कि मुस्कान अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम सपना देती है जज्बातों को अंदाजों कि आस बदलाव देती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार सहारा दिलाती है किनारों को इरादों कि उमंग बदलाव देती है आवाजों को अल्फाजों कि मुस्कान तराना देती है लहरों को अफसानों कि परख राह देती है कदमों कि आहट अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम सोच देती है लम्हों को उम्मीदों कि सुबह आवाज देती है किनारों को इरादों कि सौगात तलाश दिलाती है खयालों को अरमानों कि समझ अदाएं देती है जज्बातों को बदलावों कि सोच समझ देती है किनारों को आशाओं कि कोशिश सपना देती है उजालों कि सुबह अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम परख देती है रोशनी को लहरों कि सोच समझ देती है कोशिश को उम्मीदों कि पुकार रोशनी दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि आस सपना देती है कदमों को इरादों कि पहचान कोशिश देती है बदलावों को इशारों कि समझ अरमान देती है आवाजों कि धून अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम सुबह देती है दास्तानों को खयालों कि आस पुकार देती है लम्हों को सपनों कि सोच मुस्कान दिलाती है नजारों को किनारों कि तलाश पहचान देती है इशारों को तरानों कि तलाश सौगात देती है नजारों को अफसानों कि परख बदलाव देती है उम्मीदों कि सोच अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम किनारा देती है सपनों को आशाओं कि कहानी सोच देती है तरानों को बदलावों कि आस पहचान दिलाती है जज्बातों को इरादों कि सोच खयाल देती है कोशिश को अल्फाजों कि समझ जज्बात देती है कदमों को अंदाजों कि राह अरमान देती है किनारों कि रोशनी अक्सर एहसास देती है।

राहों को उमंग कि सरगम मुस्कान देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है लहरों को अफसानों कि सौगात इशारा दिलाती है खयालों को आवाजों कि धून पुकार देती है किनारों को इरादों कि रोशनी खयाल देती है अल्फाजों को इशारों कि सोच सुबह देती है उजालों कि सौगात अक्सर एहसास देती है।


Tuesday 1 February 2022

कविता. ४३४०. उजियारे से जुडकर।

                                                          उजियारे से जुडकर।

उजियारे से जुडकर आशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख सरगम दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पहचान सुनाती है नजारों से लम्हों कि समझ अरमान जगाती है रोशनी के एहसासों कि सौगात इशारा देती है कदमों कि आहट से अल्फाजों कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर रोशनी कि सोच समझ दिलाती है बदलावों को इशारों कि सुबह सपना दिलाती है जज्बातों को तरानों कि पुकार सहारा सुनाती है अंदाजों से उम्मीदों कि परख किनारा जगाती है अदाओं के लहरों कि पहचान दास्तान देती है किनारों कि आस से उमंग को दिशाओं कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर कदमों कि आहट अरमान दिलाती है किनारों को जज्बातों कि पुकार बदलाव दिलाती है आशाओं संग सपनों को दास्तानों कि सोच अरमान सुनाती है दिशाओं कि धाराएं पहचान जगाती है दास्तानों के नजारों कि कहानी कोशिश देती है आवाजों कि पहचान से इशारों कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर किनारों कि सरगम पुकार दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि कहानी कोशिश दिलाती है लहरों संग एहसासों कि सुबह अल्फाज सुनाती है अरमानों कि तलाश सपना जगाती है आशाओं को रोशनी के इशारों कि पहचान परख देती है जज्बातों कि मुस्कान से दास्तानों कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर तरानों कि कोशिश सरगम दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ सौगात दिलाती है बदलावों संग अदाओं कि तलाश सपना सुनाती है उमंग कि कहानी पहचान जगाती है दिशाओं को खयालों के अरमानों कि सोच समझ देती है लहरों कि सरगम से बदलावों कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर सपनों कि सुबह आस दिलाती है कदमों को इरादों कि पहचान पुकार दिलाती है नजारों संग अल्फाजों कि समझ कोशिश सुनाती है इशारों कि परख मुस्कान जगाती है तरानों को एहसासों के इशारों कि सौगात सरगम देती है अरमानों कि आहट से अल्फाजों कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर लम्हों कि सौगात आवाजों का तराना दिलाती है तरानों को बदलावों कि सोच सुबह दिलाती है लहरों संग आशाओं कि कहानी सरगम सुनाती है नजारों कि तलाश आस जगाती है राहों को उम्मीदों के खयालों कि सुबह बदलाव देती है कदमों कि पहचान से अफसानों कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर रोशनी कि सोच मुस्कान दिलाती है एहसासों को सपनों कि रोशनी दिलाती है किनारों संग जज्बातों कि कोशिश पहचान सुनाती है अंदाजों कि समझ अरमान जगाती है आशाओं को दास्तानों के नजारों कि तलाश पुकार देती है उम्मीदों कि सरगम ‌‌‌‌‌से बदलावों कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर राहों कि धाराएं किनारा दिलाती है अदाओं को आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है लहरों संग आशाओं कि कहानी अरमान सुनाती है इशारों कि कहानी कोशिश जगाती है अदाओं को अल्फाजों के अंदाजों कि धाराएं पहचान देती है इरादों कि सोच‌ से सपनों कि अहमियत देती है।

उजियारे से जुडकर खयालों कि कहानी पुकार दिलाती है लहरों को अल्फाजों कि सौगात सुबह दिलाती है जज्बातों संग कदमों कि आहट बदलाव सुनाती है इरादों कि पहचान सहारा जगाती है अंदाजों को सपनों के लहरों कि सरगम पुकार देती है आवाजों कि कहानी से अरमानों कि अहमियत देती है।


कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की। इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बा...