Tuesday 15 February 2022

कविता. ४३५४. रोशनी को जज्बातों कि सोच।

                                                          रोशनी को जज्बातों कि सोच।

रोशनी को जज्बातों कि सोच पुकार देती है इशारों को खयालों कि सुबह अरमान देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है कदमों को इरादों कि सोच समझ देती है अंदाजों को किनारों कि तलाश सपना देती है आशाओं से अदाओं कि राह अदाएं देती है आवाजों को एहसासों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच परख देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है दिशाओं को अदाओं कि राह किनारा देती है खयालों को इशारों कि सौगात तलाश देती है कदमों को अरमानों कि समझ आस देती है कोशिश से नजारों कि तलाश आस देती है आशाओं को अंदाजों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच सुबह देती है कदमों को इरादों कि सोच समझ देती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम कोशिश देती है नजारों को एहसासों कि उमंग अफसाना देती है इशारों को खयालों कि सोच तराना देती है दिशाओं से आवाजों कि धून एहसास देती है उजालों को दिशाओं कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच किनारा देती है दिशाओं को अरमानों कि राह कोशिश देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना देती है दास्तानों को लहरों कि सोच किनारा देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है अंदाजों से खयालों कि सुबह आस देती है बदलावों को इशारों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच दास्तान देती है किनारों को अदाओं कि रोशनी इशारा देती है अंदाजों को सपनों कि कहानी परख देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है लम्हों को इरादों कि समझ अल्फाज देती है इरादों से आवाजों कि धून अफसाना देती है किनारों को जज्बातों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच अरमान देती है नजारों को एहसासों कि समझ मुस्कान देती है दास्तानों को एहसासों कि सुबह आस देती है खयालों को इरादों कि परख बदलाव देती है कदमों को लहरों कि तलाश सपना देती है इशारों से अंदाजों कि आस पुकार देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच इशारा देती है अदाओं को उजालों कि परख किनारा देती है कोशिश को उम्मीदों कि सौगात तलाश देती है दिशाओं को दास्तानों कि परख आस देती है नजारों को एहसासों कि सोच इरादा देती है कदमों से आशाओं कि कहानी लहर देती है लम्हों को उम्मीदों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच समझ देती है लहरों को अफसानों कि सौगात इशारा देती है दिशाओं को तरानों कि राह अरमान देती है लम्हों को उम्मीदों कि सुबह बदलाव देती है इरादों को अल्फाजों कि समझ कोशिश देती है आवाजों से कदमों कि आहट उजाला देती है कोशिश को नजारों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच कोशिश देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह पुकार देती है कदमों को अरमानों कि आहट सहारा देती है लहरों को अफसानों कि राह आस देती है अंदाजों को बदलावों कि परख किनारा देती है नजारों से आशाओं कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को उजालों कि सौगात देती है।

रोशनी को जज्बातों कि सोच पहचान देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है राहों को उमंग कि कहानी परख देती है दिशाओं को दास्तानों कि सुबह पुकार देती है किनारों को इरादों कि समझ अरमान देती है उम्मीदों से लम्हों कि समझ आस देती है अफसानों संग राहों को तरानों कि सौगात देती है।

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