Saturday 12 February 2022

कविता. ४३५१. कदमों को एहसासों कि सुबह।

                                                             कदमों को एहसासों कि सुबह।

कदमों को एहसासों कि सुबह अरमान जगाती है जज्बातों को इरादों कि समझ अरमान दिलाती है राहों से नजारों कि तलाश कोशिश सुनाती है इशारों कि सोच अक्सर अंदाजों कि आहट लाती है अदाओं को उजालों कि सोच किनारा देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है आवाजों को लम्हों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह अल्फाज जगाती है दिशाओं को अरमानों कि सोच कोशिश दिलाती है लहरों से अफसानों कि परख किनारा सुनाती है अल्फाजों कि समझ अक्सर आवाजों कि कहानी देती है दिशाओं को इशारों कि आस पुकार देती है नजारों को रोशनी कि सौगात इशारा देती है अंदाजों को सपनों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह कोशिश जगाती है किनारों को जज्बातों कि पुकार सहारा दिलाती है आवाजों से किनारों कि आस पुकार सुनाती है दास्तानों कि सौगात अक्सर उम्मीदों कि सरगम लाती है राहों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है किनारों को इरादों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह दास्तान जगाती है रोशनी को लहरों कि सरगम परख दिलाती है अंदाजों से दास्तानों कि सोच कोशिश सुनाती है नजारों कि तलाश अक्सर सपनों कि पुकार लाती है उजालों को आवाजों कि धून रोशनी देती है जज्बातों को इरादों कि समझ नजारा देती है आशाओं को सपनों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह आवाज जगाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना दिलाती है दिशाओं से आवाजों कि धून अफसाना सुनाती है अंदाजों कि आस अक्सर राहों कि मुस्कान देती है किनारों को इरादों कि तलाश पहचान देती है आशाओं को इशारों कि सोच सौगात देती है खयालों को अरमानों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह परख जगाती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम दास्तान दिलाती है लम्हों से नजारों कि पहचान सोच सुनाती है उम्मीदों कि सरगम अक्सर बदलावों कि लहर देती है कोशिश को उजालों कि राह तलाश देती है इरादों को अल्फाजों कि मुस्कान तराना देती है लहरों को उजालों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह पहचान जगाती है दास्तानों को तरानों कि राह नजारा दिलाती है जज्बातों से अदाओं कि कहानी लहर सुनाती है राहों कि तलाश अक्सर आवाजों कि धून देती है नजारों को बदलावों कि सोच लम्हा देती है उम्मीदों को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है कदमों को इशारों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह खयाल जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ सपना दिलाती है दिशाओं से आवाजों कि सौगात आस सुनाती है इरादों कि सोच अक्सर दास्तानों कि सोच देती है उजालों को इरादों कि सरगम पुकार देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं धून देती है किनारों को जज्बातों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह तराना जगाती है राहों को उम्मीदों कि पहचान रोशनी दिलाती है उजालों से दास्तानों कि आस पुकार सुनाती है बदलावों कि लहर अक्सर खयालों कि सौगात देती है तरानों को अदाओं कि कहानी कोशिश देती है अरमानों को दिशाओं कि सोच जज्बात देती है लम्हों को उम्मीदों कि धारा देती है।

कदमों को एहसासों कि सुबह आस जगाती है धाराओं को नजारों कि तलाश कोशिश दिलाती है लहरों से अफसानों कि परख सोच सुनाती है जज्बातों कि सौगात अक्सर उम्मीदों कि पहचान देती है जज्बातों को आशाओं कि आस खयाल देती है रोशनी को दास्तानों कि पुकार सहारा देती है किनारों को इरादों कि धारा देती है।


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