Thursday 3 February 2022

कविता. ४३४२. इशारों से मिलकर जुडकर।

                                                          इशारों से मिलकर जुडकर।

इशारों से मिलकर जुडकर आवाजों कि धून मुस्कान दिलाती है कोशिश को खयालों कि सुबह अरमान जगाती है नजारों को दिशाओं कि धाराएं पुकार सुनाती है लम्हों से आशाओं कि कहानी कोशिश देती है राहों को उम्मीदों कि सरगम उमंग दिलाती है किनारों से अंदाजों कि समझ अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर जज्बातों कि पुकार पहचान दिलाती है आशाओं को तरानों कि कोशिश सपना जगाती है कदमों को इरादों कि समझ सौगात सुनाती है रोशनी से खयालों कि सौगात किनारा देती है उमंग को अल्फाजों कि मुस्कान तराना दिलाती है लम्हों से जज्बातों कि रोशनी अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर आशाओं कि कहानी सौगात दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि पुकार नजारा जगाती है तरानों को बदलावों कि सुबह अरमान सुनाती है कदमों से आवाजों कि धून अफसाना देती है किनारों को अदाओं कि राह अहमियत दिलाती है लहरों से अल्फाजों कि सोच अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर अंदाजों कि समझ किनारा दिलाती है कदमों को बदलावों कि धाराएं कोशिश जगाती है रोशनी को लहरों कि मुस्कान तराना सुनाती है उजालों से दास्तानों कि सोच आस देती है जज्बातों को तरानों कि कोशिश सोच दिलाती है आवाजों से अफसानों कि परख अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर राहों कि सौगात इशारा दिलाती है अंदाजों को आशाओं कि कहानी पहचान जगाती है दास्तानों को खयालों कि सुबह पुकार सुनाती है दिशाओं से किनारों कि तलाश सपना देती है आवाजों को एहसासों कि परख बदलाव दिलाती है बदलावों से अदाओं कि कहानी अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर दास्तानों कि सोच परख दिलाती है किनारों को इरादों कि परख अल्फाज जगाती है अदाओं को दिशाओं कि धाराएं सौगात सुनाती है तरानों से आवाजों कि धून एहसास देती है अंदाजों को उजालों कि सोच पहचान दिलाती है राहों से खयालों कि कोशिश अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर नजारों कि सुबह आस दिलाती है लहरों को अफसानों कि सौगात मुस्कान जगाती है कदमों को अरमानों कि तलाश अरमान सुनाती है लम्हों से जज्बातों कि पुकार सहारा देती है खयालों को इरादों कि परख बदलाव दिलाती है कदमों से आशाओं कि सोच अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर राहों कि तलाश सपना दिलाती है अदाओं को उजालों कि आस पहचान जगाती है किनारों को अल्फाजों कि समझ आस सुनाती है अफसानों से उम्मीदों कि परख कोशिश देती है बदलावों को लम्हों कि कहानी कोशिश दिलाती है अंदाजों से अल्फाजों कि सौगात अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर आवाजों कि धून सहारा दिलाती है कदमों को अरमानों कि तलाश पुकार जगाती है लहरों को अफसानों कि सोच मुस्कान सुनाती है किनारों से अंदाजों कि सुबह किनारा देती है दिशाओं को सपनों कि तलाश सपना दिलाती है अदाओं से दास्तानों कि परख अक्सर सरगम देती है।

इशारों से मिलकर जुडकर दास्तानों कि सोच बदलाव दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि सोच तराना जगाती है लम्हों को उम्मीदों कि पुकार रोशनी सुनाती है नजारों से आवाजों कि तलाश सपना देती है अदाओं को उमंग कि सोच समझ दिलाती है राहों से नजारों कि तलाश अक्सर सरगम देती है।



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