Thursday 16 May 2024

कविता. ५१७४. एक एहसास संग।

                                 एक एहसास संग।

एक एहसास संग दास्तान इशारा देती है कदमों को अल्फाजों की आहट किनारा देती है अफसानों को आशाओं की पहचान मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग आस अरमान देती है किनारों को तरानों की सौगात सरगम देती है आवाजों को बदलावों की कोशिश मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग पहचान रोशनी देती है सपनों को अरमानों की परख आवाज देती है अंदाजों को उजालों की अहमियत मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग परख सहारा देती है तरानों को उम्मीदों की आस जज्बात देती है किनारों को अल्फाजों की पहचान मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग आवाज तलाश देती है दिशाओं को अदाओं की पुकार सहारा देती है राहों को सपनों की खयाल मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग उमंग कोशिश देती है दास्तानों को नजारों की कहानी सुबह देती है जज्बातों को किनारों की सरगम मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग उम्मीद उजाला देती है खयालों को लम्हों की कोशिश आवाज देती है इरादों को अरमानों की सौगात मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग तलाश नजारा देती है लहरों को उम्मीदों की सोच अफसाना देती है खयालों को अदाओं की कहानी मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग अदा अरमान देती है जज्बातों को राहों की उमंग पहचान देती है तरानों को उम्मीदों की आवाज मुस्कान सुनाती है।

एक एहसास संग लहर तराना देती है बदलावों को दिशाओं की सोच सहारा देती है कदमों को अंदाजों की कोशिश मुस्कान सुनाती है।

Wednesday 15 May 2024

कविता. ५१७३. इशारों को लम्हों की।

                             इशारों को लम्हों की।

इशारों को लम्हों की आहट अक्सर अफसाना सुनाती है लहरों को नजारों संग आस अल्फाज दिलाती है जज्बातों को कदमों की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की पहचान अक्सर सपना सुनाती है दिशाओं को बदलावों संग कोशिश सरगम दिलाती है किनारों को अंदाजों की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की सोच अक्सर पुकार सुनाती है अरमानों को सपनों संग आहट तलाश दिलाती है खयालों को आशाओं की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की समझ अक्सर कोशिश सुनाती है नजारों को दिशाओं संग पहचान सहारा दिलाती है अदाओं को तरानों की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की उमंग अक्सर परख सुनाती है अंदाजों को सपनों संग सुबह सोच दिलाती है उजालों को एहसासों की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की उम्मीद अक्सर आहट सुनाती है राहों को अरमानों संग अदा सौगात दिलाती है अदाओं को खयालों की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की तलाश अक्सर जज्बात सुनाती है अदाओं को अफसानों संग सुबह कोशिश दिलाती है उजालों को सपनों की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की कहानी अक्सर अंदाज सुनाती है आवाजों को कदमों संग आवाज मुस्कान दिलाती है दास्तानों को उम्मीदों की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की पहचान अक्सर तराना सुनाती है खयालों को किनारों संग समझ तलाश दिलाती है आशाओं को सपनों की रोशनी दिलाती है।

इशारों को लम्हों की आवाज अक्सर पहचान सुनाती है दास्तानों को अदाओं संग आस परख दिलाती है नजारों को राहों की रोशनी दिलाती है।

Tuesday 14 May 2024

कविता. ५१७२. अदाओं की पुकार अक्सर।

                           अदाओं की पुकार अक्सर।

अदाओं की पुकार अक्सर अरमानों की परख अल्फाज दिलाती है लहरों को इशारों की कहानी कोशिश दिलाती है कदमों को राहों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर आवाजों की धून अफसाना दिलाती है किनारों को सपनों की आस तराना दिलाती है इशारों को लम्हों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर नजारों की सोच पहचान दिलाती है तरानों को उम्मीदों की उमंग मुस्कान दिलाती है दास्तानों को एहसासों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर आशाओं की राह सरगम दिलाती है अंदाजों को दिशाओं की सोच तलाश दिलाती है अल्फाजों को उजालों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर तरानों की सुबह आस दिलाती है अल्फाजों को सपनों की पहचान सहारा दिलाती है जज्बातों को किनारों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर दास्तानों की रोशनी अफसाना दिलाती है राहों को खयालों की समझ सुबह दिलाती है कदमों को जज्बातों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर जज्बातों की कहानी सरगम दिलाती है अफसानों को तरानों की पहचान बदलाव दिलाती है इशारों को आशाओं की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर अंदाजों की लहर अहमियत दिलाती है आवाजों को दास्तानों की सरगम तलाश दिलाती है उजालों को सपनों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर उम्मीदों की उमंग खयाल दिलाती है कदमों को अफसानों की समझ कोशिश दिलाती है लहरों को नजारों की सौगात दिलाती है।

अदाओं की पुकार अक्सर अल्फाजों की राह इशारा दिलाती है एहसासों को दिशाओं की कहानी उमंग दिलाती है तरानों को अरमानों की सौगात दिलाती है।

Monday 13 May 2024

कविता. ५१७१. आशाओं को एहसासों की!

                            आशाओं को एहसासों की।

आशाओं को एहसासों की कहानी सुबह देती है कदमों को अदाओं की निशानी इशारा देती है दास्तानों को जज्बातों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की उम्मीद मुस्कान देती है तरानों को अरमानों की उमंग कोशिश देती है इशारों को उजालों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की आहट बदलाव देती है लहरों को नजारों की कहानी अल्फाज देती है उम्मीदों को किनारों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की कोशिश समझ देती है नजारों को दिशाओं की आस सरगम देती है इरादों को लम्हों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की तलाश तराना देती है सपनों को अंदाजों की परख अहमियत देती है आवाजों को राहों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की सोच पुकार देती है अफसानों को लहरों की सुबह पहचान देती है अदाओं को अल्फाजों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की आस सौगात देती है दिशाओं को बदलावों की मुस्कान नजारा देती है अंदाजों को सपनों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की समझ अदा देती है आवाजों को दास्तानों की परख सहारा देती है उजालों को अफसानों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की पहचान उम्मीद देती है तरानों को उजालों की समझ सरगम देती है तरानों को जज्बातों का खयाल देकर जाती है।

आशाओं को एहसासों की रोशनी दास्तान देती है अंदाजों को राहों की तलाश अफसाना देती है किनारों को दिशाओं का खयाल देकर जाती है।

Sunday 12 May 2024

कविता. ५१७०. उमंग संग सपनों की।

                              उमंग संग सपनों की।

उमंग संग सपनों की सुबह एहसास दिलाती है कदमों को अदाओं की पुकार पहचान देकर जाती है जज्बातों को अंदाजों की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की आस अरमान दिलाती है तरानों को उम्मीदों की राह अफसाना देकर जाती है किनारों को अल्फाजों की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की कोशिश अंदाज दिलाती है खयालों को इशारों की समझ सरगम देकर जाती है अफसानों को आशाओं की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की सोच दास्तान दिलाती है लहरों को नजारों की कहानी अहमियत देकर जाती है दिशाओं को बदलावों की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की आवाज पुकार दिलाती है लम्हों को अरमानों की सुबह सहारा देकर जाती है राहों को इशारों की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की तलाश आस दिलाती है अल्फाजों को दिशाओं की सोच नजारा देकर जाती है आवाजों को तरानों की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की राह रोशनी दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कोशिश आस देकर जाती है अंदाजों को इरादों की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की सौगात तराना दिलाती है अरमानों को उम्मीदों की सुबह आहट देकर जाती है राहों को खयालों की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की बदलाव इरादा दिलाती है नजारों को दिशाओं की अदा अहमियत देकर जाती है जज्बातों को कदमों की परख दिलाती है।

उमंग संग सपनों की सोच खयाल दिलाती है अरमानों को इरादों की कहानी एहसास देकर जाती है दास्तानों को आशाओं की परख दिलाती है।

Saturday 11 May 2024

कविता. ५१६९. खयालों की मुस्कान से।

                             खयालों की मुस्कान से।

खयालों की मुस्कान से अदाओं की पहचान सहारा देती है दास्तानों को एहसासों की कहानी इशारा देती है लहरों को नजारों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से अंदाजों की परख कोशिश देती है किनारों को सपनों की रोशनी अरमान देती है लम्हों को अरमानों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से नजारों की कहानी सरगम देती है इरादों को आशाओं की सोच अहमियत देती है उजालों को बदलावों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से जज्बातों की आवाज आस देती है राहों को कदमों की समझ अल्फाज देती है इशारों को उम्मीदों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से अरमानों की समझ नजारा देती है बदलावों को अंदाजों की परख उमंग देती है किनारों को सपनों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से आवाजों की धून सपना देती है अरमानों को दिशाओं की पहचान सहारा देती है इशारों को अफसानों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से दिशाओं की समझ पुकार देती है जज्बातों को नजारों की कहानी सरगम देती है अंदाजों को कदमों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से अल्फाजों की धून इशारा देती है कदमों को उजालों की सुबह अरमान देती है एहसासों को दास्तानों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से किनारों की सोच अफसाना देती है आशाओं को इरादों की कहानी सौगात देती है कदमों को आवाजों की धारा देती है।

खयालों की मुस्कान से बदलावों की उम्मीद तलाश देती है अरमानों को आशाओं की सोच दास्तान देती है अल्फाजों को एहसासों की धारा देती है।

Friday 10 May 2024

कविता. ५१६८. दिशाओं को कदमों की।

                               दिशाओं को कदमों की।

दिशाओं को कदमों की आहट एहसास दिलाती है लहरों को अरमानों की पुकार सपना दिलाती है दास्तानों को आशाओं की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की पुकार सहारा दिलाती है लम्हों को खयालों की सोच अफसाना दिलाती है अदाओं को तरानों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की रोशनी अल्फाज दिलाती है किनारों को सपनों की आस तलाश दिलाती है लहरों को इशारों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की सरगम आवाज दिलाती है नजारों को राहों की सौगात अल्फाज दिलाती है खयालों को अंदाजों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की सोच अफसाना दिलाती है जज्बातों को आशाओं की मुस्कान एहसास दिलाती है अरमानों को अल्फाजों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की सौगात आहट दिलाती है इरादों को उम्मीदों की कहानी अहमियत दिलाती है दास्तानों को राहों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की लहर आस दिलाती है उजालों को बदलावों की सुबह परख दिलाती है आशाओं को उम्मीदों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की उमंग पहचान दिलाती है तरानों को इशारों की कहानी पहचान दिलाती है अंदाजों को लहरों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की मुस्कान किनारा दिलाती है दास्तानों को अदाओं की परख अफसाना दिलाती है इशारों को लम्हों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की राह उम्मीद दिलाती है अल्फाजों को उजालों की सुबह नजारा दिलाती है जज्बातों को अफसानों की कोशिश दिलाती है।

Thursday 9 May 2024

कविता. ५१६७. राहों की रोशनी संग।

                               राहों की रोशनी संग।

राहों की रोशनी संग सुबह अरमान जगाती है अदाओं को तरानों की सौगात खयाल सुनाती है नजारों को दिशाओं संग पुकार अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग आस अल्फाज जगाती है इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश सुनाती है लम्हों को खयालों संग सरगम अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग सोच पहचान जगाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी सौगात सुनाती है उजालों को बदलावों संग सोच अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग आहट एहसास जगाती है कदमों को सपनों की अहमियत लहर सुनाती है अरमानों को जज्बातों संग कोशिश अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग परख बदलाव जगाती है लहरों को नजारों की सरगम इशारा सुनाती है अफसानों को अंदाजों संग आस अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग समझ तराना जगाती है किनारों को दिशाओं की सुबह अरमान सुनाती है आशाओं को इरादों संग परख अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग उमंग बदलाव जगाती है उम्मीदों को दास्तानों की पुकार कोशिश सुनाती है लहरों को इशारों संग आवाज अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग सरगम खयाल जगाती है इशारों को लम्हों की आहट एहसास सुनाती है कदमों को आवाजों संग धून अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग अदा पुकार जगाती है अरमानों को तरानों की आस दास्तान सुनाती है किनारों को अल्फाजों संग मुस्कान अफसाना देती है।

राहों की रोशनी संग लहर जज्बात जगाती है एहसासों को आशाओं की आवाज तलाश सुनाती है अदाओं को बदलावों संग आस अफसाना देती है।

Wednesday 8 May 2024

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर।

कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिलाती है तरानों को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर आशाओं की सोच सुनाती है दिशाओं को कदमों की आहट सरगम दिलाती है राहों को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर अंदाजों की मुस्कान सुनाती है अदाओं को दिशाओं की समझ किनारा दिलाती है अल्फाजों को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर राहों की कहानी सुनाती है नजारों को खयालों की सोच अफसाना दिलाती है किनारों को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर जज्बातों की आस सुनाती है अल्फाजों को राहों की आवाज सपना दिलाती है अदाओं को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर लहरों की उमंग सुनाती है अफसानों को आशाओं की रोशनी अरमान दिलाती है दिशाओं को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर दास्तानों की परख सुनाती है लम्हों को बदलावों की सरगम सुबह दिलाती है लहरों को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर एहसासों की पहचान सुनाती है तरानों को कदमों की आहट तलाश दिलाती है अंदाजों को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर आवाजों की धून सुनाती है किनारों को अल्फाजों की आस खयाल दिलाती है लम्हों को अहमियत दिलाती है।

कोशिश की कहानी अक्सर अल्फाजों की मुस्कान सुनाती है कदमों को उजालों की सुबह सरगम दिलाती है नजारों को अहमियत दिलाती है।


Tuesday 7 May 2024

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की।

उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की सोच अफसाना देती है आशाओं को बदलावों की आस अल्फाज दिलाती है तरानों को अरमानों की पहचान मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की आस तलाश देती है अदाओं को सपनों की सुबह एहसास दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की समझ इशारा देती है खयालों को अंदाजों की परख आहट दिलाती है जज्बातों को कदमों की आहट मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की रोशनी नजारा देती है राहों को सपनों की अहमियत उमंग दिलाती है अल्फाजों को किनारों की पुकार मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की आवाज धून देती है लहरों को इशारों की कहानी सरगम दिलाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की उमंग अंदाज देती है नजारों को दिशाओं की समझ कोशिश दिलाती है लम्हों को खयालों की अदा मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की परख खयाल देती है इशारों को सपनों की सुबह अल्फाज दिलाती है बदलावों को राहों की आस मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की पुकार दास्तान देती है अंदाजों को लम्हों की कोशिश सुबह दिलाती है नजारों को दिशाओं की सौगात मुस्कान देकर जाती है।

उम्मीदों को किनारों की पहचान जज्बात देती है अरमानों को सपनों की आस दास्तान दिलाती है तरानों को आवाजों की पुकार मुस्कान देकर जाती है।

Monday 6 May 2024

कविता. ५१६४. उजालों को इशारों की।

                                उजालों को इशारों की।

उजालों को इशारों की समझ कहानी दिलाती है लहरों को अरमानों की पुकार पहचान दिलाती है खयालों को अंदाजों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की कोशिश अफसाना दिलाती है लम्हों को दिशाओं की सौगात तलाश दिलाती है आवाजों को बदलावों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की उमंग अल्फाज दिलाती है कदमों को जज्बातों की समझ बदलाव दिलाती है दिशाओं को नजारों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की उम्मीद परख दिलाती है राहों को सपनों की सुबह सहारा दिलाती है आशाओं को इरादों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की सोच नजारा दिलाती है आवाजों को अदाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है जज्बातों को एहसासों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की सौगात लम्हा दिलाती है उम्मीदों को खयालों की आस आवाज दिलाती है सपनों को किनारों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की आस तराना दिलाती है अदाओं को दिशाओं की परख मुस्कान दिलाती है कदमों को तरानों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की रोशनी सहारा दिलाती है नजारों को अरमानों की कहानी दास्तान दिलाती है अंदाजों को जज्बातों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की आहट आवाज दिलाती है तरानों को किनारों की पहचान तलाश दिलाती है अदाओं को दिशाओं की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की कहानी आस दिलाती है राहों को अरमानों की उम्मीद बदलाव दिलाती है एहसासों को आशाओं की सरगम सुनाती है।

Sunday 5 May 2024

कविता. ५१६३. कदमों की सोच संग।

                              कदमों की सोच संग।

कदमों की सोच संग आशाओं की मुस्कान सुनाती है अदाओं को दिशाओं की कहानी पहचान दिलाती है दास्तानों को अंदाजों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग इरादों की कहानी सुनाती है नजारों को आशाओं की तलाश बदलाव दिलाती है लहरों को इशारों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग किनारों की पुकार सुनाती है राहों को सपनों की आस अल्फाज दिलाती है लम्हों को अरमानों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग एहसासों की सरगम सुनाती है इरादों को उम्मीदों की सौगात उमंग दिलाती है जज्बातों को राहों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग खयालों की आस सुनाती है अरमानों को दिशाओं की कोशिश उम्मीद दिलाती है तरानों को उजालों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग अरमानों की पहचान सुनाती है लम्हों को खयालों की समझ सहारा दिलाती है अंदाजों को अफसानों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग दिशाओं की कोशिश सुनाती है अंदाजों को बदलावों की सौगात आस दिलाती है किनारों को सपनों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग आवाजों की धून सुनाती है तरानों को  किनारों की पुकार अहमियत दिलाती है आशाओं को बदलावों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग लहरों की आहट सुनाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी एहसास दिलाती है सपनों को अल्फाजों की परख दिलाती है।

कदमों की सोच संग बदलावों की पुकार सुनाती है आशाओं को किनारों की सरगम दास्तान दिलाती है उजालों को खयालों की परख दिलाती है।

Saturday 4 May 2024

कविता. ५१६२. जज्बातों संग आशाओं की।

                          जज्बातों संग आशाओं की।

जज्बातों संग आशाओं की मुस्कान बदलाव सुनाती है तरानों को अरमानों की कोशिश समझ दिलाती है कदमों को अदाओं की पुकार एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की कहानी कोशिश सुनाती है लम्हों को खयालों की सोच अफसाना दिलाती है अफसानों को सपनों की सुबह एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की रोशनी अल्फाज सुनाती है अदाओं को दिशाओं की सौगात तलाश दिलाती है आवाजों को उजालों की आस एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की आहट अहमियत सुनाती है लहरों को इशारों की कोशिश सहारा दिलाती है अंदाजों को इरादों की कहानी एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की उमंग खयाल सुनाती है नजारों को तरानों की पुकार पहचान दिलाती है लम्हों को अरमानों की परख एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की समझ अरमान सुनाती है खयालों को अंदाजों की आस अल्फाज दिलाती है दिशाओं को कदमों की सोच एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की परख आहट सुनाती है नजारों को लहरों की कहानी सरगम दिलाती है दास्तानों को अल्फाजों की सौगात एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की सोच तलाश सुनाती है दास्तानों को अदाओं की मुस्कान आवाज दिलाती है खयालों को राहों की कोशिश एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की आस तराना सुनाती है कदमों को अल्फाजों की उमंग सरगम दिलाती है किनारों को उजालों की उम्मीद एहसास देकर जाती है।

जज्बातों संग आशाओं की आहट इरादा सुनाती है अरमानों को लहरों की कहानी बदलाव दिलाती है नजारों को खयालों की समझ एहसास देकर जाती है।

Friday 3 May 2024

कविता. ५१६१. अरमानों को कदमों की।

                                अरमानों को कदमों की।

अरमानों को कदमों की आहट सरगम देती है खयालों को अंदाजों की समझ सपना दिलाती है दास्तानों को एहसासों की पुकार इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की मुस्कान कोशिश देती है किनारों को अदाओं की पहचान कोशिश दिलाती है लहरों को नजारों की कहानी इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की सोच सौगात देती है एहसासों को उम्मीदों की तलाश खयाल दिलाती है दिशाओं को बदलावों की सोच इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की राह अल्फाज देती है अफसानों को आशाओं की उमंग तराना दिलाती है आवाजों को खयालों की समझ इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की धून सपना देती है दास्तानों को एहसासों की कहानी उम्मीद दिलाती है अल्फाजों को राहों की सौगात इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की आस तराना देती है आवाजों को लम्हों की पहचान नजारा दिलाती है अफसानों को आशाओं की कोशिश इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की सुबह खयाल देती है इरादों को राहों की मुस्कान आवाज दिलाती है लहरों को एहसासों की कहानी इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की समझ सहारा देती है किनारों को अदाओं की पुकार अफसाना दिलाती है उजालों को तरानों की आस इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की पुकार सरगम देती है अल्फाजों को उजालों की सुबह खयाल दिलाती है किनारों को अंदाजों की सोच इशारा देती है।

अरमानों को कदमों की तलाश लहर देती है बदलावों को जज्बातों की आस अहमियत दिलाती है खयालों को आवाजों की धून इशारा देती है।


Thursday 2 May 2024

कविता. ५१६०. आवाज को दिशाओं की।

                              आवाज को दिशाओं की।

आवाज को दिशाओं की उमंग अफसाना दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान कोशिश दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की सुबह अरमान दिलाती है अदाओं को एहसासों की आहट अल्फाज दिलाती है नजारों को अंदाजों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की आस अल्फाज दिलाती है लहरों को इशारों की रोशनी जज्बात दिलाती है कदमों को अरमानों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की सोच सरगम दिलाती है किनारों को लहरों की परख अरमान दिलाती है सपनों को बदलावों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की सौगात तलाश दिलाती है राहों को अंदाजों की समझ खयाल दिलाती है कदमों को उजालों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की उम्मीद तराना दिलाती है खयालों को अदाओं की पहचान सहारा दिलाती है नजारों को अल्फाजों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की पुकार सुबह दिलाती है तरानों को बदलावों की सोच सौगात दिलाती है लहरों को उजालों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की पहचान कोशिश दिलाती है दास्तानों को इरादों की आस सरगम दिलाती है बदलावों को कदमों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की परख खयाल दिलाती है अंदाजों को दास्तानों की राह अफसाना दिलाती है तरानों को अरमानों की कहानी सुनाती है।

आवाज को दिशाओं की समझ तलाश दिलाती है लहरों को जज्बातों की पुकार अल्फाज दिलाती है उजालों को किनारों की कहानी सुनाती है।

Wednesday 1 May 2024

कविता. ५१५९. किनारों को सपनों की।

                              किनारों को सपनों की।

किनारों को सपनों की आहट तलाश दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश संग अरमानों की पहचान देकर जाती है राहों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की पुकार अरमान दिलाती है जज्बातों को कदमों की सोच संग आवाजों की कोशिश देकर जाती है दास्तानों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की रोशनी अंदाज दिलाती है लहरों को इशारों की समझ संग उजालों की परख देकर जाती है अफसानों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की आस अल्फाज दिलाती है बदलावों को अदाओं की पुकार संग इशारों की कहानी देकर जाती है उम्मीदों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की सोच अफसाना दिलाती है तरानों को लहरों की मुस्कान संग खयालों की सरगम देकर जाती है अल्फाजों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की राह पुकार दिलाती है अरमानों को अंदाजों की रोशनी संग आशाओं की आस देकर जाती है नजारों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की उमंग पहचान दिलाती है खयालों को उम्मीदों की कहानी संग दास्तानों की रोशनी देकर जाती है अरमानों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की सौगात लम्हा दिलाती है आवाजों को दास्तानों की परख संग जज्बातों की कहानी देकर जाती है अंदाजों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की कोशिश राह दिलाती है एहसासों को इशारों की उम्मीद संग कदमों की सोच देकर जाती है उजालों की सुबह दिलाती है।

किनारों को सपनों की समझ सरगम दिलाती है इरादों को तरानों की आहट संग अफसानों की राह देकर जाती है दिशाओं की सुबह दिलाती है।


कविता. ५१७४. एक एहसास संग।

                                 एक एहसास संग। एक एहसास संग दास्तान इशारा देती है कदमों को अल्फाजों की आहट किनारा देती है अफसानों को आशाओं क...