Saturday 8 July 2023

कविता. ४८६१. रोशनी को बदलावों की।

                                      रोशनी को बदलावों की।

रोशनी को बदलावों की सोच अफसाना दिलाती है जज्बातों की मुस्कान से आशाएं इरादा देती है अरमानों को कदमों की आहट खयाल‌ देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की समझ तलाश दिलाती है लम्हों की पहचान से अदाएं आवाज देती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी तराना देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की सौगात उम्मीद दिलाती है इशारों की पुकार से दिशाएं कोशिश देती है अल्फाजों को लहरों की सुबह अहमियत देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की मुस्कान किनारा दिलाती है अंदाजों की परख से आशाएं आस देती है तरानों को जज्बातों की मुस्कान अल्फाज देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की राह‌ कोशिश दिलाती है लहरों की सौगात से अदाएं सपना देती है दास्तानों को आशाओं की आहट पहचान देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की आस अल्फाज दिलाती है सपनों की आवाज से दिशाएं एहसास देती है अंदाजों को इरादों की सुबह उमंग देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की सुबह नजारा दिलाती है उजालों की पुकार से आशाएं सौगात देती है उम्मीदों को दिशाओं की कहानी परख देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की सरगम पुकार दिलाती है उम्मीदों की उमंग से अदाएं तलाश देती है इशारों को अंदाजों की आस अहमियत देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की आहट तलाश दिलाती है नजारों की परख से दिशाएं कोशिश देती है इरादों को अरमानों की समझ पहचान देकर जाती है।

रोशनी को बदलावों की मुस्कान उमंग दिलाती है जज्बातों की सौगात से आशाएं किनारा देती है आशाओं को अदाओं की आवाज देकर जाती है।

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