Wednesday, 12 July 2023

कविता. ४८६५. एहसासों को उम्मीदों की।

                                     एहसासों को उम्मीदों की।

एहसासों को उम्मीदों की तलाश कोशिश सुनाती है लम्हों को दास्तानों से आवाजों की कहानी सरगम दिलाती है तरानों को उजालों की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की समझ खयाल सुनाती है नजारों को दिशाओं से अंदाजों की आस बदलाव दिलाती है जज्बातों को आशाओं की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की अदा तलाश सुनाती है राहों को आशाओं से कदमों की सोच पहचान दिलाती है किनारों को अल्फाजों की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की सोच इशारा सुनाती है उजालों को सपनों से बदलावों की मुस्कान आस दिलाती है अफसानों को लहरों की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की उमंग सरगम सुनाती है लम्हों को अरमानों से दिशाओं की सौगात राह दिलाती है कदमों को अदाओं की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की रोशनी सपना सुनाती है लहरों को इशारों से दास्तानों की समझ आवाज दिलाती है उजालों को सपनों की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की आस तराना दिलाती है किनारों को अदाओं से खयालों की मुस्कान अरमान दिलाती है इशारों को बदलावों की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की कहानी अल्फाज दिलाती है आशाओं को दिशाओं से उजालों की पहचान अहमियत दिलाती है अरमानों को सपनों की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की रोशनी आवाज दिलाती है खयालों को नजारों से इशारों की कोशिश दास्तान दिलाती है बदलावों को आशाओं की सुबह देकर जाती है।

एहसासों को उम्मीदों की सरगम तराना दिलाती है इरादों को आवाजों से किनारों की आहट अरमान दिलाती है नजारों को दिशाओं की सुबह देकर जाती है।

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