Monday, 10 July 2023

कविता. ४८६३. किनारों से अल्फाजों संग।

                                   किनारों से अल्फाजों संग।

किनारों से अल्फाजों संग जज्बातों की समझ राह दिलाती है लम्हों को अफसानों की पुकार बदलाव सुनाती है इशारों को दिशाओं की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग आवाजों की धून इरादा दिलाती है कदमों को उजालों की सौगात सरगम सुनाती है एहसासों को अदाओं की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग आशाओं की सोच अफसाना दिलाती है आवाजों को राहों की अहमियत आस सुनाती है अंदाजों को जज्बातों की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग उम्मीदों की सौगात उमंग दिलाती है लहरों को एहसासों की आहट राह सुनाती है सपनों को अरमानों की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग तरानों की कहानी सरगम दिलाती है आशाओं को कदमों की परख सौगात सुनाती है नजारों को इरादों की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग नजारों की कोशिश पहचान दिलाती है तरानों को उम्मीदों की कहानी परख सुनाती है आशाओं को अदाओं की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग अंदाजों की पुकार आस दिलाती है अरमानों को उजालों की सुबह एहसास सुनाती है लम्हों को तरानों की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग दिशाओं की उमंग खयाल दिलाती है लहरों को इशारों की समझ कोशिश सुनाती है दिशाओं को कदमों की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग सपनों की सुबह रोशनी दिलाती है लम्हों को अरमानों की पुकार सरगम सुनाती है बदलावों को आशाओं की तलाश सुनाती है।

किनारों से अल्फाजों संग एहसासों की आहट सपना दिलाती है अंदाजों को अरमानों की राह पुकार सुनाती है लम्हों को दास्तानों की तलाश सुनाती है।

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