Wednesday 31 May 2023

कविता. ४८२३. उजालों कि सुबह से।

                                       उजालों कि सुबह से।

उजालों कि सुबह से आशाओं कि सरगम कोशिश दिलाती है अदाओं को दिशाओं कि पहचान कहानी सुनाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है अल्फाजों को राहों कि मुस्कान दास्तान सुनाती है नजारों को दिशाओं कि समझ देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से जज्बातों कि लहर रोशनी दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात कोशिश सुनाती है कदमों को नजारों कि पहचान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से अरमानों कि पुकार एहसास दिलाती है तरानों को उम्मीदों कि सोच खयाल‌ सुनाती है अफसानों को आशाओं कि पुकार देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से दास्तानों कि परख किनारा दिलाती है लम्हों को अरमानों कि उमंग पुकार सुनाती है दिशाओं को इशारों कि सरगम देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से अंदाजों कि आस सरगम दिलाती है दास्तानों को राहों कि आहट सौगात सुनाती है आवाजों को खयालों कि आस देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से लम्हों कि रोशनी इरादा दिलाती है लहरों को एहसासों कि समझ अहमियत सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि कहानी देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से कदमों कि आस सपना दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि सरगम दास्तान सुनाती है कदमों को अंदाजों कि परख देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से उम्मीदों कि राह खयाल‌ दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी तलाश सुनाती है नजारों को खयालों कि समझ देकर जाती है।

उजालों कि सुबह से एहसासों कि आवाज पहचान दिलाती है अदाओं को तरानों कि पुकार कोशिश सुनाती है बदलावों को लम्हों कि रोशनी देकर जाती है।

Tuesday 30 May 2023

कविता. ४८२२. किनारों पर मुस्कान कि।

                                     किनारों पर मुस्कान कि।

किनारों पर मुस्कान कि तलाश लहर दिलाती है सपनों को एहसासों कि रोशनी पहचान दिलाती है खयालों को अंदाजों कि आस उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि आहट कोशिश दिलाती है दास्तानों को अदाओं कि पुकार खयाल दिलाती है लम्हों को अरमानों कि सुबह उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि आस रोशनी दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात अरमान दिलाती है आवाजों को राहों कि तलाश उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि आवाज सपना दिलाती है दिशाओं को कदमों कि तलाश बदलाव दिलाती है नजारों को उजालों कि पुकार उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि परख सोच दिलाती है अरमानों को जज्बातों कि सोच आस दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि अदा पहचान दिलाती है तरानों को उजालों कि सुबह परख दिलाती है आशाओं को बदलावों कि कोशिश उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि दास्तान अफसाना दिलाती है लम्हों को आवाजों कि धून आवाज दिलाती है अंदाजों को जज्बातों कि सरगम उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि बदलाव सौगात दिलाती है लहरों को एहसासों कि रोशनी सपना दिलाती है अफसानों को अल्फाजों कि सोच उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि रोशनी परख दिलाती है खयालों को अंदाजों कि तलाश बदलाव दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी उम्मीद दिलाती है।

किनारों पर मुस्कान कि सोच एहसास दिलाती है इशारों को लम्हों कि पहचान कोशिश दिलाती है नजारों को दास्तानों कि परख उम्मीद दिलाती है।

Monday 29 May 2023

कविता. ४८२१. उमंग से जुड़कर।

                                         उमंग से जुड़कर।

उमंग से जुड़कर आशाओं कि आहट इशारे देती है दास्तानों को एहसासों कि तलाश कोशिश देती है इरादों को नजारों कि सौगात बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर अदाओं कि पुकार पहचान देती है किनारों को सपनों कि सुबह दास्तान देती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर आवाजों कि धून कोशिश देती है लम्हों को अरमानों कि सोच तराना देती है अंदाजों को जज्बातों कि मुस्कान बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर दिशाओं कि कहानी सपना‌ देती है नजारों को खयालों कि आहट इशारा देती है कदमों को अफसानों कि धारा बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर अंदाजों कि आस सरगम देती है अल्फाजों को उजालों कि पुकार एहसास देती है सपनों को अदाओं कि परख बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर किनारों कि मुस्कान रोशनी देती है दिशाओं को आवाजों कि धून पुकार देती है अल्फाजों को राहों कि समझ बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर एहसासों कि आस अल्फाज देती है जज्बातों को आशाओं कि राह सपना देती है तरानों को अरमानों कि पुकार बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर खयालों कि समझ सौगात देती है अंदाजों को जज्बातों कि मुस्कान सहारा देती है किनारों को अल्फाजों कि सौगात बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर तरानों कि पुकार अरमान देती है आवाजों को राहों कि कोशिश अहमियत देती है इशारों को लम्हों कि रोशनी बदलाव सुनाती है।

उमंग से जुड़कर दास्तानों कि परख अफसाना देती है राहों को अंदाजों कि समझ सोच देती है अरमानों को उजालों कि पुकार बदलाव सुनाती है।

Sunday 28 May 2023

कविता. ४८२०. किनारों कि पुकार अक्सर।

                               किनारों कि पुकार अक्सर।

किनारों कि पुकार अक्सर सपनों के इरादे देती है दास्तानों को अदाओं कि सुबह कोशिश दिलाती है लहरों कि सरगम संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर नजारों के तराने देती है कदमों को उजालों कि सोच अहमियत दिलाती है लम्हों कि रोशनी संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर जज्बातों के सहारे देती है दिशाओं को कदमों कि आस बदलाव दिलाती है जज्बातों कि सोच संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर अरमानों के नजारे देती है आशाओं को लहरों कि राह तलाश दिलाती है उजालों कि पहचान संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर आशाओं के उजाले देती है तरानों को उम्मीदों कि समझ अल्फाज दिलाती है इशारों कि सौगात संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर अंदाजों के दास्ताने देती है इरादों को आशाओं कि पहचान सपना दिलाती है अदाओं कि कोशिश संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर लहरों के इशारे देती है कदमों को सपनों कि आस सरगम दिलाती है बदलावों कि मुस्कान संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर खयालों के अफसाने देती है दिशाओं को कदमों कि सोच लहर दिलाती है आशाओं कि सुबह संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर अरमानों के राहें देती है अल्फाजों को अदाओं कि परख रोशनी दिलाती है कदमों कि आहट संग आवाज सुनाती है।

किनारों कि पुकार अक्सर इरादों के उम्मीदें देती है अंदाजों को बदलावों कि मुस्कान खयाल दिलाती है नजारों कि पहचान संग आवाज सुनाती है।

Saturday 27 May 2023

कविता. ४८१९. उमंग कि डोर पर।

                                         उमंग कि डोर पर।

उमंग कि डोर पर आशाओं कि कहानी बनती है दिशाओं संग अरमानों कि निशानी बनती है एहसासों को अदाओं कि पुकार इरादे देती है।

उमंग कि डोर पर अंदाजों कि पहचान बनती है कदमों संग उजालों कि तलाश बनती है दास्तानों को आवाजों कि धून इरादे देती है।

उमंग कि डोर पर आवाजों कि कोशिश बनती है किनारों संग दास्तानों कि परख बनती है अरमानों को खयालों कि लहर इरादे देती है।

उमंग कि डोर पर जज्बातों कि आहट बनती है नजारों संग अल्फाजों कि मुस्कान बनती है तरानों को लम्हों कि पुकार इरादे देती है।

उमंग कि डोर पर दास्तानों कि सौगात बनती है अरमानों संग आशाओं कि सरगम बनती है जज्बातों को कदमों कि समझ इरादे देती है।

उमंग कि डोर पर अल्फाजों कि मुस्कान बनती है आवाजों संग दास्तानों कि कोशिश बनती है नजारों को उम्मीदों कि लहर इरादे देती है।

उमंग‌ कि डोर पर लहरों कि सुबह बनती है अफसानों संग किनारों कि सौगात बनती है अरमानों को इशारों कि समझ इरादे देती है।

उमंग कि डोर पर दिशाओं कि आस बनती है अंदाजों संग कदमों कि आहट बनती है एहसासों को सपनों कि कोशिश इरादे देती है।

उमंग कि डोर पर किनारों कि कोशिश बनती है राहों संग आशाओं कि सोच बनती है आवाजों को किनारों कि आहट इरादे देती है।

उमंग कि डोर पर अरमानों कि तलाश बनती है जज्बातों संग बदलावों कि आवाज बनती है तरानों को नजारों कि पहचान इरादे देती है।



Friday 26 May 2023

कविता. ४८१८. जज्बात से कोई।

                                         जज्बात से कोई।

जज्बात से कोई तलाश अक्सर आशाओं कि लहर सुनाती है अरमानों कि पहचान संग कदमों कि आहट कोशिश दिलाती है दिशाओं कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई आवाज अक्सर सपनों कि आस सुनाती है तरानों कि सुबह संग अदाओं कि परख अहमियत दिलाती है लम्हों कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई अंदाज अक्सर खयालों कि समझ सुनाती है अल्फाजों कि कोशिश संग आशाओं कि सरगम सौगात दिलाती है नजारों कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई कोशिश अक्सर अंदाजों कि परख सुनाती है किनारों कि मुस्कान संग दास्तानों कि पुकार दास्तान दिलाती है इशारों कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई आस अक्सर दास्तानों कि कोशिश सुनाती है नजारों कि आहट संग दिशाओं कि आवाज राह दिलाती है लहरों कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई रोशनी अक्सर आवाजों कि धून सुनाती है लम्हों कि दास्तान संग बदलावों कि सोच किनारा दिलाती है इरादों कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई परख अक्सर उजालों कि सुबह सुनाती है इशारों कि सरगम संग नजारों कि सुबह बदलाव दिलाती है आशाओं कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई राह अक्सर जज्बातों कि मुस्कान सुनाती है अंदाजों कि परख संग अल्फाजों कि आस सरगम दिलाती है कदमों कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई सौगात अक्सर इरादों कि आस सुनाती है खयालों कि समझ संग उम्मीदों कि पुकार कोशिश दिलाती है दिशाओं कि कहानी देकर जाती है।

जज्बात से कोई आस अक्सर बदलावों कि सोच सुनाती है तरानों कि सुबह संग आशाओं कि सरगम तलाश दिलाती है किनारों कि कहानी देकर जाती है।

Thursday 25 May 2023

कविता. ४८१७. सपनों कि आहट से।

                                          सपनों कि आहट से।

सपनों कि आहट से अरमानों कि तलाश इशारा देती है कदमों को अफसानों कि रोशनी कोशिश सुनाती है लम्हों को खयालों कि आवाज दिलाती है।

सपनों कि आहट से अंदाजों कि आस किनारा देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी अल्फाज सुनाती है राहों को अंदाजों कि पहचान दिलाती है।

सपनों कि आहट से जज्बातों कि मुस्कान नजारा देती है किनारों को अरमानों कि सुबह दास्तान सुनाती है अदाओं को दिशाओं कि तलाश दिलाती है।

सपनों कि आहट से नजारों कि सोच सौगात देती है दास्तानों को एहसासों कि समझ खयाल सुनाती है तरानों को अरमानों कि पुकार दिलाती है।

सपनों कि आहट से राहों कि परख कोशिश देती है उजालों को बदलावों कि सौगात आवाज सुनाती है जज्बातों को किनारों कि मुस्कान दिलाती है।

सपनों कि आहट से कदमों कि सुबह बदलाव देती है इशारों को लम्हों कि अल्फाज अहमियत सुनाती है उम्मीदों को लहरों कि सरगम दिलाती है।

सपनों कि आहट से आशाओं कि सरगम आस देती है इरादों को आवाजों कि धून पुकार दिलाती है एहसासों को अदाओं कि उमंग दिलाती है।

सपनों कि आहट से दिशाओं कि कहानी पुकार देती है लम्हों को खयालों कि समझ बदलाव दिलाती है कदमों को नजारों कि आस दिलाती है।

सपनों कि आहट से एहसासों कि समझ किनारा देती है इरादों को अदाओं कि परख राह दिलाती है अंदाजों को अफसानों कि रोशनी दिलाती है।

सपनों कि आहट से अंदाजों कि परख आवाज देती है लहरों को बदलावों कि सौगात कोशिश दिलाती है इरादों को आशाओं कि सहारा दिलाती है।

Wednesday 24 May 2023

कविता. ४८१६. किनारों को अल्फाजों कि।

                                    किनारों को अल्फाजों कि।

किनारों को अल्फाजों कि समझ रोशनी दिलाती है लम्हों को खयालों कि आहट सहारा देती है कदमों कि सोच अक्सर अरमान देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि सोच सुबह दिलाती है कदमों को उजालों कि परख कोशिश देती है दिशाओं कि कहानी अक्सर आवाज देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि कोशिश तलाश दिलाती है अंदाजों को जज्बातों कि आस खयाल देती है अफसानों कि समझ अक्सर बदलाव देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि सौगात खयाल दिलाती है दिशाओं को अदाओं कि सुबह अरमान देती है नजारों कि तलाश अक्सर रोशनी देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि सरगम बदलाव दिलाती है दास्तानों को सपनों कि पुकार आवाज देती है जज्बातों कि आस अक्सर कोशिश देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि उमंग पहचान दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात एहसास देती है अफसानों कि सुबह अक्सर आवाज देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि राह अहमियत दिलाती है सपनों को अरमानों कि कोशिश सुबह देती है कदमों कि आहट अक्सर एहसास देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि आस लहर दिलाती है इशारों को आशाओं कि पुकार अफसाना देती है नजारों कि सोच अक्सर आवाज देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि रोशनी सपना दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि समझ तलाश देती है अरमानों कि पुकार अक्सर आस देकर जाती है।

किनारों को अल्फाजों कि परख कोशिश दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि कहानी सुबह देती है एहसासों कि समझ अक्सर खयाल देकर जाती है।

Tuesday 23 May 2023

कविता. ४८१५. आवाजों कि धून अक्सर।

                                     आवाजों कि धून अक्सर।

आवाजों कि धून अक्सर नजारों कि समझ पहचान सुनाती है इशारों को दास्तानों कि कहानी तलाश दिलाती है राहों को अंदाजों कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर आशाओं कि सोच कोशिश सुनाती है तरानों को अरमानों कि सुबह तराना दिलाती है किनारों को सपनों कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर अंदाजों कि आस सरगम सुनाती है जज्बातों को खयालों कि सौगात पहचान दिलाती है लम्हों को अरमानों कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर दिशाओं कि कहानी रोशनी सुनाती है नजारों को दिशाओं कि समझ तराना दिलाती है लहरों को इशारों कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर दास्तानों कि परख सहारा सुनाती है लम्हों को अल्फाजों कि राह कोशिश दिलाती है दास्तानों को अदाओं कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर अरमानों कि रोशनी किनारा सुनाती है लहरों को एहसासों कि परख बदलाव दिलाती है नजारों को दिशाओं कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर लहरों कि आहट दास्तान सुनाती है लम्हों को उजालों कि कोशिश अल्फाज दिलाती है इशारों को आशाओं कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर किनारों कि सरगम सौगात सुनाती है इशारों को दास्तानों कि कहानी बदलाव दिलाती है अंदाजों को एहसासों कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर राहों कि कोशिश एहसास सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि समझ सौगात दिलाती है बदलावों को अल्फाजों कि मुस्कान देती है।

आवाजों कि धून अक्सर कदमों कि आहट सपना दिलाती है इशारों को आशाओं कि सोच सपना दिलाती है दिशाओं को किनारों कि मुस्कान देती है।


Monday 22 May 2023

कविता. ४८१४. उम्मीदों से धाराओं कि।

                                     उम्मीदों से धाराओं कि।

उम्मीदों से धाराओं कि सुबह दिशाएं देती है किनारों को अल्फाजों कि लहर इशारे देती है खयालों को उजालों कि राह अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि पहचान अदाएं देती है तरानों को अरमानों कि सुबह तराने देती है कदमों को आशाओं कि सरगम अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि उमंग आस देती है राहों को अंदाजों कि परख अरमान देती है बदलावों को जज्बातों कि मुस्कान अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि कोशिश तलाश देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी आस देती है सपनों को एहसासों कि लहर अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि समझ एहसास देती है जज्बातों को खयालों कि राह तलाश देती है इशारों को लम्हों कि आहट अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि सौगात आवाज देती है इरादों को अंदाजों कि सोच अदा देती है खयालों को इशारों कि सौगात अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि रोशनी सरगम देती है उजालों को बदलावों कि कोशिश तराना देती है किनारों को नजारों कि राह अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि आहट किनारा देती है सपनों को अरमानों कि समझ आस देती है एहसासों को आशाओं कि सोच अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि राह अंदाज देती है आवाजों को लहरों कि समझ रोशनी देती है कदमों को खयालों कि मुस्कान अफसाने देती है।

उम्मीदों से धाराओं कि सोच सौगात देती है किनारों को इरादों कि तलाश आस देती है बदलावों को उजालों कि पुकार अफसाने देती है।




Sunday 21 May 2023

कविता. ४८१३. उमंग किसी अफसाने को।

                                  उमंग किसी अफसाने को।

उमंग किसी अफसाने को खयालों कि तलाश दिलाती है लम्हों को अरमानों कि सुबह सुनाती है कदमों को अदाओं कि परख रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को राहों कि कोशिश दिलाती है दिशाओं को अंदाजों कि आहट सुनाती है नजारों को खयालों कि समझ रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को किनारों कि मुस्कान दिलाती है आशाओं को बदलावों कि सौगात सुनाती है जज्बातों को कदमों कि सोच रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को एहसासों कि समझ दिलाती है किनारों को सपनों कि समझ सुनाती है उजालों को सपनों कि आस रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को कदमों कि आस दिलाती है अरमानों को दास्तानों कि अहमियत सुनाती है आशाओं को अदाओं कि पुकार रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को दिशाओं कि कहानी दिलाती है खयालों को इशारों कि सरगम सुनाती है कदमों को अंदाजों कि आवाज रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को अंदाजों कि परख दिलाती है लम्हों को कदमों कि आहट अरमान सुनाती है आवाजों को लहरों कि सौगात रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को अरमानों कि पुकार दिलाती है दिशाओं को राहों कि आस सौगात सुनाती है तरानों को उम्मीदों कि सुबह रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को जज्बातों कि राह दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि बदलाव कोशिश सुनाती है इरादों को आशाओं कि सोच रोशनी दिलाती है।

उमंग किसी अफसाने को लहरों कि सरगम दिलाती है कदमों को उजालों कि सुबह अल्फाज सुनाती है किनारों को सपनों कि कोशिश रोशनी दिलाती है।


Saturday 20 May 2023

कविता. ४८१२. किनारों कि पुकार से।

                                     किनारों कि पुकार से।

किनारों कि पुकार से आशाओं कि लहर पहचान देती है दास्तानों कि परख संग अल्फाजों कि मुस्कान सहारा देकर जाती है खयाल सुनाती है।

किनारों कि परख से आवाजों कि धून सौगात देती है कदमों कि आहट संग अरमानों कि पहचान इशारा देकर जाती है अफसाना सुनाती है।

किनारों कि परख से उजालों कि सुबह दास्तान देती है नजारों कि सोच संग अंदाजों कि आस अहमियत देकर जाती है कोशिश सुनाती है।

किनारों कि परख से जज्बातों कि मुस्कान रोशनी देती है अल्फाजों कि समझ संग अफसानों कि पुकार राह देकर जाती है बदलाव सुनाती है।

किनारों कि परख से उम्मीदों कि सोच पहचान देती है तरानों कि दास्तान संग इशारों कि एहसास कोशिश देकर जाती है सरगम सुनाती है।

किनारों कि परख से अंदाजों कि तलाश आस देती है उजालों कि सौगात संग कदमों कि आहट रोशनी देकर जाती है अरमान सुनाती है।

किनारों कि परख से दास्तानों कि अदा कोशिश देती है बदलावों कि सोच संग अरमानों कि पुकार आवाज देकर जाती है आवाज सुनाती है।

किनारों कि परख से दिशाओं कि कहानी आहट देती है नजारों कि सुबह संग अल्फाजों कि सरगम सोच देकर जाती है कोशिश सुनाती है।

किनारों कि परख से उजालों कि सोच पुकार देती है इशारों कि समझ संग उम्मीदों कि लहर इशारा देकर जाती है सौगात सुनाती है।

किनारों कि परख से राहों कि परख सपना‌ देती है एहसासों कि रोशनी संग दिशाओं कि कहानी पहचान देकर जाती है तलाश सुनाती है।

Friday 19 May 2023

कविता. ४८११. खयालों को अंदाजों कि।

                                       खयालों को अंदाजों कि।

खयालों को अंदाजों कि आस एहसास दिलाती है लहरों को इशारों कि कोशिश अफसाना सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि राह बदलाव दिलाती है लम्हों को किनारों कि मुस्कान अहमियत सुनाती है जज्बातों को कदमों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि कोशिश पुकार दिलाती है बदलावों को दास्तानों कि परख रोशनी सुनाती है अल्फाजों को उजालों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि सुबह सपना दिलाती है इरादों को आशाओं कि आस सरगम सुनाती है उम्मीदों को किनारों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि परख सहारा दिलाती है नजारों को तरानों कि पहचान समझ सुनाती है एहसासों को अदाओं कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि आवाज मुस्कान दिलाती है राहों को कदमों कि आहट तलाश सुनाती है इरादों को आशाओं कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि सौगात किनारा दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि पुकार सोच सुनाती है दिशाओं को अल्फाजों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि पुकार सहारा दिलाती है कदमों को उजालों कि आवाज धून सुनाती है लम्हों को दास्तानों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि सोच मुस्कान दिलाती है किनारों को सपनों कि आस सरगम सुनाती है इशारों को अरमानों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि कोशिश अल्फाज दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात परख सुनाती है नजारों को बदलावों कि कहानी दिलाती है।


Thursday 18 May 2023

कविता. ४८१०. उजालों से एहसासों कि।

                                    उजालों से एहसासों कि।

उजालों से एहसासों कि रोशनी तलाश दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ अहमियत सुनाती है उम्मीदों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि कोशिश आस दिलाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी खयाल जगाती है किनारों को सपनों कि आस अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि राह पहचान दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात सुबह लाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि समझ किनारा दिलाती है अदाओं को तरानों कि पहचान सौगात लाती है इशारों को आशाओं कि सरगम अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि परख सपना दिलाती है राहों को जज्बातों कि मुस्कान दास्तान लाती है आवाजों को अंदाजों कि पुकार अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि सोच इरादा दिलाती है दिशाओं को बदलावों कि राह पहचान लाती है जज्बातों को किनारों कि मुस्कान अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि उमंग खयाल दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि रोशनी सपना लाती है कदमों को अदाओं कि परख अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि अदा कोशिश दिलाती है इशारों को आशाओं कि सोच सौगात लाती है बदलावों को उम्मीदों कि आस अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि परख अफसाना दिलाती है सपनों को अरमानों कि सरगम आहट लाती है किनारों को अंदाजों कि पहचान अल्फाज देती है।

उजालों से एहसासों कि सौगात उम्मीद दिलाती है खयालों को इशारों कि समझ कोशिश लाती है नजारों को आवाजों कि धून अल्फाज देती है।

Wednesday 17 May 2023

कविता. ४८०९. कदमों को सपनों कि।

                                    कदमों को सपनों कि।

कदमों को सपनों कि लहर कोशिश दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ पुकार सुनाती है खयालों कि मुस्कान संग आवाजों कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि आस सरगम दिलाती है बदलावों को दिशाओं कि कहानी अल्फाज सुनाती है तरानों कि राह संग लम्हों कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि राह पहचान दिलाती है इशारों को अंदाजों कि परख सरगम सुनाती है एहसासों कि समझ संग अफसानों कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि परख अल्फाज दिलाती है लहरों को नजारों कि पहचान आहट सुनाती है किनारों कि आस संग आशाओं कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि आहट तलाश दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात आस सुनाती है अदाओं कि परख संग अल्फाजों कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि उमंग परख दिलाती है तरानों को उम्मीदों कि समझ बदलाव सुनाती है खयालों कि पहचान संग जज्बातों कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि उम्मीद किनारा दिलाती है अल्फाजों को दिशाओं कि कहानी तलाश सुनाती है नजारों कि सोच संग अरमानों कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि सुबह दास्तान दिलाती है उजालों को अदाओं कि पुकार अफसाना सुनाती है इशारों कि सौगात संग इरादों कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि सौगात आवाज दिलाती है नजारों को अरमानों कि कोशिश इरादा सुनाती है आशाओं कि लहर संग एहसासों कि धून लाती है।

कदमों को सपनों कि आवाज सुबह दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ पहचान सुनाती है दास्तानों कि पुकार संग अदाओं कि धून लाती है।

Tuesday 16 May 2023

कविता. ४८०८. राह किसी किनारे संग जुड़ने कि।

                          राह किसी किनारे संग जुड़ने कि।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि आहट देती है मुस्कान किसी इशारे कि दिशाएं देती है कदमों संग आशाओं को बदलावों कि पहचान आवाज सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि पुकार देती है दास्तान किसी रोशनी कि पुकार देती है नजारों संग अंदाजों को जज्बातों कि तलाश एहसास सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि सौगात देती है अदा किसी तराने कि समझ देती है आवाजों संग अरमानों को दिशाओं कि कहानी बदलाव सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि आस देती है कोशिश किसी दास्तान कि सुबह देती है उजालों संग लम्हों को एहसासों कि सोच तराना सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि समझ देती है आवाज किसी सपने कि पहचान देती है लहरों संग अफसानों को उजालों कि उमंग आहट सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि आवाज देती है आस किसी मुस्कान कि तलाश देती है दिशाओं संग लहरों को इशारों कि सौगात सरगम सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि परख देती है दिशा किसी अफसाने कि सोच देती है जज्बातों संग बदलावों को लम्हों कि रोशनी पहचान सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि उमंग देती है नजर किसी एहसास कि समझ देती है नजारों संग खयालों को अंदाजों कि आस अरमान सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि मुस्कान देती है जज्बात किसी अरमान कि उम्मीद देती है तरानों संग आशाओं को बदलावों कि रोशनी कोशिश सुनाती है।

राह किसी किनारे संग जुड़ने कि इरादा देती है दिशा‌ किसी अल्फाज कि सोच देती है कदमों संग उजालों को सपनों कि उमंग आवाज सुनाती है। 

Monday 15 May 2023

कविता. ४८०७. आवाजों कि धून संग।

                                 आवाजों कि धून संग।

आवाजों कि धून संग आशाओं से कदमों कि आहट अक्सर जज्बात दिलाती है लम्हों कि कोशिश समझकर नजारों कि पहचान सपना सुनाती है।

आवाजों कि धून संग अंदाजों से खयालों कि सोच अक्सर उमंग दिलाती है अरमानों कि पुकार जुडकर बदलावों कि सौगात सपना सुनाती है।

आवाजों कि धून संग जज्बातों से किनारों कि राह अक्सर बदलाव दिलाती है अदाओं कि परख देकर इशारों कि सरगम सपना सुनाती है।

आवाजों कि धून संग तरानों से दिशाओं कि कहानी अक्सर पुकार दिलाती है कदमों कि आहट समझकर दास्तानों कि कोशिश सपना सुनाती है।

आवाजों कि धून संग इरादों से राहों कि पहचान अक्सर रोशनी दिलाती है लहरों कि सरगम जुडकर दिशाओं कि कहानी सपना सुनाती है।

आवाजों कि धून संग अरमानों से दास्तानों कि परख अक्सर जज्बात दिलाती है दिशाओं कि आस देकर तरानों कि सुबह सपना सुनाती है।

आवाजों कि धून संग दिशाओं से अंदाजों कि आस अक्सर खयाल दिलाती है उजालों कि सौगात समझकर राहों कि मुस्कान सपना सुनाती है।

आवाजों कि धून संग दास्तानों से आशाओं कि सोच अक्सर आहट दिलाती है जज्बातों कि राह जुडकर उम्मीदों कि कोशिश सपना सुनाती है।

आवाजों कि धून संग अफसानों से नजारों कि पुकार अक्सर दास्तान दिलाती है लहरों कि सोच देकर अल्फाजों कि रोशनी सपना दिलाती है।

आवाजों कि धून संग खयालों से तरानों कि सुबह अक्सर किनारा दिलाती है इशारों कि राह समझकर अंदाजों कि राह सपना दिलाती है।

Sunday 14 May 2023

कविता. ४८०६. उमंग कि लहर अक्सर।

                                         उमंग कि लहर अक्सर।

उमंग कि लहर अक्सर इशारों कि तलाश दिलाती है अदाओं को दिशाओं कि समझ सपना सुनाती है किनारों को अल्फाजों कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर आवाजों कि धून दिलाती है लम्हों को खयालों कि कहानी कोशिश सुनाती है लम्हों को दास्तानों कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर आशाओं कि सरगम दिलाती है बदलावों को अंदाजों कि आस तलाश सुनाती है नजारों को अरमानों कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर तरानों कि सुबह दिलाती है जज्बातों को कदमों कि सोच एहसास सुनाती है इशारों को आशाओं कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर अंदाजों कि आस दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि मुस्कान अरमान सुनाती है अदाओं को तरानों कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर अल्फाजों कि राह दिलाती है आशाओं को अदाओं कि पुकार अफसाना सुनाती है जज्बातों को कदमों कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर दास्तानों कि कोशिश दिलाती है आवाजों को राहों कि आहट किनारा सुनाती है इरादों को खयालों कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर अरमानों कि पुकार दिलाती है लम्हों को बदलावों कि सौगात अहमियत सुनाती है नजारों को दिशाओं कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर नजारों कि सोच दिलाती है आवाजों को राहों कि मुस्कान अफसाना सुनाती है आशाओं को बदलावों कि पहचान सुनाती है।

उमंग कि लहर अक्सर जज्बातों कि राह दिलाती है अंदाजों को इशारों कि सुबह दास्तान सुनाती है आवाजों को एहसासों कि पहचान सुनाती है।

Saturday 13 May 2023

कविता. ४८०५. उम्मीदों को दिशाओं संग।

                                 उम्मीदों को दिशाओं संग।

उम्मीदों को दिशाओं संग पहचान से आस पुकार दिलाती है तरानों कि सुबह को कदमों कि आहट अफसाना देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग परख से आवाज पहचान दिलाती है अदाओं कि कोशिश को इशारों कि सौगात अरमान देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग आहट से परख एहसास दिलाती है लहरों कि सोच को सपनों कि दास्तान नजारा देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग तलाश से कोशिश इशारा दिलाती है लम्हों कि पुकार को जज्बातों कि मुस्कान सहारा देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग सुबह से उमंग खयाल दिलाती है आवाजों कि धून को किनारों कि सोच बदलाव देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग सरगम से धून दास्तान दिलाती है उजालों कि आस को अदाओं कि पुकार अहमियत देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग अदा से रोशनी पहचान दिलाती है कदमों कि आहट को खयालों कि समझ सपना देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग मुस्कान से उमंग लहर दिलाती है इशारों कि सरगम को आशाओं कि सौगात आवाज देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग आवाज से खयाल अंदाज दिलाती है राहों कि पहचान को बदलावों कि कोशिश इरादा देकर आगे बढती जाती है।

उम्मीदों को दिशाओं संग सौगात से सुबह अरमान दिलाती है सपनों कि उमंग को किनारों कि पहचान परख देकर आगे बढती जाती है।

Friday 12 May 2023

कविता. ४८०४. कदमों कि आशाएं अक्सर।

                               कदमों कि आशाएं अक्सर।

कदमों कि आशाएं अक्सर एहसासों कि रोशनी दिलाती है लम्हों को खयालों कि समझ सुबह देकर जाती है दास्तानों कि पुकार सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर आवाजों कि धून दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात कोशिश देकर जाती है जज्बातों कि मुस्कान सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर अंदाजों कि राह दिलाती है किनारों को उजालों कि आस सरगम देकर जाती है बदलावों कि सोच सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर दिशाओं कि कहानी दिलाती है नजारों को जज्बातों कि दास्तान अदा देकर जाती है तरानों कि परख सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर लहरों कि सरगम दिलाती है इशारों को दास्तानों कि पहचान बदलाव देकर जाती है किनारों कि राह सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर अरमानों कि इरादा दिलाती है अंदाजों को उम्मीदों कि समझ आवाज देकर जाती है दिशाओं कि कहानी सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर इशारों कि तलाश दिलाती है तरानों को अरमानों कि सुबह अफसाना देकर जाती है आवाजों कि धून सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर लम्हों कि खयाल‌ दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच अल्फाज देकर जाती है अदाओं कि मुस्कान सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर बदलावों कि सोच दिलाती है एहसासों को अंदाजों‌ कि परख रोशनी देकर जाती है राहों कि आस सपना दिलाती है।

कदमों कि आशाएं अक्सर दास्तानों कि परख दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि कहानी सरगम देकर जाती है दिशाओं कि समझ सपना दिलाती है।

Thursday 11 May 2023

कविता. ४८०३. दिशाओं कि कहानी से।

                                    ‌दिशाओं कि कहानी से।

‌‌दिशाओं कि कहानी से एहसासों संग सौगात दिलाती है लम्हों को किनारों कि आस अल्फाज दिलाती है अदाओं को तरानों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से अरमानों संग आवाज दिलाती है उजालों को सपनों कि कोशिश अंदाज दिलाती है जज्बातों को कदमों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से दास्तानों संग अल्फाज दिलाती है जज्बातों को कदमों कि आहट राह दिलाती है लम्हों को खयालों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से नजारों संग कोशिश दिलाती है सपनों को अरमानों कि पुकार रोशनी दिलाती है आशाओं को बदलावों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से आशाओं संग लहर दिलाती है उम्मीदों को इशारों कि परख मुस्कान दिलाती है जज्बातों को किनारों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से आवाजों संग पहचान दिलाती है नजारों को खयालों कि राह कोशिश दिलाती है उजालों को सपनों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से तरानों संग उमंग दिलाती है इरादों को आशाओं कि सरगम आस दिलाती है एहसासों को कदमों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से इरादों संग सोच दिलाती है कदमों को उजालों कि पुकार आवाज दिलाती है अल्फाजों को उम्मीदों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से अंदाजों संग उजाला दिलाती है आशाओं को अदाओं कि परख खयाल दिलाती है लहरों को नजारों कि सुबह सुनाती है।

दिशाओं कि कहानी से जज्बातों संग अदा दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ रोशनी दिलाती है अफसानों को आशाओं कि सुबह सुनाती है।

Wednesday 10 May 2023

कविता. ४८०२. उम्मीद कि रोशनी संग।

                                     उम्मीद कि रोशनी संग।

उम्मीद कि रोशनी संग दिशाएं सरगम देती है खयालों को अंदाजों कि आस पुकार दिलाती है तरानों को अरमानों कि सोच सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग अदाएं अल्फाज देती है कदमों को जज्बातों कि मुस्कान तलाश दिलाती है नजारों को राहों कि सुबह सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग आशाएं आवाज देती है तरानों को उजालों कि सुबह इशारा दिलाती है लहरों को किनारों कि मुस्कान सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग धाराएं सोच देती है आवाजों को बदलावों कि सौगात परख दिलाती है उजालों को सपनों कि कोशिश सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग दिशाएं कोशिश देती है किनारों को अल्फाजों कि राह रोशनी दिलाती है एहसासों को इशारों कि लहर सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग अदाएं अरमान देती है खयालों को एहसासों कि समझ पुकार दिलाती है अंदाजों को तरानों कि आस सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग आशाएं नजारा देती है लम्हों को आशाओं कि सोच एहसास दिलाती है अफसानों को अल्फाजों कि सरगम सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग धाराएं तराना देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अहमियत दिलाती है उजालों को बदलावों कि सोच सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग अदाएं जज्बात देती है राहों को अंदाजों कि परख अफसाना दिलाती है कदमों को लम्हों कि सौगात सहारा देती है।

उम्मीद कि रोशनी संग दिशाएं सुबह देती है एहसासों को अरमानों कि कोशिश दास्तान दिलाती है खयालों को इशारों कि समझ सहारा देती है।

Tuesday 9 May 2023

कविता. ४८०१. कोशिश कि लहर अक्सर।

                                       कोशिश कि लहर अक्सर।

कोशिश कि लहर अक्सर आवाजों कि धून सपना सुनाती है आशाओं कि राह संग‌ अरमानों कि तलाश इशारा देती है तरानों कि सुबह दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर‌ अक्सर दिशाओं कि कहानी अल्फाज सुनाती है इशारों कि सौगात संग सपनों कि आस खयाल देती है दिशाओं कि सोच दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर अक्सर अंदाजों कि रोशनी आवाज सुनाती है दास्तानों कि परख संग दिशाओं कि मुस्कान अदा देती है कदमों कि राह दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर अक्सर जज्बातों कि आस सरगम सुनाती है नजारों कि सोच संग अंदाजों कि पहचान उमंग देती है किनारों कि सौगात दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर अक्सर तरानों कि सुबह तलाश सुनाती है लम्हों कि पुकार संग आवाजों कि धून तराना देती है लहरों कि आहट दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर अक्सर बदलावों कि परख पुकार सुनाती है अदाओं कि आस संग इशारों कि सौगात लम्हा देती है नजारों कि उम्मीद दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर अक्सर अरमानों कि आहट पहचान सुनाती है अंदाजों कि पहचान संग इरादों कि सुबह अदा देती है खयालों कि सुबह दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर अक्सर उम्मीदों कि मुस्कान बदलाव सुनाती है आवाजों कि धून संग आशाओं कि सरगम एहसास देती है जज्बातों कि अदा दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर अक्सर राहों कि आस सरगम सुनाती है खयालों कि समझ संग अफसानों कि सोच परख देती है इरादों कि सरगम दास्तान सुनाती है।

कोशिश कि लहर अक्सर इरादों कि रोशनी अंदाज सुनाती है अंदाजों कि परख संग अल्फाजों कि मुस्कान बदलाव देती है कदमों कि आहट दास्तान सुनाती है।

Monday 8 May 2023

कविता ४८००. उजालों कि सुबह अक्सर।

                                             उजालों कि सुबह अक्सर।

उजालों कि सुबह अक्सर दिशाओं कि कहानी सुनाती है पुकार किसी आस संग आशाओं कि आवाज दिलाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर अरमानों कि कोशिश सुनाती है राह किसी इशारे संग अंदाजों कि तलाश दिलाती है नजारों को दास्तानों कि मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर अंदाजों कि आस सुनाती है आहट किसी लम्हे संग कदमों कि पुकार दिलाती है अरमानों को दिशाओं कि मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर जज्बातों कि रोशनी सुनाती है अदा किसी नजारे संग किनारों कि सोच दिलाती है कदमों को एहसासों कि मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर दास्तानों कि सौगात सुनाती है रोशनी किसी उम्मीद संग सपनों कि सुबह दिलाती है बदलावों को आशाओं कि मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर आशाओं कि सरगम सुनाती है बदलाव किसी आवाज संग कदमों कि कोशिश दिलाती है किनारों कि मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर उम्मीदों कि आहट सुनाती है सपना किसी खयाल संग एहसासों कि रोशनी दिलाती है लहरों को इशारों कि मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर तरानों कि अल्फाज सुनाती है बदलाव किसी आस संग आवाजों कि धून दिलाती है एहसासों कि समझ मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर लहरों कि सोच सुनाती है अफसाना किसी कोशिश संग आशाओं कि सरगम दिलाती है लम्हों कि सोच मुस्कान देकर जाती है।

उजालों कि सुबह अक्सर दास्तानों कि परख सुनाती है आस किसी पहचान संग इरादों कि सौगात दिलाती है आशाओं कि आहट मुस्कान देकर जाती है।

Sunday 7 May 2023

कविता. ४७९९. उजालों कि आहट अक्सर।

                                  उजालों कि आहट अक्सर।

उजालों कि आहट अक्सर पुकार सुनाती है अदाओं को तरानों कि सुबह अफसाना दिलाती है दिशाओं को कदमों कि कोशिश पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर खयाल सुनाती है सपनों को एहसासों कि रोशनी आस दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर आवाज सुनाती है नजारों को दिशाओं कि समझ कहानी दिलाती है लम्हों को किनारों कि मुस्कान पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर कोशिश सुनाती है जज्बातों को अंदाजों कि परख सौगात दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर अरमान सुनाती है उम्मीदों को किनारों कि सोच बदलाव दिलाती है इरादों को अदाओं कि परख पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर उमंग सुनाती है आवाजों को राहों कि आवाज तराना दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि सौगात पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर अंदाज सुनाती है लम्हों को दास्तानों कि पुकार कोशिश दिलाती है लम्हों को अफसानों कि रोशनी पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर सपना सुनाती है दिशाओं को कदमों कि सोच खयाल दिलाती है इशारों को आशाओं कि सरगम पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर जज्बात सुनाती है किनारों को सपनों कि आस अहमियत दिलाती है आवाजों को नजारों कि सोच पहचान देकर जाती है।

उजालों कि आहट अक्सर तलाश सुनाती है अदाओं को तरानों कि अदा दास्तान दिलाती है किनारों को सपनों कि लहर पहचान देकर जाती है।

Saturday 6 May 2023

कविता. ४७९८. अंदाजों को बदलावों कि।

                                   अंदाजों को बदलावों कि।

अंदाजों को बदलावों कि सुबह जज्बात दिलाती है दिशाओं को कदमों कि आहट सरगम सुनाती है इशारों को आशाओं कि समझ सपना देकर जाती है।

अंदाजों को बदलावों कि सोच तराना दिलाती है लहरों को इशारों कि आस पहचान सुनाती है उम्मीदों को किनारों कि मुस्कान सपना देकर जाती है।

अंदाजों को बदलावों कि राह अल्फाज दिलाती है खयालों को दिशाओं कि कोशिश दास्तान सुनाती है लम्हों को कदमों कि आहट सपना देकर जाती है।

अंदाजों को बदलावों कि सौगात कोशिश दिलाती है उजालों को अरमानों कि उमंग आवाज सुनाती है दास्तानों को नजारों कि सोच सपना देकर जाती है।

अंदाजों को बदलावों कि उमंग पुकार दिलाती है जज्बातों को आशाओं कि समझ कोशिश सुनाती है राहों को दिशाओं कि कहानी सपना देकर जाती है।

अंदाजों को बदलावों कि समझ किनारा दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि सोच उम्मीद सुनाती है अरमानों को उजालों कि पुकार सपना देकर जाती है।

अंदाजों‌ को बदलावों कि कोशिश तराना दिलाती है किनारों को अदाओं कि उमंग आहट सुनाती है आवाजों को इरादों कि सौगात सपना देकर जाती है।

अंदाजों को बदलावों कि उम्मीद परख दिलाती है लम्हों को खयालों कि आस सरगम सुनाती है इरादों को एहसासों कि रोशनी सपना देकर जाती है।

अंदाजों को बदलावों कि पहचान इशारा दिलाती है नजारों को इशारों कि समझ आवाज सुनाती है अरमानों को दिशाओं कि अहमियत सपना देकर जाती है।

अंदाजों को बदलावों कि पुकार दास्तान दिलाती है आशाओं को अदाओं कि सुबह आस सुनाती है तरानों को खयालों कि परख सपना देकर जाती है।


Friday 5 May 2023

कविता. ४७९७. जो बात दिल को छू जाएं।

                                      जो बात दिल को छू जाएं।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग उड़ान भरनी है राह जो मुस्कान ले आएं उसकी कहानी कहती है आशाओं कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग उजाला मिलता है नजारा जो रोशनी ले आएं उसकी सुबह कहती है खयालों कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग इरादा मिलता है आस जो कोशिश ले आएं उसकी पुकार कहती है अंदाजों कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग उमंग भरनी है उम्मीद जो दास्तान ले आएं उसकी सौगात कहती है नजारों कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग पुकार भरनी है आवाज जो अरमान ले आएं उसकी तलाश कहती है अफसानों कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग अल्फाज मिलता है खयाल जो कोशिश ले आएं उसकी आवाज कहती है किनारों कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग मुस्कान भरनी है आस जो पहचान ले आएं उसकी सरगम कहती है उजालों कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग तलाश उभरती है मुस्कान जो आशाएं ले आएं उसका उम्मीद कहती है अदाओं कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग अरमान मिलता है एहसास जो लहरें ले आएं उसकी पहचान कहती है लम्हों कि नयी निशानी रखनी है।

जो बात दिल को छू जाएं उस संग अफसाना उभरता है दास्तान जो किनारे ले आएं उसका इशारा कहती है बदलावों कि नयी निशानी रखनी है।

Thursday 4 May 2023

कविता. ४७९६. उजालों संग आस अक्सर।

                                 उजालों संग आस अक्सर।

उजालों संग आस अक्सर उम्मीदों के इशारे देती है दास्तानों कि परख से एहसासों कि आशाएं दिलाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर दास्तानों के राहे देती है कदमों कि आहट से अरमानों कि किनारे दिलाती है लहरों को नजारों कि सौगात पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर बदलावों के तराने देती है जज्बातों कि कोशिश से आवाजों कि उम्मीदें दिलाती है अरमानों को आशाओं कि पुकार पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर नजारों के लहरें देती है दिशाओं कि कहानी से अंदाजों कि धाराएं दिलाती है आवाजों को इशारों कि सरगम पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर एहसासों के नजारे देती है किनारों कि आहट से अरमानों कि पुकार दिलाती है जज्बातों को कदमों कि उमंग पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर जज्बातों के लम्हे देती है तरानों कि अल्फाज से दिशाओं कि कहानी दिलाती है इरादों को आशाओं कि रोशनी पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर बदलावों के अफसाने देती है इरादों कि सौगात से नजारों कि सोच दिलाती है दिशाओं को कदमों कि आहट पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर कदमों के अंदाजे देती है नजारों कि मुस्कान से आवाजों कि धून दिलाती है खयालों को अंदाजों कि सुबह पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर किनारों के उम्मीदें देती है एहसासों कि कोशिश से अंदाजों कि आहट दिलाती है बदलावों को आशाओं कि सोच पहचान सुनाती है।

उजालों संग आस अक्सर सपनों के आवाजें देती है अरमानों कि सुबह से कदमों कि सौगात दिलाती है इशारों को किनारों कि कोशिश पहचान सुनाती है।

Wednesday 3 May 2023

कविता. ४७९५. उजालों कि लहर संग।

                                      उजालों कि लहर संग।

उजालों कि लहर संग दास्तानों कि परख के एहसास सुनाती है अदाओं कि पुकार से दिशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है राहों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग अरमानों कि पुकार के सपना सुनाती है दिशाओं कि कहानी से अंदाजों कि आस पहचान दिलाती है तरानों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग आवाजों कि धून के अफसाना सुनाती है अल्फाजों कि आहट से लम्हों कि रोशनी अहमियत दिलाती है अंदाजों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग आशाओं कि सौगात के पहचान सुनाती है इशारों कि सौगात से कदमों कि आहट खयाल दिलाती है इरादों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग अंदाजों कि आस से बदलाव सुनाती है खयालों कि समझ से किनारों कि दास्तान सुबह दिलाती है एहसासों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग उम्मीदों कि राह से कोशिश सुनाती है लम्हों कि रोशनी से जज्बातों कि परख अरमान दिलाती है बदलावों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग तरानों कि एहसास से अंदाज सुनाती है इरादों कि सुबह से अल्फाजों कि समझ पहचान दिलाती है लम्हों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग कदमों कि आहट से खयाल सुनाती है आशाओं कि सरगम से अदाओं कि पुकार आवाज दिलाती है नजारों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग किनारों कि उमंग से पहचान सुनाती है आवाजों कि धून से आशाओं कि सरगम परख दिलाती है सपनों कि मुस्कान दिलाती है।

उजालों कि लहर संग सपनों कि सरगम से आस सुनाती है अंदाजों कि परख से उजालों कि सुबह अहमियत दिलाती है खयालों कि मुस्कान दिलाती है।

Tuesday 2 May 2023

कविता. ४७९४. एहसासों कि आंधी संग।

                                   एहसासों कि आंधी संग।

एहसासों कि आंधी संग सपनों कि आहट इशारा देती है कदमों कि सरगम से आशाओं कि धाराएं देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग अदाओं कि पुकार बदलाव देती है जज्बातों कि मुस्कान से आवाजों कि तलाश देती है उजालों को सपनों कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग इशारों कि सौगात कोशिश देती है लम्हों कि रोशनी से इरादों कि आहट देती है दास्तानों को अंदाजों कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग उम्मीदों कि लहर पहचान देती है अरमानों कि सुबह से खयालों कि समझ देती है बदलावों को दिशाओं कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग नजारों कि सोच इरादा देती है किनारों कि उमंग से दास्तानों कि परख देती है अरमानों को कदमों कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग अंदाजों कि आस पुकार देती है लहरों कि कोशिश से आवाजों कि धून देती है जज्बातों को किनारों कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग बदलावों कि धून कोशिश देती है तरानों कि पहचान से लम्हों कि पुकार देती है उम्मीदों को अफसानों कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग आशाओं कि राह दास्तान देती है खयालों कि समझ से जज्बातों कि मुस्कान देती है लम्हों को अल्फाजों कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग किनारों कि उमंग पहचान देती है कदमों कि आहट से खयालों कि समझ देती है अंदाजों को इरादों कि कहानी सुनाती है।

एहसासों कि आंधी संग जज्बातों कि मुस्कान रोशनी देती है किनारों कि सोच से उम्मीदों कि लहर देती है दिशाओं को बदलावों कि कहानी सुनाती है।

Monday 1 May 2023

कविता. ४७९३. आशाओं कि आंधी अक्सर।

                               आशाओं कि आंधी अक्सर।

आशाओं कि आंधी अक्सर दिशाओं कि पुकार दिलाती है आवाजों कि सरगम संग मिलकर दास्तान एहसास सुनाती है नजारों कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर तरानों कि सुबह दिलाती है कदमों कि आहट संग जुड़कर पहचान जज्बात सुनाती है सपनों कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर एहसासों कि रोशनी दिलाती है लहरों कि पुकार संग मिलकर सोच कोशिश सुनाती है लम्हों कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर अरमानों कि पहचान दिलाती है किनारों कि मुस्कान संग जुड़कर आहट तलाश सुनाती है दिशाओं कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर अंदाजों कि परख दिलाती है इरादों कि कोशिश संग मिलकर आवाज अल्फाज सुनाती है लहरों कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर नजारों कि सरगम दिलाती है उजालों कि परख संग जुड़कर उमंग तराना सुनाती है जज्बातों कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर दिशाओं कि कहानी दिलाती है एहसासों कि रोशनी संग मिलकर उम्मीद दास्तान सुनाती है राहों कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर आवाजों कि धून दिलाती है अरमानों कि सुबह संग जुड़कर कोशिश बदलाव सुनाती है अदाओं कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर लहरों कि सौगात दिलाती है लम्हों कि पुकार संग मिलकर सुबह खयाल सुनाती है अफसानों कि आस दिलाती है।

आशाओं कि आंधी अक्सर दास्तानों कि पहचान दिलाती है इरादों कि सौगात संग जुड़कर तराना सुनाती है अंदाजों कि आस दिलाती है।

कविता. ५१५४. इरादों को आशाओं की।

                            इरादों को आशाओं की। इरादों को आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस किनारा देकर जाती है जज्बा...