Friday, 19 May 2023

कविता. ४८११. खयालों को अंदाजों कि।

                                       खयालों को अंदाजों कि।

खयालों को अंदाजों कि आस एहसास दिलाती है लहरों को इशारों कि कोशिश अफसाना सुनाती है नजारों को दिशाओं कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि राह बदलाव दिलाती है लम्हों को किनारों कि मुस्कान अहमियत सुनाती है जज्बातों को कदमों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि कोशिश पुकार दिलाती है बदलावों को दास्तानों कि परख रोशनी सुनाती है अल्फाजों को उजालों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि सुबह सपना दिलाती है इरादों को आशाओं कि आस सरगम सुनाती है उम्मीदों को किनारों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि परख सहारा दिलाती है नजारों को तरानों कि पहचान समझ सुनाती है एहसासों को अदाओं कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि आवाज मुस्कान दिलाती है राहों को कदमों कि आहट तलाश सुनाती है इरादों को आशाओं कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि सौगात किनारा दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि पुकार सोच सुनाती है दिशाओं को अल्फाजों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि पुकार सहारा दिलाती है कदमों को उजालों कि आवाज धून सुनाती है लम्हों को दास्तानों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि सोच मुस्कान दिलाती है किनारों को सपनों कि आस सरगम सुनाती है इशारों को अरमानों कि कहानी दिलाती है।

खयालों को अंदाजों कि कोशिश अल्फाज दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात परख सुनाती है नजारों को बदलावों कि कहानी दिलाती है।


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