Monday 6 May 2024

कविता. ५१६४. उजालों को इशारों की।

                                उजालों को इशारों की।

उजालों को इशारों की समझ कहानी दिलाती है लहरों को अरमानों की पुकार पहचान दिलाती है खयालों को अंदाजों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की कोशिश अफसाना दिलाती है लम्हों को दिशाओं की सौगात तलाश दिलाती है आवाजों को बदलावों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की उमंग अल्फाज दिलाती है कदमों को जज्बातों की समझ बदलाव दिलाती है दिशाओं को नजारों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की उम्मीद परख दिलाती है राहों को सपनों की सुबह सहारा दिलाती है आशाओं को इरादों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की सोच नजारा दिलाती है आवाजों को अदाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है जज्बातों को एहसासों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की सौगात लम्हा दिलाती है उम्मीदों को खयालों की आस आवाज दिलाती है सपनों को किनारों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की आस तराना दिलाती है अदाओं को दिशाओं की परख मुस्कान दिलाती है कदमों को तरानों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की रोशनी सहारा दिलाती है नजारों को अरमानों की कहानी दास्तान दिलाती है अंदाजों को जज्बातों की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की आहट आवाज दिलाती है तरानों को किनारों की पहचान तलाश दिलाती है अदाओं को दिशाओं की सरगम सुनाती है।

उजालों को इशारों की कहानी आस दिलाती है राहों को अरमानों की उम्मीद बदलाव दिलाती है एहसासों को आशाओं की सरगम सुनाती है।

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कविता. ५१७६. अरमानों को दिशाओं की।

                           अरमानों को दिशाओं की। अरमानों को दिशाओं की कहानी समझ दिलाती है लहरों को नजारों की सोच एहसास देकर जाती है जज्बातों...