Friday, 10 May 2024

कविता. ५१६८. दिशाओं को कदमों की।

                               दिशाओं को कदमों की।

दिशाओं को कदमों की आहट एहसास दिलाती है लहरों को अरमानों की पुकार सपना दिलाती है दास्तानों को आशाओं की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की पुकार सहारा दिलाती है लम्हों को खयालों की सोच अफसाना दिलाती है अदाओं को तरानों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की रोशनी अल्फाज दिलाती है किनारों को सपनों की आस तलाश दिलाती है लहरों को इशारों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की सरगम आवाज दिलाती है नजारों को राहों की सौगात अल्फाज दिलाती है खयालों को अंदाजों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की सोच अफसाना दिलाती है जज्बातों को आशाओं की मुस्कान एहसास दिलाती है अरमानों को अल्फाजों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की सौगात आहट दिलाती है इरादों को उम्मीदों की कहानी अहमियत दिलाती है दास्तानों को राहों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की लहर आस दिलाती है उजालों को बदलावों की सुबह परख दिलाती है आशाओं को उम्मीदों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की उमंग पहचान दिलाती है तरानों को इशारों की कहानी पहचान दिलाती है अंदाजों को लहरों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की मुस्कान किनारा दिलाती है दास्तानों को अदाओं की परख अफसाना दिलाती है इशारों को लम्हों की कोशिश दिलाती है।

दिशाओं को कदमों की राह उम्मीद दिलाती है अल्फाजों को उजालों की सुबह नजारा दिलाती है जज्बातों को अफसानों की कोशिश दिलाती है।

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