Friday, 24 February 2023

कविता. ४७२७. जज्बात कि तलाश अक्सर।

                                  जज्बात कि तलाश अक्सर।

जज्बात कि तलाश अक्सर सहारा देती है कदमों को उजालों कि धाराएं दिलाती है किनारों को सपनों कि कोशिश एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर दास्तान देती है किनारों को अंदाजों कि दिशाएं दिलाती है लम्हों को खयालों कि मुस्कान एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर उमंग देती है अरमानों को खयालों कि अदाएं दिलाती है लहरों को इशारों कि सौगात एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर रोशनी देती है दास्तानों को इशारों कि आशाएं दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर आवाज देती है नजारों को राहों कि मुस्कान दिलाती है लम्हों को दास्तानों कि पहचान एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर अरमान देती है उजालों को सपनों कि समझ दिलाती है किनारों को अल्फाजों कि समझ एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर अफसाना देती है तरानों को उम्मीदों कि सरगम दिलाती है कदमों को उजालों कि पुकार एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर पहचान देती है कदमों को इशारों कि सौगात दिलाती है लहरों को बदलावों कि सुबह एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर परख देती है बदलावों को दिशाओं कि कहानी दिलाती है अंदाजों को तरानों कि रोशनी एहसास सुनाती है।

जज्बात कि तलाश अक्सर सपना देती है आशाओं को उम्मीदों कि पहचान दिलाती है अरमानों को लहरों कि सरगम एहसास सुनाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७०. उजालों को आशाओं की।

                            उजालों को आशाओं की। उजालों को आशाओं की सरगम सुबह दिलाती है कदमों की सौगात अक्सर मुस्कान सुनाती है एहसासों की आवा...