Wednesday, 1 February 2023

कविता. ४७०४. अल्फाजों कि कोशिश अक्सर।

                            अल्फाजों कि कोशिश अक्सर।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर खयालों कि दिशाएं देती है कदमों कि चाहत एहसासों के किनारे देती है जज्बातों को अदाओं कि पुकार सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर राहों कि कहानी देती है अरमानों कि लहर अल्फाजों के उजाले देती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर लहरों कि सरगम देती है अंदाजों कि राह खयालों के पहचान देती है अरमानों को बदलावों कि सौगात सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर किनारों कि सुबह देती है तरानों कि परख आशाओं के अफसाने देती है अंदाजों को जज्बातों कि राह सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर अरमानों कि पुकार देती है आवाजों कि धून लहरों के इरादे देती है नजारों को दिशाओं कि कहानी सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर लम्हों कि पहचान देती है दास्तानों कि पुकार लम्हों के तराने देती है किनारों को सपनों कि लहर सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर जज्बातों कि रोशनी देती है आशाओं कि सरगम उम्मीदों के नजारे देती है अदाओं को दिशाओं कि आस सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर तरानों कि सौगात देती है कदमों कि आहट खयालों के इशारे देती है दास्तानों को आवाजों कि पहचान सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर सपनों कि आहट देती है नजारों कि पहचान उजालों के किनारे देती है आवाजों को बदलावों कि सोच सहारे देती है।

अल्फाजों कि कोशिश अक्सर एहसासों कि सोच देती है किनारों कि मुस्कान इरादों के उमंग देती है आशाओं को अरमानों कि सुबह सहारे देती है।

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