Wednesday 8 March 2023

कविता. ४७३९. कुछ एहसासों कि सरगम।

                                कुछ एहसासों कि सरगम।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग इशारा देती है राहों कि आहट अफसाना देती है कदमों से आशाओं कि सुबह पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग खयाल देती है कदमों कि सोच उमंग देती है अंदाजों से सपनों कि अहमियत पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग रोशनी देती है किनारों कि आस मुस्कान देती है अंदाजों से अरमानों कि कोशिश पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग दास्तान देती है अंदाजों कि रोशनी बदलाव देती है आवाजों से नजारों कि पुकार पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग आस देती है अरमानों कि पुकार मुस्कान देती है अदाओं से अफसानों कि समझ पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग कोशिश देती है जज्बातों कि सोच सपना देती है कदमों से खयालों कि तलाश पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग बदलाव देती है अदाओं कि परख अल्फाज देती है किनारों से आशाओं कि आहट पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग नजारा देती है इशारों कि समझ नजारा देती है अफसानों से तरानों कि आस पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग तलाश देती है उम्मीदों कि लहर दास्तान देती है अरमानों से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है।

कुछ एहसासों कि सरगम अलग लहर देती है अंदाजों कि आस तलाश देती है किनारों से उजालों कि अहमियत पहचान दिलाती है।

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