Monday, 6 March 2023

कविता. ४७३७. उमंग को‌ दिशाओं कि।

                                  उमंग को‌ दिशाओं कि।

उमंग को दिशाओं कि कहानी पहचान दिलाती है कदमों कि आहट अक्सर अफसानों कि रोशनी संग तलाश सुनाती है नजारों से आशाओं कि सरगम दिलाती है।

उमंग को दिशाओं कि मुस्कान बदलाव दिलाती है तरानों कि सुबह अक्सर अरमानों कि पुकार संग दास्तान सुनाती है इशारों से आवाजों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि आहट तलाश दिलाती है जज्बातों कि राह अक्सर खयालों कि परख संग‌ आवाज सुनाती है लम्हों से तरानों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि समझ सौगात दिलाती है इशारों कि कोशिश अक्सर उजालों कि राह संग आस सुनाती है लहरों से अंदाजों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि तलाश पहचान दिलाती है आशाओं कि समझ अक्सर जज्बातों कि सोच संग बदलाव सुनाती है अदाओं से दास्तानों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि आस पुकार दिलाती है बदलावों कि राह अक्सर कदमों कि सुबह संग अफसाना सुनाती है इशारों से अरमानों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि राह अहमियत दिलाती है अंदाजों कि परख अक्सर लम्हों कि पुकार संग आवाज सुनाती है जज्बातों से उजालों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि कोशिश उम्मीद दिलाती है लहरों कि सुबह अक्सर अदाओं कि तलाश संग कोशिश सुनाती है आशाओं से खयालों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि समझ तराना दिलाती है अरमानों कि पुकार अक्सर बदलावों कि सोच संग लहर सुनाती है इशारों से अरमानों कि सरगम दिलाती है।

उमंग को‌ दिशाओं कि पुकार सहारा दिलाती है कदमों कि आस अक्सर दास्तानों कि आवाज संग सौगात सुनाती है नजारों से किनारों कि सरगम दिलाती है।

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