Tuesday 12 January 2021

कविता. ३९५८. दास्तान जो कोई।

                                                          दास्तान जो कोई।

दास्तान जो कोई कहानी लाती है तरानों को खयालों कि सुबह अरमान जगाती है आशाओं को अंदाजों कि अदाएं देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ सरगम देती है आवाजों को एहसासों कि रोशनी समझ देती है कदमों को इरादों कि सोच पुकार देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है।

दास्तान जो कोई सुबह लाती है सपनों को आशाओं कि समझ अदाएं सुनाती है किनारों को जज्बातों कि पुकार दिलाती है तरानों को उजालों कि सौगात अफसाना देती है बदलावों को इशारों कि सुबह आस देती है लहरों को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है कदमों को इरादों कि समझ पुकार देती है।

दास्तान जो कोई एहसास लाती है रोशनी को जज्बातों कि सरगम कोशिश जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ सुनाती है नजारों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है कदमों को इरादों कि सोच खयाल देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह पुकार देती है।

दास्तान जो कोई सरगम लाती है सपनों को अंदाजों कि आस पहचान दिलाती है जज्बातों को इरादों कि सुबह दिखाती है उम्मीदों को आशाओं कि सरगम बदलाव देती है रोशनी को लहरों कि सरगम कोशिश देती है तरानों को आवाजों कि धून एहसास देती है नजारों को उजालों कि सौगात पुकार देती है।

दास्तान जो कोई कोशिश लाती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव सुनाती है नजारों को एहसासों कि समझ दिलाती है जज्बातों को इरादों कि सोच अल्फाज देती है किनारों को सपनों कि सुबह अरमान देती है अंदाजों को तरानों कि तलाश सपना देती है उमंग को अल्फाजों कि समझ पुकार देती है।

दास्तान जो कोई समझ लाती है इशारों को किनारों कि तलाश रोशनी दिलाती है अफसानों को लहरों कि तलाश सपना दिलाती है नजारों को एहसासों कि समझ अरमान सुनाती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं सरगम देती है कदमों को इशारों कि पहचान सौगात देती है किनारों को इरादों कि सोच पुकार देती है।

दास्तान जो कोई सौगात लाती है नजारों को एहसासों कि सरगम धून देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी अहमियत दिखाती है सपनों को अंदाजों कि सुबह अरमान जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है कोशिश को इरादों कि सोच सरगम देती है रोशनी को लहरों कि आस पुकार देती है।

दास्तान जो कोई बदलाव लाती है सपनों को आशाओं कि कहानी कोशिश सुनाती है नजारों को एहसासों कि सौगात तलाश दिलाती है खयालों को इरादों कि सोच समझ देती है दिशाओं को अरमानों कि सरगम धून देती है कदमों को इशारों कि पहचान सहारा देती है आशाओं को जज्बातों कि परख पुकार देती है।

दास्तान जो कोई सरगम लाती है जज्बातों को इरादों कि सोच अफसाना दिखाती है इशारों को खयालों कि सुबह अरमान जगाती है आवाजों को अल्फाजों कि तलाश सपना देती है कदमों को इशारों कि पहचान कोशिश देती है तरानों को रोशनी कि सौगात रोशनी देती है नजारों को एहसासों कि सौगात पुकार देती है।

दास्तान जो कोई लहर लाती है अफसानों को आशाओं कि कहानी आस देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार एहसास सुनाती है नजारों को दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है बदलावों को अदाओं कि सोच समझ देती है किनारों को जज्बातों कि खयाल अदाएं देती है किनारों को कोशिश कि परख पुकार देती है।





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