Wednesday 19 May 2021

कविता. ४०८५. दास्तान को किसी कोशिश कि।

                                                   दास्तान को किसी कोशिश कि।

दास्तान को किसी कोशिश कि धारा एहसास देती है तरानों को सपनों कि समझ आस देती है किनारों से जुडकर आशाएं अंदाज दे जाती है जज्बातों को इरादों कि सोच पहचान दिलाती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम पुकार सुनाती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं परख देती है राहों को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि आस अरमान देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पुकार देती है कदमों से जुडकर रोशनी किनारा दे जाती है नजारों को एहसासों कि सौगात तलाश दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख जज्बात सुनाती है किनारों को इरादों कि सोच समझ देती है आशाओं को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि पुकार जज्बात देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी एहसास देती है नजारों से जुडकर सुबह सोच दे जाती है लहरों को अल्फाजों कि समझ अदाएं दिलाती है किनारों को इरादों कि सोच सपना सुनाती है रोशनी को बदलावों कि धाराएं अरमान देती है अंदाजों को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि परख बदलाव देती है खयालों को इरादों कि सोच अहमियत देती है जज्बातों से जुडकर आस किनारा दे जाती है तरानों को बदलावों कि सौगात कोशिश दिलाती है नजारों को एहसासों कि समझ अदाएं सुनाती है इशारों को खयालों कि सुबह अल्फाज देती है कदमों को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि अदा पहचान देती है जज्बातों को आवाजों कि धून अल्फाज देती है दिशाओं से जुडकर रोशनी इशारा दे जाती है लहरों को अफसानों कि समझ अरमान दिलाती है जज्बातों को आवाजों कि धून पुकार सुनाती है आशाओं को अंदाजों कि सुबह आस देती है लहरों को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि समझ आस देती है कदमों को खयालों कि सुबह तलाश देती है तरानों से जुडकर आस एहसास दे जाती है इरादों को अल्फाजों कि सौगात परख दिलाती है कदमों को अरमानों कि सुबह पहचान सुनाती है सपनों को आवाजों कि धून नजारा देती है अफसानों को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि लहर किनारा देती है तरानों को सपनों कि कहानी परख देती है आवाजों से जुडकर राह नजारा दे जाती है जज्बातों को बदलावों कि धाराएं सौगात दिलाती है जज्बातों को इरादों कि सरगम परख सुनाती है नजारों को अंदाजों कि समझ सपना देती है किनारों को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि सुबह अरमान देती है नजारों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है दिशाओं से जुडकर रोशनी सपना दे जाती है कदमों को इरादों कि पहचान परख देती है आवाजों को अल्फाजों कि अहमियत पुकार सुनाती है तरानों को बदलावों कि कहानी कोशिश देती है अदाओं को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि सरगम पुकार देती है किनारों को इरादों कि सोच अरमान देती है जज्बातों से जुडकर खयाल लहर दे जाती है कोशिश को उम्मीदों कि सौगात तलाश देती है इशारों को तरानों कि सुबह अरमान सुनाती है उजालों को अदाओं कि तलाश पुकार देती है उम्मीदों को मुस्कान सहारा देती है।

दास्तान को किसी कोशिश कि आस परख देती है तरानों को सपनों कि सौगात इशारा देती है लहरों से जुडकर समझ तराना दे जाती है उमंग को अल्फाजों कि सरगम तलाश देती है किनारों को कोशिश कि परख बदलाव सुनाती है नजारों को एहसासों कि पहचान उमंग देती है अदाओं को मुस्कान सहारा देती है।

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