Thursday 5 August 2021

कविता. ४१६३. जिस सोच मे उलझे है।

                                                        जिस सोच मे उलझे है।

जिस सोच मे उलझे है हर पल एक मुस्कान उसे सुलझाती है आशाओं के सरगम पर एक एहसास का मोती लाती है हर लम्हा जो जुड जाये वह पुकार किनारा देती है कोशिश को उम्मीदों कि आस सहारा देती है दास्तानों कि कहानी हर पल मे एक इरादा देती है बदलावों कि धाराएं सरगम का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर मोड एक आस उसे सुलझाती है सांस के एहसास पर एक हलचल का इरादा लाती है हर सरगम जो समझ जाये वह पहचान सहारा देती है दास्तान को कदमों कि आहट अफसाना देती है दिशाओं कि धाराएं हर मोड मे एक बदलाव देती है लहरों कि तलाश सपनों का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर राह एक समझ उसे सुलझाती है कोशिश के बदलाव पर एक रोशनी का आवाज देती है हर लहर जो सरगम बन जाये वह मुस्कान परख देती है राहों को उजालों कि सुबह किनारा देती है रोशनी कि सौगात हर बदलाव मे एक आस देती है जज्बातों कि पुकार नजारों का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर पल एक आवाज उसे सुलझाती है किनारों के लहरों पर एक कोशिश का बदलाव देती है हर कदम जो परख बन जाये वह नजर उजाला देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ पहचान देती है खयालों कि सुबह हर अरमान मे एक पुकार देती है उजालों कि सरगम राहों का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर मोड एक सरगम उसे सुलझाती है दास्तानों के उम्मीदों पर एक उमंग का इरादा देती है हर अरमान जो आस बन जाये वह मुस्कान किनारा देती है खयालों को इरादों कि सौगात तलाश देती है बदलावों कि अदाएं हर एहसास मे एक कोशिश देती है जज्बातों कि सोच लहरों का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर राह एक दास्तान उसे सुलझाती है आवाजों के धून पर एक उम्मीद का सहारा देती है हर अदा जो अरमान बन जाये वह उमंग तराना देती है कदमों को इशारों कि सोच बदलाव देती है किनारों कि तलाश हर आवाज मे एक सपना देती है अफसानों कि परख आशाओं का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर परख एक मुस्कान उसे सुलझाती है तरानों के खयालों पर एक उमंग का सौगात देती है हर पुकार जो एहसास बन जाये वह समझ लहर देती है किनारों को आशाओं कि सरगम रोशनी देती है लहरों कि सुबह हर नजारों मे एक बदलाव देती है अदाओं कि कहानी आवाजों का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर सरगम एक उमंग उसे सुलझाती है अंदाजों के रोशनी पर एक दास्तान का अफसाना देती है हर परख जो बदलाव बन जाये वह कोशिश इरादा देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ किनारा देती है कदमों कि पहचान हर रोशनी मे एक सपना देती है राहों कि मुस्कान अदाओं का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर पल एक आवाज उसे सुलझाती है आशाओं के दिशाओं पर एक उमंग का तलाश देती है हर कोशिश जो जज्बात बन जाये वह पहचान सहारा देती है लहरों को  अफसानों कि परख बदलाव देती है अंदाजों कि समझ हर सरगम मे एक पुकार देती है दास्तानों कि लहर उम्मीदों का इशारा देती है।

जिस सोच मे उलझे है हर मोड एक पुकार उसे सुलझाती है मुस्कान के एहसासों पर एक नजर का अल्फाज देती है हर उमंग जो आस बन जाये वह परख उम्मीद देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पहचान देती है जज्बातों कि सरगम हर सौगात मे एक अरमान देती है दिशाओं कि धाराएं बदलावों का इशारा देती है।



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