Saturday 11 September 2021

कविता. ४१९७. उजालों को आशाओं कि आस।

                                                    उजालों को आशाओं कि आस।

उजालों को आशाओं कि आस एहसास देती है दिशाओं को अरमानों कि पुकार कोशिश देती है किनारों को अदाओं कि समझ इशारा देती है आशाओं को कदमों कि आहट अफसाना देती है दिशाओं को दास्तानों कि सुबह सपना देती है जज्बातों को इरादों कि सोच अहमियत देती है कोशिश कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस पहचान देती है अंदाजों को दास्तानों कि सोच अहमियत देती है कदमों को इशारों कि सोच सौगात देती है किनारों को खयालों कि सुबह एहसास देती है तरानों को एहसासों कि सौगात आवाज देती है लहरों को अफसानों कि परख पुकार देती है उजालों कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस तलाश देती है नजारों को जज्बातों कि मुस्कान अरमान देती है जज्बातों को अंदाजों कि पुकार सहारा देती है कदमों को इशारों कि सरगम आस देती है नजारों को अदाओं कि कहानी कोशिश देती है नजारों को आवाजों कि धून अफसाना देती है उम्मीदों कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस सौगात देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सुबह देती है अंदाजों को बदलावों कि सोच अहमियत देती है अरमानों को एहसासों कि समझ सहारा देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है तरानों को दिशाओं कि पहचान जज्बात देती है कोशिश कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस सोच देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है दिशाओं को अरमानों कि पहचान सहारा देती है अंदाजों को किनारों कि सुबह एहसास देती है उजालों को दिशाओं कि राह अरमान देती है कदमों को इरादों कि सौगात तलाश देती है अंदाजों कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस अरमान देती है दास्तानों को खयालों कि समझ सोच देती है नजारों को अंदाजों कि परख सुबह देती है कोशिश को उम्मीदों कि पहचान बदलाव देती है लहरों को अफसानों कि समझ अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है अल्फाजों कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस परख देती है दिशाओं को अरमानों कि सौगात इशारा देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं अहमियत देती है दास्तानों को अदाओं कि तलाश नजारा देती है जज्बातों को इरादों कि सोच पुकार देती है कदमों को अफसानों कि आवाज एहसास देती है कदमों कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस खयाल देती है कदमों को अंदाजों कि समझ कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि सोच सौगात देती है आशाओं को लहरों कि समझ तराना देती है अदाओं को आवाजों कि धून अल्फाज देती है नजारों को एहसासों कि समझ अल्फाज देती है किनारों कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस अदाएं देती है आवाजों को एहसासों कि सुबह दास्तान देती है अदाओं को आवाजों कि तलाश सपना देती है कदमों को इरादों कि सोच एहसास देती है नजारों को जज्बातों कि पुकार सहारा देती है रोशनी को दास्तानों कि सुबह अफसाना देती है इशारों कि सरगम देती है।

उजालों को आशाओं कि आस किनारा देती है लहरों को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है दिशाओं को अरमानों कि परख पहचान देती है जज्बातों को आवाजों कि धून अफसाना देती है अल्फाजों को इशारों कि सोच अहमियत देती है कोशिश को उम्मीदों कि पुकार राह देती है अंदाजों कि सरगम देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...