Saturday 18 September 2021

कविता. ४२०४. सपनों को आशाओं कि कहानी।

                                                सपनों को आशाओं कि कहानी।    

सपनों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है दास्तानों से जुडकर रोशनी कि सौगात तलाश देती है नजारों से आवाजों कि धून अफसाना देती है अंदाजों कि कहानी संग अफसानों कि परख देती है उजालों को दिशाओं कि पहचान इशारा देती है किनारों से जुडकर अदाओं कि पुकार सहारा देती है बदलावों से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी नजारा देती है राहों से मिलकर परख कि सरगम राह देती है उम्मीदों से बदलावों कि सुबह इशारा देती है इशारों कि सौगात संग कदमों कि आहट अफसाना देती है जज्बातों को इरादों कि सोच समझ देती है कोशिश से जुडकर लहरों कि सुबह अरमान देती है खयालों से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी पहचान देती है दिशाओं से जुडकर कोशिश कि आस किनारा देती है कदमों से अंदाजों कि समझ अदाएं देती है खयालों कि परख संग लहरों कि सरगम पहचान देती है उमंग को अल्फाजों कि आस दास्तान देती है राहों से जुडकर अरमानों कि परख बदलाव देती है आवाजों से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी इशारा देती है अल्फाजों से मिलकर पहचान कि सुबह कोशिश देती है दिशाओं से अदाओं कि तलाश तराना देती है लहरों कि सरगम संग जज्बातों कि सौगात परख देती है आवाजों को एहसासों कि पहचान रोशनी देती है कदमों से जुडकर खयालों कि सुबह आस देती है अल्फाजों से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी तराना देती है कदमों से जुडकर लहर कि सोच अहमियत देती है तरानों से अंदाजों कि आस पहचान देती है किनारों कि सोच संग आशाओं कि सुबह अरमान देती है अफसानों को खयालों कि समझ तलाश देती है बदलावों से जुडकर अदाओं कि पहचान राह देती है किनारों से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी लहर देती है बदलावों से मिलकर आस कि समझ इशारा देती है दास्तानों से लहरों कि सोच किनारा देती है दिशाओं कि सुबह संग अंदाजों कि आस तराना देती है बदलावों को उम्मीदों कि परख इशारा देती है आवाजों से जुडकर लहरों कि सरगम खयाल देती है लहरों से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी दास्तान देती है तरानों से जुडकर रोशनी कि सुबह अरमान देती है कदमों से आवाजों कि धून एहसास देती है दास्तानों कि अदाओं संग जज्बातों कि समझ आस देती है किनारों को अल्फाजों कि सुबह तराना देती है किनारों से जुडकर एहसासों कि सोच समझ देती है नजारों से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी समझ देती है दास्तानों से मिलकर दिशाओं कि धाराएं पहचान देती है रोशनी से लहरों कि सोच अरमान देती है कोशिश कि तरानों संग मुस्कान कि दिशाएं सौगात देती है कदमों को अरमानों कि तलाश सहारा देती है आवाजों से जुडकर अंदाजों कि आस बदलाव देती है अदाओं से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी लहर देती है दिशाओं से जुडकर आवाजों कि कोशिश समझ देती है उजालों से उम्मीदों कि निशानी एहसास देती है इशारों कि सुबह संग कदमों कि आहट अफसाना देती है बदलावों को इशारों कि सुबह सहारा देती है आशाओं से जुडकर राहों कि मुस्कान तराना देती है कदमों से पुकार देती है।

सपनों को आशाओं कि कहानी किनारा देती है उजालों से मिलकर आस कि पहचान परख देती है कदमों से आवाजों कि धून अफसाना देती है लहरों कि खयालों कि समझ संग नजारों कि सोच अरमान देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है अंदाजों से जुडकर रोशनी कि समझ परख देती है किनारों से पुकार देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...