Thursday 9 September 2021

कविता. ४१९५. रोशनी से जुडकर आस।

                                                       रोशनी से जुडकर आस।

रोशनी से जुडकर आस अरमान देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ एहसास देती है कदमों को उजालों कि सुबह पहचान देती है दिशाओं को नजारों कि सौगात पुकार देती है कोशिश को आशाओं कि सरगम आवाज देती है किनारों को इरादों कि समझ तलाश देती है राहों को मुस्कान कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस अफसाना देती है दिशाओं को दास्तानों कि सोच पहचान देती है बदलावों को इशारों कि उम्मीद तलाश देती है राहों को अंदाजों कि परख बदलाव देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह उमंग देती है आशाओं को सोच कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस खयाल देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है जज्बातों को आवाजों कि धून एहसास देती है कदमों को इशारों कि सुबह अहमियत देती है तरानों को सपनों कि कहानी कोशिश देती है राहों को उम्मीदों कि सरगम परख देती है अंदाजों को बदलावों कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस नजारा देती है दास्तानों को खयालों कि सौगात इशारा देती है अदाओं को नजारों कि उमंग खयाल देती है अदाओं को अंदाजों कि समझ सरगम देती है उम्मीदों को आशाओं कि सरगम परख देती है आवाजों को अल्फाजों कि सोच अरमान देती है दिशाओं को लहरों कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस तलाश देती है नजारों को एहसासों कि परख बदलाव देती है दास्तानों को खयालों कि समझ अदाएं देती है किनारों को आवाजों कि तलाश सपना देती है जज्बातों को राहों कि मुस्कान अरमान देती है इशारों को तरानों कि राह अफसाना देती है नजारों को जज्बातों कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस कोशिश देती है कदमों को इशारों कि सोच सपना देती है नजारों को उम्मीदों कि परख जज्बात देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ अरमान देती है कदमों को इशारों कि सुबह अफसाना देती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं सौगात देती है किनारों को इरादों कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस सपना देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सुबह देती है लहरों को अफसानों कि सरगम परख देती है कदमों को उम्मीदों कि सोच एहसास देती है जज्बातों को इरादों कि पहचान खयाल देती है लहरों को उजालों कि राह इशारा देती है दास्तानों को खयालों कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस परख देती है किनारों को इरादों कि सरगम अरमान देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है तरानों को एहसासों कि सौगात तलाश देती है कदमों को आशाओं कि कहानी सोच देती है अदाओं को नजारों कि तलाश इरादा देती है राहों को मुस्कान कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस सहारा देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह उमंग देती है किनारों को जज्बातों कि सरगम कोशिश देती है इशारों को तरानों कि पहचान सपना देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ अहमियत देती है इरादों को अल्फाजों कि पुकार देती है।

रोशनी से जुडकर आस नजारा देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अरमान देती है जज्बातों को इरादों कि सोच अफसाना देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात तलाश देती है किनारों को आशाओं कि कहानी सरगम देती है राहों को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है कदमों को अदाओं कि पुकार देती है।

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