Friday 17 September 2021

कविता. ४२०३. रोशनी को आशाओं कि महफिल।

                                                  रोशनी को आशाओं कि महफिल।

रोशनी को आशाओं कि महफिल इशारा देती है तरानों को बदलावों कि सुबह किनारा देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सौगात देती है उजालों को इरादों कि सोच अहमियत देती है राहों को मुस्कान कि कहानी तराना देती है लहरों को अफसानों कि परख पहचान देती है उम्मीदों को आशाओं कि सरगम देती है।

रोशनी को आशाओं कि महफिल कोशिश देती है किनारों को इरादों कि सोच अरमान देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ किनारा देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है अदाओं को आवाजों कि धून एहसास देती है नजारों को एहसासों कि सौगात खयाल देती है दिशाओं को अरमानों कि सरगम देती है।

रोशनी को आशाओं कि महफिल आस देती है नजारों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है अदाओं को राहों कि कहानी सहारा देती है आवाजों को अल्फाजों कि धून अफसाना देती है अंदाजों कि आहट दास्तान देती है अदाओं को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है राहों को उजालों कि सरगम देती है।

रोशनी को आशाओं कि महफिल आवाज देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह आस देती है अंदाजों को सपनों कि कोशिश परख देती है कदमों को इशारों कि पहचान अदाएं देती है लहरों कि सुबह पुकार देती है अफसानों को तरानों कि सुबह अहमियत देती है अल्फाजों को इशारों कि सरगम देती है।

रोशनी को आशाओं कि महफिल सहारा देती है कदमों को लहरों कि सोच अल्फाज देती है कोशिश को उम्मीदों कि पुकार समझ देती है दिशाओं को अरमानों कि सौगात लहर देती है किनारों कि समझ अल्फाज देती है दिशाओं को दास्तानों कि सोच एहसास देती है अंदाजों को बदलावों कि सरगम देती है।

‌रोशनी को आशाओं कि महफिल तलाश देती है दिशाओं को दास्तानों कि सौगात सहारा देती है उमंग को कदमों कि आहट अफसाना देती है इरादों को एहसासों कि परख बदलाव देती है कोशिश कि आस पुकार देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून बदलाव देती है नजारों को सपनों कि सरगम देती है।

रोशनी को आशाओं कि महफिल कोशिश देती है कदमों को नजारों कि तलाश बदलाव देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं सौगात देती है उजालों को दिशाओं कि सोच अहमियत देती है परख कि पहचान कोशिश देती है अरमानों को एहसासों कि सुबह नजारा देती है दास्तानों को अदाओं कि सरगम देती है।

रोशनी को आशाओं कि महफिल इरादा देती है तरानों को एहसासों कि सुबह किनारा देती है उजालों को दिशाओं कि सोच पहचान देती है बदलावों को कदमों कि आहट अफसाना देती है राहों कि मुस्कान अल्फाज देती है इशारों को खयालों कि सोच अरमान देती है जज्बातों को आवाजों कि सरगम देती है।

रोशनी को आशाओं कि महफिल सपना देती है आवाजों को नजारों कि तलाश अरमान देती है दास्तानों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है अंदाजों को अदाओं कि कहानी आस देती है तरानों कि सुबह अरमान देती है नजारों को सपनों कि समझ पुकार देती है कदमों संग अदाओं को इशारों कि सरगम देती है।

रोशनी को आशाओं कि महफिल नजारा देती है अदाओं को उजालों कि सोच अहमियत देती है दिशाओं को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है नजारों को एहसासों कि सौगात समझ देती है आवाजों कि धून अफसाना देती है कदमों को इरादों कि सोच पहचान देती है आशाओं को सपनों कि सरगम देती है।


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