Friday 17 December 2021

कविता. ४२९४. रोशनी को सपनों कि सरगम।

                                                           रोशनी को सपनों कि सरगम।

रोशनी को सपनों कि सरगम पुकार देती है कदमों को इशारों कि पहचान कोशिश सुनाती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं आवाज दिलाती है लम्हों को एहसासों कि समझ किनारा दिलाती है आशाओं को अंदाजों कि आस राह सुनाती है नजारों को दास्तानों कि अदाएं पुकार सुनाती है तरानों कि राह मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम परख देती है किनारों को दास्तानों कि सोच समझ सुनाती है उम्मीदों को आवाजों कि धून अफसाना दिलाती है बदलावों को अल्फाजों कि राह अरमान दिलाती है लहरों को उमंग कि कहानी कोशिश सुनाती है तरानों को सपनों कि समझ आस सुनाती है नजारों कि तलाश मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम कोशिश देती है बदलावों को खयालों कि सुबह एहसास सुनाती है तरानों को अंदाजों कि लहर पुकार दिलाती है अदाओं को नजारों कि तलाश आस दिलाती है दास्तानों को एहसासों कि समझ सोच सुनाती है आवाजों को इरादों कि सोच परख सुनाती है दिशाओं कि धाराएं मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम सौगात देती है जज्बातों को तरानों कि लहर किनारा सुनाती है अदाओं को नजारों कि तलाश सहारा दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि सोच इरादा दिलाती है खयालों को इरादों कि सरगम पहचान सुनाती है अंदाजों को बदलावों कि रोशनी पुकार सुनाती है अंदाजों कि आस मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम तलाश देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह एहसास सुनाती है जज्बातों को इरादों कि समझ एहसास दिलाती है आशाओं को कदमों कि आहट सुबह दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि परख बदलाव सुनाती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं खयाल सुनाती है कोशिश कि राह मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम किनारा देती है राहों को उम्मीदों कि सौगात इशारा सुनाती है दास्तानों को उम्मीदों कि परख अहमियत दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि सोच तराना सुनाती है जज्बातों को इरादों कि समझ पुकार सुनाती है लम्हों कि सोच मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम तराना देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ आस सुनाती है अंदाजों को बदलावों कि कहानी कोशिश दिलाती है कदमों को इशारों कि पहचान सहारा दिलाती है उजालों को इरादों कि सोच दास्तान सुनाती है किनारों को खयालों कि कोशिश अल्फाज सुनाती है अरमानों कि तलाश मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम दास्तान देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव सुनाती है जज्बातों को इरादों कि समझ अदाएं दिलाती है आवाजों को अल्फाजों कि सुबह इशारा दिलाती है राहों को उम्मीदों कि परख कोशिश सुनाती है तरानों को अल्फाजों कि सौगात तलाश सुनाती है आवाजों कि धून मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम परख देती है दिशाओं को दास्तानों कि सोच समझ सुनाती है नजारों को एहसासों कि सौगात तलाश दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि रोशनी अफसाना दिलाती है लहरों को आशाओं कि कहानी आस सुनाती है इशारों को बदलावों कि समझ अदाएं सुनाती है अंदाजों कि समझ मुस्कान दिलाती है।

रोशनी को सपनों कि सरगम पुकार देती है राहों को आवाजों कि कहानी कोशिश सुनाती है रोशनी को लहरों कि सोच अफसाना दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सौगात तलाश दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि परख किनारा सुनाती है उजालों को दिशाओं कि धाराएं पहचान सुनाती है उजालों कि सुबह मुस्कान दिलाती है।


No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...