Tuesday 7 December 2021

कविता. ४२८४. रोशनी को सपनों कि समझ।

                                                       रोशनी को सपनों कि समझ।

रोशनी को सपनों कि समझ अरमान जगाती है आवाजों को धून संग अल्फाजों कि सोच एहसास दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख तलाश देती है कदमों को इशारों कि सौगात तलाश देती है किनारों से जुडकर उम्मीदों कि पुकार खयाल देती है लम्हों को एहसासों कि सुबह आस देती है राहों को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ आस जगाती है जज्बातों को सुबह संग एहसासों कि सौगात इशारा दिलाती है लम्हों को उम्मीदों कि पहचान सौगात देती है किनारों को आवाजों कि धून अल्फाज देती है कदमों से मिलकर आशाओं कि कहानी सरगम देती है लहरों को अफसानों कि परख नजारा देती है खयालों को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ कोशिश जगाती है दास्तानों को राह संग इशारों कि सरगम परख दिलाती है नजारों को एहसासों कि सुबह आस देती है अंदाजों को बदलावों कि कहानी कोशिश देती है तरानों से परखकर सौगात कि तलाश पहचान देती है उजालों को दिशाओं कि तलाश सपना देती है कदमों को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ आवाज जगाती है दिशाओं को लहर संग आशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है दास्तानों को खयालों कि समझ अदाएं देती है कदमों को अरमानों कि पुकार इशारा देती है लहरों से मिलकर आवाजों कि धून इरादा देती है तरानों को बदलावों कि पहचान कोशिश देती है नजारों को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ सरगम जगाती हैै अदाओं को बदलाव संग आवाजों कि सुबह परख दिलाती है जज्बातों को तरानों कि राह आस देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी जज्बात देती है अफसानों से जुडकर अंदाजों कि समझ सौगात देती है कदमों को इरादों कि सोच किनारा देती है खयालों को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ सौगात जगाती है आशाओं को दिशा संग अफसानों कि राह अरमान दिलाती है लहरों को उजालों कि सरगम पुकार देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ तलाश देती है नजारों से परखकर अदाओं कि कहानी कोशिश देती है बदलावों को इशारों कि सौगात राह देती है कदमों को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ इशारा जगाती है उम्मीदों को सोच संग उजालों कि सुबह तराना दिलाती है कदमों को अरमानों कि तलाश नजारा देती है बदलावों को अदाओं कि राह अल्फाज देती है तरानों से मिलकर खयालों कि समझ आस देती है अल्फाजों को लम्हों कि समझ सोच देती है अदाओं को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ सोच जगाती है उजालों को सरगम संग जज्बातों कि सरगम पुकार दिलाती है लहरों को अफसानों कि परख किनारा देती है लहरों को उजालों कि सौगात तलाश देती है बदलावों से जुडकर उजालों कि सोच सहारा देती है अंदाजों को बदलावों कि आस तराना देती है किनारों को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ दास्तान जगाती है अंदाजों को सोच संग आशाओं कि सुबह आस दिलाती है लम्हों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है आवाजों को सपनों कि लहर अफसाना देती है अदाओं से परखकर राहों कि मुस्कान तराना देती है कदमों को इरादों कि समझ सोच देती है इशारों को उमंग देती है।

रोशनी को सपनों कि समझ परख जगाती है अदाओं को पहचान संग आवाजों कि धून एहसास दिलाती है जज्बातों को इरादों कि राह अफसाना देती है दिशाओं को दास्तानों कि सोच सौगात देती है किनारों से मिलकर अफसानों कि परख पहचान देती है खयालों को तरानों कि सरगम पुकार देती है दास्तानों को उमंग देती है।

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