Thursday 9 December 2021

कविता. ४२८६. सरगम को इरादों कि सोच।

                                                     सरगम को इरादों कि सोच।

सरगम को इरादों कि सोच कोशिश देती है लम्हों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है किनारों को आवाजों कि धून अफसाना देती है तरानों से मिलकर परख सहारा देती है कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है कोशिश को इशारों कि सोच सौगात देती है अदाओं को उजालों कि सुबह अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच सौगात देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह आस देती है नजारों को एहसासों कि सोच मुस्कान देती है लहरों से जुडकर पुकार रोशनी देती है आशाओं को अंदाजों कि कोशिश राह देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून एहसास देती है बदलावों को इशारों कि मुस्कान अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच एहसास देती है आवाजों को दास्तानों कि सौगात तलाश देती है दिशाओं को तरानों कि राह अरमान देती है अंदाजों से परखकर आस खयाल देती है नजारों को कदमों कि आहट सौगात देती है जज्बातों को किनारों कि तलाश अरमान देती है लम्हों को एहसासों कि समझ अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच अरमान देती है तरानों को किनारों कि आस पहचान देती है कदमों को अरमानों कि तलाश अहमियत देती है लहरों से मिलकर सोच बदलाव देती है उजालों को खयालों कि सौगात इशारा देती है नजारों को एहसासों कि समझ खयाल देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच अफसाना देती है नजारों को अदाओं कि तलाश सपना देती है किनारों को अंदाजों कि आस पुकार देती है उजालों से जुडकर आस कोशिश देती है दास्तानों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है कदमों को अरमानों कि रोशनी इरादा देती है रोशनी को लहरों कि तलाश अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच रोशनी देती है अल्फाजों को खयालों कि सौगात इशारा देती है कदमों को अफसानों कि तलाश सपना देती है अंदाजों से परखकर उमंग दास्तान देती है किनारों को इरादों कि सोच सरगम देती है नजारों को जज्बातों कि सुबह मुस्कान देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच समझ देती है कदमों को इशारों कि पहचान आवाज देती है दिशाओं को दास्तानों कि सौगात तराना देती है किनारों से मिलकर उम्मीद तराना देती है लम्हों को एहसासों कि सुबह अरमान देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ परख देती है इशारों को खयालों कि सोच अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच सुबह देती है आशाओं को अंदाजों कि आस पुकार देती है उजालों को खयालों कि समझ अदाएं देती है आवाजों से परखकर उमंग नजारा देती है आवाजों को लहरों कि सौगात मुस्कान देती है राहों को उम्मीदों कि पुकार किनारा देती है लम्हों को उम्मीदों कि सरगम अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच नजारा देती है दास्तानों को खयालों कि धून एहसास देती है जज्बातों को इशारों कि सुबह आस देती है आशाओं से जुडकर रोशनी अफसाना देती है तरानों को बदलावों कि लहर किनारा देती है लम्हों को उजालों कि सुबह आस देती है अंदाजों को सपनों कि समझ अल्फाज दिलाती है।

सरगम को इरादों कि सोच सौगात देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह आस देती है दास्तानों को खयालों कि समझ अदाएं देती है एहसासों से मिलकर आस लहर देती है कदमों को अफसानों कि सोच कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है आवाजों को उजालों कि सुबह अल्फाज दिलाती है।

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