Thursday, 5 June 2025

कविता. ५५२९. अरमानों की तलाश अक्सर।

                         अरमानों की तलाश अक्सर।

अरमानों की तलाश अक्सर लहरों की पुकार देकर जाती है अदाओं की धून संग दास्तानों की समझ अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर सपनों की उमंग देकर जाती है उजालों की सुबह संग दिशाओं की महफिल अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर अदाओं की कोशिश देकर जाती है अल्फाजों की सोच संग अंदाजों की आहट अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर राहों की पहचान देकर जाती है जज्बातों की समझ संग आशाओं की परख अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर बदलावों की रोशनी देकर जाती है किनारों की मुस्कान संग आवाजों की धून अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर अंदाजों की उम्मीद देकर जाती है खयालों की सरगम संग उजालों की पहचान अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर नजारों की आस देकर जाती है इशारों की आहट संग राहों की कोशिश अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर लम्हों की सोच देकर जाती है उम्मीदों की सौगात संग कदमों की आस अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर किनारों की सुबह देकर जाती है बदलावों की सोच संग एहसासों की राह अफसाना सुनाती है।

अरमानों की तलाश अक्सर खयालों की समझ देकर जाती है इरादों की उमंग संग नजारों की पुकार अफसाना सुनाती है।



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