Monday, 8 July 2019

कविता. २९८१. हर नजारे को तलाश कि सरगम।

                                                   हर नजारे को तलाश कि सरगम।
हर नजारे को तलाश कि सरगम इशारे देती है किसी दिशा को तलाश कि कोशिश सहारे देती है आशाओं को कदमों कि पहचान इशारे देती है अरमानों को तलाश देती है तराने को आवाजों कि समझ इरादे देती है दास्तानों को एहसासों कि परख देती है सपनों को तलाश कि सरगम पुकार देती है अफसानों को खयालों कि पहचान इशारे देती है अदाओं को कोशिश कि सुबह देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम परख देती है किसी कदम को आवाजों कि धून पुकार देती है अदाओं को तलाश कि अहमियत राह देती है कोशिश को आवाजों कि समझ देती है उजालों को एहसासों कि परख किनारे देती है किनारों को लहरों कि समझ इरादे देती है उम्मीदों को खयालों कि पहचान देती है कोशिश को तलाश कि राह बदलाव देती है उजालों को तराने कि समझ देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम किनारे देती है किसी तराने को अदाओं कि समझ इरादे देती है उजालों को रोशनी कि उम्मीद बदलाव देती है उम्मीदों को तरानों कि उम्मीद देती है अदाओं को कोशिश कि सुबह नजारे देती है कदमों को तलाश कि पहचान अल्फाज देती है दास्तानों को कोशिश कि सुबह देती है उजालों को उम्मीद कि सुबह इरादे देती है अदाओं को आवाजों कि धून देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम खयाल देती है किसी दास्तान को आवाजों कि धून पुकार देती है किनारों को तलाश कि पहचान अल्फाज देती है उजालों को अरमानों कि समझ सुबह देती है अफसानों को खयालों कि समझ सहारे देती है कदमों को आवाजों कि धून पुकार देती है अफसानों को दिशाओं कि पहचान परख देती है अदाओं को कोशिश कि सुबह को आशाओं कि तलाश देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम इरादे देती है किसी आवाज को तरानों कि उम्मीद उजाले देती है अदाओं को कोशिश कि सुबह इशारे देती है किनारों को जज्बातों कि परख बदलाव देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून पुकार देती है उजालों को कोशिश कि सुबह देती है तरानों को दिशाओं कि सोच परख देती है बदलावों को आवाजों कि पहचान अफसानों कि उमंग देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम अल्फाज देती है किसी कदम को आशाओं कि राह उम्मीद देती है दास्तानों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को आहट तरानों कि उम्मीद उजाले देती है कदमों को आशाओं कि राह उम्मीद देती है दिशाओं को अंदाजों को कोशिश कि समझ इरादे देती है अफसानों को खयालों कि अहमियत जज्बातों कि पहचान देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम तराने देती है किसी दास्तान को आवाजों कि धून बदलाव देती है अफसानों को खयालों कि समझ इरादे देती है आशाओं कि पहचान को कोशिश कदमों कि समझ आहट देती है परख को अरमानों कि सुबह उजाले देती है अल्फाजों को तलाश कि कोशिश किनारे देती है बदलावों को आवाजों कि पहचान दास्तानों कि अहमियत देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम इरादे देती है किसी आवाज को तरानों कि पुकार कोशिश देती है कदमों को आशाओं कि परख बदलाव देती है अफसानों को कदमों को अंदाजों कि पहचान अल्फाज देती है दिशाओं को दास्तानों कि पहचान अल्फाज देती है किनारों को आवाजों कि पुकार तराने देती है अफसानों को खयालों कि अहमियत जज्बातों कि तलाश देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम दास्ताने देती है किसी तराने को कोशिश कि पहचान इशारे देती है अदाओं को कदमों कि तलाश अफसाने देती है अदाओं कि समझ को तलाश कि कोशिश तराने देती है अल्फाजों को कदमों कि तराने अरमाने देती है राहों को किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को कोशिश कि तलाश को आवाजों कि धून के अल्फाजों कि उमंग देती है।
हर नजारे को तलाश कि सरगम खयाल देती है किसी आवाज को तलाश कि कोशिश तराने देती है अल्फाजों को आशाओं कि राह उम्मीद देती है अफसानों को आवाजों कि पुकार धून देती है दास्तानों को अरमानों के तराने बदलाव देती है अदाओं को दिशाओं कि तलाश अफसाने देती है कदमों को आशाओं कि परख बदलावों कि कोशिश एहसासों कि आवाज देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४६९. किनारों की कोशिश अक्सर।

                         किनारों की कोशिश अक्सर।  किनारों की कोशिश अक्सर आवाज सुनाती है अरमानों से सपनों की लहर अल्फाज सुनाती है तरानों की अ...