Monday, 29 July 2019

कविता. ३०२४. हर खयाल को राहों कि पहचान।

                                                                   हर खयाल को राहों कि पहचान।
हर खयाल को राहों कि पहचान अल्फाज देती है किनारों कि सुबह उजालों कि आहट को रोशनी देती है दास्तानों को लम्हों कि ख्वाईश पुकार देती है राहों को जज्बातों कि समझ तलाश देती है कदमों को अरमानों कि सोच बदलाव देती है किनारों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच किनारे देती है कोशिश को अफसानों कि आवाज उमंग देती है।
हर खयाल को राहों कि पहचान दिशाएं देती है दास्तानों कि कहानी उम्मीदों कि सोच को सहारे देती है आशाओं को कोशिश कि परख सपने देती है अदाओं को दिशाओं के  तराने राहे देती है कदमों को अरमानों कि सोच सहारे देती है अल्फाजों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है अदाओं को अफसानों कि समझ उमंग देती है दास्तान को अंदाजों कि आवाज उमंग देती है।
हर खयाल को राहों कि पहचान अदाएं देती है आशाओं कि तलाश इशारों कि सरगम को धून देती है अल्फाजों को जज्बातों कि समझ उमंग देती है खयालों को नजारों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है अदाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है उजाले को अदाओं कि आवाज उमंग देती है।
हर खयाल को राहों कि पहचान बदलाव देती है राहों कि समझ कदमों कि तलाश को तराने देती है किनारों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है अदाओं को जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है समझ को एहसासों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि परख उजाले देती है कदमों को अरमानों कि आवाज उमंग देती है।छ
हर खयाल को राहों कि पहचान आस देती है दास्तानों कि कहानी उम्मीदों कि सोच को कोशिश देती है तरानों को अरमानों कि सोच पहचान देती है किनारों को कदमों कि आहट इशारे देती है राहों को अफसानों कि समझ उमंग देती है किनारों को लहरों कि तलाश नजारे देती है कदमों को जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है अदाओं को आशाओं कि आवाज उमंग देती है।
हर खयाल को राहों कि पहचान अल्फाज देती है किनारों कि सुबह इशारों कि सौगात देती है राहों को अफसानों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है समझ को एहसासों कि कोशिश अदाएं देती है राहों को अफसानों कि लहर सपने देती है अरमानों को अंदाजों कि तलाश किनारे देती है कदमों को दिशाओं कि आवाज उमंग देती है।
हर खयाल को राहों कि पहचान बदलाव देती है कदमों कि तलाश दास्तानों कि कहानी देती है जज्बातों को अंदाजों कि समझ उम्मीद देती है तरानों को अरमानों कि पुकार सपने देती है आशाओं को कोशिश कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है किनारों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है तरानों को जज्बातों कि आवाज उमंग देती है।
हर खयाल को राहों कि पहचान लहर देती है नजारों कि समझ बदलाव कि धाराएं देती है कोशिश को दिशाओं कि सोच अफसाने देती है दास्तानों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है तरानों को अरमानों कि सरगम खयाल देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच पहचान देती है कोशिश को दिशाओं कि परख उजाले देती है कदमों को अंदाजों कि आवाज उमंग देती है।
हर खयाल को राहों कि पहचान किनारे देती है दास्तानों कि समझ उजाले कि रोशनी देती है तरानों को अरमानों कि समझ सपने देती है किनारों को लहरों कि परख उम्मीदे देती है राहों को अफसानों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है कदमों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है किनारों को एहसासों कि आवाज उमंग देती है।
हर खयाल को राहों कि पहचान बदलाव देती है दिशाओं कि तलाश तराने कि राह देती है अदाओं को किनारों कि पुकार अरमान देती है अदाओं को दिशाओं कि तलाश तराने देती है कोशिश को जज्बातों कि सोच सहारे देती है कदमों को जज्बातों कि सोच बदलाव देती है किनारों को अंदाजों कि उम्मीद तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि आवाज उमंग देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४६९. किनारों की कोशिश अक्सर।

                         किनारों की कोशिश अक्सर।  किनारों की कोशिश अक्सर आवाज सुनाती है अरमानों से सपनों की लहर अल्फाज सुनाती है तरानों की अ...