Friday, 19 July 2019

कविता. ३००४. हर सुबह कि हवाओं संग।

                                                                    हर सुबह कि हवाओं संग।
हर सुबह कि हवाओं संग एहसासों कि रोशनी मिलती है कदमों को जज्बातों कि आहट अफसाने देती है दास्तानों कि नयी शुरुआत देती है मौसम को नजारों कि तलाश पहचान देती है किनारों को लहरों कि पुकार परख देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है दास्तानों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है आशाओं को कोशिश कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग दास्तानों कि तलाश मिलती है किनारों को अंदाजों कि कोशिश एहसास देती है कोशिश कि नयी सरगम देती है आवाजों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है अदाओं को जज्बातों कि सौगात पुकार देती है कदमों को अरमानों कि सोच सहारे देती है किनारों को जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है अल्फाजों को जज्बातों कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग आशाओं कि समझ मिलती है दास्तानों को अदाओं कि तलाश पहचान देती है अल्फाजों कि नयी पुकार देती है कदमों को अरमानों कि सोच सहारे देती है किनारों को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है अदाओं को जज्बातों कि तलाश तराने देती है आशाओं को कोशिश कि परख उमंग देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग अदाओं कि तलाश मिलती है अल्फाजों को अरमानों कि सोच सहारे देती है आशाओं कि नयी पहचान देती है अल्फाजों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं को कदमों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है अल्फाजों को जज्बातों कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग दिशाओं कि परख मिलती है किनारों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है दास्तानों कि नयी पुकार देती है आवाजों को जज्बातों कि तलाश तराने देती है कदमों को जज्बातों कि सोच पहचान देती है किनारों को लहरों कि परख उजाले देती है अल्फाजों को अरमानों कि समझ उमंग देती है उजालों को नजारों कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग राहों कि समझ मिलती है अल्फाजों को अरमानों कि सोच बदलाव देती है तरानों कि नयी आवाज देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है अदाओं को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है अफसानों कि आवाज कि धून किनारे देती है अल्फाजों को अरमानों कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग कदमों कि आहट मिलती है कोशिश को अंदाजों कि परख उजाले देती है अल्फाजों कि नयी पुकार देती है किनारों को आशाओं कि समझ उमंग देती है बदलावों को दिशाओं कि तलाश तराने देती है अदाओं को अरमानों कि सोच बदलाव देती है दास्तानों कि समझ कि पहचान बदलाव देती है अदाओं को जज्बातों कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग किनारों कि लहर मिलती है दास्तान को जज्बातों कि सोच बदलाव देती है दिशाओं कि नयी आवाज देती है कदमों को अरमानों कि सोच सहारे देती है अल्फाजों को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है दास्तानों को मौसम कि पुकार सहारे देती है अल्फाजों कि तराने कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को कोशिश कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग दास्तानों कि परख मिलती है किनारों को अंदाजों कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों कि नयी पहचान देती है दिशाओं को आशाओं कि परख उजाले देती है कदमों को जज्बातों कि सोच पहचान देती है अल्फाजों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच पहचान देती है कदमों को अरमानों कि तलाश पुकार देती है।
हर सुबह कि हवाओं संग दिशाओं कि समझ मिलती है कोशिश को अफसानों कि सरगम धून देती है अदाओं कि नयी कोशिश देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ उम्मीद देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट अफसाने देती है किनारों को जज्बातों कि सोच बदलाव देती है दिशाओं को अल्फाजों कि समझ बदलाव देती है अदाओं को अंदाजों कि तलाश पुकार देती है।

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