Sunday 20 June 2021

कविता. ४११७. लहरों से जुडकर।

                                                         लहरों से जुडकर। 

लहरों से जुडकर आस सपना देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह अल्फाज देती है कदमों को इशारों कि सोच बदलाव देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश सहारा देती है लहरों को अफसानों कि परख धाराएं देती है तरानों को बदलावों कि सुबह कोशिश देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर रोशनी नजारा देती है कदमों को अफसानों कि परख बदलाव देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि सुबह सौगात देती है आवाजों को अदाओं कि तलाश सपना देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं सरगम देती है इशारों को खयालों कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर आवाज धून देती है रोशनी को जज्बातों कि तलाश सपना देती है दास्तानों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है कोशिश को उम्मीदों कि परख बदलाव देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं सरगम देती है इरादों को अल्फाजों कि पुकार अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर सरगम पुकार देती है किनारों को इरादों कि सोच पहचान देती है कोशिश को उम्मीदों कि सुबह अरमान देती है राहों को आवाजों कि तलाश सपना देती है नजारों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है दास्तानों को खयालों कि परख बदलाव देती है उमंग को आशाओं कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर परख तलाश देती है बदलावों को इशारों कि पहचान सौगात देती है तरानों को सपनों कि सरगम एहसास देती है लहरों को अफसानों कि सोच उमंग देती है आवाजों को दास्तानों कि सोच अल्फाज देती है किनारों को इरादों कि सौगात सरगम देती है तरानों को बदलावों कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर सुबह अफसाना देती है तरानों को सपनों कि समझ अदाएं देती है जज्बातों को राहों कि तलाश नजारा देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी तराना देती है दिशाओं को अरमानों कि सरगम पुकार देती है कोशिश को दास्तानों कि सुबह आस देती है नजारों को अंदाजों कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर रोशनी आस देती है अरमानों को एहसासों कि सौगात इशारा देती है अदाओं को नजारों कि राह अरमान देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है किनारों को इरादों कि सोच पहचान देती है इशारों को खयालों कि तलाश कोशिश देती है आवाजों को उजालों कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर सौगात इशारा देती है कदमों को अंदाजों कि आस पहचान देती है दिशाओं को दास्तानों कि अदाएं पुकार देती है कदमों को अरमानों कि सुबह आवाज देती है अदाओं को उजालों कि सरगम तलाश देती है आवाजों को अदाओं कि सुबह आस देती है जज्बातों को तरानों कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर सुबह अफसाना देती है किनारों को इशारों कि सोच अरमान देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है जज्बातों को आवाजों कि धून एहसास देती है इशारों को खयालों कि समझ अदाएं देती है राहों को मुस्कान कि सरगम परख देती है आशाओं को राहों कि समझ अहमियत देती है।

लहरों से जुडकर कोशिश अदाएं देती है आशाओं को अदाओं कि तलाश आस देती है नजारों को एहसासों कि सुबह अरमान देती है दिशाओं को अरमानों कि परख उमंग देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात इशारा देती है उमंग को कदमों कि आहट अफसाना देती है जज्बातों को तरानों कि समझ अहमियत देती है।

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