Saturday 5 June 2021

कविता. ४१०२. उमंग को अल्फाजों कि समझ।

                                                     उमंग को अल्फाजों कि समझ।

उमंग को अल्फाजों कि समझ खयाल देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार पहचान देती है नजारों को एहसासों कि सौगात तराना देती है उम्मीदों को आशाओं कि कहानी सहारा देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है इशारों को तरानों कि तलाश सुबह देती है कदमों कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है आवाजों को दास्तानों कि सुबह अरमान देती है जज्बातों को इरादों कि सोच अरमान देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है कदमों को अरमानों कि सुबह अदाएं देती है दास्तानों को एहसासों कि सौगात सरगम देती है लहरों कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ सरगम देती है कदमों को इशारों कि दास्तान नजारा देती है किनारों को आशाओं कि कहानी कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं सहारा देती है दिशाओं को अंदाजो कि सुबह अरमान देती है राहों कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ परख देती है तरानों को बदलावों कि कहानी कोशिश देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सपना देती है जज्बातों को इरादों कि सोच अहमियत देती है आवाजों को एहसासों कि रोशनी इशारा देती है उम्मीदों को आशाओं कि पहचान इरादा देती है किनारों कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ सौगात देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सपना देती है उजालों को खयालों कि सरगम पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि सौगात तराना देती है दास्तानों कि कहानी कोशिश देती है राहों को मुस्कान कि दिशाएं पुकार देती है रोशनी कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ अरमान देती है अंदाजों को आशाओं कि सोच सहारा देती है तरानों को सपनों कि पहचान कोशिश देती है कदमों को इशारों कि तलाश खयाल देती है अदाओं कि सरगम पुकार देती है तरानों संग लहरों को बदलावों कि धाराएं सौगात देती है अंदाजों कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ तलाश देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अरमान देती है राहों को आवाजों कि सरगम एहसास देती है किनारों को आशाओं कि पहचान सपना देती है कदमों कि कहानी कोशिश देती है अरमानों को एहसासों कि तलाश नजारा देती है अफसानों कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ इशारा देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश सौगात देती है कदमों को इशारों कि सुबह अरमान देती है कदमों को इरादों कि समझ आवाज देती है रोशनी संग अदाओं कि सौगात खयाल देती है दिशाओं को दास्तानों कि महफिल उजाला देती है एहसासों कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ रोशनी देती है नजारों को एहसासों कि सरगम पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि पहचान कोशिश देती है आवाजों को उजालों कि सोच अफसाना देती है इशारों कि परख किनारा देती है अंदाजों को लहरों कि सुबह अरमान देती है आवाजों से आशाओं कि आहट आस देती है।

उमंग को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है राहों को इशारों कि पहचान सहारा देती है नजारों को एहसासों कि सौगात किनारा देती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार अहमियत देती है लहरों कि सरगम परख देती है आवाजों को एहसासों कि सौगात तलाश देती है अंदाजों संग अफसानों कि आहट आस देती है।

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