Tuesday 22 June 2021

कविता. ४११९. राहों को मुस्कान कि दिशाएं।

                                                    राहों को मुस्कान कि दिशाएं।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं कोशिश देती है उमंग को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार पहचान देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अरमान देती है आवाजों को रोशनी से जुडकर आस देती है कोशिश संग अफसानों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं सरगम देती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम पुकार देती है लहरों को अफसानों कि परख बदलाव देती है किनारों को जज्बातों कि सुबह अरमान देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सपना देती है कोशिश को उम्मीदों से जुडकर अदाएं देती है किनारों संग तरानों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं सौगात देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पहचान देती है कोशिश को उम्मीदों कि पुकार सहारा देती है उजालों को दिशाओं कि सोच पुकार देती है किनारों को इरादों कि पहचान सौगात देती है लहरों को अफसानों से जुडकर दास्तान देती है आशाओं संग इशारों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं पुकार देती है लहरों को अफसानों कि आस सहारा देती है कदमों को अरमानों कि सुबह आस देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ लहर देती है नजारों को एहसासों कि समझ पुकार देती है रोशनी को जज्बातों से जुडकर अफसाना देती है आवाजों संग कदमों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं अरमान देती है किनारों को इरादों कि सोच सुबह देती है अंदाजों को बदलावों कि धाराएं कोशिश देती है कदमों को अरमानों कि आस अल्फाज देती है लहरों को अफसानों कि सौगात लहर देती है तरानों को बदलावों से जुडकर अदाएं देती है नजारों संग आवाजों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं पहचान देती है तरानों को बदलावों कि धाराएं पुकार देती है जज्बातों को आवाजों कि धून अफसाना देती है आस को सपनों कि समझ सरगम देती है नजारों को एहसासों कि समझ सोच देती है दास्तानों को खयालों से जुडकर किनारा देती है इशारों संग उजालों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं सपना देती है अंदाजों को कोशिश कि आस सौगात देती है किनारों को इरादों कि सरगम पुकार देती है लहरों को अफसानों कि सुबह नजारा देती है रोशनी को दास्तानों कि आस किनारा देती है आशाओं को अंदाजों से जुडकर जज्बात देती है आवाजों संग उम्मीदों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं आस देती है दास्तानों को खयालों कि परख बदलाव देती है नजारों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है आवाजों को अल्फाजों कि सौगात इशारा देती है कदमों को लहरों कि सोच सहारा देती है अरमानों को एहसासों से जुडकर आवाज देती है किनारों संग लहरों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं किनारा देती है कदमों को इशारों कि सोच सरगम देती है दास्तानों को खयालों कि सुबह अरमान देती है नजारों को एहसासों कि दास्तान जज्बात देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ सपना देती है लहरों को अफसानों से जुडकर नजारा देती है दास्तानों संग इशारों कि परख देती है।

राहों को मुस्कान कि दिशाएं सौगात देती है कोशिश को उम्मीदों कि पुकार किनारा देती है लहरों को अफसानों कि सरगम पुकार देती है इशारों को खयालों कि समझ अल्फाज देती है जज्बातों को तरानों कि कोशिश नजारा देती है कोशिश को अंदाजों से जुडकर सौगात देती है आशाओं संग अल्फाजों कि परख देती है।

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