Friday, 18 January 2019

कविता. २६३९. हर खयाल से किनारों कि पहचान।

                                          हर खयाल से किनारों कि पहचान।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को आवाजों कि धून पुकार देती है दास्तान को रंगों कि तलाश अफसाने देती है आशाओं को अल्फाजों कि उमंग नजारे देती है अदाओं को अल्फाजों कि जरुरत परख देती है दास्तान को दिशाओं कि कोशिश उमंग देती है कदमों को अफसानों कि राह देती है तराने को एहसासों कि सुबह आस देती है परख को अदाओं कि कोशिश तलाश देती है दास्तान को कदमों कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को आशाओं कि सौगात तलाश देती है कदमों को अफसानों कि राह आस देती है दास्तान को कदमों कि उम्मीद सुहानी देती है आवाज को पुकार कि रोशनी उजाले देती है उमंग को आवाजों कि जरुरत पुकार देती है परख को अदाओं कि कोशिश समझ देती है अंदाजों को दास्तानों कि रोशनी एहसास देती है किनारे को लहरों कि आस नजारे देती है किनारे को लहरों कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को आवाजों कि धून अफसाने देती है अंदाजों को कहानियों कि उमंग नजारे देती है कुदरत को एहसासों कि राह देती है अदाओं को अल्फाजों कि जरुरत दास्तान देती है तराने को आवाजों कि जरुरत नजारे देती है किनारे को लहरों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को अल्फाजों कि पहचान तराने देती है परख को अदाओं कि कोशिश आस देती है दास्तान को दिशाओं कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को आशाओं कि सुंदरता अफसाने देती है परख को लहरों कि पहचान इशारे देती है किनारे को एहसासों कि राह अल्फाज देती है दास्तान को दिशाओं कि उम्मीद परख देती उजाले को दास्तान कि समझ देती है खयालों को जज्बातों कि सौगात इशारे देती है आशाओं को अल्फाजों कि जरुरत अदाएं देती है दास्तान को कदमों कि आहट देती है किनारे को लहरों कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को एहसासों कि सुबह नजारे देती है रंगों को नजारों कि पहचान नजारे देती है आवाज को पुकार कि समझ देती है अदाओं को अफसानों कि उम्मीद परख देती है मुस्कान को खुशियों कि दिशाएं राह देती है कदमों को किनारों कि सौगात देती है आवाज को पुकार कि रोशनी देती है परख को अदाओं कि जरुरत राह देती है अफसाने को लहरों कि आस देती है दास्तान को दिशाओं कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को कदमों कि अहमियत रोशनी देती है उजालों को लहरों कि आवाज पुकार देती है परख को अदाओं कि कोशिश आस देती है जज्बात को खयालों कि दिशाएं पुकार देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता अफसाने देती है कदमों को अल्फाजों कि जरुरत अदाएं देती है खयालों को अल्फाजों कि रोशनी अदाएं देती है दास्तान को कदमों कि आहट देती है आवाज को पुकारों कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को आवाजों कि पुकार एहसास देती है दास्तानों को अफसानों कि राह तराने देती है किनारे को लहरों कि आवाज उम्मीदे देती है आशाओं को अल्फाजों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को अदाओं कि कोशिश देती है एहसास को कदमों कि सौगात इशारे देती है जज्बात को खयालों कि सौगात दिशाएं देती है समझ को अल्फाजों कि रोशनी देती है उम्मीद को अल्फाजों कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को खयालों कि सौगात पहचान देती है आशाओं को अल्फाजों कि रोशनी दिशाएं देती है अंदाजों को दास्तानों कि रोशनी नजारे देती है कदमों को अफसानों कि राह खयाल देती है समझ को किनारों कि लहर नजारे देती है पुकार को दिशाओं कि उमंग एहसास देती है अंदाजों को दास्तानों कि रोशनी उजाले देती है किनारे को आशाओं कि जरुरत देती है इरादे को आवाजों कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को आवाजों कि धून अंदाज देती है दिशाओं को जज्बातों कि पुकार आशाएं देती है किनारों को अफसानों कि उमंग देती है एहसासों को दास्तानों कि रोशनी देती है उजाले को राहों कि पहचान देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस परख देती है इशारे को उजालों कि सरगम देती है दिशाओं को आवाजों कि धून देती है लहर को जज्बातों कि सौगात देती है इशारे को उम्मीदों कि उमंग तराने देती है।
हर खयाल से किनारों कि पहचान इशारे देती है इरादों को राहों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को अफसानों कि उम्मीद देती उजालों को दास्तानों कि रोशनी देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस देती है जज्बात को अफसानों कि उम्मीद परख देती है आस को लहरों कि पहचान देती है अंदाजों को दिशाओं कि सौगात देती है आवाज को पुकार कि रोशनी देती है उजाले को एहसासों कि पहचान देती है एहसासों को दिशाओं कि उमंग तराने देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

                           एहसास की कोई। एहसास की कोई पुकार तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों की आहट उजाला देकर जाती है अरमानों की आस सुनाती ...