Tuesday 22 January 2019

कविता. २६४७. हर आस को उजालों कि जरुरत।

                                       ‌‌‌‌हर आस को उजालों कि जरुरत।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को लहरों से जुडकर नजारों कि जरुरत इशारे देती है परख को अदाओं कि कोशिश देती है आवाज को पुकार कि रोशनी कि समझ देती है दास्तान को अल्फाज कि जरुरत परख देती है जज्बात को खयालों कि सौगात इशारे देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता अफसाने देती है दिशाओं को आवाजों कि धून देती है तलाश को एहसासों कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को अल्फाजों से परखकर दास्तानों कि रोशनी किनारे देती है अदाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है इरादों को आवाजों कि धून देती है दास्तान को अफसानों कि उमंग नजारे देती है तराने को एहसासों कि कहानी देती है समझ को किनारों कि सौगात इशारे देती है कदमों को अल्फाजों कि जरुरत अदाएं देती है आवाज को पुकार कि रोशनी देती है उजाले को आशाओं कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को कदमों से जुडकर नजारों कि उमंग तराने देती है दिशाओं को खयाल कि सोच पहचान देती है अंदाजों को दास्तानों कि कोशिश तलाश देती है राह को अल्फाजों कि सुबह तराने देती है जज्बात को अफसानों कि उम्मीद अदाएं देती है दुनिया को आवाजों कि धून तलाश देती है किनारों कि सौगात को अफसानो कि उमंग देती है नजारे को अफसानों कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को तरानों से जुडकर आशाओं कि सौगात इशारे देती है दास्तानों को लहरों कि आस नजारे देती है मौसम को बदलावों कि कोशिश तलाश देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता अफसाने देती है दिशाओं को आवाजों कि धून समझ देती है आवाज को पुकार कि रोशनी परख देती है दास्तानों कि उमंग को इरादों कि रोशनी देती है किनारे को खयालों कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को दिशाओं से जुडकर नजारों कि रोशनी परख देती है आशाओं को अल्फाजों कि रोशनी समझ देती है आवाज को पुकार कि उमंग तराने देती है दास्तान को लहरों कि पहचान किनारे देती है अदाओं को अफसानों कि उम्मीद समझ देती है अंदाजों को दास्तानों कि रोशनी कोशिश देती है किनारे को दास्तानों कि कोशिश देती है समझ को अफसानों कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को किनारों से जुडकर आशाओं कि सौगात तराने देती है अदाओं को अफसानों कि उमंग तराने देती है समझ को अल्फाज कि जरुरत तलाश देती है दिशाओं को आवाजों कि धून खयाल देती है दास्तानों को लहरों कि पहचान इशारे देती है राहों को एहसासों कि सुबह नजारे देती है रंगों को अफसानों कि उमंग देती है नजारे को दिशाओं कि कोशिश कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को खयालों से जुडकर नजारों कि परख दिशाएं देती है कदमों को अल्फाजों कि जरुरत अदाएं देती है दुनिया को आवाजों कि धून पुकार देती है जज्बात को अफसानों कि उमंग नजारे देती है तराने को एहसासों कि कहानी किनारे देती है परख को अदाओं कि कोशिश खयाल देती है नजारों को एहसासों कि सुबह देती है लहरों को अफसानों को उम्मीद कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को किनारों से जुडकर आशाओं कि सुंदरता अफसाने देती है परख को अदाओं कि कोशिश समझ देती है आवाज को पुकार कि रोशनी उजाले देती है दास्तान को लहरों कि पहचान इशारे देती है इरादों को अफसानों कि राह पुकार देती है कदमों को अल्फाजों कि रोशनी देती है कदमों को अल्फाजों कि जरुरत रोशनी देती है तलाश को जज्बातों को सौगात कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को अंदाजों से जुडकर नजारों कि सौगात इशारे देती है किनारे को कदमों कि अहमियत रोशनी देती है दास्तान को इशारों कि जरुरत तलाश देती है आवाज को पुकार कि उमंग तराने देती है अफसाने को लहरों कि पहचान देती है राहों को एहसासों कि कहानी समझ देती है दास्तान को दिशाओं को आवाजों कि धून देती है तराने को आवाजों कि पुकार को रोशनी कि राह देती है।
हर आस को उजालों कि जरुरत सुबह देती है दास्तान को लहरों से जुडकर नजारों कि आस तराने देती है जज्बात को अफसानों कि उम्मीद खयाल देती है दास्तान को लहरों कि समझ अफसाने देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता तलाश देती है आवाज को पुकार कि रोशनी देती है दास्तान को लहरों कि सौगात देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता खयाल देती है जज्बात को अफसानों कि उम्मीद को उजाले कि राह देती है।

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