Tuesday 8 January 2019

कविता. २६२०. जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है।

                         जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग दिशाओं कि नयी निशानी लिखती है मन मे उडने कि चाहत हो तो आसमान मे बादलों के संग कहानी लिखी जाती है उम्मीद के संग आशाओं कि निशानी मिलती है आवाज को कदमों कि आस सुहानी मिलती है एहसास को कदमों कि उमंग नजारे देती है आशाओं को सुबह कि राह सुहानी मिलती है दास्तान को कदमों कि सौगात निशानी देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग आशाओं कि सुंदरता अफसाने देती है अंदाजों मे राहों कि आंधी तराने देती है किनारे से जुडकर सपनों कि धाराएं बनती है दास्तान को सुबह कि आस सुहानी मिलती है हर शुरुआत के संग दिशाओं कि कहानी बनती है उम्मीद से जुडकर नजारों कि सौगात इशारे देती है दास्तान को कदमों कि आहट इरादे देती है रंगों कि तलाश को जज्बातों कि सौगात देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग दास्तानों कि सौगात तराने देती है एहसास के आसमानों के बादलों कि रोशनी लिखती है सुबह को सांसों कि दुआएं इशारे देती है जज्बात को खयालों कि उमंग तराने देती है उजाले को राहों कि आंधी सौगात देती है समझ को किनारों कि कोशिश परख देती है खयालों को अल्फाजों कि जरुरत रोशनी देती है आशाओं को तलाश कि जरुरत अफसानों कि सौगात देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग आवाजों कि धून उजाले देती है दास्तान के सुबह को खयालों कि सौगात इशारे देती है जज्बात को अफसानों कि रोशनी अल्फाज देती है आवाज को सपनों कि दुआएं देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता रोशनी देती है नजारे को आशाओं कि जरुरत देती है एहसास को खयालों कि उमंग तराने देती है सोच को नये अफसानों कि कोशिश जज्बातों कि सौगात देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग मुस्कान कि तलाश आशाएं देती है किरणों के एहसास कि शुरुआत इरादे देती है किनारे को समझ लेने कि सौगात तराने देती है खयालों को अल्फाजों से जुडकर नजारों कि उमंग देती है दास्तान को अफसानों कि कोशिश तराने देती है अफसाने को लहरों कि आस नजारे देती है सुबह को एहसासों कि कहानी देती है किनारे को नये लहरों कि आस नजारे कि सौगात देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग आशाओं कि सौगात इशारे देती है इरादों के तराने कि लहर नजारे देती है सोच को अफसानों कि कोशिश जज्बात देती है अंदाजों को कहानियों से जुडकर आशाओं कि सरगम देती है आवाज को पुकार कि आंधी तराने देती है समझ को अल्फाजों कि रोशनी कोशिश देती है एहसासों को दिशाओं कि उमंग देती है उजाले को नये इशारे कि रोशनी उजाले कि सौगात देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग कदमों कि उमंग नजारे देती है आवाजों को आशाओं कि जरुरत इशारे देती है दास्तान को दिशाओं कि कोशिश देती है आशाओं कि आंधी को जज्बातों कि रोशनी देती है धाराओं को लहरों कि पहचान देती है तराने को आवाजों कि नयी धून देती है अफसाने को किनारों कि सौगात देती है कोशिश को एहसासों कि राह देती है उम्मीद को अल्फाजों कि उमंग नजारे कि सौगात देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग धाराओं कि कोशिश उम्मीद देती है खयालों को आसमानों के बादलों कि कहानी देती है एहसास को अफसानों कि कोशिश किनारे देती है लम्हे को लहरों कि दुनिया इशारे देती है पुकार को आवाजों कि जरुरत आस देती है परख को अदाओं कि जरुरत उमंग देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता अफसाने देती है दास्तान को दिशाओं कि कोशिश आस कि सौगात देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग आशाओं कि सौगात तराने देती है आशाओं को अल्फाजों के जज्बातों कि सौगात देती है किनारे को लहरों कि आस देती है दास्तान को कदमों कि उमंग नजारे देती है परख को खयालों कि उमंग तराने देती है एक धून से दिल को इस कदर जोडकर आती है मन मे अफसानों कि एक सरगम बजती रहती है खयालों को अल्फाजों कि जरुरत दास्तान कि समझ को राहों कि सौगात देकर चलती है।
जब अल्फाज से मिलकर कोई कहानी बनती है हर सांस के संग आवाजों कि धून एहसास देती है खयालों को जज्बातों कि सौगात अफसाने देती है नजारे को बादलों कि जरुरत नजारे देती है किनारे को आशाओं कि सुंदरता तराने देती है आवाज को पुकार कि कहानी आस देती है दास्तान को दिशाओं कि कोशिश उमंग देती है किनारे को खयालों कि सौगात इशारे देती है दिशाओं को आवाजों कि धून कदमों कि आस को उजालों कि सौगात देकर चलती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६१. अरमानों को कदमों की।

                                अरमानों को कदमों की। अरमानों को कदमों की आहट सरगम देती है खयालों को अंदाजों की समझ सपना दिलाती है दास्तानों ...