Thursday 31 January 2019

कविता. २६६५. हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश।

                                   हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को खयालों कि रोशनी सहारे देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी सौगात देती है तलाश को कदमों कि रोशनी नजारे देती है परख को एहसासों के इशारे देती है तलाश को अल्फाजों कि आंधी तराने देती है कोशिश को जज्बातों कि दिशाएं देती है किनारे को लहरों कि सौगात उम्मीदे देती है तलाश को अल्फाजों कि कोशिश देती है अदाओं को अफसानों कि उम्मीद परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को आशाओं कि पुकार अदाएं देती है किनारे को लहरों कि आस नजारे देती है अंदाजों को कहानियों कि उमंग तलाश देती है खयालों को अफसानों कि उमंग देती है दास्तान को दिशाओं कि रोशनी परख देती है कदमों को दिशाओं कि आंधी देती है अंदाजों को राहों कि पहचान इशारे देती है परख को अदाओं कि जरुरत देती है खयालों को लहरों कि पहचान परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को इरादों कि उमंग नजारे देती है जज्बात को खयालों कि पुकार आस देती है किनारों को आशाओं कि समझ देती है तलाश को जज्बातों कि रोशनी देती है सौगात को तराने कि उमंग देती है उम्मीद को अल्फाजों कि परख देती है जज्बात को अफसानों कि समझ देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी देती है आवाज को पुकार कि रोशनी परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को इशारों कि उम्मीद तराने देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी सौगात देती है अंदाजों को दास्तानों कि रोशनी देती है उजाले को राहों कि जरुरत देती है तराने को एहसासों कि तलाश देती है किनारे को आशाओं कि समझ देती है आवाज को दिशाओं कि समझ देती है कदमों को अफसानों कि राह देती है दास्तान को दास्तानों कि उमंग परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को खयालों कि रोशनी परख देती है किनारे को लहरों कि आस खयाल देती है कदमों को अफसानों कि राह देती है उम्मीद को अल्फाजों कि आंधी देती है जज्बात को खयालों कि जरुरत देती है समझ को अफसानों कि पुकार देती है दिशाओं को आवाजों कि धून पुकार देती है पुकार को आवाजों कि धून देती है दास्तानों को अफसानों कि राह परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को अफसानों कि उमंग अदाएं देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी सौगात देती है दास्तानों को लहरों कि पहचान देती है परख को अदाओं कि कोशिश देती है कदमों को अल्फाजों कि आंधी देती है तलाश को अल्फाजों कि आस देती है परख को अंदाजों कि पहचान देती है दास्तान को खयालों कि रोशनी देती है कोशिश को एहसासों कि कहानी परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को आशाओं कि जरुरत समझ देती है किनारे को आशाओं कि पुकार अदाएं देती है कदमों को अफसानों कि उमंग देती है उम्मीद को अल्फाजों का अंदाज देती है किनारे को लहरों कि आवाज देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस देती है रोशनी को उजालों कि समझ देती है दिशाओं को आवाजों कि धून देती है अदाओं को अफसानों कि उमंग परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को अफसानों कि उमंग तराने देती है दास्तान को दिशाओं कि आंधी सौगात देती है किनारों को लहरों कि आस नजारे देती है आवाज को पुकार कि उमंग देती है दास्तान को अंदाजों कि कोशिश देती है अदाओं को अल्फाजों कि आस देती है किनारे को आशाओं कि पुकार देती है आशाओं को अफसानों कि उम्मीद देती है उमंग को इरादों कि रोशनी परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को अल्फाजों कि आस नजारे देती है अंदाजों को कहानियों कि सांस परख देती है दिशाओं को आवाजों कि धून देती है पहचान को लहरों कि आस पुकार देती है आवाज को कदमों कि उमंग तलाश देती है नजारों को एहसासों कि सुबह आस देती है समझ को अल्फाजों कि आंधी पुकार देती है इशारों को अफसानों कि उमंग सुबह के संग परख देती है।
हर लम्हे को अदाओं कि कोशिश इशारे देती है जज्बात को खयालों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को एहसासों कि पुकार आस देती है दास्तान को राहों कि आंधी सौगात देती है तलाश को जज्बातों कि पहचान इशारे देती है इरादे को अफसानों कि उमंग देती है खयालों को लहरों कि आस नजारे देती है आवाज को दिशाओं कि आंधी देती है दास्तान को एहसासों कि कहानी देती है जज्बात को अफसानों कि उमंग परख देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६१. अरमानों को कदमों की।

                                अरमानों को कदमों की। अरमानों को कदमों की आहट सरगम देती है खयालों को अंदाजों की समझ सपना दिलाती है दास्तानों ...